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प्रकृति द्वारा पृथ्वी पर रहने वाले सभी जीवों के जीवन यापन के लिए कई संसाधन मौजूद हैं। जब प्रकृति से छेड़छाड़ करते हैं तो उसके कई दुष्परिणाम हम ही को झेलने पढ़ते हैं। ऐसी ही एक आपदा बाढ़ के रूप में हम जानते हैं। यह स्थिति मानवीय और प्राकृतिक दोनों कारणों से पैदा हो सकती है। लगातार कई दिनों तक वर्षा होने से बाढ़ की स्थिति पैदा हो जाती है जिसमें भारी नुकसान होने की संभावना होती है। यहां तक की भूखमरी के हालात पैदा हो जाते हैं और लोगों को आर्थिक तंगी और नुकसान से गुजरना पड़ता है। बाढ़ एक भयंकर आपदा है, जब मॉनसून में अधिक बारिश होने के कारण पानी जगह-जगह जमा होने लगता है, साथ ही उसकी निकासी का कोई सही इंतजाम नहीं किया जाता, तब यह पानी बाढ़ का रूप ले लेता है। जो क्षेत्र नदी के किनारे बसते हैं उनपर इनका अधिक प्रभाव देखा जाता है। जब नदी का बांध अधिक पानी के दवाब से टूट जाता है तो देश को बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा का सामना करना पड़ता है। नदी के आसपास मौजूद क्षेत्रों को बहुत नुकसान पहुंचता है और साथ ही कई लोगों की जान भी जाती है। अक्सर स्कूल, कॉलेज में निबंध प्रतियोगिता होती है और उसमें आपको बाढ़ के बारे में निबंध या भाषण लिखने के लिए कहा जाता है, तो उसके लिए आप इस लेख का सहारा ले सकते हैं।
बच्चों को बाढ़ के बारे में सामान्य जानकारी होगी लेकिन यदि उनको बाढ़ पर एक छोटा निबंध लिखना है तो वह इन 10 वाक्यों का उपयोग कर सकते हैं।
बाढ़ के बारे में लिखने के लिए उसको बेहतर तरीके से जानने की जरूरत है और ऐसे में आप नीचे दिए गए निबंध की मदद ले सकते हैं।
बाढ़ एक ऐसी प्राकृतिक आपदा है जिससे जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित होता है। इससे लोगों की जानें जाती है और देश के आर्थिक विकास पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। बाढ़ ज्यादातर पहाड़ी क्षेत्रों को अधिक प्रभावित करती है क्योंकि वहां पानी की निकासी के लिए सही जगह नहीं होती है। बाढ़ के प्रकोप के कई कारण हैं, जैसे अधिक बारिश, किसी बांध का टूटना, बादल फटना आदि। वैसे बाढ़ के कई अप्रत्यक्ष कारण भी हैं जैसे ग्लोबल वार्मिंग, अनगिनत पेड़ों की कटाई, प्रदूषण का बढ़ना आदि। बाढ़ के आने के बाद कई क्षेत्रों में पानी भरा रहता है, जिसकी वजह से घरों की नींव कमजोर हो जाती है और सभी पक्के और कच्चे घर टूट जाते हैं। ऐसे में लोग अपने घरों से बेघर हो जाते हैं और जन-धन दोनों का नुकसान होता है। ऐसी स्थिति में देश को भी इसका प्रभाव झेलना पड़ता है क्योंकि इसका सीधा असर उसके आर्थिक विकास पर पड़ता है। इसकी भयानक स्थिति से हर कोई सहम जाता है और पशु, पक्षी और इन्सान सब इसकी चपेट में आ जाते हैं। कई बार बाढ़ आने के बाद बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ने लगता है, जैसे डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड आदि। जो की बाद में और अधिक हानि पहुंचाती हैं। बाढ़ अक्सर नदी किनारे या पहाड़ी क्षेत्रों में आती है, इसलिए हमेशा वहां बसे लोगों को बारिश के मौसम में चेतावनी दी जाती है ताकि वह सचेत रहें और खुद को इसके प्रभाव से बचा सकें। इसलिए सरकार को बाढ़ अलर्ट सिस्टम को हमेशा सही से काम करना चाहिए ताकि आपदा से पहले लोग सचेत हो जाएं।
दुनिया भर में बाढ़ एक भयंकर प्राकृतिक आपदा है, जिसके बारे में आपको सही जानकारी होना चाहिए। यदि आपको इस पर अच्छा निबंध लिखना है तो हमारे द्वारा लिखे गए निबंध को पढ़ें और अपने शब्दों में उसे लिखने का प्रयास करें।
जब किसी स्थान पर लगातार कम समय में अधिक मात्रा में बारिश होती है, तो वहां पर पानी जमा होने लगता है और पानी के अधिक दवाब के कारण वह बांध को तोड़ देता है जिससे बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। बाढ़ वैसे कई कारणों से उत्पन्न होता है जैसे एक जगह पर अधिक बरसात होना, बांध का टूटना, बारिश से नदी का जल स्तर बढ़ना आदि। इस दौरान समुद्र और नदियों के पानी का प्रवाह इतना अधिक होता है कि यह आसपास के शहरों, गांवों, जंगलों आदि सभी को प्रभावित करता है। बाढ़ के कारण लोगों में अफरा-तफरी मच जाती और तबाही का माहौल नजर आता है। इस आपदा में लोग अपना घर, संपत्ति, यहां तक की परिवार को भी खो देते हैं। ऐसी परिस्थिति किसी भी इंसान के लिए कल्पना से परे है। इन हालातों में सरकार पीड़ितों को राहत सामग्री पहुंचाती है। लेकिन देश के आर्थिक विकास में इसका बुरा प्रभाव पड़ता है क्योंकि प्रभावित क्षेत्र का पुनःनिर्माण में अधिक समय और पैसा लगता है।
बाढ़ उत्पन्न होने के कई कारण हैं, उनके बारे में नीचे दिया गया है-
बाढ़ हमारे जीवन को कई तरह से प्रभावित करता है, आइए जानते हैं कैसे –
इस निबंध से आपके बच्चे को प्राकृतिक आपदा के बारे जानने को मिलता है और ऐसे आपदा के समय में क्या करना चाहिए वो इस निबंध के जरिए जान सकेंगे। वह इस निबंध की मदद से बाढ़ पर एक बेहतरीन निबंध लिख सकेंगे और लोगों को इसके बारे में जागरूक कर सकेंगे।
बाढ़ तीन प्रकार ही होती हैं तटीय बाढ़, नदी बाढ़ और आकस्मिक बाढ़।
6 सितंबर 1970 को नर्मदा नदी पर आयी और 11 अगस्त 1979 को मच्छू नदी पर आयी बाढ़ को दुनिया में रिकॉर्ड तोड़ने वाली सबसे बड़ी बाढ़ माना गया है।
भारत के असम राज्य में अक्सर बाढ़ का अनुभव होता है।
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