गर्भधारण

फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक होने के प्राकृतिक उपचार

महिलाओं में इंफर्टिलिटी अर्थात बांझपन के मुख्य कारणों में से एक कारण है फैलपियन ट्यूब ब्लॉक होना। फैलोपियन ट्यूब, डिंब (एग) के गर्भाशय तक पहुँचने का मार्ग होती है और यह ट्यूब ब्लॉक होने पर गर्भधारण को रोक सकती है। फैलोपियन ट्यूब में रुकावट कई चीजों से हो सकती है, जैसे फैलोपियन ट्यूब डैमेज होने से, इसमें सूजन होने से या फैलोपियन ट्यूब टेढ़ी होने की वजह से। ये समस्याएं कई कारणों से हो सकती हैं, जैसे एक्टोपिक प्रेगनेंसी (अस्थानिक गर्भावस्था), श्रोणि (पेल्विक) में सूजन, गर्भाशय में फाइब्रॉइड (ट्यूमर) इत्यादि। फैलोपियन ट्यूब में ब्लॉकेज का इलाज करने के कई प्राकृतिक उपचार (नेचुरल ट्रीटमेंट) उपलब्ध हैं।

फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक होने के कारण

फैलोपियन ट्यूब कई कारणों से ब्लॉक हो सकती है, जिनमें कुछ निम्नलिखित हैं;

  • अपेंडिक्स का पहले से फटा होना
  • एंडोमेट्रियोसिस
  • पहले कभी पेल्विक में इंफेक्शन होना
  • एसटीडी (यौन रोग), जैसे गोनोरिया या क्लैमाइडिया
  • फैलोपियन ट्यूब के अंतिम भाग में सूजन होना

फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक होने के लक्षण अक्सर दिखाई नहीं देते हैं पर गर्भधारण में कठिनाइयां होने पर यह समस्या स्पष्ट हो सकती है। इसके अलावा, कुछ महिलाओं को पेल्विक या पेट के आस-पास दर्द हो सकता है।यह मासिक धर्म के समय में या लगातार भी हो सकता है।

फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक होने के 16 प्राकृतिक उपचार

कई समस्याओं की वजह से फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक हो जाती हैं। यह महिलाओं में बांझपन के सबसे सामान्य कारणों में से एक है।यदि आपकी फैलोपियन ट्यूब में ब्लॉकेज का निदान किया गया है तो इसे खोलने के लिए कुछ नेचुरल ट्रीटमेंट निम्नलिखित हैं, जिनका उपयोग आप कर सकती हैं।

1. धूम्रपान और शराब पीना छोड़ दें

यदि आप अपनी ब्लॉक फैलोपियन ट्यूब का प्राकृतिक उपचार करना चाहती हैं तो पहले आपको अपनी उन आदतों को छोड़ना होगा जिससे स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। धूम्रपान व शराब पीना कई रोगों का कारण है और इसे छोड़ने से आपके पूरे स्वास्थ्य में अधिक सुधार हो सकता है। यह प्रमाणित है कि शराब और सिगरेट महिलाओं की प्रजनन क्षमता को नष्ट करती है जो फैलोपियन ट्यूब में ब्लॉकेज के कारण गर्भधारण करने की विफलताओं में से एक है। यदि आप शराब या सिगरेट पीती हैं तो गर्भधारण करने से पहले आपके लिए इन आदतों को छोड़ना सबसे अच्छा है।

2. अपने आहार में विटामिन ‘सी’ युक्त खाद्य पदार्थ शामिल करें

विटामिन ‘सी’ इम्युनिटी को बढ़ाता है और हमारे आहार में आयरन को अब्सॉर्ब करने के लिए आवश्यक है। यदि इंफेक्शन की वजह से फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक हुई है तो यह विटामिन ‘सी’ युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करने से ठीक हो सकति है। सिट्रस फ्रूट जैसे संतरे और नींबू विटामिन ‘सी’ से भरपूर होते हैं। इसके अलावा आप ग्रेपफ्रूट, स्ट्रॉबेरी, बेल पेपर, ब्रोकोली, हरी मिर्च, और कीवी भी खा सकती हैं।

3. तनाव कम करने के लिए मेडिटेशन करें

‘तनाव’ सेहत से जुड़ी समस्याओं का एक मुख्य कारण है जिससे महिलाओं में बांझपन भी हो सकता है। शरीर को शांत करने और हॉर्मोन व शारीरिक कार्यों को संतुलित करने के लिए ध्यान करने की कुछ तकनीक अधिक प्रभावी हो सकती हैं। इसलिए मन व शरीर के तनाव को कम करने के लिए रोजाना सुबह या शाम के समय ध्यान करें।

