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आपका बच्चा जैसे-जैसे बड़ा होता जाता है और ठोस आहार या फलों के लिए तैयार होता जाता है, उसे खिलाने के लिए आपके दिमाग में कई तरह के फलों के विचार आते रहते हैं। पीच यानी आड़ू भी इनमें से एक हो सकता है। खासकर पीच का अनोखा खट्टा-मीठा स्वाद आपके बच्चे के टेस्ट बड्स को बहुत ही अच्छे तरीके से स्टिमुलेट कर सकता है। न केवल स्वाद बल्कि पीच की न्यूट्रिशनल वैल्यू भी काफी अधिक होती है, जो कि इसे आपके बच्चे के लिए स्वस्थ आहार का एक बेहतरीन विकल्प बनाती है।
क्या छोटे बच्चे पीच खा सकते हैं?
इससे पहले कि आप उत्साहित हो जाएं और बच्चे के लिए पीच की रेसिपीज के बारे में सोचने लगें, आपको यह जानना जरूरी है, कि बच्चे प्राथमिक रूप से पीच खा सकते हैं या नहीं। किस्मत से इस सवाल का जवाब है, हाँ! न केवल बच्चे इसे खा सकते हैं, बल्कि सॉलिड फूड की दुनिया से बच्चे का परिचय कराने के लिए यह आपकी पहली पसंद भी हो सकती है। आप चाहें, तो इसकी प्यूरी बनाएं या खाने की दूसरी सामग्रियों के साथ मिलाएं, आपका बच्चा इस फल के स्वाद को जरूर पसंद करेगा।
छोटे बच्चों को पीच खिलाने की शुरुआत कब की जा सकती है?
मोटे तौर पर, आप अपने बच्चे को ठोस आहार खिलाने की शुरुआत के समय ही पीच खिलाना भी शुरू सकते हैं। कई पेरेंट्स ऐसा 6 महीने या फिर 4 महीने की उम्र से ही कर देते हैं, क्योंकि यह केवल एक फल ही है। प्रॉपर सॉलिड फूड की शुरुआत के लिए, हमेशा लगभग एक साल की उम्र तक इंतजार करने की सलाह दी जाती है। इस संदर्भ में आप अपने पेडिअट्रिशन की सलाह को फॉलो कर सकते हैं।
पीच की न्यूट्रीशनल वैल्यू
एक मध्यम आकार के छिलके सहित पीच में मौजूद पोषक तत्व इस प्रकार हैं:
विवरण | मात्रा |
पोटैशियम | 195 मिलीग्राम |
मैग्नीशियम | 7.1 मिलीग्राम |
फास्फोरस | 12.5 मिलीग्राम |
कैल्शियम | 4.8 मिलीग्राम |
सेलेनियम | 0.5 मिलीग्राम |
नियासिन | 1 मिलीग्राम |
फोलेट | 5.6 मिलीग्राम |
विटामिन ‘ए’ | 525 आई यू |
विटामिन ‘सी’ | 20 मिलीग्राम |
थोड़ी मात्रा में आयरन, जिंक आदि जैसे अन्य विटामिन और मिनरल भी मौजूद होते हैं।
छोटे बच्चों के लिए पीच के अनोखे फायदे
शिशुओं के लिए पीच खाने के कुछ फायदे यहाँ दिए गए हैं:
1. आँखों की रोशनी का विकास
पीच विटामिन ‘ए’ और विटामिन ‘सी’ जैसे विटामिन्स का अच्छा स्रोत होते हैं। इन दोनों विटामिन्स के साथ-साथ अनगिनत एंटीऑक्सीडेंट भी मौजूद होते हैं, जैसे बीटा-क्रिप्टोज़ैंथीन, जीक्सैंथीन और ल्यूटीन। ये सभी एक साथ मिलकर बच्चे की देखने की क्षमता का विकास करने में और उसकी आँखों की रोशनी को तेज बनाने में मदद करते हैं।
2. हाइड्रेशन के अच्छे स्तर को मेंटेन करना
पीच के पकने की शुरुआत अधिकतर गर्मियों के अंत के समय होती है और ये उसी समय उपलब्ध होते हैं। इसके कारण उनमें लगभग 85% पानी मौजूद होता है, जिससे शरीर को अच्छी मात्रा में पानी उपलब्ध होता है, जिसमें संतुलित मात्रा में नमक भी मौजूद होता है। यह शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करता है।
