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बचपन के शुरुआती दिनों का भविष्य में बच्चे के व्यक्तित्व पर बहुत प्रभाव पड़ता है, इसलिए प्रत्येक माता-पिता को इस बात की पूरी कोशिश करनी चाहिए कि अपने बच्चे के बेहतर विकास के लिए वे उसे अपनी तरफ से हर सर्वोत्तम चीज दें। बच्चे की वृद्धि मुख्य रूप से उसके आहार पर और बच्चा बचपन से क्या खाता है, इस बात पर निर्भर करती है। इसलिए, माता-पिता को अपने बच्चे के आहार को बहुत महत्व देना चाहिए और उसे केवल पौष्टिक और स्वास्थ्यप्रद खाद्य पदार्थ खिलाने चाहिए।
कभी-कभी इस बात से आप भ्रमित हो सकते हैं कि अपने बच्चे को क्या खिलाना चाहिए, क्योंकि कई बार अलग-अलग जगहों से खाद्य पदार्थों और रेसिपीज के सुझावों को लेकर विरोधाभास दिखाई देता है। हालांकि, एक फल ऐसा है जो शिशुओं के लिए आइडियल है – तरबूज। सेहत के लिए जबरदस्त फायदों से भरपूर तरबूज बच्चों को खिलाने के लिए बहुत उपयुक्त होता है। अपने ताजे मीठे स्वाद और किसी सब्जी की तरह के पौष्टिक गुणों से भरपूर होने के कारण यह एक अनूठा फल है।
आपका बच्चा तरबूज कब खा सकता है?
ठोस आहार खाने की शुरुआत यानि 6 माह की आयु से आपका बच्चा तरबूज खा सकता है। तरबूज में लगभग 93% पानी होता है, इसलिए यह बच्चे को पूरे समय हाइड्रेटेड रखने के लिए बहुत अच्छा होता है। खासतौर पर गर्मी के दिनों में 6 से 8 माह के शिशुओं को तरबूज दिया जा सकता है।
तरबूज की न्यूट्रिशनल वैल्यू
तरबूज की सबसे बड़ी विशेषता यही है कि इसका 90% से अधिक भाग पानी होता है, जिसके कारण शिशुओं को डिहाइड्रेशन की समस्या से बचाया जा सकता है। नीचे एक टेबल दी गई है जिसमें तरबूज में पाए जाने वाले प्रत्येक पोषक तत्व की मात्रा बताई गई है।
न्यूट्रिएंट | वैल्यू प्रति 100 ग्राम |
पानी | 91.45 ग्राम |
प्रोटीन | 0.61 ग्राम |
कार्बोहाइड्रेट्स | 7.55 ग्राम |
शुगर | 6.2 ग्राम |
एनर्जी | 30 किलोकैलोरी |
कुल लिपिड | 0.15 ग्राम |
फाइबर | 0.4 ग्राम |
थियामिन | 0.033 मिलीग्राम |
विटामिन बी-6 | 0.045 मिलीग्राम |
विटामिन ए | 0.17 मिलीग्राम |
विटामिन के | 0.1 माइक्रोग्राम |
विटामिन सी | 8.1 मिलीग्राम |
नियासिन | 0.178 मिलीग्राम |
फोलेट | 3 माइक्रोग्राम |
विटामिन ई | 0.05 मिलीग्राम |
आयरन | 0.24 मिलीग्राम |
फास्फोरस | 112 मिलीग्राम |
जिंक | 0.1 मिलीग्राम |
कैल्शियम | 7 मिलीग्राम |
मैग्नीशियम | 11 मिलीग्राम |
सोडियम | 1 मिलीग्राम |
बच्चों के लिए तरबूज के अद्भुत फायदे
बच्चे हो या बड़े, तरबूज सभी के लिए बेहद लाभदायक होता है। सेहत को इससे होने वाले फायदों में से कुछ इस प्रकार हैं:
- हाइड्रेशन: गर्मियों के दिनों में यह जरूरी है कि आपका बच्चा हाइड्रेटेड रहे। तरबूज इसके लिए एकदम उपयुक्त है क्योंकि इसमें 93% पानी होता है।
- विटामिन सी से भरपूर: बच्चे के विकास के लिए विटामिन सी बहुत महत्वपूर्ण है और शुरूआती सालों में उसकी प्रगति में बहुत बड़ी भूमिका निभाता है। तरबूज में ढेर सारा विटामिन सी होता है, जो शरीर में इम्युनिटी और आयरन के अवशोषण को मजबूत करने में मदद करता है।
- विटामिन ए की प्रचुर मात्रा: विटामिन ए आँखों की रोशनी, दाँतों और त्वचा के लिए आवश्यक है और साथ ही यह नर्म टिश्यूज और म्यूकस मेम्ब्रेन के विकास में भी मदद करता है। तरबूज में प्रचुर मात्रा में विटामिन ए पाया जाता है।
- हड्डियों के लिए फायदेमंद: तरबूज में कैल्शियम और मैग्नीशियम की भी अच्छी मात्रा होती है, जो शिशुओं में हड्डियों के विकास और उनकी मजबूती को बढाती है। बच्चों में हार्मोन के बेहतर तरीके से रिलीज होने के लिए भी कैल्शियम जरूरी है।
- विटामिन बी कॉम्प्लेक्स: विटामिन बी कॉम्प्लेक्स में विटामिन का एक सेट होता है, जो सारे शिशु के शरीर में विभिन्न प्रणालियों वृद्धि और और विकास को बढ़ाने में बहुत प्रभावशाली भूमिका निभाते हैं। इनमें रेड ब्लड सेल्स का निर्माण, नर्वस सिस्टम (तंत्रिका तंत्र) का विकास, इम्युनिटी को मजबूत करना और बच्चे का मेटाबॉलिज्म बढ़ाना शामिल है।
- हार्ट के लिए अच्छा: जब तरबूज पकता है, तो इसमें लाइकोपीन की मात्रा भी बढ़ जाती है। यह एक एंटीऑक्सिडेंट है जो दिल के लिए बहुत अच्छा होता है और बच्चे के कार्डिओवैस्क्युलर स्वास्थ्य को बनाए रखने में एक भूमिका निभाता है।
- पाचन में सहायक: तरबूज में डाइट्री फाइबर भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जो कब्ज को दूर रखकर बच्चे के पाचन स्वास्थ्य को मजबूत करते हैं।
बच्चों को तरबूज कैसे खिलाएं?
