बड़े बच्चे (5-8 वर्ष)

चाइल्ड इंश्योरेंस – हर जरूरी जानकारी

जब आप माता-पिता बनते हैं, तो बच्चे की परवरिश के साथ आने वाली जिम्मेदारियों का एहसास आपको कुछ समय बाद होता है। आपका बच्चा जैसे-जैसे बढ़ता है, उसकी जरूरतें वैसे-वैसे बदलती जाती हैं और जरूरतों के साथ-साथ उनकी मांगे भी बदलती हैं, जिन्हें पूरा करने में आप सक्षम होना चाहेंगे। बच्चे के सपनों को पूरा करने के लिए, उसे सबसे बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए और अपने बच्चे को फाइनेंशली सुरक्षित बनाने में सक्षम होने के लिए, आपको एक ऐसे प्लान की जरूरत होगी, जिससे आपके ये सभी लक्ष्य पूरे हो सकें और इसके लिए चाइल्ड इंश्योरेंस से बेहतर और क्या हो सकता है। चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान को अक्सर अलग नजरिए से देखा जाता है, लेकिन अगर आप अपने बच्चे को आर्थिक रूप से एक सुरक्षित भविष्य देना चाहते हैं, तो शुरुआत के लिए यह जगह बहुत अच्छी है। इस लेख में हम बच्चों के लिए इंश्योरेंस प्लान के बारे में हर जरूरी जानकारी लेकर आए हैं और साथ ही कुछ टिप्स भी लाए हैं, जिनसे आपको अपने लिए सबसे बेहतर इंश्योरेंस प्लान चुनने में मदद मिलेगी। 

बच्चों के लिए इंश्योरेंस प्लान क्या होते हैं?

भारत में चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान ऐसी योजना होती है, जिसके द्वारा इन्वेस्टमेंट के साथ-साथ बच्चे के भविष्य को भी सुरक्षित किया जा सकता है। एक अच्छे चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान में इन्वेस्ट करने से, आपके बच्चे का फाइनेंशियल फ्यूचर सुरक्षित हो सकता है और उसे ऐसे साधन मिल सकते हैं, जिनसे उसके आगे का मार्ग आसानी से खुल सकता है, उदाहरण के लिए, सबसे बेहतर शिक्षा। दुर्भाग्यवश, अगर आपके साथ कोई दुर्घटना घट जाती है, तो चाइल्ड इंश्योरेंस होने से आपके बच्चे को फाइनेंशियल सुरक्षा मिलती है। 

बच्चों के लिए इंश्योरेंस की जरूरत क्यों होती है?

भारत में महंगी होती जा रही शिक्षा को देखकर पेरेंट्स का चिंतित होना स्वाभाविक है। हां, सभी पेरेंट्स अपने बच्चे के भविष्य के लिए बचत करते हैं, पर मौजूदा स्थिति में, आपकी मंथली सेविंग अकेले, आपके बच्चे को अच्छी उच्च शिक्षा देने में और किसी दुर्घटना की स्थिति में आपके परिवार को फाइनेंशली सुरक्षित रखने के लिए पर्याप्त नहीं होगी। इस उद्देश्य के लिए, एक चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान जरूरी है। हालांकि, यह तो केवल ट्रेलर है, एक चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान से आपको कई तरह के फायदे मिल सकते हैं। आइए इनमें से कुछ पर नजर डालते हैं: 

1. बच्चे की शिक्षा के लिए फंडिंग

बच्चों को इसका अहसास नहीं होता है, लेकिन शुरुआत से ही उनके पेरेंट्स की सेविंग का एक बहुत बड़ा हिस्सा, बच्चों की शिक्षा में जाता है। इन दिनों, एक अच्छे स्कूल की फीस देने में सक्षम होना पेरेंट्स के लिए एक चुनौती बन गई है, तो उच्च शिक्षा की कीमत की बात ही क्या करें। अपने बच्चे को भारत में या विदेश के किसी अच्छे इंस्टीट्यूट में डालना बहुत ही खर्चीला होता है, जिससे आपकी सेविंग बहुत खाली हो जाती है या फिर खत्म भी हो जाती है, जो कि एक अच्छा आईडिया नहीं है। एक अच्छा चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान आपको अच्छी शिक्षा के खर्चे उठाने में मदद कर सकता है। 