4. ज्यादा से ज्यादा लहसुन खाएं

हर्ब्स को मुख्य रूप से शारीरिक फंक्शन को ठीक करने की क्षमता के अनुसार कैटेगराइज किया गया है, जैसे हॉर्मोन में संतुलन या एंटीबायोटिक और एंटीइंफ्लेमटरी गुण। लहसुन एक नेचुरल एंटी-बैक्टीरियल पदार्थ है जो इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद करता है। यह ब्लड क्लॉट और प्लेट्लेट को एकत्रित होने से रोकने में मदद करता है और साथ ही ब्लड सर्कुलेशन में प्रभावी रूप से सुधार करता है। यह चोट पर बनी पपड़ी या किसी निशान को ठीक करने में भी मदद करता है जिससे म्यूकस को सहायता मिलती है और फैलोपियन ट्यूब को खुलने में मदद मिलती है।

5. अदरक, दालचीनी और हल्दी खाएं

लहसुन के समान ही अदरक, दालचीनी और हल्दी भी इस मामले में प्रभावी होती है। यह सूजन को कम करने, ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने और फैलोपियन ट्यूब के ब्लॉकेज को रोकने के लिए उपयुक्त है। आप इन हर्ब्स के फायदे उठाने के लिए इसकी चाय बनाकर पी सकती हैं या रोजाना इसे अपने आहार में मिलाकर खा सकती हैं।

6. योगाभ्यास करें

योग अच्छे स्वास्थ्य और शारीरिक उपचार के लिए सर्वोत्तम होता है। फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक होने के कुछ मुख्य कारण इंफेक्शन, सूजन और स्कार टिशू होते हैं। योग जिसमें हल्के खिंचाव वाली एक्सरसाइज होती हैं, इन्हें करने से आंतरिक अंगों की कार्यक्षमता बढ़ती है और वह ठीक होने लगते हैं। फैलोपियन ट्यूब के ब्लॉकेज को खोलने के लिए निम्नलिखित दो प्रभावी योगाभ्यास हैं जो मदद कर सकते हैं, आइए जानते हैं;

  • ‘विपरीत करणी’ एक ऐसा व्यायाम है जो पेट की मांसपेशियों को उत्तेजित करके फैलोपियन ट्यूब को प्राकृतिक तरीके से खोलता है। इसे ‘लेग्स ऑन द वॉल पोज’ के नाम से भी जाना जाता है। इस एक्सरसाइज में आप दीवार के सामने जमीन पर पीठ के बल इस तरह से लेटें कि आपके पैर दीवार की ओर हों। अब दीवार के सहारे अपने पैरों को 90 डिग्री के एंगल पर उठाएं। इस अवस्था में 2 सेकंड के लिए रहें और फिर पैरों को धीरे-धीरे नीचे लाएं।
  • ‘सेतु बंधासन’ या ‘सपोर्टेड ब्रिज पोज’ फैलोपियन ट्यूब के ब्लॉकेज को खोलने के लिए एक प्रभावी एक्सरसाइज है। इसे करने के लिए पीठ के बल लेटें और अपने घुटनों को मोड़ना शुरू करें। फिर पीठ के निचले हिस्से और पेट की मांसपेशियों की मदद से धीरे-धीरे सांस लेते हुए पेल्विक को ऊपर उठाएं। फिर सांस छोड़ते हुए पेल्विक को धीरे-धीरे नीचे करें और अपनी सामान्य अवस्था में वापिस आ जाएं।

7. चारकोल पुल्टिस का उपयोग करें

शरीर से विषाक्त पदार्थों को एब्सॉर्ब करने में चारकोल अत्यधिक प्रभावी होता है। यह एक केमिकल स्क्रबर के रूप में कार्य करता है। चारकोल पुल्टिस को जब सीधे गर्भाशय के ऊपर लगाया जाता है तो यह इन्फेक्शन को ठीक करने और सूजन को कम करने में मदद करता है। आप एक्टिवेटेड चारकोल से इसे घर पर भी सरलता से बना सकती हैं और यह आपको टॉक्सिन्स से छुटकारा दिलाने में मदद करता है। चारकोल पुल्टिस को घर पर ही बनाने के लिए निम्नलिखित चरणों पर ध्यान दें;