अपने बच्चे को तरबूज खिलाते समय याद रखने योग्य कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं:
- तरबूज को छोटे टुकड़ों में काटें।
- इसके सारे बीजों को निकाले दें।
- बच्चे को सीधा बिठाकर रखें।
- तरबूज को मैश करके चम्मच से बच्चे को खिलाएं।
- यदि आपका बच्चा थोड़ा बड़ा हो गया है, तो आप उसे फिंगर फूड के रूप में तरबूज के टुकड़े भी खाने को दे सकते हैं।
क्या बच्चों को तरबूज देने के कोई जोखिम हैं?
यूं तो शिशुओं में तरबूज से होने वाली एलर्जी दुर्लभ है, लेकिन कुछ संवेदनशील बच्चों को इसकी एसिडिक प्रकृति के कारण रैशेज हो सकते हैं। एलर्जी के अन्य लक्षणों में डायरिया, बहती नाक और उल्टी शामिल हैं। एक और मुख्य जोखिम चोकिंग का है, जो कि तरबूज के अंदर पाए जाने वाले बीजों के कारण हो सकती है।
बच्चों के लिए अच्छा तरबूज कैसे चुनें?
अपने नन्हे-मुन्ने के लिए तरबूज का चुनाव करते समय इन बिंदुओं को ध्यान में रखें।
- तरबूज भारी होना चाहिए, चिकना दिखना चाहिए और शीर्ष पर थोड़े गहरे रंग का होना चाहिए।
- तरबूज को उछालकर देंखें, यह खोखला होना चाहिए।
- यदि फल सड़ा हुआ अधिक पका हुआ है, तो इसकी सतह पर निशान, कट या दाग-धब्बे होंगे।
- पूरी तरह से पके तरबूज का निचला हिस्सा पीला या क्रीमी हो जाता है।
- अपने बच्चे के लिए पहले से कटा हुआ, डिब्बाबंद या फ्रोज़न तरबूज लेने से बचें, क्योंकि इसके दूषित होने की अधिक संभावना होती है।
घर पर तरबूज को स्टोर कैसे करें?
घर पर तरबूज को स्टोर करने के लिए निम्नलिखित तरीका अपनाएं:
- फल को बहते पानी के नीचे धोएं, और अगर यह कटा हुआ नहीं है तो इसे साफ और सूखी जगह पर स्टोर करें
- यदि यह कटा हुआ है, तो इसे एक एयरटाइट कंटेनर में फ्रिज में रखें, या काटे गए हिस्से पर फूड ग्रेड प्लास्टिक लपेटें
- काटने के बाद तरबूज को 1 दिन से ज्यादा फ्रिज में न रखें
- बच्चे को सर्दी से बचाने के लिए फ्रिज से निकालने के बाद इसे कमरे के तापमान पर लाकर तब खिलाएं
बच्चों के लिए तरबूज की रेसिपीज
यहाँ तरबूज की कुछ रेसिपी बताई गई हैं, जो आपके बच्चे को पसंद आ सकती हैं।
- तरबूज की प्यूरी: बच्चों के लिए तरबूज की प्यूरी बनाते समय इसे टुकड़ों में काटकर इसके बीज निकाल दें और फिर ब्लेंडर में डालकर घुमा दें। प्यूरी को गाढ़ा करने के लिए आप इसमें कोई अन्य खाद्य पदार्थ या सीरियल भी मिला सकती हैं। तरबूज के स्वाद को बढ़ाने के लिए, इसमें एवोकाडो, केला या आम जैसे फल मिलाए जा सकते हैं।
- तरबूज का जूस: कटे हुए और बीज निकाले हुए तरबूज से एक कप जूस आसानी से बनाया जा सकता है। ब्लेंडर में इसकी प्यूरी बनाने के बाद इसे छान लें और गूदा निचोड़ लें। इस प्रकार निकाला गया जूस बच्चे को डायरेक्ट पिलाया जा सकता है और यह बहुत गुणकारी होता है।
- फिंगर फूड: बच्चों को फिंगर फूड के रूप में तरबूज देना एक अच्छा आइडिया है। तरबूज को टुकड़ों में काटकर इसके बीज निकाल दें और फिर इसे पतले-पतले स्लाइस के रूप में काट लें। इन्हें किसी और फल की प्यूरी या दही में डिप करके बच्चे को दिया जा सकता है।
तरबूज को कई हेल्थ असोसिएशन द्वारा सबसे कम दूषित फलों में से एक पाया गया है, जो इसे शिशुओं के लिए खाने का एक बढ़िया ऑप्शन बनाता है। तरबूज की न्यूट्रिशनल वैल्यू भी बहुत है और यह खाने के लिए दस मिनट में तैयार हो जाता है।
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