3. बेहतर ब्लड सर्कुलेशन
बच्चे के सर्कुलेटरी सिस्टम और उसके ब्लड फ्लो के विकास में मदद करने के लिए, पोटैशियम सबसे ज्यादा जरूरी होता है। एक मध्यम आकार के पीच में भी पोटैशियम की मात्रा अच्छे सर्कुलेशन के लिए स्वास्थ्य के लिए जरूरी फायदे देने के लिए पर्याप्त होती है।
4. किडनी के फंक्शन की सुरक्षा
कई फलों और सब्जियों के अनगिनत स्वास्थ्यवर्धक फायदे होते हैं, लेकिन उनमें मौजूद सोडियम उनके स्वाद को खराब कर देता है। सोडियम की अधिक मात्रा का सेवन छोटे बच्चों को बहुत प्रभावित करता है, क्योंकि उन्हें प्रोसेस करने के लिए बच्चों की किडनी पूरी तरह से विकसित नहीं होती है। पीच खाने से बच्चों को भरपूर पोषण मिलता है और वे सोडियम से भी बच जाते हैं। इसके कारण यह आपके बच्चे के लिए एक बहुत ही सुरक्षित फल बन जाता है।
5. हड्डियों के विकास में सहयोग
छोटे बच्चों का शरीर काफी तेजी से बढ़ता है, इसलिए उनमें हड्डियों का विकास अपनी पूरी गति से हो रहा होता है। पीच से बच्चों को फ्लोराइड मिलता है, जो कि दाँतों के सही विकास में और किसी तरह की सड़न से बचाव में मदद करता है। इसके अलावा इनमें भरपूर मात्रा में मौजूद फास्फोरस और कैल्शियम, हड्डियों को ताकत देते हैं और आपके बच्चे को मजबूत बनाते हैं।
पीच का चुनाव और स्टोरेज
पीच पूरे साल उपलब्ध नहीं होते हैं, इसलिए लंबे समय तक चलने वाले पीच का चुनाव करना और उन्हें सही तरह से स्टोर करना बहुत जरूरी हो जाता है।
कैसे चुनें
ताजे पीच मई से अक्टूबर के बीच सबसे अधिक मात्रा में उपलब्ध होते हैं। आड़ू के चुनाव में इसका रंग महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और जिन फलों का रंग गहरा गुलाबी या नारंगी होता है, वे सबसे अच्छे होते हैं। जब पीच पक जाता है, तो उसका छिलका मुलायम हो जाता है और यह दबाने से दबने लगता है। ऐसे पीच का चुनाव करें, जिनके छिलकों पर कोई दाग धब्बे न हों और बाहर कोई खराबी न दिखे। कई कमर्शियल पीच फार्म, इस फल को उगाने के लिए भारी मात्रा में पेस्टिसाइड का इस्तेमाल करते हैं। इसलिए बच्चे के लिए पीच खरीदते समय ऑर्गेनिक रूप से उगाए गए पीच को प्राथमिकता दें।
इन्हें कैसे स्टोर करें
खरीदने के बाद पीच को पानी से जितना संभव हो सके, उतना अधिक रगड़ कर धोएं। इससे उसकी सतह पर मौजूद किसी भी तरह के केमिकल, पेस्टिसाइड और धूल-मिट्टी साफ हो जाएंगे। अगर आप पीच को स्टोर करना चाहते हैं, तो थोड़े कच्चे पीच का चुनाव करें।
इन फलों को एक सुरक्षित प्लास्टिक बैग में डाल कर फ्रिज में रखें। खाने के समय, इन्हें पहले से ही बाहर निकाल कर रखें और उन्हें रूम टेंपरेचर तक आने दें, ताकि इसका स्वाद अच्छा लगे।
बच्चे के लिए पीच को कैसे प्रोसेस करें?