  • आपको यह पैक बनाने के लिए कुछ पेपर नैपकिन, एक्टिवेटेड चारकोल, अलसी के बीज, प्लास्टिक शीट और सेलो टेप की आवश्यकता होगी।
  • अब एक्टिवेटेड चारकोल को अलसी के बीज के साथ मिलाकर पेपर नैपकिन में रखें।
  • फिर चारकोल पैक बनाने के लिए इसे ऊपर से और पेपर नेपकिन में लपेटें।
  • इस पैक को प्यूबिक बोन क्षेत्र में रखें जहाँ आपका गर्भाशय होता है।
  • अब इसे एक प्लास्टिक शीट से ढक दें और सेलो टेप से चिपका दें ताकि यह जगह पर टिका रहे।
  • पैक को रातभर के लिए गर्भाशय में ही लगा रहने दें ताकि ये सभी टॉक्सिन्स को अब्सॉर्ब कर सके।

8. हर्बल टैम्पोन चुनें

हर्बल टेम्पोन एक प्रभावी तरीका है जिससे रिप्रोडक्टिव ट्रैक्ट में विभिन्न प्रकार के हर्बल एक्सट्रैक्ट्स अब्सॉर्ब होते हैं, खासकर तब जब आप किसी भी प्रकार के हर्बल तत्वों को कंज्यूम नहीं करना चाहती हैं। टैम्पोन उन अलग-अलग हर्बल फोर्मुलेशन से बना है जिन्हें प्रजनन संबंधी बीमारियों को ठीक करने के लिए जाना जाता है।इन टेम्पोन को विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के सुधार के लिए अलग-अलग फोर्मुलेशन में डाला जाता है। ब्लड सर्कुलेशन में सुधार के लिए अदरक के एक्सट्रेक्ट में डाले हुए टेम्पोन का उपयोग किया जाता है। उवा-उर्सी और नागफनी की हर्ब के उपयोग से फैलोपियन ट्यूब को खोलने और जमाव को कम करने में मदद करते हैं।डोंग क्वाई, चीन की एक हर्ब है जिसका उपयोग गर्भाशय नाल की ऐंठन से छुटकारा पाने के लिए किया जाता है और गोल्डेन्सियल रूट के एक्सट्रेक्ट का उपयोगइ इन्फेक्शन से लड़ने के लिए इम्यून उत्तेजक के रूप में किया जाता है। यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि केवल उन हर्बल टैम्पोन का उपयोग करें जो बहुत उच्च क्वालिटी के होते हैं और जिनका उपयोग करने की सलाह दी जाती है। कुछ टेम्पोन को स्टराइल कंडीशन में नहीं बनाया जाता है और इनसे इन्फेक्शन होने की संभावना होती है।

9. खुद को फर्टिलिटी मसाज दें

मालिश से शरीर के प्रभावित क्षेत्र के ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है, जो टिशू को तेजी से ठीक करने में मदद करता है और सूजन को भी कम करता है। यह फैलोपियन ट्यूब को खोलने के लिए फर्टिलिटी मसाज के रूप में भी कार्य कर सकता है। आप फायदा देने वाली इन सभी चीजों को खुद से आजमा सकती हैं या थेरेपिस्ट से सलाह ले सकती हैं। यहाँ बताया गया है कि आप खुद को फर्टिलिटी मसाज कैसे दे सकती हैं, आइए जानते हैं;

  • सबसे पहले कमर के निचले हिस्से को तकिए का सहारा देते हुए पीठ के बल लेट जाएं।
  • अब अपने पेल्विक क्षेत्र को थोड़ा ढीला छोड़ें और गुनगुने ऑलिव ऑयल, बादाम या लैवेंडर के तेल जैसे अन्य तेलों से पेट के निचले हिस्से की मालिश करें।
  • मालिश करते समय पेल्विक को अपनी नाभि की ओर ऊपर की तरफ धीरे से खींचें। यह वह क्षेत्र है जहाँ गर्भाशय स्थित है।
  • लगभग 10 सेकंड के लिए इस अवस्था में रहें और फिर छोड़ दें।
  • अपनी आसानी और आराम के अनुसार इसे रोजाना 10 से 20 बार करें।

