गर्भधारण

गर्भनिरोधक की विफलता दर

कई ऐसे बर्थ कंट्रोल तरीके हैं जो गर्भधारण न होने की 100% सुरक्षा प्रदान नहीं करते हैं। ऐसे कई मामले सामने आए हैं जहाँ गर्भनिरोधक मेथड प्रेगनेंसी को रोकने में विफल रहे हैं। किसी भी गर्भनरोधक तरीके की क्षमता उसकी प्रभावशीलता पर निर्भर करती है। गर्भनिरोधक मेथड की प्रभावशीलता दर मुख्य रूप से इसकी निरंतरता और सही उपयोग पर निर्भर करती है।

केवल कुछ ही बर्थ कंट्रोल मेथड हैं जैसे कि पुरुष नसबंदी (वासेक्टोमी), महिला नसबंदी (ट्यूबल लिगेशन), नेक्सप्लानन (गर्भनिरोधक प्रत्यारोपण), आईयूडी (इंट्रायूटरिन कॉन्ट्रासेप्टिव डिवाइस) सही ढंग से रखने और ठीक से उपयोग करने पर ही इसकी गारंटी देता है। जबकि गर्भनिरोधक गोलियां, गर्भनिरोधक शॉट्स, पैच जैसे अन्य गर्भनिरोधक तरीके, इनका सही से उपयोग न किए जाने के कारण प्रभावित होते हैं।  

गर्भनिरोधक की विफलता के पीछे क्या कारण हैं?

बर्थ कंट्रोल या कॉन्ट्रासेप्टिव की विफलता के पीछे कुछ कारण ये हो सकते हैं:

  • जन्म नियंत्रण की विफलता के पीछे मुख्य कारण है, निर्देशों का सही ढंग से पालन न करना। प्रोडक्ट को इस्तेमाल करने से पहले उसके निर्देशों को ध्यान से पढ़ें और फिर निर्देशानुसार उसका उपयोग करें। उदाहरण के लिए, पुरुष कंडोम का उपयोग करते समय यह यह ध्यान जरूर रखें कि कंडोम सही ढंग से फिट बैठता है और उसे हटाते समय भी विशेष ध्यान रखना चाहिए। इसमें किसी भी तरह की चूक गर्भधारण को रोकने के लिए कंडोम की प्रभावशीलता पर असर डाल सकती है।
  • गर्भनिरोधक विफलता का एक अन्य कारण इसे उपयोग करने में लापरवाही भी हो सकता है। उदाहरण के लिए, गर्भनिरोधक गोलियों का उपयोग करते समय यदि आप आवश्यकता के अनुसार गोली लेना भूल जाती हैं तो आप अनियोजित गर्भावस्था की संभावना को बढ़ा सकती हैं। इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि आप अपनी गर्भनिरोधक गोलियों को बिना किसी चूक के लगातार लेने के लिए एक बिना फेल होने वाला मेथड तैयार करें।
  • इंसान की गलती के अलावा, कुछ दवाएं जैसे कुछ एंटीडिप्रेसेंट, डायबिटीज की दवाएं और एंटीबायोटिक्स बर्थ कंट्रोल मेथड की प्रभावशीलता को कम कर सकती हैं।
  • कुछ मामलों में, सप्लीमेंट्स या किसी तरह की नेचुरल हर्ब का सेवन करने से भी गर्भनिरोधक विधियों की प्रभावशीलता में हस्तक्षेप होता है।
  • महिला के मोटापे या अधिक वजन होने की वजह से भी हार्मोनल गर्भनिरोधक सही ढंग से काम नहीं करता है।

बर्थ कंट्रोल/कॉन्ट्रासेप्टिव फेलियर चार्ट

जन्म नियंत्रण विफलता चार्ट में मेथड का सही तरह से कैसे इस्तेमाल करना है वो भी शामिल है। गर्भनिरोधक मेथड के सही और लगातार उपयोग से गर्भनिरोधक विफलता दर में कमी आने की संभावना होती है।

