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हर गर्भवती महिला अपने बच्चों को प्राकृतिक तरीके से जन्म देना चाहती हैं, लेकिन हर महिला की नॉर्मल डिलीवरी भी हो ऐसा जरूरी नहीं है। कुछ मेडिकल कारणों या जन्म से पहले बच्चे की गलत पोजीशन के कारण कॉम्प्लिकेशन हो जाते हैं। इसलिए, आपका डॉक्टर आपको सिजेरियन डिलीवरी की सलाह दे सकते हैं। सिजेरियन डिलीवरी में उतने ज्यादा कॉम्प्लिकेशन नहीं होते है; हालांकि, ऐसे कई मामले देखने को मिले हैं जिसमें सी-सेक्शन के बाद महिलाओं के पेट में हर्निया को देखा गया। इसके होने का कोई विशेष कारण नहीं है, और आपको यह पता होना चाहिए कि यह बहुत ही दुर्लभ मामलों में होता है। इसका इलाज करने के कई तरीके हैं, जो आपको इस लेख में बताए गए हैं।
कई लोगों का मानना है कि हर्निया आमतौर पर पुरुषों को प्रभावित करता है, यही वजह है कि जब यह किसी महिला में होता है तो सुनकर हैरानी होती है। मेडिकल टर्म में हर्निया तब होता है जब आपके शरीर का कोई हिस्सा या अंग की मांसपेशियां कमजोर पड़ जाती है और दबाव पड़ने की वजह से बाहर आने लगती हैं। इससे आपको चलने फिरने में काफी दिक्कत होती है।
सिजेरियन डिलीवरी के मामले में, चूंकि बच्चा पैदा करने के लिए पेट में चीरा लगाया जाता है, इसलिए पेट की आउटर लाइनिंग पेट से बाहर निकल जाती है, इससे आपको हर्निया होने का खतरा होता है।
सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद महिलाओं को हर्निया हो सकता है, हालांकि बहुत ही दुर्लभ मामलों में ऐसा होता है, लेकिन फिर भी इसके होने की संभावना होती है।
कुछ स्टडीज से पता चला है कि 1000 में से लगभग 2 महिलाएं जिन्हें सिजेरियन डिलीवरी हुई थी, उनको हर्निया की समस्या हुई थी, इसका उपचार करने के लिए भी सर्जरी की जाती है। हर्निया उन महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलता है, जिनके डिलीवरी के समय पेट में ऊपर से नीचे की तरफ चीरा लगाया गया हो। इसकी तुलना में, साइड में लगाए जाने वाले चीरों में हर्निया के कम उदाहरण मिलते हैं। ज्यादातर हर्निया की समस्या डिलीवरी के पहले साल के अंदर खुद स्पष्ट होने लगती है।
सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद हर्निया होने के पीछे के कई कारण हैं। इनमें से कुछ डिलीवरी के कारण हो सकते हैं, जबकि कुछ महिला के शरीर से जुड़े हो सकते हैं। सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद महिलाओं में हर्निया होने के कारण कुछ इस प्रकार दिए गए हैं:
इस तरह की हर्निया आपके शरीर में खुद ब खुद स्पष्ट हो जाते हैं और इसे सर्जरी की मदद से ठीक करना पड़ता है।
ऊपर बताए गए कारणों के अलावा, कुछ ऐसे हिस्टोरिकल फैक्टर हैं जिसके कारण सिजेरियन डिलीवरी के बाद हर्निया का खतरा बढ़ जाता है।
यदि आपकी हर्निया की कोई हिस्ट्री रही हो या सर्जरी हुई हो तो ये बात अपने डॉक्टर को बताएं, जो आपके डॉक्टर को सीजेरियन डिलीवरी करने से पहले पता होना जरूरी है।
हर्निया का होना ही अपने आप में एक स्पष्ट लक्षण है, लेकिन इसके अलावा आपके शरीर में होने वाले कुछ रिएक्शन से हर्निया का पता चलता है।
हर्निया का सबसे बड़ा संकेत यह है कि ये खुद उभार के रूप में दिखाई देने लगता है, ये वहाँ से बाहर आते हुए दिखाई देता हैं जहाँ से डिलीवरी के समय सर्जरी हुई होती है। कई बार, यह उभार पूरे क्षेत्र के आसपास भी नजर आ सकता है।