2. आपकी अनुपस्थिति में आर्थिक सुरक्षा देना

मृत्यु जितनी अनचाही होती है, उतनी ही अनियोजित भी होती है और आकस्मिक मृत्यु के मामलों में, आप यह बिल्कुल भी नहीं चाहेंगे, कि इस दुनिया में आपका बच्चा बिना किसी सपोर्ट के रहे। चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान आपके जाने के बाद भी, आपके बच्चे की फाइनेंशियल जरूरतों को पूरा कर सकता है और बच्चे को आपकी गैर मौजूदगी में भी आपकी उपस्थिति का एहसास होता है। यह सुनिश्चित करता है, कि पेरेंट्स की अचानक मृत्यु होने पर तुरंत एक राशि मिलती है (द अश्योर्ड डेथ सम) और कई बार प्लान भी मैच्योरिटी तक चलता रहता है। कुछ प्लान ऐसे भी होते हैं जिनमें अचानक होने वाली मृत्यु के मामले में, फ्यूचर प्रीमियम भी माफ हो जाते हैं। साथ ही कुछ प्लान ऐसे बनाए गए हैं जो आपके परिवार को एक लाइफ कवर भी देते हैं, जिससे फाइनेंशियल सुरक्षा सुनिश्चित हो जाती है। 

3. आपके बच्चे और परिवार को लाइफ कवर देना

चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान के साथ, आप अपने बच्चे और अपने परिवार के भविष्य को सुरक्षित कर सकते हैं। एक इंश्योरेंस प्लान, जो आपकी मृत्यु होने पर नॉमिनी (आपका बच्चा या आपके परिवार का कोई सदस्य) को एक एकमुश्त राशि देने की गारंटी देती है, एक बेहतरीन (और जरूरी) इन्वेस्टमेंट है। ऐसी योजनाओं के साथ आप अपने परिवार की फाइनेंशियल सुरक्षा को लेकर निश्चिंत रह सकते हैं। 

4. पेआउट बेनिफिट

कई चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान, वार्षिक पेआउट बेनिफिट ऑफर करते हैं, जिन्हें आप अंतरिम माइलस्टोन के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। आपको केवल अपने लिए जरूरी भुगतान की संख्याओं और अपनी जरूरत के समय को कैलकुलेट करना है। उदाहरण के लिए, अगर आप ऐसी पॉलिसी चुनते हैं, जो 10-15 साल की हो और उसमें दो वार्षिक भुगतान हों, तो आपको 14 वर्ष के अंत और मैच्योरिटी पर, निश्चित वार्षिक भुगतान मिलेगा। विभिन्न योजनाओं के विभिन्न भुगतान कार्यकाल होते हैं। भुगतान की संख्या चुनते समय, आपको अपने बच्चे की उम्र के साथ-साथ इस बात पर विचार करना चाहिए, कि आपको पैसों की जरूरत कब पड़ सकती है (उदाहरण के लिए ग्रेजुएशन के समय या कॉलेज के समय आदि) और इसी के अनुसार योजना बनानी चाहिए। 

बच्चों के लिए विभिन्न प्रकार के इंश्योरेंस प्लान

आज इंश्योरेंस कंपनियां विभिन्न प्रकार के इंश्योरेंस प्लान ऑफर करती हैं, जिन्हें आपकी जरूरतों के अनुसार कस्टमाइज किया जा सकता है। यहां पर कुछ प्रकार के चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान दिए गए हैं, जिनमें से किसी को आप चुन सकते हैं: 

1. सिंगल प्रीमियम प्लान

जैसा कि नाम से पता चलता है, इस प्लान में प्रीमियम राशि को एकमुश्त भरा जाता है। यह प्लान उन पेरेंट्स के लिए एक अच्छा विकल्प है, जो रिकरिंग पेमेंट की जिम्मेदारी नहीं लेना चाहते हैं। इस प्लान का फायदा यह है, कि एकमुश्त राशि मिलने के कारण, कुछ इंश्योरेंस प्रोवाइडर डिस्काउंट देते हैं या प्रीमियम राशि को घटा देते हैं। 

2. रेगुलर प्रीमियम प्लान

रेगुलर प्रीमियम प्लान, प्रीमियम के भुगतान के मामले में काफी फ्लेक्सिबल होते हैं। ज्यादातर इंश्योरेंस कंपनियां प्रीमियम के भुगतान के लिए कई तरह के विकल्पों का ऑफर देती हैं, वार्षिक, अर्द्धवार्षिक या तिमाही। 

3. यूनिट-लिंक्ड प्लान (यूएलआईपी)

