छोटे बच्चों और टॉडलर में मुड़े हुए पैरों की समस्या

छोटे बच्चों और टॉडलर में मुड़े हुए पैरों की समस्या

जब शिशु खड़े होना और चलना शुरू करते हैं, तो यह उनके डेवलपमेंट का एक माइलस्टोन होता है। हालांकि कभी-कभी बच्चों में बोड लेग्स या नॉक्ड घुटनों (बोड लेग्स का उल्टा) की समस्या होती है। अगर आपके बच्चे में यह हेल्थ प्रॉब्लम दिखती है, तो यहां पर बच्चों के पैरों के झुके या मुड़े होने जिसे टेढ़ी टांगें भी कह सकते हैं, के बारे में हर वह जानकारी दी गई है, जो आपको पता होनी चाहिए। 

बोड लेग्स (पैरों का मुड़ा होना) का मतलब क्या होता है?

शिशुओं में बोड लेग्स एक ऐसी स्थिति है, जिसमें उनके पैर और एड़ियां छूती हैं, लेकिन उनके घुटने नहीं छूते हैं। जब बच्चा खड़े होने की कोशिश करता है, तब यह दिखने लगता है। 

क्या छोटे बच्चों में बोड लेग्स सामान्य है?

बच्चों में बोड लेग्स बिल्कुल सामान्य है, विशेषकर जब वे चलना सीख रहे हों। लेकिन, समय के साथ यह चिंता का एक कारण बन सकता है। ज्यादातर बच्चों के बोड लेग्स गर्भावस्था के दौरान उनकी पोजीशन के कारण होते हैं। लेकिन समय के साथ ये अपने आप ठीक हो जाते हैं। जब बच्चे के पैरों की मांसपेशियों का बेहतर विकास होने लगता है और वह खड़े होना और चलना सीखने लगते हैं, तो उनके पैर सीधे हो जाते हैं। 

शिशुओं में बोड लेग्स के लक्षण

बच्चों में मुड़े हुए पैरों को आसानी से पहचाना जा सकता है। टॉडलर हुड के बाद भी (बड़े होने के बाद भी) जब आपके बच्चे के पैर सीधे न हों, तो यह चिंता का एक विषय हो सकता है। 

शिशुओं में बोड लेग्स के लक्षण इस प्रकार हैं:

  • चलने में असुविधा (जैसे; सीधा या सामने की ओर नहीं)। उनके पैरों की उंगलियां या तो अंदर की ओर होती हैं या बाहर की ओर होती हैं। चलने या दौड़ने के दौरान उनके पैर सीधे होने के बजाय, अंदर की ओर हो सकते हैं या फिर उनका घुमाव बाहर की ओर हो सकता है। 
  • एक्टिविटी में तालमेल की कमी
  • मध्यम स्तर का दर्द या तकलीफ होना

कारण

जैसा कि ऊपर बताया गया है, गर्भ में रहने के दौरान बच्चों की जो पोजीशन होती है, उसके कारण बच्चों में पैरों का मुड़ा होना सामान्य होता है। उनके पैरों को सीधा होने का समय नहीं मिलता है। बच्चों में बोड लेग्स के अन्य कारण नीचे दिए गए हैं: 

1. फिजियोलॉजिकल जेन्यू वरुम

यह बच्चों में टेढ़े पैरों की सामान्य स्थिति का एक प्रकार है। इसके कारण कुछ बच्चों में अन्य बच्चों की तुलना में पैर अधिक मुड़े होते हैं। यह सिमिट्रिकल और दर्द रहित झुकाव होता है और सामान्य विकास के दौरान यह स्थिति इलाज के बिना अपने आप ही ठीक हो जाती है। 

2. ब्लाउंट्स डिजीज

ब्लाउंट डिजीज एक ऐसी बीमारी है, जिसके कारण टीबिया (शिन बोन) का असामान्य विकास देखा जाता है। 

3. रिकेट्स

यह एक मेटाबॉलिक डिसऑर्डर है, जो कि बच्चों में विकास को प्रभावित करता है। 

4. बोन डिस्प्लेसिया

यह एक असामान्य वंशानुगत स्थिति है, जिसमें हड्डियों और जोड़ों का विकास असामान्य रूप से होता है। 

