बच्चे की देखभाल करना पेरेंट्स की सबसे बड़ी जिम्मेदारी होती है, वो खुश रहें हसते रहें इसके लिए आपको बहुत सारी कोशिश करनी पड़ती है। अगर अब आपका बच्चा 6 महीने या उससे ज्यादा उम्र का हो गया है, तो उसके मनोरंजन के आप नए-नए तरीकों की तलाश कर रही होंगी, है न? हालांकि ऐसे बहुत सारे खिलौने और चीजें मौजूद हैं जिससे बच्चों को व्यस्त रखा जा सकता लेकिन वो इससे जल्दी बोर हो जाते हैं। यहाँ कुछ टिप्स दी गई हैं जो आपको अपने बच्चे को इंगेज रखने और लंबे समय तक उसे एंटरटेन करने में मदद करेंगी।
जहां बच्चे अपने सामने आने वाली चीजों से कुछ समय तक खुद को व्यस्त और खुश रख लेते हैं, वहीं वे इससे जल्दी ही ऊब भी जाते हैं। शुक्र है, कुछ तरीके हैं जो अंत में उन्हें व्यस्त रखने और घंटों तक मनोरंजन करने में आपकी मदद कर सकते हैं।
बच्चों को खेलने के लिए अलग अलग चीजों की जरूरत होती है। आप उसके सामने फैंसी खिलौने या ब्लॉक रख सकती हैं या रसोई से कुछ प्लेट इकट्ठा करें, अलमारी से कुछ पुरानी चीजें निकाल लें, प्लास्टिक के कंटेनर ले, ये सभी चीजें अपने बच्चे के आसपास रख दें, लेकिन ये चीजें तभी इस्तेमाल करें जब आपको इनकी जरूरत न हो। अब आप बेबी के साथ मिलकर एक के ऊपर एक चीजों को रखकर टावर बनाएं, इसके बाद बच्चा अपने तरीके से इनसे खेलने करने का प्रयास करेगा।
जैसे-जैसे बच्चे बड़े होने लगते हैं, वे अपने आसपास के लोगों से बात करने और संवाद करने का प्रयास करने लगते हैं। कुछ बच्चे काफी बातूनी होते हैं, जबकि कुछ अन्य को ऐसा करने के लिए थोड़े प्रोत्साहन की जरूरत होती है। यदि आप नोटिस करती हैं कि आपका शिशु बोर हो रहा है, तो उससे बात करना शुरू करें और उससे पूछे कि उसके आसपास क्या हो कर रहा है। उसे शब्द बनाने दें, उसे हाथों को आपस में मिलाकर ताली बजाने की कोशिश करने दें यहाँ तक कि एक्साइटमेंट में उसे चीखने और चिल्लाने भी दें। वह जितना ज्यादा एक्सप्रेसिव होगा, उतना ही उसे दूसरों से बात करने में मजा आने लगेगा।
हमारी आदत होती है कि हम अपने आसपास की बहुत सी चीजों को हल्के में लेते हैं। लेकिन अगर आप इसे बच्चे की आँखों से देखें तो यह उसके लिए एक नई दुनिया है और उसके लिए हर चीज नई है। उदाहरण के लिए एक लाइट स्विच ही लें। आपके लिए बटन ऑन करते ही बल्ब जल जाना बहुत कॉमन बात होगी, लेकिन बच्चे के लिए यह किसी मैजिक से कम नहीं है। इसलिए अपने बेबी को इस तरह की और भी नई नई चीजों से परिचित कराएं। आप जितना ज्यादा उसे खुद भी चीजों को देखकर हैरान होने का दिखावा करेंगी, उतना ही उसे अपनी भावनाएं आपसे शेयर करने में आसानी होगी। इसी तरह दरवाजे की घंटी भी एक मजेदार चीज हो सकती जिसे बच्चा एन्जॉय करेगा। वह सोचेगा कि यह आवाज कहाँ से आ रही है उसे ट्रैक करने की कोशिश करेगा।
3 महीने के बच्चे का मनोरंजन करना थोड़ा मुश्किल होता है, क्योंकि वह अपने आसपास हो रही कई चीजों को आसानी से समझ नहीं पाता है। लेकिन इस उम्र में बच्चे उन लोगों के एक्सप्रेशन को अच्छी तरह समझते हैं, जो लोग उनके करीब होते हैं या जिन्हें वो अच्छे से जानते हैं। यही कारण है कि वे अजीब या नई चीजों को देखकर हंसने लगते हैं और इसे एन्जॉय करते हैं, क्योंकि वो उनके लिए बहुत फनी होता है। आप बच्चे को एंटरटेन करने के लिए अजीब-अजीब आवाजें निकालें और मुंह बनाएं। इस प्रकार बच्चे का समय आपके साथ अच्छा बीतेगा और वह चाहेगा कि आप एक ही एक्शन को बार-बार करती रहें।