10. कैस्टर ऑयल का उपयोग करें

कैस्टर ऑयल यानी अरंडी का तेल मालिश के लिए बहुत अच्छा होता है और शरीर में कई बीमारियों के उपचार में उपयोग किया जाता है। इसका औषधीय गुण यह है कि यह सर्क्युलेटरी और लिम्फेटिक सिस्टम के सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है। यह मार्ग में बाधाओं को दूर करके तरल पदार्थों के प्रवाह में सुधार करता है। सर्क्युलेटरी सिस्टम के विपरीत लिम्फेटिक सिस्टम में शरीर के चारों ओर लिम्फ को सर्कुलेट करने के लिए पंप नहीं होता है। एक प्राकृतिक उपचार के रूप में, ऐसे तेल काफी कम हैं जो लिम्फ के प्रवाह को बेहतर बनाने में कैस्टर के तेल जितने अच्छे हैं। इस तेल से पेट के निचले हिस्से में मालिश करने से गर्भाशय के आसपास लिम्फेटिक सिस्टम को उत्तेजित किया जा सकता है। रात को सोते समय आप अपने पेट पर कैस्टर के तेल से मालिश कर सकती हैं। प्रभावी परिणामों के लिए इस तेल का उपयोग लगभग 2 महीने तक करें। यह तेल फर्टिलिटी मसाज में भी बहुत फायदा पहुँचाता है।

11. स्ट्रेचिंग से मदद मिलती है

सर्कुलेशन में सुधार के लिए स्ट्रेचिंग एक प्राकृतिक एक्सरसाइज है। यह शरीर को अधिक लचीला बनाती है और चोट के इलाज में मदद करती है। इसका उपयोग फैलोपियन ट्यूब में सूजन या चोट को ठीक करने के लिए भी किया जा सकता है। फैलोपियन ट्यूब में चोट लगने से यह बंद हो जाती है जो काफी आम समस्या है। स्ट्रेचिंग से पेट के अंदरूनी अंगों का ब्लॉकेज खुल जाता है और अंगों को ठीक करने के लिए ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। पेल्विक और पेट में दर्द को कम करने के लिए भी स्ट्रेचिंग एक बेहतरीन उपाय है।

12. एक्यूप्रेशर का उपयोग करें

एक्यूप्रेशर एक्यूपंक्चर के समान है, लेकिन इस उपचार के लिए सुइयों का उपयोग नहीं किया जाता है। इस उपचार की थियरी यह है कि शरीर में मौजूद विभिन्न प्रेशर पॉइंट पर दबाव डालकर एनर्जी के प्रवाह की रुकावटों को दूर किया जाता है । प्रजनन अंगों से संबंधित प्रेशर पॉइंट ब्लड सर्कुलेशन में सुधार कर सकते हैं। उनका उपयोग गर्भाशय क्षेत्र में सूजन को कम करके फैलोपियन ट्यूब को खोलने और उपचार करने के लिए भी किया जा सकता है। इसके अलावा एक्यूपंक्चर का उपयोग भी फैलोपियन ट्यूब की सूजन संबंधी बाधा के इलाज के लिए किया जा सकता है।

13. ‘फर्टिलिटी क्लीन्स’ प्रोग्राम अपनाएं

यह एक शरीर को शुद्ध करने वाला आहार है जो फर्टिलिटी में बाधा डालने वाले पदार्थों से शरीर को छुटकारा दिलाने के लिए 28 दिनों तक किया जाता है। इसमें हर्ब्स-युक्त आहार का सेवन किया जाता है जो किडनी, कोलन, लिवर, गॉल ब्लैडर को डीटॉक्स करता है और पैरासाइट्स व भारी पदार्थों को शरीर से बाहर निकालता है। यह शरीर में पोषक तत्वों को बेहतर तरीके से अब्सॉर्ब करने में मदद करता है और पूरे स्वास्थ्य में सुधार करता है।

14. सिस्टमेटिक एंजाइम थेरेपी का उपयोग करें

सिस्टमेटिक एंजाइम थेरेपी एक ऐसा उपचार है जो शरीर से अतिरिक्त टिशू को साफ करने, खून साफ करने, स्कार टिशू को विभाजित करने, इम्यूनोलॉजिकल रिस्पॉन्स कम करने और प्रजनन अंगों के फंक्शन को बढ़ाने में मदद करता है। इस चिकित्सा में सिस्टमेटिक एंजाइम (एंजाइम जो स्वाभाविक रूप से हमारे शरीर में होते हैं) का उपयोग सूजन और स्कार टिशू के निर्माण को कम करके शरीर को ठीक करने के लिए किया जाता है। परंपरागत रूप से, सिस्टमेटिक एंजाइम का उपयोग बुजुर्गों द्वारा गठिया के प्रभावों को कम करने के लिए किया जाता था। एंजाइम थेरेपी फैलोपियन ट्यूब में फाइब्रिन को डिसॉल्व करके स्कार टिशू को कम करने में मदद करती है। यह स्कार टिशू के इलाज में बहुत प्रभावी है और बांझपन को ठीक करने के लिए एक सही उपचार है।

