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जम्हाई लेना शिशुओं में एक रिफ्लेक्स है, जो कि वयस्क होने के बाद भी बना रहता है। जब आप अपने बच्चे को जम्हाई लेता हुआ देखते हैं, तब वह आपको इस दुनिया का सबसे प्यारा बच्चा नजर आता है। लेकिन अगर वह जरूरत से ज्यादा जम्हाई लेता है, तो आपका चिंतित होना स्वाभाविक है। जम्हाई एक अनैच्छिक एक्शन है और अगर आपका बच्चा थका हुआ है या उसे नींद आ रही है, तो वह बार-बार जम्हाई लेगा और यह बिल्कुल सामान्य है। लेकिन, अगर एक अच्छी नींद लेने के बाद भी, आप अपने बच्चे को बहुत बार जम्हाई लेता हुआ देखती हैं, तो यह चिंता का एक कारण हो सकता है।
जम्हाई लेना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। हर कोई पूरे दिन में कई बार जम्हाई लेता है और जहाँ तक शिशुओं की बात है, तो उनके लिए भी जम्हाई लेना आम है। अगर आपका बच्चा जम्हाई लेता है, तो यह इस बात का संकेत है, कि वह स्वस्थ है और उसका सामान्य विकास हो रहा है।
जम्हाई लेने का वास्तविक कारण साफ नहीं है। कुछ रिसर्च बताती हैं, कि जब बच्चे थके होते हैं, तब वे जम्हाई लेते हैं। और कुछ स्टडीज दर्शाती हैं, कि जब मस्तिष्क को ऑक्सीजन की जरूरत होती है, तब जम्हाई आ जाती है। इसलिए इसका कोई सटीक कारण ज्ञात नहीं है। इसके अलावा, बच्चों के जम्हाई लेने के और भी कई कारण हो सकते हैं, जैसे – नींद की कमी, जरूरत से ज्यादा सोना, भूख, थकान या फिर बोरियत।
औसतन एक मानव शिशु रोज 30 से 50 बार जम्हाई लेता है। वहीं एक वयस्क व्यक्ति हर दिन लगभग 20 बार जम्हाई लेता है। शिशु जागने के बाद और भी अधिक जम्हाई लेते हैं। यह बिल्कुल नेचुरल है और इसमें कुछ भी गलत नहीं है। ऐसा माना जाता है, कि एक अच्छी नींद लेने के बाद हम जम्हाई लेते हैं, क्योंकि इस तरह से हमारा शरीर दिमाग को अधिक ऑक्सीजन भेजता है और शरीर को ठंडा करता है। आप देखेंगी, कि बेबी जब पूरी तरह से जगा हुआ नहीं होता है, तो वह और भी अधिक जम्हाई लेता है। अधिकतर मामलों में, जब बच्चों को नींद आ रही होती है या वे अच्छी नींद लेकर जागते हैं, तब वे जम्हाई लेते हैं। सोने के दौरान जम्हाई लेना भी आम है।
ऐसा माना जाता है, कि जम्हाई लेना संक्रामक है। यह इको फिनोमिना नामक एक घटना का एक संकेत है, जिसमें दूसरे व्यक्ति के शब्दों या एक्टिविटीज की नकल हो जाती है। आमतौर पर इसे संक्रामक जम्हाई कहा जाता है। हालांकि, इस फिनोमेना से हर कोई प्रभावित नहीं होता है और हर बार आपका बच्चा आपको जम्हाई लेता हुआ देखकर, खुद भी जम्हाई ले, ऐसा जरूरी नहीं है।
अगर आपका बच्चा बार-बार या बहुत अधिक जम्हाई लेता है, तो यह उसके उनींदेपन, थकान या बोरियत का एक संकेत हो सकता है और अगर वह जागने के बाद जम्हाई लेता है, तो यह दिमाग को अधिक ऑक्सीजन भेजने का उसके शरीर का एक तरीका हो सकता है। हालांकि, अगर आपके बच्चे की जम्हाई में कुछ असामान्य बढ़ोतरी हुई है, तो यह कुछ अन्य कारणों से भी हो सकता है, जैसे कि किसी प्रीनेटल दवा के निकास का कोई संकेत। शिशु जब अंदर से और बाहर से दोनों ही तरफ से ज्यादा गर्म हो जाते हैं, तब भी वे जम्हाई लेने लगते हैं। अगर आपके बच्चे को अधिक गर्मी लग रही है, तो उसके कपड़े कुछ कम कर दें, ताकि उसे सुविधाजनक महसूस हो। जहाँ तक अंदरूनी गर्मी की बात है, तो इसके लिए इस बात का ध्यान रखें, कि आपका बच्चा अच्छी तरह से हाइड्रेटेड हो।