पीच को ऐसे प्रोसेस करना, कि आपका बच्चा इसे खा सके, एक सिंपल प्रक्रिया है और यह जल्दी भी हो जाती है। इसके लिए पीच के छिलके न उतारना सबसे बेहतर है, क्योंकि इससे आपके बच्चे को पोषक तत्व अधिक मात्रा में मिलते हैं। छिलके पर कोई दाग-धब्बा होने पर पूरे छिलके को निकालने के बजाय, केवल उस हिस्से को निकाला जा सकता है।
1. उबालना
पीच को प्रोसेस करने के लिए सबसे पहले एक बड़े बर्तन में लगभग तीन-चार कप पानी डालें और पीच को टुकड़ों में काटकर उसमें डाल दें। इन्हें एक साथ लगभग 5 मिनट उबलने दें, ताकि यह मुलायम हो जाए और पक जाए। फिर उन्हें बाहर निकाल कर ठंडा कर लें। आपका पीच पक कर तैयार है।
2. स्टीमिंग
पीच तैयार करने का एक और तरीका है, उसे भाप में पकाना। एक पैन में थोड़ा पानी डालें और पीच के बड़े टुकड़ों को उसके ऊपर रखें। पैन को ढक दें और पानी के उबलने तक उसे गर्म करें। फिर आंच को कम कर दें और उसे धीमी आंच पर तब तक पकने दें, जब तक वह आपकी जरूरत के अनुसार मुलायम नहीं हो जाता।
3. बेकिंग
ओवन को लगभग 200 डिग्री के तापमान पर प्रिहीट करें। एक ट्रे पर पीच के बड़े टुकड़ों को अरेंज करें और बेस पर लगभग 2 इंच पानी डालें। ट्रे को ओवन में रखें और इसे लगभग 45 मिनट तक बेक करें, जब तक उसके छिलके सिकुड़ने न लगें।
पीच रेसिपीज
आप अपने बच्चे के लिए पीच के साथ बनने वाली इन रेसिपीज को भी ट्राई कर सकते हैं:
1. गेहूँ और पीच का दलिया
यह आपके बच्चे को एक नए स्वाद से परिचय कराने का एक सुरक्षित और सौम्य तरीका है।
आवश्यक सामग्री
- दलिया
- पीच, कटे हुए
- पानी
बनाने का तरीका
- एक बाउल पानी में दलिए को रखें और उसे पूरी तरह से मुलायम होने तक पकाएं और ध्यान रहे कि इसमें गुठलियां न हों।
- पीच को अलग से पकाएं और इन्हें मसल कर प्यूरी बना लें।
- गेहूँ के पूरी तरह से पक जाने पर, इसमें पीच की फ्यूरी को डालें और अच्छी तरह से मिलाएं। इसे कुछ मिनटों तक और पकाएं और फिर ठंडा होने दें।
2. रागी और पीच की प्यूरी
यह बच्चे के लिए एक स्वादिष्ट और पोषक पीच प्यूरी है, जिसमें अच्छी मात्रा में प्रोटीन और अमीनो एसिड मौजूद होते हैं।
आवश्यक सामग्री
- रागी का आटा
- पीच, कटे हुए
- पानी
बनाने का तरीका
- पीच को पकाने के लिए उबालें या भाप पर पकाएं और उसे ब्लेंडर में डालकर एक अच्छी प्यूरी बना लें।
- बची हुई पीच स्टॉक को एक कटोरी में डालें और इसमें रागी का आटा और थोड़ा पानी मिलाएं।
- इसे अच्छी तरह से मिलाएं, ताकि इसमें गुठलियां न हों और उसे धीमी आंच पर पकाएं।
