शिशु

शिशु के लिए फॉर्मूला दूध कैसे बनाएं

इसमें कोई भी शक नहीं है कि छोटे बच्चों के लिए न्यूट्रिशन का सबसे बेस्ट सोर्स ब्रेस्टफीडिंग ही है। बच्चों के लिए ब्रेस्ट मिल्क के फायदों की तुलना किसी चीज से भी नहीं की जा सकती है। हालांकि यदि मेडिकल कारण या व्यक्तिगत समस्या के कारण आप बच्चे को ब्रेस्टफीड नहीं करा पा रही हैं तो आपको फॉर्मूला मिल्क के बारे में जरूर जानना चाहिए। पहली बार बनी मांओं के लिए फॉर्मूला मिल्क बनाना सीखने में समय लगता है। यदि आप भी हाल ही में एक माँ बनी हैं तो बच्चे के लिए फॉर्मूला मिल्क बनाते समय क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए इसके महत्व के बारे में आपको अच्छी तरह से पता होगा। 

यद्यपि ज्यादातर फॉर्मूला दूध की प्रोसेसिंग व कैनिंग के दौरान पूरी स्वच्छता का ध्यान रखा जाता है पर फिर भी बच्चे के लिए फॉर्मूला मिल्क खरीदने से पहले आपको इसके बारे में ठीक से पता होना चाहिए। कभी-कभी फॉर्मूला फूड में साल्मोनेला और क्रोनोबेक्टर सकाजकी जैसे बैक्टीरिया भी होते हैं। वैसे तो बैक्टीरिया होना मुमकिन नहीं है पर फिर भी यदि हैं तो इनका सेवन करने से बच्चे के जीवन को खतरा हो सकता है। इसलिए फॉर्मूला दूध की मैन्युफैक्चरिंग डेट चेक करना बहुत जरूरी है। बच्चे के लिए एक्सपायर्ड, या जंग लगे डिब्बे वाले प्रोडक्ट्स न खरीदें। 

माँ होने के नाते बच्चे का दूध बनाते समय हाइजीन बनाए रखना बहुत जरूरी है। शिशुओं का इम्यून सिस्टम बड़ों की तरह बहुत ज्यादा मजबूत नहीं होता है। उनकी किडनी और लीवर हानिकारक बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने में सक्षम नहीं होते हैं। इसलिए बच्चे के लिए फॉर्मूला बनाते समय ज्यादा ध्यान रखना जरूरी है। बच्चे के फूड में स्वच्छता बनाए रखने के लिए आपको उपयोग करने से पहले व बाद में हर बार फीडिंग के बर्तनों को साफ और स्टेरेलाइज जरूर करना चाहिए। यदि बेबी फूड बहुत देर तक खुला रखा हुआ है तो उसमें ज्यादातर बैक्टीरिया आ ही जाते हैं इसलिए उसे हमेशा ढक कर रखें या बाद के लिए उपयोग किए जाने वाले फूड को अच्छी तरह से प्रिजर्व करें। 

छोटे बच्चों के लिए फॉर्मूला दूध कैसे बनाएं?

  • बोतल, निप्पल रिंगर को उबलते हुए पानी में एक घंटे तक स्टेरेलाइज करें।
  • बोतल और अन्य भागों को एक साफ तौलिये से पोंछें।
  • इन्हें कुछ देर के लिए सूखने दें।
  • जिस जगह पर आप बच्चे को दूध पिलाना चाहती हैं उसे डिसइनफेक्ट करें।
  • बच्चे के लिए दूध बनाने से पहले हाथ जरूर धोएं।

  • फॉर्मूला बनाने के लिए पानी उबालें। इसे गुनगुना होने तक लगभग 30 मिनट के लिए हल्का ठंडा होने दें। जब पानी का तापमान 70 डिग्री सेल्सियस हो जाए तो दूध बनाना शुरू करें।
  • सही स्टेप्स और मात्रा के लिए आप मैन्युफैक्चरर के इंस्ट्रक्शन फॉलो करें।
  • चम्मच और बोतल के अन्य भाग, जैसे निप्पल या रिंगर को जमीन पर न रखें।
  • दूध को अच्छी तरह से मिलाने के लिए बोतल को हिलाएं या शेक करें।
  • बोतल को बहुत देर तक खुला न रहने दें।
  • आप दूध की एक दो बूंदें अपने हाथ पर डालकर चेक करें कि इसका तापमान सामान्य है या नहीं।
  • बचे हुए दूध को बहुत देर तक स्टोर न करें।

यदि आप घर से बाहर हैं तो फॉर्मूला मिल्क का उपयोग कर सकती हैं। बाहर जाते समय बच्चे की बोतल में उचित मात्रा में उबला हुआ पानी भरकर इंसुलेटेड बैग कूल पैक में रखें। इसके अलावा सही मात्रा में फॉर्मूला पाउडर अलग से रखें और जब भी बच्चे को दूध पिलाने की जरूरत पड़े तो दोनों चीजों को एक साथ मिला कर पिलाएं। इन स्टेप्स और धैर्य के साथ आप बच्चे को सुरक्षित तरीके व स्वच्छता के साथ बोतल से दूध पिला सकती हैं। 

यह भी पढ़ें:

फॉर्मूला फीडिंग के संबंध में आवश्यक जानकारी
फॉर्मूला मिल्क को स्टोर करने के 6 उपयोगी टिप्स
शिशुओं के लिए फॉर्मूला दूध: आपके बच्चे को कितनी आवश्यकता है

सुरक्षा कटियार

Recent Posts

मेरी पसंदीदा जगह पर निबंध (Essay On My Favourite Place In Hindi)

हर किसी के जीवन में एक ऐसी जगह होती है जो शांति, खुशी और अपनापन…

23 hours ago

मुझे अपने परिवार से प्यार है पर निबंध ( Essay On I Love My Family In Hindi)

परिवार किसी के लिए भी सबसे अनमोल होता है। यही वह पहली जगह है जहाँ…

23 hours ago

बस की यात्रा पर निबंध (Essay On Journey By Bus In Hindi)

बच्चों के लिए निबंध लिखना बहुत मजेदार और सीखने वाला काम है। यह उन्हें अपनी…

1 day ago

एपीजे अब्दुल कलाम पर निबंध (APJ Abdul Kalam Essay In Hindi)

ऐसी शख्सियत बहुत कम होती है जिनके होने से देश को उन पर गर्व हो,…

3 days ago

गाय पर निबंध (Essay On Cow In Hindi)

निबंध लेखन किसी भी भाषा को सीखने में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। इससे…

3 days ago

मेरे पिता पर निबंध (Essay on My Father in Hindi)

माँ अगर परिवार का दिल है तो पिता उस दिल की धड़कन होते हैं। पिता…

3 days ago