15. एंटी-ऑक्सीडेंट युक्त आहार लें

जंक फूड उन केमिकल से भरा होता है जो हमारे कुछ हॉर्मोन, विशेष रूप से एस्ट्रोजन से मिलते जुलते हैं। इससे ज्यादातर हॉर्मोनल असंतुलन होता है इसलिए यह महिलाओं के लिए अच्छा नहीं होता है और यह विशेष रूप से उन महिलाओं के लिए बिलकुल भी सही नहीं है जिनकी फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक होती है। एंटीऑक्सीडेंट युक्त आहार जंक फूड के नकारात्मक प्रभावों को नष्ट कर सकते हैं। ताजे फल और कुछ रंग-बिरंगी सब्जियां, जैसे जामुन इत्यादि एंटीऑक्सीडेंट तत्वों से भरपूर होते हैं। वेजीटेबल ऑयल, जैसे सूरजमुखी तेल, कुसुम्ब तेल, सरसों का तेल और नारियल तेल में भी एंटीऑक्सडेंट गुण होते हैं और यह तेल खाना पकाने के लिए भी बेहतरीन हैं।

चाय, कॉफी के अलावा दालचीनी, चॉकलेट, सोया और अजवायन में भी एंटीऑक्सडेंट गुण होते हैं। फैलोपियन ट्यूब के ब्लॉकेज को खोलने के लिए आहार को करेटोनॉइड के गुणों से भरपूर होना चाहिए जिसके एंटी-ऑक्सीडेंट के कार्य फैलोपियन ट्यूब की सूजन को कम करने में मदद करते हैं। आप अपने आहार में गाजर, अंडे, पपीता, आम, पालक और तुरई शामिल कर सकते हैं।

16. एलोवेरा

एलोवेरा में कई औषधीय गुण मौजूद होते हैं जो महिलाओं की प्रजनन क्षमता हो बढ़ाने में मदद करते हैं। इसमें कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो एस्ट्रोजन हॉर्मोन को बढ़ाने में मदद तो करते ही हैं साथ ही फैलोपियन ट्यूब से संबंधित विकारों को भी खत्म करते हैं। इसलिए कहा जाता है कि एलोवेरा का उपयोग करने से फैलोपियन ट्यूब के ब्लॉकेज को खुलने में मदद मिलती है।

प्राकृतिक उपचार या नेचुरल ट्रीटमेंट अक्सर फैलोपियन ट्यूब को खोलने और प्रजनन क्षमता में सुधार करते में मदद करते हैं। आप फैलोपियन ट्यूब का इलाज करने के लिए इन प्राकृतिक तरीकों का उपयोग कर सकती हैं और इसका उपयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

यह भी पढ़ें:

फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए 12 सर्वश्रेष्ठ जड़ी बूटियाँ
10 सबसे अच्छे खाद्य पदार्थ जो आपकी फर्टिलिटी क्षमता को बढ़ा सकते हैं

सुरक्षा कटियार

Recent Posts

गौरैया और घमंडी हाथी की कहानी | The Story Of Sparrow And Proud Elephant In Hindi

यह कहानी एक गौरैया चिड़िया और उसके पति की है, जो शांति से अपना जीवन…

1 week ago

गर्मी के मौसम पर निबंध (Essay On Summer Season In Hindi)

गर्मी का मौसम साल का सबसे गर्म मौसम होता है। बच्चों को ये मौसम बेहद…

1 week ago

दो लालची बिल्ली और बंदर की कहानी | The Two Cats And A Monkey Story In Hindi

दो लालची बिल्ली और एक बंदर की कहानी इस बारे में है कि दो लोगों…

2 weeks ago

रामायण की कहानी: क्या सीता मंदोदरी की बेटी थी? Ramayan Story: Was Sita Mandodari’s Daughter In Hindi

रामायण की अनेक कथाओं में से एक सीता जी के जन्म से जुड़ी हुई भी…

2 weeks ago

बदसूरत बत्तख की कहानी | Ugly Duckling Story In Hindi

यह कहानी एक ऐसे बत्तख के बारे में हैं, जिसकी बदसूरती की वजह से कोई…

2 weeks ago

रामायण की कहानी: रावण के दस सिर का रहस्य | Story of Ramayana: The Mystery of Ravana’s Ten Heads

यह प्रसिद्द कहानी लंका के राजा रावण की है, जो राक्षस वंश का था लेकिन…

2 weeks ago