5. विटामिन ‘डी’ की कमी

विटामिन ‘डी’ की कमी से बच्चों के पैर कमजोर हो सकते हैं, जिसके कारण उनमें झुकाव पैदा हो सकता है। 

6. बोइंग फ्रैक्चर

यह किसी इंजरी के नतीजे के रूप में हो सकता है। जब हड्डी झुक जाती है, पर टूटती नहीं है और इसके कारण दर्द और सूजन हो जाती है। 

7. लेड या फ्लोराइड पॉइजनिंग 

यह एक बहुत ही दुर्लभ प्रक्रिया है, जिसमें शरीर में मौजूद लेड या फ्लोराइड हड्डी के टिशू में जहर फैला देते हैं, जिससे हड्डी में अन-मिनरलाइज्ड मटेरियल ज्यादा बनने लगता है और समय के साथ वह कमजोर होने लगती है, जिसके कारण झुकाव पैदा हो जाता है। 

कारण

छोटे बच्चों में बोड लेग्स खतरे के क्या कारण होते हैं? 

छोटे और बड़े बच्चों में अक्सर ब्लाउंट्स डिजीज के कारण पैरों का झुकाव देखा जाता है। ब्लाउंट्स डिजीज उन बच्चों में आम होती है जो:

  • मोटापे के शिकार होते हैं
  • कम उम्र में चलना शुरू कर देते हैं
  • जिनके परिवार में बोड लेग्स का इतिहास होता है

यह स्थिति कितने लंबे समय तक रहती है?

आमतौर पर बोड लेग्स की समस्या बच्चे के चलने की शुरुआत के बाद 24 महीनों तक रहती है और आम तौर पर 3 साल की उम्र तक यह ठीक हो जाती है। लेकिन अगर आपके बच्चे के पैरों की बनावट अधिक असामान्य है, तो अपनी अगली अपॉइंटमेंट में आपको अपने बेबी के पेडिअट्रिशन से इसके बारे में बात करनी चाहिए। 

छोटे बच्चों में बोड लेग्स की पहचान

आपके डॉक्टर पैर के घुमाव की गंभीरता को देखने के लिए, एक जांच करेंगे। फिर वह आपके बच्चे की मेडिकल हिस्ट्री देखेंगे और कारण का पता लगाने के लिए कुछ टेस्ट करेंगे। 

ज्यादातर मामलों में इसकी पहचान निम्नलिखित तरीके से की जाती है: 

1. शारीरिक जांच

डॉक्टर आपके बच्चे की शारीरिक जांच करेंगे और पैर के झुकाव को देखकर मामले की गंभीरता को समझने की कोशिश करेंगे। 

2. ब्लड टेस्ट

विटामिन ‘डी’ की कमी का पता लगाने के लिए ब्लड टेस्ट किए जाएंगे। 

3. एक्स-रे

ब्लाउंट्स डिजीज का पता लगाने के लिए एक्स-रे किया जा सकता है। 

4. अन्य टेस्ट

डॉक्टर पैरों को प्रभावित करने वाली, रिकेट्स जैसी अन्य बीमारियों का पता लगाने की कोशिश करेंगे। 

बोड लेग्स के लिए इलाज

बोड लेग्स का इलाज शायद ही किया जाता है, विशेषकर बच्चों में। गंभीर रूप से मुड़े हुए पैरों को सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है। लेकिन, यह बच्चे के बड़े होने के बाद ही किया जा सकता है। पहले ब्रेसेस और अन्य करेक्टिव जूतों का इस्तेमाल किया जाता था, जिनकी सलाह अब नहीं दी जाती है। 

1. सर्जरी रहित इलाज के विकल्प

  • बोड लेग्स से ग्रस्त ज्यादातर बच्चों के मामलों में डॉक्टर हर 6 महीने में उनकी जांच करते हैं, जब तक समस्या अपने आप ठीक नहीं हो जाती। 
  • नियमित फॉलोअप के लिए एक विशेषज्ञ से परामर्श लें और गेट अबनॉर्मलिटीज, नी ज्वाइंट इंस्टेबिलिटी, मेनिस्कल टियर्स और डिजनरेटिव ज्वाइंट डिजीज जैसी जटिलताओं से बचें। 