यूएलआईपी में एक ही प्लान में इंश्योरेंस और इन्वेस्टमेंट दोनों ही मिलता है और यही बात इसे अनोखा बनाती है। इस प्लान में प्रीमियम की राशि को विभाजित करके, इंश्योरेंस के इच्छुक व्यक्ति की सहमति से, डैट फंड और इक्विटी में इन्वेस्ट किया जाता है। हालांकि इक्विटी मार्केट में निवेश करने का खतरा बहुत अधिक होता है, लेकिन ऊंचे रिटर्न मिलने की संभावना भी होती है। कुछ प्लान यूनिट-लिंक्ड प्लान होते हैं, जो कि मार्केट लिंक्ड इन्वेस्टमेंट के द्वारा आपके बच्चे के लिए एक संग्रह बनाने में मदद कर सकते हैं। भविष्य की किसी अनजानी दुर्घटना के मामले में आपके बच्चे को सुरक्षा और लाइफ कवर का अतिरिक्त फायदा भी देने वाले प्लान मार्केट में हैं। 

4. चाइल्ड एंडोमेंट प्लान

इस प्लान में, प्रीमियम राशि डैट इंस्ट्रूमेंट्स में इन्वेस्ट की जाती है, लेकिन इस राशि को कहां इन्वेस्ट किया जाएगा, इसका निर्णय इंश्योरेंस प्रोवाइडर लेता है। डैट इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश के बड़े रिटर्न नहीं मिलते हैं, लेकिन इक्विटी इन्वेस्टमेंट की तुलना में आमतौर पर इन्हें सुरक्षित माना जाता है। 

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

1. बच्चे के लिए एक इंश्योरेंस प्लान कब लेना चाहिए?

जब चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान की बात आती है, तो इसे जितनी जल्दी चाहें, उतनी जल्दी शुरू किया जा सकता है। बात इतनी सी है, कि आप जितनी जल्दी शुरू करेंगे, उतना ही अच्छा होगा – आदर्श रूप से बच्चे के जन्म के समय ही। ज्यादातर चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान इस तरह से बने होते हैं, कि उनके फायदे मिलने तब शुरू होते हैं, जब बच्चा कानूनी रूप से वयस्क हो जाता है। आप जितनी देर से निवेश शुरू करेंगे, प्रीमियम उतने ही ऊंचे होंगे, जिनका प्रभाव आपके ओवरऑल खर्चों पर पड़ेगा। साथ ही आपको यह भी याद रखना चाहिए, कि आप जितनी जल्दी इन्वेस्ट करेंगे, आपके बच्चे को मैच्योरिटी पर उतनी ही अधिक राशि मिलेगी। 

2. क्या मुझे वास्तव में चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान लेने की जरूरत है?

हां, बिल्कुल है। बात बहुत ही सीधी है – शिक्षा और जीवन में बढ़ती हुई महंगाई पर विचार करें और सोचें, कि जब आप अपने बच्चे को सबसे अच्छे इंस्टीट्यूशन में डालना चाहेंगे – तब यह कितना महंगा होगा। हर साल एक निर्धारित प्रीमियम आपके बच्चे के सपनों को पूरा करने के लिए रास्ता तैयार कर सकता है। 

3. बच्चे के लिए सबसे अच्छा चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान कैसे लें?

चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान लेते समय, आपको अपने बच्चे के जरूरी पड़ाव को ध्यान में रखना चाहिए और उस समय के बारे में सोचना चाहिए, जब आपको लगता है, कि बच्चे को उनकी जरूरत होगी। चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान को चुनते समय उसके कार्यकाल पर विचार करें और उसे उस समय के साथ जोड़ें, जब आपको उस राशि की वास्तव में जरूरत पड़ सकती है। 

4. एक चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान के लिए किन डॉक्यूमेंट की जरूरत होती है?

एक चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान लेते समय आपको निम्नलिखित डाक्यूमेंट्स जमा कराने की जरूरत होगी: 

  • आपका आईडेंटिटी प्रूफ – आपके पैन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट आदि की एक कॉपी।
  • आपका एड्रेस प्रूफ – आपके पैन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, पासपोर्ट, इलेक्ट्रिसिटी बिल ऐसा कोई भी डॉक्यूमेंट जिसमें आपका पता लिखित हो, उसकी कॉपी।
  • एक ऐसा डॉक्यूमेंट, जो आप की जन्म तिथि को दर्शाए, जैसे आपका ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी कार्ड, पैन कार्ड आदि।
  • आपके बच्चे के जन्म की तिथि को दर्शाने वाले डॉक्यूमेंट, जैसे उसका बर्थ सर्टिफिकेट।
  • आपके और आपके बच्चे के पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ।

5. क्या ग्रैंड पेरेंट्स (दादा-दादी/नाना-नानी) अपने पोते-पोती या नाती-नातिन के लिए इंश्योरेंस प्लान में इन्वेस्ट कर सकते हैं?

