क्या छोटे बच्चे के साथ फ्लाइट में सफर करने की बात सोचकर ही आपको घबराहट होने लगती है? इसमें कोई शक नहीं है कि ट्रैवलिंग के दौरान बच्चे अजीब व्यवहार करने लगते हैं पर आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। यदि आप अच्छी तरह से प्लान करती हैं तो आपके व बेबी के लिए सफर बहुत आसान हो जाएगा। यदि कुछ ही दिनों में आपको बच्चे को लेकर फ्लाइट में बैठना है और आप इससे जुड़ी बातों के बारे में सोच रही हैं तो हम आपको यही सलाह देंगे कि बेबी के साथ एयर ट्रैवल करने के टिप्स जानने के लिए यह आर्टिकल पूरा पढ़ें।
क्या आप जानती हैं कि बच्चे के साथ फ्लाइट में सफर करते समय आपको क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए? खैर बच्चे के साथ ट्रैवल करते समय कुछ चीजों की चेकलिस्ट यहाँ बताई गई है जिससे न सिर्फ एयर ट्रैवल के दौरान आपको आसानी होगी बल्कि ये चीजें आपकी व बच्चे की सुविधाओं को बढ़ा सकती हैं। वे कौन सी टिप्स हैं, आइए जानें;
बच्चे के साथ फ्लाइट में ट्रैवल प्लान करने से पहले आपको कुछ चीजों के बारे में जान लेना चाहिए। न्यूबॉर्न बेबी अपना ज्यादातर समय सोने में ही बिताते हैं इसलिए वे जल्दी ही सेटल हो जाते हैं। हालांकि थोड़े बड़े शिशुओं (2 – 4 महीने के) के खाने और सोने का समय निर्धारित नहीं होता है जिसकी वजह से आपको कठिनाई हो सकती है। इसलिए यदि आप फ्लाइट में सफर करने के बारे में सोच रही हैं तो बच्चे की आयु को भी ध्यान में रखें ताकि उसे आसानी से मैनेज किया जा सके।
इस बात का ध्यान रखें कि बच्चे के साथ सफर के लिए आप पर्याप्त मात्रा में डायपर, वाइप्स, बर्प क्लोथ्स, बच्चे के कपड़े और अन्य जरूरी सामान भी पैक करें। इसके अलावा फ्लाइट के दौरान आप बच्चे को गर्माहट देने के लिए एक छोटा ब्लैंकेट या एक स्वेटशर्ट भी पैक करें। चीजों को अच्छी तरह से पैक करें ताकि आपको किसी भी चीज की कमी न हो क्योंकि बच्चों को कभी भी किसी भी चीज की जरूरत पड़ सकती है।
आप अपने लिए पहले से ही विंडो सीट बुक कर लें। इससे बच्चे को दूध पिलाने के लिए आपको सिर्फ प्राइवेसी ही नहीं मिलेगी बल्कि आप ज्यादा सपोर्ट के लिए खिड़की के सहारे होकर भी बैठ सकती हैं और आराम कर सकती हैं। साथ ही आपको जितनी लाइट की जरूरत होगी आप उतनी ही लाइट का उपयोग कर सकती हैं क्योंकि खिड़की का शटर खोलने व बंद करने में आपको आसानी होगी। कुछ बच्चे खिड़की से बाहर देखते समय बहुत एन्जॉय करते हैं।
लैंडिंग और टेकऑफ के दौरान एयर प्रेशर में बदलाव के कारण जैसा बड़ों को महसूस होता है बिलकुल वैसा ही बच्चे भी महसूस करते हैं और इसकी वजह से बच्चा रो सकता है। हालांकि बच्चा बहुत तेज न रोए इसलिए आप उसे दूध पिलाने का प्रयास करें ताकि चूसने और निगलने की वजह से उसके कान में दर्द कम होगा।
हवाई जहाज से सफर करने का सबसे बड़ा फायदा यही है कि आपको ज्यादा देर तक ट्रैवल नहीं करना पड़ता है और यदि बच्चे का स्लीपिंग पैटर्न सेट है तो आप अपना सफर आसानी से पूरा कर सकती हैं। आप बच्चे के नैप के समय सफर करने का प्लान बनाएं। इस प्रकार से सफर के दौरान बच्चा ज्यादातर सोता रहेगा जिससे आपको कम कठिनाई होगी।
