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सभी पेरेंट्स अपने बच्चे की देखभाल और स्वास्थ्य की चिंता करते हैं। आपका हर एक स्टेप बच्चे के स्वस्थ रूप से विकास को सुनिश्चित करता है – इसमें बच्चे को सही न्यूट्रिशन देने से लेकर उसमें अच्छी आदतें व इच्छाएं प्रेरित करने तक शामिल है। हर पेरेंट्स अपने बच्चे के लिए सबसे अच्छा और बेस्ट ही चाहते हैं।
बच्चे को हेल्दी रखने के लिए उसे नहलाना बहुत जरूरी है और आप अपने बच्चे के स्वास्थ्य को पूर्ण रूप से बेहतर बनाने के लिए एप्सम सॉल्ट वॉटर का उपयोग कर सकती हैं।
एप्सम सॉल्ट या मैग्नीशियम सल्फेट एक मिनरल है जिसका उपयोग मेडिसिनल चीजों के लिए बहुत पहले से किया जा रहा है। एप्सम सॉल्ट में कई सारे डिटॉक्सिफाइंग कंपाउंड्स होते हैं जिसमें मैग्नीशियम भी शामिल है और लोग इसे चिकित्सकीय फायदों के लिए ही जानते हैं। उचित फंक्शन के लिए मैंगनीज पर 300 से भी ज्यादा एन्जाइम्स निर्भर करते हैं जिससे एप्सम नमक सबके लिए फायदेमंद बनता है।
एप्सम सॉल्ट का उपयोग यदि सही से किया जाए तो यह बहुत ज्यादा हेल्दी मिनरल है। यह सलाह दी जाती है कि डॉक्टर से चर्चा करने के बाद आप इसका उपयोग कर सकती हैं। हालांकि इस बात का ध्यान रखें कि लो ग्रेड एप्सम सॉल्ट बहुत ज्यादा खतरनाक होता है। आप सिर्फ अच्छी क्वालिटी का हाई ग्रेड, शुद्ध, विशेष स्नान के लिए बना हुए एप्सम नमक ही खरीदें जिसे रेप्यूटेड क्वालिटी मॉनिटरिंग इंस्टीट्यूशन में स्वीकारा गया हो।
एप्सम सॉल्ट बाथ के कुछ फायदे यहाँ बताए गए हैं, आइए जानें;
एप्सम सॉल्ट में मौजूद मैग्नीशियम एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के लिए जाना जाता है।
मैग्नीशियम में मौजूद ज्यादातर एन्जाइम्स सर्कुलेशन में मदद करते हैं। एप्सम सॉल्ट में मैग्नीशियम बहुत ज्यादा होता है जो इसे सर्कुलेशन के लिए बेहतर बनाने में मदद करता है।
एप्सम नमक में मुजूद सल्फेट्स जोड़ों को बनाने और मजबूत करने में मदद करता है।
एप्सम सॉल्ट में सल्फेट की मात्रा मृत त्वचा को हटाता है और डैमेज हुए स्किन सेल्स को ठीक करता है जिससे त्वचा में नए और हेल्दी सेल्स बनते हैं।
मैग्नीशियम में महत्वपूर्ण ऑक्सीजेनेशन गुण हैं जो रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट के लिए बेहतरीन हैं।
बच्चे की त्वचा में इसके साथ सनस्क्रीन लगाने से एप्सम सॉल्ट एक ऊपरी लेयर बनाता है जो खतरनाक अल्ट्रावायलेट किरणों से सुरक्षित रखने में मदद करता है।
एप्सम सॉल्ट बाथ का उपयोग आमतौर पर एथलीट करते हैं ताकि उन्हें मसल्स की थकान व दर्द में आराम मिल सके और डैमेज्ड मसल्स ठीक हो सके। यही प्रभाव बच्चे में भी बेहतर विकास करते हैं।
गुनगुने पानी में एप्सम सॉल्ट मिलाकर नहाने से शरीर को शांति मिलती है और फंक्शन बेहतर होता है। यह छोटे और बड़े बच्चों के लिए भी बहुत अच्छा है।