कुछ महिलाओं को यह उनके डिलीवरी के तुरंत बाद हो सकता है, लेकिन आमतौर पर ये डिलीवरी के कुछ महीनों बाद नजर आता है। यह उभार आपको तब ज्यादा महसूस होता है जब आप खड़ी होती हैं या फिर जब ऊँचाई से किसी चीज को उठाने की कोशिश करती हैं। खाँसी आने पर आप इसे महसूस भी कर सकती हैं।
एक हर्निया का निदान करना मुश्किल होता है क्योंकि पेट की त्वचा ढीली और उभरी हुई होती है, इसका कारण यह है कि आपका गर्भाशय सिकुड़ने लगता है और शरीर का घाव को भरने लगता है। इसलिए, सिर्फ देख कर हर्निया की उपस्थिति का पता लगाना पर्याप्त नहीं है।
क्योंकि सिजेरियन से आपका पूरा पेट प्रभावित होता है, जिससे आपकी आंतों और पेट भी प्रभावित होते हैं। आंतों की पोजीशन में होने वाले कोई बदलाव, खाने को पचाने और वेस्ट को बाहर करने में असमर्थ होते हैं और आपको इससे कब्ज की परेशानी भी हो जाती है। पेट में होने वाले बदलाव के कारण आपको पेट में जलन हो और मतली की परेशानी हो सकती है।
हर्निया के इस लक्षण में महिला को सिजेरियन डिलीवरी के बाद बहुत हल्का हल्का दर्द होता है। आपका घाव भरना और हर्निया का उभरना यह दोनों प्रक्रिया एक साथ काम कर सकती है, लेकिन अगर यह प्रक्रिया घाव भरने के बाद भी जारी रहती है तो यह हर्निया का एक संकेत हो सकता है।
ज्यादातर डॉक्टर आपके पेट की जाँच करते हैं और यदि मामला गंभीर हुआ तो हर्निया का निदान करना शुरू करते हैं। हालांकि, डिलीवरी के बाद घाव के भरने या गर्भाशय ठीक होने, एंडोमेट्रियोसिस और हेमेटोमा आदि कंडीशन के साथ हर्निया का तुरंत निदान करना मुश्किल हो सकता है। ऐसे मामलों में, आपका डॉक्टर एक सीटी स्कैन या एक अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए कह सकता है ताकि यह पता लगाया जा सके कि हर्निया कैसे हुआ है।
सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद हर्निया के कारण होने वाले कॉम्प्लिकेशन कुछ इस प्रकार दिए गए हैं:
सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद हर्निया का इलाज करने के लिए सबसे अच्छा तरीका सर्जरी ही है। यदि आपके डॉक्टर को लगता है कि यह समय सर्जरी के लिए ठीक नहीं है, तो वो कुछ समय के लिए हर्निया का दर्द कम करने के मकसद से आपको पेट पर बेल्ट बाँधने के लिए कह सकते हैं । डॉक्टर हर्निया का इलाज करने के लिए चीरा लगाकर सर्जरी कर सकते हैं या फिर लैप्रोस्कोपी के माध्यम से इसे ठीक किया जा सकता है।
यहाँ सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद हर्निया हो जाने से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवालों के जवाब दिए गए हैं।
आमतौर पर एक सर्जरी के बाद हर्निया को पूरी तरह से ठीक होने में लगभग 6 सप्ताह लगते हैं।
अगर हर्निया मामूली है तो आपको सर्जरी की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन अगर इसका इलाज न किया जाए और इसे ऐसे ही छोड़ दिया जाए, तो यह आपके लिए गंभीर समस्या का कारण बन सकता है।
यदि सर्जरी सफलतापूर्वक हो भी जाए, इसके बावजूद भी आपको बहुत सावधानी बरतनी चाहिए।
पहली बार बनने वाली माँ के लिए हर्निया काफी परेशान कर देने वाली समस्या हो सकती है। हालांकि, सी-सेक्शन के बाद हर्निया को रोकने के तरीके के बारे में जानकारी प्राप्त करके, आप इसके खतरे को कम कर सकती हैं और अपने बच्चे के साथ अच्छा समय बिता सकती हैं।
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