हालांकि, हर बार बच्चों का अत्यधिक जम्हाई लेना किसी गंभीर बीमारी का संकेत होना जरूरी नहीं है, लेकिन फिर भी, इसे लेकर सतर्क रहने में ही समझदारी है। यहाँ पर, आपके बच्चे के बहुत ज्यादा जम्हाई लेने के कुछ संभावित कारण दिए गए हैं:
उनींदापन एक मामूली सी बात लग सकती है, लेकिन आप इसे हमेशा हल्के में नहीं ले सकते हैं। खासकर अगर आपका बच्चा हर वक्त नींद में होता है तो। ऐसे मामले में, आपको अपने बच्चे के डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
अगर आपका बच्चा जरूरत से ज्यादा जम्हाई ले रहा है, तो यह उसके थके होने का या एनर्जी के कम होने का एक संकेत भी हो सकता है। आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए, कि बच्चे के सही विकास और बढ़त के लिए एक बैलेंस डाइट और सभी जरूरी पोषक तत्व उसे मिल रहे हों। साथ ही, उसे खिलौनों से खेलने आदि जैसी एक्टिविटीज में व्यस्त रखें, ताकि वह एक्टिव रहे।
कभी-कभी, जरूरत से ज्यादा जम्हाई लेना, दिल की बीमारियों जैसे छुपे हुए खतरे का एक संकेत हो सकता है। जब खून और ऑक्सीजन की पंपिंग के फंक्शन में खराबी आ जाती है, तो शरीर जम्हाई लेने लगता है, ताकि अधिक हवा और ऑक्सीजन अंदर जा सके। इसलिए, अगर आपका बच्चा बहुत ज्यादा जम्हाई ले रहा है, तो आपको जितनी जल्दी हो सके डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
अगर आपके बच्चे का वजन आदर्श वजन से ज्यादा है, तो यह एक समस्या हो सकती है। क्योंकि यह किसी हेल्थ प्रॉब्लम का एक संकेत हो सकता है। कभी-कभी बहुत ज्यादा वजन और मोटापा भी आपके बच्चे के जरूरत से ज्यादा जम्हाई लेने का एक कारण हो सकता है।
अगर एक नवजात शिशु बहुत बार जम्हाई लेता है, तो यह मिर्गी जैसी किसी छिपी हुई बीमारी का एक संकेत भी हो सकता है। अगर बेबी अत्यधिक जम्हाई लेता है और यह लंबे समय से चला आ रहा है, तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और इस तरह की कॉम्प्लिकेशन की संभावना का पता लगाना चाहिए।
बच्चों में अत्यधिक जम्हाई को कंट्रोल करने के लिए, आपको समस्या की जड़ का पता लगाना पड़ेगा। अगर आपका बच्चा नींद की कमी के कारण अधिक जम्हाई ले रहा है, तो उसे पूरी नींद मिलने का ध्यान रखें। बच्चे को हेल्दी खाना खिलाएं, ताकि उसे सभी जरूरी न्यूट्रिएंट्स मिल सकें और इस बात का ध्यान रखें, कि आपका बच्चा एक्टिव रहे।
आमतौर पर, जम्हाई लेना चिंता का एक कारण नहीं है, लेकिन अगर आप अपने बच्चे में हर दिन जम्हाई को बढ़ता हुआ देखते हैं और वह ठीक से सोता नहीं है, तो आपको डॉक्टर से संपर्क जरूर करना चाहिए।
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