2. इलाज के सर्जिकल विकल्प

  • गाइडेड ग्रोथ सर्जरी: 8 की आकृति के एक अनोखे उपकरण से इस असमानता को धीरे-धीरे ठीक करने में मदद मिलती है। प्लेट और हड्डी में स्क्रू लगे होते हैं, जो कि ग्रोथ प्लेट पर कंप्रेशन को कम करने में और लचीलेपन को बढ़ाने में मदद करते हैं।  ग्रोथ प्लेट हड्डी के एक तरफ से असामान्य विकास को रोकने में मदद करती है, जिससे हड्डी धीरे-धीरे अपनी सही जगह पर आ जाती है।
  • टिबियल ओस्टियोटोमी: ऐसे मामलों में, घुटने के ठीक नीचे एक कट के माध्यम से शिन बोन की सर्जरी की जाती है और शिन बोन के अलाइनमेंट को सुधारने के लिए उसे फिर से आकार दिया जाता है। रिकवरी की प्रक्रिया के दौरान, हड्डी को स्क्रू या एक प्रकार के प्लेट के द्वारा फिर से उसकी जगह पर रख दिया जाता है।

बोड लेग्स का इलाज न करने पर क्या होता है?

अगर बोड लेग्स का इलाज न किया जाए, तो इससे भविष्य में जटिलताएं पैदा हो सकती हैं, जो कि नीचे दी गई हैं: 

  • अर्थराइटिस
  • घुटनों और कूल्हों पर दबाव
  • हड्डियों और जोड़ों में समस्याएं
  • चलने में परेशानी

स्थिति चिंताजनक कब हो सकती है? 

अगर आपके बच्चे के पैर 3 साल की उम्र के बाद भी झुके हुए रह जाते हैं, तो आपको एक विशेषज्ञ से परामर्श लेने की जरूरत पड़ सकती है। साथ ही आपको निम्नलिखित लक्षण भी देखने चाहिए:

  • चलने में कठिनाई
  • उच्च स्तर की एक्टिविटी में समस्या, जैसे कि दौड़ते समय
  • सीधे खड़े होने में अक्षमता
  • मांसपेशियों और हड्डियों से संबंधित समस्या

बोड लेग्स से ग्रस्त बच्चों की देखभाल के लिए टिप्स 

अगर आपके बच्चे में बोड लेग्स की समस्या है, तो यहां पर कुछ बातें बताई गई हैं, जिन्हें आपको अपनाना चाहिए: 

1. रिसर्च करें

इस स्थिति के बारे में ऑनलाइन पढ़ें और समझें कि आपके बच्चे को क्या प्रभावित कर रहा है और आप उसे सहयोग कैसे कर सकती हैं। 

2. सही जूते खरीदें 

अपने बच्चे को सही जूते देकर, आप बोड लेग्स को मैनेज करने में उसकी मदद कर सकती हैं। 

3. सही भोजन खिलाएं 

विटामिन ‘डी’ की कमी से बच्चे में बोड लेग्स की समस्या को बढ़ावा मिल सकता है। इसका ध्यान रखकर और विटामिन ‘डी’ युक्त उचित और पौष्टिक आहार देकर, पैरों को सीधा करने में आप उसकी मदद कर सकती हैं।  

4. डॉक्टर की अपॉइंटमेंट को मिस न करें

अपने बच्चे को विशेषज्ञ के पास लेकर जाएं और कोई भी अपॉइंटमेंट मिस न करें। 

5. पॉजिटिव बोलें

बच्चे की समस्या के बारे में नकारात्मक बातें नाकरें और उसे भावनात्मक सहयोग और स्थिरता प्रदान करें। 

6. बच्चे को योग सिखाएं

अपने बच्चे को हर दिन कुछ बेसिक योगासन करने दें। 

7. वजन नियंत्रण पर ध्यान दें

अगर आपके बच्चे का वजन उसके बोड लेग्स की समस्या को बिगाड़ रहा है, तो उसके वजन को नियंत्रित करने के लिए उचित कदम उठाएं। 

आमतौर पर बोड लेग्स 2 साल की उम्र तक ठीक हो जाते हैं। ऐसी स्थिति में, सर्जरी की जरूरत होना बहुत ही दुर्लभ है। 

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