हार्मोन पर आधारित बर्थ कंट्रोल के मामले में, इम्प्लांटेशन को रोकने के लिए गर्भाशय के अस्तर पर इसके प्रभाव के कारण उत्पन्न होने वाली नैतिक चिंताओं के साथ-साथ इसके अच्छी तरह सफल होने पर ध्यान देना अनिवार्य है। चूंकि हार्मोनल गर्भनिरोधक लेने से पहले से शुरू हुई गर्भावस्था को टाला जा सकता है, इसका मतलब है कि इसमें गर्भपात होने का डर है।

यहाँ कॉन्ट्रासेप्टिव फेलियर चार्ट दिया गया है जो कई तरीके के बर्थ कंट्रोल मेथड और उनसे जुड़े दुष्प्रभावों और जोखिमों के बारे में बताता है:

मेथड प्रयोग विफलता दर
(वास्तविक उपयोग)
जोखिम
कंडोम (पुरुष) स्पर्म के चैनल को ब्लॉक करने के लिए इरेक्टेड लिंग पर लेटेक्स रबर शीथ लगाया जाता है 18% कोई दुष्प्रभाव नहीं
(एलर्जी को छोड़कर)
कंडोम (स्त्री) स्पर्म के मार्ग को ब्लॉक करने के लिए योनि में रखी जाने वाली लेटेक्स रबर शीथ 21% कोई दुष्प्रभाव नहीं
(एलर्जी को छोड़कर)
सर्वाइकल कैप सॉफ्ट रबर से बना एक अवरोध जो स्पर्म को यूट्रस में जाने से रोकता है और सर्विक्स की रक्षा करता है 12%
(बच्चे के जन्म के बाद अधिक होता है)
कोई दुष्प्रभाव नहीं
(एलर्जी को छोड़कर)
डेपो-प्रोवेरा गर्भनिरोधक इंजेक्शन 3 महीने में एक बार दिया जाने वाला हार्मोन प्रोजेस्टिन का एक शॉट, जो ओवुलेशन को रोक कर और सर्विक्स के म्यूकस को गाढ़ा करके गर्भधारण को रोकता है 6%
स्तनों में दर्द, सिरदर्द, पेट में दर्द, वजन बढ़ना, अनियमित या हैवी पीरियड साइकिल, एलर्जी का रिएक्शन
आईयूडी (इंट्रायूटेरिन डिवाइस) – कॉपर आईयूडी और हार्मोनल आईयूडी आईयूडी एक टी-शेप का उपकरण है जिसे स्पर्म सेल की गति को बदलने और अंडे को फर्टिलाइज करने से रोकने के लिए यूट्रेस में डाला जाता है। 0.2% – 0.8%
पीरियड के दौरान हैवी ब्लीडिंग होना, गंभीर ऐंठन, एक्टोपिक गर्भावस्था, पीआईडी ​​(पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज)
डायाफ्राम स्पर्म के मार्ग में बाधा डालने के लिए सर्विक्स को ढकने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला डोम शेप का बैरियर 12% कोई दुष्प्रभाव नहीं
(एलर्जी को छोड़कर)
इम्प्लांट – हार्मोनल माचिस की तीली के आकार की एक पतली, छोटी रॉड को हाथ में इम्प्लांट किया जाता है जो गर्भावस्था को रोकने के लिए हार्मोन जारी करती है 0.05%
दर्द से भरे पीरियड, डिप्रेशन, वजन बढ़ना, एक्टोपिक गर्भावस्था, खून के थक्के, ओवरी के सिस्ट
फर्टिलिटी की जागरूकता पीरियड साइकिल पर नजर रखना और ओवुलेशन की गणना करना और फर्टाइल पीरियड के दौरान संभोग से परहेज करना 25% कोई दुष्प्रभाव नहीं
मौखिक गर्भनिरोधक मौखिक गर्भनिरोधक में प्रोजेस्टिन और एस्ट्रोजन हार्मोन होते हैं या केवल प्रोजेस्टिन का मिश्रण होता है, जो ओवुलेशन को रोकता है और प्रेगनेंसी को कंट्रोल करता है। 9%
सिरदर्द, इर्रेगुलर ब्लीडिंग, वजन बढ़ना, मतली आना, खून के थक्के, ब्रेस्ट का टेंडर होना
स्पर्मिसाइड (शुक्राणुनाशक) शुक्राणुनाशक में ऐसे केमिकल होते हैं जो स्पर्म को सेक्स से पहले योनि में डालने पर अंडे को फर्टिलाइज करने से रोकते हैं 28% कोई दुष्प्रभाव नहीं
(एलर्जी को छोड़कर)
ऑर्थो-एव्रा पैच यह गर्भनिरोधक पैच एक ट्रांसडर्मल पैच है जो त्वचा से चिपक जाता है और गर्भावस्था को रोकने के लिए एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टिन जैसे हार्मोन जारी करता है। 9% (अधिक अगर 198 एलबीएस से ऊपर है)
मतली, मूड स्विंग, त्वचा में जलन, अनियमित ब्लीडिंग, पीरियड में ऐंठन होना, ब्रेस्ट का टेंडर होना
स्पंज गर्भ निरोधक स्पंज गर्भावस्था को रोकने के लिए शुक्राणुनाशक और बैरियर मेथड का उपयोग करता है 20% (बच्चे के जन्म के बाद लगभग 40%) कोई दुष्प्रभाव नहीं
(एलर्जी को छोड़कर)
वेजाइनल रिंग – हार्मोनल एक छोटा लचीला रिंग जो गर्भधारण को रोकने के लिए महीने में एक बार योनि में लगाया जाता है 9%
मूड स्विंग, मुंहासे, ब्लड क्लॉट, वजन बढ़ना, गॉलब्लैडर और लिवर की समस्याएं, मतली, टीएसएस
निकासी (विड्रॉल) पुल-आउट मेथड जहाँ पुरुष संभोग के दौरान इजैक्युलेशन से पहले अपना लिंग बाहर निकाल लेता है 22% कोई दुष्प्रभाव नहीं

