शिशु

शिशु को स्वस्थ रखने के लिए साफ-सफाई के कुछ टिप्स

बधाई हो! आपका नन्हा सा बेबी अब न्यूबॉर्न से आगे बढ़कर कुछ महीनों का हो चुका है। अब तक का समय आपने उसे अपनी बाहों में समेट कर बहुत ही प्यार से बिताया है। पर अब आप दोनों का ही एक नया सफर शुरू हो चुका है, उसके जीवन का सफर। जहाँ उसके रोज के रूटीन को लेकर, आपके मन में कई तरह के सवाल उठेंगे, उसे खाना कैसे खिलाएं, उसकी अच्छी नींद कैसे सुनिश्चित करें, कैसे पता करें कि वह अच्छे से बढ़ रहा है या नहीं और भी न जाने क्या-क्या। जब बारिश का मौसम शुरु होता है, तो शिशु के हाइजीन रूटीन को और भी सख्त करना पड़ता है। 

छोटे बच्चे की देखभाल कैसे करें?

आँखें

एक छोटा सा कॉटन बॉल लें और उसे गुनगुने पानी से गीला कर लें। दोनों आँखों को अंदरूनी कोनों से बाहरी किनारों तक धीरे से पोछें। दोनों आँखों के लिए अलग-अलग कॉटन बॉल्स का इस्तेमाल करें। अपने हाथों का इस्तेमाल न करें, क्योंकि आपका हाथ पूरी तरह साफ नहीं हो सकता और बच्चे की आँखों को तकलीफ हो सकती है। 

कान

मुलायम कॉटन बॉल का इस्तेमाल करके, बच्चे की कान के अंदर और बाहर की ओर पोंछें। कान के छेद में कुछ भी न डालें। ईयर बड्स का इस्तेमाल न करें, क्योंकि यह गंभीर रूप से हानिकारक हो सकता है। 

नाक

एक कॉटन बॉल को लंबाई में रोल करें। उसे सेलाइन सॉल्यूशन से गीला करें और धीरे से नाक में डालें। नाक के दोनों छेदों के लिए अलग-अलग रुई के फाहों का इस्तेमाल करें। 

चेहरा

हर कुछ घंटों में बच्चे के चेहरे को साफ करना एक अच्छी आदत है। चेहरा धोने के दौरान कान के पीछे और नाक के पास की जगह को सौम्यता से साफ करना चाहिए। इसके लिए आप मुलायम सूती कपड़े या बेबी वाइप्स का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। 

नाखून

जब बच्चा सो रहा हो, तब उसके नाखून काटने के लिए यह बिल्कुल सही समय है। इससे यह डर नहीं होता है, कि बच्चा हिलेगा या अपने हाथ हिला कर खुद को चोट पहुँचा लेगा। इसके लिए एक बेबी नेल कटर का इस्तेमाल करें, जिसका आकार छोटा होता है और किनारों की धार कम होती है। 

दाँत

बच्चे के दाँतो को साफ करें, खासकर हर बार खाना खाने के बाद। विशेष रुप से जब बच्चा सेमी-सॉलिड खाने की शुरुआत कर देता है, तब ऐसा करना अच्छा होता है। दाँत साफ करने के लिए आप पानी या मुलायम कपड़े का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। बच्चे के एक साल के हो जाने के बाद, बेबी टूथब्रश का इस्तेमाल करना चाहिए। 

बच्चे के जननांगों की देखभाल

लड़कियों के लिए

जननांग को अंदर से बाहर साफ करने के लिए एक गीले कॉटन बॉल का इस्तेमाल करें। हर बार बच्चे को नहलाते या साफ करते समय जननांगों को इस तरह से साफ करने की आदत बना लें। 

लड़कों के लिए

लड़कों के लिए नहाने के समय जननांग को पानी से सौम्यता से साफ करें। 

डायपर बदलने के टिप्स

  • हर बार डायपर बदलते समय, आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए, कि बच्चे की त्वचा सूखी हो। मुलायम सूती कपड़े से उस जगह को साफ करें, खासकर त्वचा की सिलवटों में, ताकि बाद में वहाँ पर खुजली की समस्या न हो। पसीने से बचने के लिए बेबी पाउडर का इस्तेमाल करें।
  • हाथ – खाने के बाद या हर बार किसी नए व्यक्ति के संपर्क में आने के बाद, बच्चे के हाथों को साफ करना चाहिए। कोमलता से हाथों को धोएं और मुलायम कपड़े से पोंछकर सुखाएं।

इन आदतों को अपनाने से आपका शिशु निश्चित रूप से एक हेल्दी और हाइजीनिक व्यक्ति के रूप में बड़ा होगा। अपने बच्चे की साफ-सफाई को लेकर आपको जो भी संदेह या चिंताएं हों, पेडिअट्रिशन से बात करके उन्हें स्पष्ट करना न भूलें।

यह भी पढ़ें: 

बच्चों की त्वचा की देखभाल करने की एक सही गाइड
जन्म के तुरंत बाद नवजात शिशु की देखभाल के 15 स्टेप्स
नवजात शिशु की देखभाल – माता-पिता के लिए महत्वपूर्ण सुझाव

पूजा ठाकुर

Recent Posts

अभय नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Abhay Name Meaning in Hindi

नाम हर व्यक्ति की पहली पहचान होता है, और इसलिए बच्चे के जन्म लेने से…

2 weeks ago

दृश्या नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Drishya Name Meaning in Hindi

क्या आपके घर में बेटी का जन्म हुआ है या आपके घर में छोटा मेहमान…

2 weeks ago

अरहम नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Arham Name Meaning in Hindi

हमारे देश में कई धर्मों के लोग रहते हैं और हर धर्म के अपने रीति-रिवाज…

2 weeks ago

ज्योत्सना नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Jyotsna Name Meaning in Hindi

हर किसी के लिए नाम बहुत मायने रखता है। जब आप अपनी बेटी का नाम…

2 weeks ago

सारा नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Sara Name Meaning in Hindi

इन दिनों लड़कियों के कई ऐसे नाम हैं, जो काफी ट्रेंड कर रहे हैं। अगर…

2 weeks ago

उर्मिला नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Urmila Name Meaning in Hindi

बच्चों के प्रति माता-पिता का प्यार और भावनाएं उनकी हर छोटी-छोटी बात से जुड़ी होती…

2 weeks ago