इसमें कोई शक नहीं है कि बच्चे बहुत ज्यादा डिमांडिंग होते हैं और सफर के दौरान उनकी लगातार देखभाल करनी होती है। ये सब चीजें आपको थका सकती हैं। इसलिए फ्लाइट में किसी के साथ ट्रैवल करें। सोचिए जरा बच्चे के साथ अकेले सफर करते समय आप टॉयलेट ब्रेक कैसे ले पाएंगी? थोड़ा मुश्किल है न? इसलिए आप किसी को साथ लेकर सफर करें ताकि आप भी रिलैक्स रहें।
यह आपको मजाक लगेगा पर मानें या न मानें आपको इसकी जरूरत पड़ेगी। सफर के दौरान बच्चे को पॉटी, सुस्सू आ सकती है और वह सामान्य से अधिक चीजों को फेक सकता है और कभी-कभी इससे आपके कपड़े भी खराब हो सकते हैं। यदि आप गंदे कपड़ों के साथ सफर कर सकती हैं तो अपने कपड़ों की पैकिंग न करें। हालांकि हम यही सलाह देंगे कि आपको अपने लिए भी कुछ कपड़े रखने चाहिए।
बच्चों के साथ हल्का-फुल्का सफर नहीं हो सकता है क्योंकि यदि बच्चा आपके साथ है तो सुविधा ही पहली प्राथमिकता है। इसलिए आप बच्चे का स्ट्रोलर, प्रैम, कार सीट या अन्य भारी चीजों का चेक इन भी कराएं और कई एयरलाइन्स इसके पैसे भी नहीं लेती हैं। यदि आप अपने साथ ट्रैवलिंग गियर भी लेना चाहती हैं तो आपको पहले बोर्ड करने के लिए एयरलाइन्स में मदद लेनी चाहिए।
यदि आपके बच्चे को खिलौनों से खेलना पसंद है तो एयर ट्रैवल के लिए आप उसके खिलौने भी पैक करें। इससे बच्चा सिर्फ एंटरटेन व खुश ही नहीं होगा बल्कि वह बहुत ज्यादा समस्याएं भी उत्पन्न कर सकेगा। हालांकि आप ऐसे टॉयज पैक न करें जिससे बहुत तेज आवाजें होती हैं क्योंकि इससे आपके पास में बैठे पैसेंजर को परेशानी हो सकती है। इसके अलावा आप कुछ टॉयज जरूर पैक करें क्योंकि बच्चे थोड़े अजीब होते हैं और वे खिलौनों को फ्लोर पर फेंक सकते हैं और आप अपने बच्चे को जर्म्स लगे हुए टॉयज नहीं देना चाहेंगी।
बच्चे के लिए ब्रेस्टफीडिंग के अनुभव से ज्यादा सुविधाजनक व आरामदायक कुछ नहीं है। इससे सिर्फ बच्चे का पेट ही नहीं भरता है बल्कि वह माँ के नजदीक रहता है जिससे सफर के दौरान उसे सुरक्षित महसूस होता है। इसलिए आप सुविधाजनक टॉप व ब्रा पहनें ताकि बच्चे को दूध पिलाने में आसानी हो सके। यदि बच्चा फॉर्मूला दूध पीता है तो आप पर्याप्त मात्रा में स्टेरेलाइज्ड बोतल और दूध बनाने के लिए गुनगुना पानी भी पैक करें। कभी-कभी एयरलाइन्स भी बच्चे के लिए गुनगुना पानी देती है पर हम आपको यही सलाह देंगे कि आप गुनगुना पानी भी पैक करें क्योंकि यह बच्चे के लिए हेल्दी और हाइजिनिक होगा। बच्चे के लिए पैसिफायर भी रख लें क्योंकि हो सकता है वह भूखा न हो पर उसे कुछ चूसने या चबाने के लिए चाहिए हो।
यहाँ पर कुछ टिप्स बताए गए हैं जिनकी मदद से आप बेबी के साथ फ्लाइट में आसानी से सफर कर सकती हैं। हालांकि यदि यह बहुत ज्यादा जरूरी नहीं है तो आप फ्लाइट में सफर करने का प्लान बाद में भी बना सकती हैं जब तक बच्चे की आयु लगभग 6 महीने की न हो जाए। ऐसा इसलिए है क्योंकि इस समय तक आपके बच्चे के सोने, खाने और टॉयलेट जाने का शेड्यूल बन चुका होता है जिसकी वजह से चीजें ऑर्गेनाइज्ड रहती हैं और बच्चा संभालने में आपको काफी हद तक आसानी हो सकती है। यद्यपि यदि आप इससे पहले सफर करना चाहती हैं तो आपको पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। डॉक्टर बच्चे का चेकअप करने के बाद सलाह देंगे और बताएंगे कि आप फ्लाइट में बच्चे को प्रभावी रूप से कैसे संभाल सकती हैं।
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