बच्चे को कब्ज होने पर डॉक्टर एप्सम सॉल्ट बाथ की सलाह देते हैं क्योंकि यह सॉल्ट प्राकृतिक रूप से लैक्सेटिव हैं।
मैग्नीशियम नर्व इम्पल्स को दोबारा बनाने और मैनेज करने में मदद करता है। जब इसे सल्फेट के साथ कंबाइन किया जाता है तो यह सेरोटॉनिन लेवल में सुधार लाता है, कैल्शियम की कमी को पूरा करता है और हेल्दी सेल्स व क्रोमोसोम्स को बनाने में मदद करता है। इसलिए डॉक्टर सोचते हैं कि एप्सम सॉल्ट बाथ ऑटिज्म जैसी समस्याओं के लिए सही है।
छोटे व बड़े बच्चों में एक्जिमा की समस्या होने पर डॉक्टर एप्सम सॉल्ट बाथ लेने की सलाह देते हैं क्योंकि इसमें मौजूद मैग्नीशियम सूजन को कम करने में मदद करता है, त्वचा में सेल्स को ठीक करता है और खुजली जैसी समस्याओं को खत्म करता है।
सल्फेट में मौजूद मैग्नीशियम के हाइड्रेटिंग और एक्सफ्लोइटिंग गुण के साथ त्वचा को ठीक करने के गुण एप्सम सॉल्ट वॉटर बाथ को सोराइसिस से ग्रसित बच्चों के लिए बेहतर बनाते हैं।
बच्चे को एप्सम नमक के पानी से नहलाने से पहले यह जानना बहुत जरूरी है कि इसे कैसे तैयार करें और इसका तरीका क्या है, आइए जानें;
अच्छी क्वालिटी वाला एप्सम सॉल्ट, एक बाल्टी गुनगुना पानी और तौलिया
यह जानना बहुत जरूरी है कि बच्चे को नहलाने के लिए कितना सॉल्ट लेना चाहिए। आप हर बार बच्चे को नहलाते समय ज्यादा से ज्यादा 2 कप एप्सम सॉल्ट का उपयोग कर सकती हैं। इसके लिए पहले आप गुनगुने पानी में नमक डालें और इसे मिश्रित होने दें, फिर बाद में थोड़ा और पानी में मिलाएं – लगभग बच्चे की कमर तक पानी पहुंचना चाहिए। बच्चे को लगभग 20 मिनट तक पानी में ही रहने दें। इस बात का ध्यान रखें कि बच्चे के शरीर से थपकी देकर सुखाने के बजाय पोंछे। इस प्रोसेस को आप सप्ताह में तीन बार करें।
एप्सम नमक का बहुत ज्यादा उपयोग करने से स्किन में इरिटेशन डायरिया और रैशेज हो सकते हैं। इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से सलाह लें।
टॉडलर को एप्सम नमक के पानी से नहलाते समय कुछ बातों का ध्यान रखें, आइए जानें;
यदि बच्चे को पहली बार एप्सम नमक के पानी से नहलाने में कोई भी रिएक्शन होता है तो आप तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। इस प्रकार के पानी से नहलाने से पहले डॉक्टर से बात करने की भी सलाह दी जाती है ताकि बच्चे को आप धीरे-धीरे एप्सम नमक के पानी से नहलाना शुरू कर सकें। पहले आप बच्चे को सप्ताह में एक बार नहलाने से शुरू करें और धीरे-धीरे आप उसे सप्ताह में 3 बार भी नहला सकती हैं। 3 बार से ज्यादा आप बच्चे को एप्सम सॉल्ट के पानी से न नहलाएं। इस बात का भी ध्यान रखें कि एप्सम सॉल्ट को इंजेस्ट नहीं किया जा सकता है और यदि गलती से भी बच्चे ने इसे खा लिया या उसके मुंह में चला गया तो उसके लिए काफी ज्यादा हानिकारक हो सकता है।
स्रोत: जेंटल नर्सरी
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