हां, नाना-नानी या दादा-दादी अपने नाती-पोतों के लिए चाइल्ड प्लान में इन्वेस्ट कर सकते हैं। यहां तक, कि कानूनी अभिभावक भी कुछ निश्चित चाइल्ड प्लान खरीद सकते हैं। 

6. क्या इसमें मुझे टैक्स में फायदा मिलेगा?

हां, आपको इससे टैक्स में फायदा मिलेगा। इनकम टैक्स एक्ट 1961 की धारा 80सी के अनुसार, चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान के लिए भुगतान की गई प्रीमियम राशि आपकी कुल इनकम से काट ली जाती है, जिससे आपकी टैक्सेबल इनकम कम हो जाती है। साथ ही, इनकम टैक्स एक्ट की धारा 10(10)डी के अनुसार, मैच्योरिटी पर मिलने वाली एकमुश्त राशि, सर्वाइवल बेनिफिट के कारण टैक्स फ्री होती है, हालांकि इस पर टर्म्स और कंडीशन लागू होते हैं। 

सावधानी

चाइल्ड पॉलिसी खरीदने और किसी भी डॉक्यूमेंट पर दस्तखत करने से पहले, सभी टर्म्स और कंडीशन को सावधानी से पढ़ें। इस बात का ध्यान रखें, कि आप जहां भी इन्वेस्ट कर रहे हैं, वहां आपको अधिक से अधिक फायदा मिले। चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान के बारे में सही जानकारी न होने से, आपको हर चीज पर संशय हो सकता है। लेकिन, एक विश्वसनीय इंश्योरेंस एजेंट से मिलने वाली सही जानकारी और उचित मार्गदर्शन के साथ, आप अपने बच्चे के लिए सबसे बेहतरीन इंश्योरेंस प्लान खरीद सकते हैं।

जल्दी ही आपका बच्चा बड़ा हो जाएगा और घर के सुरक्षित वातावरण से बाहर निकलने के लिए तैयार हो जाएगा और आप चाहेंगे, कि वह स्वतंत्र रहे और आत्मविश्वास से परिपूर्ण रहे, है ना! एक अच्छे चाइल्ड प्लान के साथ आप अपने बच्चे को, सबसे बेहतरीन शिक्षा दिला सकते हैं, शादी के लिए पैसे बचा सकते हैं और अपने बच्चे को इस दुनिया में एक बेहतरीन जीवन जीने के लिए आजाद छोड़ सकते हैं। 

पूजा ठाकुर

Recent Posts

मिट्टी के खिलौने की कहानी | Clay Toys Story In Hindi

इस कहानी में एक कुम्हार के बारे में बताया गया है, जो गांव में मिट्टी…

2 days ago

अकबर-बीरबल की कहानी: हरा घोड़ा | Akbar And Birbal Story: The Green Horse Story In Hindi

हमेशा की तरह बादशाह अकबर और बीरबल की यह कहानी भी मनोरंजन से भरी हुई…

2 days ago

ब्यूटी और बीस्ट की कहानी l The Story Of Beauty And The Beast In Hindi

ब्यूटी और बीस्ट एक फ्रेंच परी कथा है जो 18वीं शताब्दी में गैब्रिएल-सुजैन बारबोट डी…

2 days ago

गौरैया और घमंडी हाथी की कहानी | The Story Of Sparrow And Proud Elephant In Hindi

यह कहानी एक गौरैया चिड़िया और उसके पति की है, जो शांति से अपना जीवन…

1 week ago

गर्मी के मौसम पर निबंध (Essay On Summer Season In Hindi)

गर्मी का मौसम साल का सबसे गर्म मौसम होता है। बच्चों को ये मौसम बेहद…

1 week ago

दो लालची बिल्ली और बंदर की कहानी | The Two Cats And A Monkey Story In Hindi

दो लालची बिल्ली और एक बंदर की कहानी इस बारे में है कि दो लोगों…

2 weeks ago