- इसके बाद प्यूरी को उसमें डालें और इसे कुछ मिनटों तक पकाएं और फिर बच्चे को खिलाएं।
3. पीच और ओट्स दलिया
पीच की मिठास और पोषण के साथ ओट्स के फाइबर की मजबूती का मिश्रण।
जरूरी सामग्री
- ओट्स, पिसे हुए
- पीच, कटे हुए
- पानी
बनाने का तरीका
- पीच को पहले पका कर अलग रख दें और बचे हुए पानी में ओट्स डाल कर अच्छी तरह से पकाएं।
- पीच को एक ब्लेंडर में डालकर पीस लें या इसे मैश करके एक अच्छी प्यूरी बना लें।
- जब ओट्स मुलायम हो जाए, तो इसमें पिसी हुई प्यूरी को मिला दें और कुछ और मिनटों के लिए पकाएं।
- इसे ठंडा होने दें, और आपका पीच-ओट्स बेबी फूड तैयार है।
4. गाजर और पीच की प्यूरी
विटामिन और बीटा-केरोटीन का यह कॉन्बिनेशन उनकी आँखों को पोषण देने में मदद करेगा।
जरूरी सामग्री
- गाजर, कटी हुई
- पीच, कटे हुए
- पानी
बनाने की विधि
- पीच को पानी में उबाल लें या भाप से पका लें। एक अलग कटोरी में गाजर को भी पका लें, क्योंकि इन्हें पकने में अधिक समय लगता है।
- एक ब्लेंडर में गाजर और पीच को एक साथ डालें और इनकी प्यूरी बना लें। इनका गाढ़ापन अपनी इच्छा के अनुसार रखें।
- अगर आप इसे पतला रखना चाहते हैं, तो बचे हुए गाजर के स्टॉक को इसमें डाल दें, क्योंकि यह भी पोषक तत्वों से भरपूर होता है।
5. पीची चिकन
अगर आपका बच्चा थोड़ा बड़ा है और वह चिकन खा सकता है, तो यह डिश उसके लिए काफी मजेदार साबित होगी।
आवश्यक सामग्री
- चिकन ब्रेस्ट बोनलेस, स्किनलेस
- छिले और कटे हुए पीच
- छिले और कटे मीठे आलू
- सेब का जूस
- कुटी हुई अदरक
बनाने का तरीका
- एक सॉसपैन लें और उसमें चिकन के कटे टुकड़े, सेब का रस और बाकी सभी सामग्री भी डाल दें और इसे उबालें।
- आँच को कम कर दें और जब यह पक जाए, तो इन्हें एक साथ मैश कर दें और बच्चे के लिए एक गाढी प्यूरी बना लें।
क्या शिशुओं को पीच से एलर्जी हो सकती है?
पीच में मौजूद अधिकतर एलर्जन अच्छी तरह से पकाने पर खत्म हो जाते हैं, फिर भी अगर आपके बेबी में इसे खाने के बाद सांस लेने में तकलीफ, रैश, पेट में सूजन या पेट में दर्द जैसे लक्षण दिखते हैं, तो हो सकता है कि बच्चे को पीच से एलर्जी हो। ऐसे कोई भी लक्षण दिखने पर अपने डॉक्टर से परामर्श लें।
पीच में मौजूद पोषक तत्व और एलर्जन की अनुपस्थिति इसे आपके बच्चे के लिए एक बेहतरीन फल बनाती है। आप स्वादिष्ट डिश बनाने के लिए, घर के बने हुए पीच बेबी फूड रेसिपीज का इस्तेमाल कर सकते हैं और अपने बच्चे को देने की शुरुआत कर सकते हैं। इस फल का स्वाद आपके बच्चे को तुरंत ही अपना फैन बना लेगा।
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