यदि आपका गर्भनिरोधक फेल हो जाता है तो क्या करें?

यदि आपका गर्भनिरोधक नाकाम हो जाता है, तो आप निम्नलिखित बातों को ध्यान में रख सकती हैं:

  • यदि आपका गर्भनिरोधक विफल हो जाता है, तो आप इमरजेंसी गर्भनिरोधक गोली ले कर अनचाही गर्भावस्था के जोखिम को कम कर सकती हैं, जो कि ज्यादातर दवा की दुकानों पर आसानी से मिल जाएगी।
  • यदि आप यौन रूप से सक्रिय हैं और आपका पीरियड मिस होता है तो किसी भी संभावना का पता लगाने के लिए तुरंत घर पर प्रेगनेंसी टेस्ट करें।
  • अगर रिजल्ट पॉजिटिव है तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

आप गर्भनिरोधक मेथड की असफलता को कम कर सकती हैं, जब आप उनका लगातार और सही तरीके से उपयोग करती हैं। बर्थ कंट्रोल के फेल होने के मामले में, एक अनचाही प्रेगनेंसी से निपटने के लिए तुरंत समाधान निकालने की सलाह दी जाती है।

यह भी पढ़ें:

गर्भनिरोधक का इस्तेमाल बंद करना और उसके प्रभाव गर्भधारण पर
गर्भनिरोधक के इस्तेमाल के बाद गर्भवती होने की संभावना
आपातकालीन गर्भनिरोधक गोलियों के साइड इफेक्ट्स

समर नक़वी

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