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घी, दूध से बनाया हुआ एक हेल्दी खाद्य पदार्थ है जिसमें बहुत सारे न्यूट्रिएंट्स होते हैं, जैसे कैल्शियम, विटामिन ‘डी’, विटामिन ‘ई’, विटामिन ‘ए’, विटामिन ‘के’ इत्यादि। हालांकि घी में कैलोरी की मात्रा भी ज्यादा होती है। कई लोगों का मानना है कि डिलीवरी के बाद महिलाओं को घी खाना चाहिए क्योंकि इससे बहुत सारे फायदे मिलते हैं। परंतु क्या सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद एक महिला घी खा सकती है? सिजेरियन डिलीवरी होने के बाद घी खाने से क्या होगा और इसके क्या फायदे हैं, यह जानने के लिए आगे पढ़ें।
क्या सी-सेक्शन के बाद महिलाएं घी खा सकती हैं?
घी में सैचुरेटेड फैट होता है इसलिए यदि आप सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद इसे बहुत ज्यादा मात्रा में खा लेती हैं तो यह आपके लिए अनहेल्दी भी हो सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि घी खाने से वजन बढ़ता है और इसकी वजह से आपको ओबेसिटी और स्वास्थ्य संबंधी अन्य कॉम्प्लीकेशंस भी हो सकती हैं। इसके अलावा ज्यादा मात्रा में घी खाने से खून में कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है जिसके परिणामस्वरूप दिल के रोग भी हो सकते हैं। घी शरीर में मौजूद रिलैक्सिन हॉर्मोन्स पर उल्टा प्रभाव डालता है जो लेबर के दौरान उत्पन्न होते हैं। जन्म के बाद शुरूआती सप्ताह में महिला के शरीर में रिलैक्सिन हॉर्मोन होना बहुत जरूरी है ताकि मांसपेशियों व जोड़ों को आराम मिल सके। इसलिए सिजेरियन डिलीवरी होने के बाद यदि आप घी खाना भी चाहती हैं तो इसकी मात्रा पर जरूर ध्यान दें। इस समय आप कुछ भी ज्यादा मात्रा में न खाएं या करें ताकि आपको बाद में तकलीफ न हो।
सिजेरियन के बाद घी खाने के फायदे
जैसा की पहले भी बताया गया है कि सिजेरियन डिलीवरी के बाद घी बहुत कम मात्रा में खाना चाहिए। सी-सेक्शन के बाद घी खाने के कुछ फायदे निम्नलिखित हैं, आइए जानें;
- घी फैट-सॉल्युबल न्यूट्रिएंट्स से भरपूर है जो सेल्स की वृद्धि, हड्डियों का विकास, दाँतों की मजबूती, चोट ठीक होने, इम्युनिटी मजबूत होने, ब्लड क्लॉटिंग को ठीक करने आदि में मदद करता है।
- घी में मौजूद ओमेगा-6 फैटी एसिड को कॉन्ज्यूगेटेड लिनोलिक एसिड या सीएलए भी कहा जाता है। सीएलए दिल से संबंधित समस्याओं को ठीक करने में मदद करता है। यह शारीरिक फैट के स्तर और ब्लड शुगर को भी कम करता है। अंत में सीएलए, डीएचए में बदल जाता है जो फैटी एसिड के लिए बहुत ज्यादा जरूरी है।
- घी में मौजूद विटामिन ‘ए’ आँखों की रोशनी को अच्छा रखने और नजर तेज करने में मदद करता है।
- गर्भावस्था के बाद घी खाने से कब्ज और पाचन संबंधी समस्याएं भी कम हो सकती हैं।
- सिर में दर्द, माइग्रेन जैसी समस्याओं के लिए घी को एक आयुर्वेदिक रेमेडी माना जाता है।
- सी-सेक्शन के बाद घी खाने से मेटाबॉलिज्म को तेज करने में मदद मिलती है और यह शरीर में एनर्जी को लंबे समय तक बनाए रखने में कारगर होता है।
- घी में मौजूद शॉर्ट चेन फैटी एसिड को बाइयुरेटिक एसिड भी कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि इसमें एंटी-कैंसर और इम्यूनिटी को मजबूत बनाने के गुण हैं।
- घी में मौजूद फॉस्फोलिपिड शरीर में सेल्स और टिश्यू को मुलायम करते हैं जिससे त्वचा अंदर से मॉइस्चराइज होती है।
डायट में घी कैसे शामिल करें
आप अपनी डायट में घी को कई तरीकों से शामिल कर सकती हैं, आइए जानें;
- आप सुबह के नाश्ते में, जैसे सीरियल, फ्रूट ब्लेंड या मिल्क शेक में एक छोटा चम्मच घी मिलाकर खाएं।
- आप इसे ऐसे ही खा सकती हैं पर पूरे दिन में इसकी मात्रा 1 या 2 छोटे चम्मच तक ही सीमित रखें।
- आप कॉफी या चाय में क्रीम की जगह पर एक छोटा चम्मच घी मिलाएं।
- सब्जी में स्वाद के लिए आप बटर की जगह घी का उपयोग करें।
- फलों के सलाद में शहद के साथ घी डाल सकती हैं।
- रोटियों बनाने में तेल की जगह घी इस्तेमाल करें।
सिजेरियन या सी-सेक्शन के बाद महिलाओं को ठीक होने में लगभग 4-5 सप्ताह लगते हैं। इस समय आपको अपना पूरा खयाल रखना चाहिए ताकि आपकी रिकवरी जल्दी से जल्दी हो। यह बहुत जरूरी है कि इस समय आप संतुलित आहार का सेवन करें जिसमें प्रोटीन, हेल्दी फैट्स, कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट, सब्जियां और फल भी शामिल होने चाहिए। इस दौरान पर्याप्त मात्रा में पानी पीना भी न भूलें ताकि आप पूरे दिन के लिए हाइड्रेटेड रहें।
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