शिशु

शिशु के लिए सही बोतल चुनना

यद्यपि इसमें कोई शक नहीं है कि बच्चे के न्यूट्रिशन के लिए ब्रेस्टफीडिंग सबसे अच्छा तरीका है पर नई माएं कई कारणों से बोतल ही चुनती हैं। चाहे आप ब्रेस्ट मिल्क पंप करें या फिर बेबी को फॉर्मूला दूध पिलाएं पर छोटे बच्चे के लिए एक अच्छी फीडिंग बोतल और निप्पल होना बहुत जरूरी है। बेबी या छोटे बच्चे के लिए एक अच्छी फीडिंग बोतल चुनते समय आपको यहाँ बताई हुई कुछ चीजों का ध्यान रखना चाहिए।

फीडिंग बॉटल और निप्पल चुनते समय यह ध्यान रखना बहुत जरूरी है कि बच्चे इससे दूध पी सकें। इसके अलावा यह भी बहुत जरूरी है कि अभी-अभी माँ बनी होने के नाते आप इसे धोने में और साफ रखने में कम्फर्टेबल हों। सफाई व स्वच्छता आपको रूटीन में रखनी होगी और यह आपका एक महत्वपूर्ण काम रहेगा। 

बेबी के लिए बॉटल चुनना

कांच बनाम प्लास्टिक

आमतौर पर बोतल कांच की बनती है और यह बोतल अच्छी होती है क्योंकि इसमें कोई भी केमिकल नहीं होता है और यह काफी समय तक भी चलती है। हालांकि यह बोतल ज्यादा महंगी होती है और इसके टूटने का डर रहता है। बोतल डैमेज न हो इसलिए इसके लिए आप सिलिकॉन का कवर खरीदें। 

प्लास्टिक की बोतल टूटती नहीं है पर जल्दी ही खराब हो जाती है और इसे बार-बार बदलने की जरूरत पड़ती है। खरीदने से पहले आप पिचकी और चटकी हुई बोतल की जांच जरूर करें। यदि आपको प्लास्टिक में मौजूद केमिकल से संबंधित (विशेष रूप से बिस्फेनॉल – ए) कोई भी शंका है तो आप बीपीए-फ्री लेबल वाली बोतल खरीदें। 

शुरुआत में आप बेबी के लिए लगभग 120 मिलीलीटर कैपेसिटी की बोतल ले सकती हैं। फिर बच्चे की वृद्धि के साथ जैसे-जैसे उसकी भूख बढ़ेगी आप 250 मिलीलीटर कैपेसिटी की बोतल खरीदें। 

बोतल चुनने से संबंधित अन्य टिप्स

  • बच्चों के लिए फीडिंग बोतल भी उसी ब्रांड की खरीदें जिसका ब्रेस्ट पंप आपके पास है ताकि आप सीधे इसमें ही ब्रेस्ट मिल्क निकाल सकें।
  • चौड़े मुँह वाली बोतल खरीदें। इसे साफ करने में आसानी होती है।
  • आप डिस्पोजिबल लाइनर्स वाली बोतल भी चुन सकती हैं। इसमें दूध बोतल में नहीं लगता है और इसे साफ करना भी आसान है।
  • यदि बच्चा बार-बार कोलिक से पीड़ित होता है तो आप एंकल नेक वाली बोतल खरीदें। इसे बेबी के पेट में गैस बनना कम हो जाती है।
  • एक ऐसी बोतल खरीदें जो सिपर का काम भी करती है।

बेबी के लिए फीडिंग बॉटल का निप्पल चुनना

निप्पल्स विभिन्न प्रकार के मिलते हैं। बोतल चुनने के अनुसार ही निप्पल्स को भी सोच समझकर चुनना पड़ सकता है क्योंकि ये दोनों चीजें एक ही पैकेट में आती हैं। किसी भी मामले में फीडिंग बॉटल और निप्पल का एक ही ब्रांड का कॉम्बिनेशन खरीदना चाहिए क्योंकि इससे लीकेज होने की संभावना कम होती है। छोटे बच्चों के लिए फीडिंग बॉटल का निप्पल कैसे चुनें आइए जानें;

1. लैटेक्स बनाम सिलिकॉन

हाल ही में बनी माँ सबसे पहले बच्चे के लिए लैटेक्स और सिलिकॉन के निप्पल में से किसी एक को चुनती है। लैटेक्स निप्पल माँ के ब्रेस्ट की तरह ज्यादा होते हैं क्योंकि ये ज्यादा सॉफ्ट व फ्लेक्सिबल होते हैं। वहीं सिलिकॉन के निप्पल ज्यादा दिनों तक चलते हैं और इसमें छेद कम होता है व इसे संभाल कर रखने में आसानी इसलिए होती है क्योंकि इसे डिशवॉशर में धोया जा सकता है और यह गर्माहट में भी ज्यादा देर तक टिका रहता है। इससे बैक्टीरियल इन्फेक्शन भी कम होता है। 

2. निप्पल का साइज

यद्यपि निप्पल उम्र के अनुसार भी मिलते हैं पर आप इसकी जानकारी को एक मामूली गाइड की तरह उपयोग करें। जब आप बोतल को उल्टा करेंगी तो निप्पल में से दूध की बूंदें सीधे और एक जैसी टपकनी चाहिए। यदि निप्पल बहुत छोटा है तो इसका फ्लो बहुत धीमा होगा जिससे बेबी को दूध पीने में कठिनाई होगी और इससे वह थक भी जाएगा। बहुत बड़ा छेद होने की वजह से दूध बहुत ज्यादा फ्लो में बहेगा और इसके परिणामस्वरूप बच्चे को चोकिंग हो सकती है। जब आप बच्चे के लिए नए निप्पल का उपयोग करती हैं तो उसे हर समय ऑब्जर्व करें।

ज्यादातर निप्पल घंटी या डोम के शेप के होते हैं। आप अपने बेबी के लिए एक स्पेशल निप्पल ही लेना चाहती होंगी। बच्चे के लिए निप्पल खरीदने से संबंधित कुछ टिप्स यहाँ बताए गए हैं, आइए जानें;

  1. नेचुरल शेप वाले निप्पल का निचला हिस्सा चौड़ा होता है। जब बच्चा ब्रेस्टफीडिंग छोड़ कर बोतल से दूध पीना शुरू करता है तो ऐसा निप्पल सही रहता है क्योंकि इसका शेप ब्रेस्ट की तरह होता है।
  2. यदि बच्चे के दांत निकल रहे हैं तो उसके लिए ऑर्थोडॉन्टिक निप्पल सही हैं। यह साइड से फ्लैट होते हैं जिससे जीभ को सपोर्ट मिलता है।
  3. वेंटेड निप्पल थोड़े महंगे होते हैं पर ये अच्छी क्वालिटी के भी होते हैं। इनका छेद छोटा होता है ताकि वैक्यूम न बने और दूध के फ्लो में आसानी हो सके। यह विशेषकर कोलिक और गैस से बचने के लिए होता है।

यह भी पढ़ें:

शिशु को बोतल से दूध कैसे पिलाएं
बच्चों को बोतल से दूध पिलाना – फायदे और साइड इफेक्ट्स
बच्चे को बोतल से दूध पिलाने के दौरान होने वाली समस्या और समाधान

सुरक्षा कटियार

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