इस स्टेज में बच्चे की सुनने की क्षमता सबसे मजबूत होती है। यहाँ तक कि थोड़ी सी भी आवाज होने पर वह इधर-उधर देखने लगता है और अलग तरह से व्यवहार करने लगता है व रिएक्ट भी करता है। कभी-कभी, किसी विशेष आवाज की वजह बच्चा हंसने लगता है या कम्यूनिकेट करने के लिए खुद भी चीखता और चिल्लाता है। प्लास्टिक और स्टील के बर्तनों सहित अलग-अलग चीजों की आवाज उसे सुनाएं। आप वेफर्स के बॉक्स को भी खिलौने में बदल सकती हैं जिससे जब वो इसके साथ खेले तो होने वाली आवाज सुनकर उसे इसमें मजा आए।
जैसे ही बच्चा घर में चारों ओर क्रॉल करना शुरू करे, तो आप उसे चलते रहने के लिए प्रोत्साहित करें। बच्चे को जो खिलौने पसंद हों उन्हें इस्तेमाल करें व उससे कुछ दूरी पर इन्हें रखें और उसे खुद इन्हें एक्सप्लोर करते हुए देखें। कोशिश करें कि बच्चों के लिए सॉफ्ट टॉयज उपयोग किया जाए, क्योंकि यह उनके लिए ज्यादा सुरक्षित होता है साथ ही इसमें एक डोरी बांध दें। ताकि बच्चा जहाँ-जहाँ भी जाए खिलौना साथ में मूव करे। इससे बच्चे को लगता है कि वो उसका दोस्त है जो उसके साथ साथ क्रॉल कर रहा है।
ज्यादातर समय, आपके बच्चे का मनोरंजन उसके साथ आपकी बातचीत से होता है। हालांकि अभी वो आपकी बातों को समझने में सक्षम नहीं होता है या जब आप उसे टीवी पर क्या दिखाया जा रहा है बताती हैं, या उसे पढ़कर सुनाती हैं, तो भले ही वो न समझ पाए लेकिन वो आपको ध्यान से सुनता है और एक ही पैटर्न को दोहराने पर इसे खुद भी पिक करता है। ऐसी किताबें खरीदने की कोशिश करें जिनमें बड़ी और कलरफुल तस्वीरें हों जिन्हें बच्चा देखने के लिए एक्साइटमेंट दिखाए। अपनी गोद में बेबी को बिठाएं और उसे स्टोरी पढ़ कर सुनाएं। वह पूरी तरह से इसमें खो जाएगा।
बच्चों के सुनने की क्षमता विकसित होने से वे म्यूजिक के प्रति काफी सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हैं। ह्यूमन बॉडी रिदम को पहचानने का सेंस पैदा करती हैं। कोई अच्छी बीट वाला पॉपुलर गाना बजाएं, आप खुद नोटिस करेंगी कि म्यूजिक बजते ही बच्चा एक्साइटेड हो जाएगा झूमने लगेगा। अपने बच्चे के कंधे को पकड़ें उसे आईने के सामने ले जाएं और साथ में डांस करें, इसके बाद बच्चे के चेहरे पर आई खुशी और मुस्कुराहट देखने लायक होगी। म्यूजिक बजने पर ताली भी बजाएं और फिर बच्चा भी आपकी नकल करने की कोशिश करेगा।
अगर बच्चे को एंटरटेन करने का कोई भी तरीका काम न आ रहा हो, तो उसके साथ ‘लुका-छिपी’ का खेल खेलें, यह तरीका कभी भी फ्लॉप नहीं गया है । किसी चीज या लोगों का गायब होना और सामने आना देखकर बच्चे बहुत एक्साइटेड हो जाते हैं। आप इसे अपने बेबी के साथ भी आजमाएं। कुछ देर के लिए छिप जाएं और फिर उसके सामने आ जाएं, आप ऐसे ही उसके खिलौनों के साथ भी कर सकती हैं। इस खेल में बच्चे बहुत एन्जॉय करते हैं।
यदि आप थोड़ा रेस्ट करना चाहती हैं लेकिन साथ ही बच्चे का मनोरंजन भी करना है, तो साबुन का पानी बनाएं और बुलबुले उड़ाने के लिए मुड़ी हुई वायर या स्ट्रॉ का उपयोग करें। बुलबुले को हवा में और उसके चारों ओर उड़ने हुए देखना बच्चे का मनोरंजन करता रहेगा और वो इसे पकड़ने की कोशिश करता रहेंगा। इस प्रकार आपको ज्यादा प्रयास नहीं करना पड़ेगा और बच्चा एन्जॉय भी करेगा।
बच्चों का मनोरंजन करने का तरीका खोजना इतना मुश्किल नहीं है। आप ऊपर बताई कुछ टिप्स आजमा सकती हैं ताकि बच्चा एंटरटेन तो होगा ही साथ में यह एक्टिविटी उसकी ग्रोथ और डेवलपमेंट में भी मदद करेगी। इन ट्रिक्स को आजमाएं और अपने बच्चे को एक्साइटेड होते हुए देखें!
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