शिशु

जुड़वांं बच्चों को आसानी से नहलाने के 8 टिप्स

कई पेरेंट्स, अपनी सभी पेरेंटिंग ड्यूटीज में से, बच्चे को नहलाने के समय को सबसे कम पसंद करते हैं। एक ही समय पर, जुड़वां बच्चों को नहलाना मुश्किल हो सकता है। नहलाने के समय को आप अपने और अपने जुड़वां बच्चों के लिए आसान और मजेदार कैसे बना सकती हैं, यह जानने के लिए आगे पढ़ें। 

जुड़वां बच्चों को नहलाने के लिए जरूरी चीजें

1. लिस्ट बनाना

बच्चों को नहलाने के लिए किन चीजों की जरूरत पड़ेगी, यह समझना और जरूरी सामग्री को आस-पास रखना सबसे अच्छा होता है। यह लिस्ट थोड़ी लंबी हो सकती है, लेकिन इस प्रक्रिया के बारे में शुरू से अंत तक सोचें, ताकि कोई भी सामान छूट न जाए। 

2. तौलिए

हर बच्चे के लिए कम से कम एक टॉवल रखें और दूसरा टॉवल खुद के लिए, फर्श के लिए या फिर दोनों के लिए ही रखें। आपको हुडेड टॉवल रखने के बारे में भी सोचना चाहिए, क्योंकि इससे बच्चे को बंडल किया जा सकता है। 

3. वॉशक्लॉथ

हर बच्चे के लिए कम से कम एक और एक एक्स्ट्रा वॉशक्लॉथ साथ रखना चाहिए। 

4. साबुन/शैंपू

टियर फ्री साबुन या शैंपू अच्छे होते हैं। अगर आपके बच्चे की त्वचा ड्राई है, तो इनके इस्तेमाल से पहले डॉक्टर से बात करें।

5. डिस्पोजेबल प्लास्टिक कप

टब में नहाने के दौरान जो सबसे अटपटी चीज हो सकती है, वह है बच्चे का पॉटी करना। अगर ऐसा हो जाता है, तो आप एक कप की मदद से उसे बाहर निकाल कर टॉयलेट में डाल सकते हैं। फिर आप टब का पानी बाहर निकाल कर उसे सैनिटाइज कर सकती हैं। जितना ज्यादा हो सके, बाथ टब को साफ करें। चाहें, तो एक टॉय कप के इस्तेमाल से भी ऐसा करने की सोच सकती हैं। 

6. खिलौने

खिलौने किसी भी उम्र के बच्चों के ध्यान को भटकाने के लिए सबसे बेहतरीन होते हैं। खिलौने आपके जुड़वां बच्चों को थोड़े समय के लिए डिस्ट्रेक्ट करके रखेंगे, जिससे आपको काफी मदद मिलेगी। 

7. नहाने की सामग्री

आप टब के पास एक छोटा सा स्लिंग रख सकती हैं, जिसमें बच्चों के नहाने सभी जरूरी चीजों को रखा जा सकता है। कुछ लोग इसके लिए लॉन्ड्री बैग का इस्तेमाल भी करते हैं। 

8. डायपर और पजामा

आपको बच्चों के पजामा और डायपर भी आसपास ही रखने चाहिए। 

जुड़वां बच्चों को कैसे नहलाएं?

यहाँ पर आपके नवजात जुड़वां बच्चों को नहलाने के लिए कुछ टिप्स दिए गए हैं: 

1. नहलाने की शुरुआत से पहले आपको सभी चीजें तैयार रखनी चाहिए

सबसे पहले आपको सभी चीजों को इकट्ठा कर लेना चाहिए और उन्हें एक हाथ की दूरी पर रखना चाहिए। इसके बाद आप बाथ टब को भर सकती हैं। दोनों बच्चों को तैयार कर लें और उन्हें एक बाउंसी सीट या ऐसी ही किसी चीज पर रखें, ताकि वे सुरक्षित रहें। जब आप एक बच्चे को नहला रही हों, तब दूसरा बच्चा आराम से रहना चाहिए। एक को नहलाते समय दूसरे बच्चे पर भी अपनी नजर बनाए रखें। 

2. बेबी बाथ सपोर्ट सामग्री खरीदें

बेबी बाथ के नीचे रखा फोम सपोर्ट हो या फिर एक सुंदर स्लिंग जो कि बच्चों को बाउंसी चेयर जैसी किसी चीज में थामे रखे, ऐसी कोई भी चीज बेबी बाथ सपोर्ट हो सकती है। एक या एक से अधिक बच्चों को सुरक्षित रूप से नहलाने के लिए, ये आसान तरीके हैं और इनकी मदद से आप बच्चों को आसानी से नहला सकती हैं, क्योंकि आपके हाथ फ्री होते हैं। जब बच्चे थोड़े बड़े हो जाते हैं, तो आप इन सपोर्ट के इस्तेमाल को जारी रख सकती हैं या फिर उन्हें फ्री होकर खेलने के लिए भी छोड़ सकती हैं। लेकिन फिर भी आपको सावधानी बरतनी चाहिए और उन्हें कभी भी रूम में अकेला नहीं छोड़ना चाहिए या उनकी तरफ पीठ करके नहीं रहना चाहिए। 

3. एक लंबा बाथ मैट खरीदें

जुड़वां बच्चों के लिए आम बाथ मैट की लंबाई पर्याप्त नहीं होती है, खासकर अगर वे खुद बैठने में सक्षम हैं, तो। नहाने के दौरान फिसलने का डर बना रहता है, यही कारण है, कि सुरक्षा की नजर से या तो एक समय पर एक बच्चे को नहलाएं या फिर एक लंबा बाथ मैट खरीदें, जिसकी लंबाई आपके लिए उचित हो। इस बात का ध्यान रखें, कि बच्चे के नहाने का पानी ज्यादा गर्म नहीं होना चाहिए और पानी की मात्रा केवल कुछ इंच की ही होनी चाहिए। पानी का तापमान चेक करने के लिए, आप अपनी कुहनी या एक टेंपरेचर सेंसर का इस्तेमाल कर सकती हैं। 

4. टब में मजे को दोगुना करें

बच्चों को नहलाने का मतलब केवल उन्हें साफ रखना नहीं है। यह रिलैक्स करने और मजे के लिए भी एक अच्छा समय होता है। आपको पानी के साथ सिंपल खेल खेल कर, अपने बच्चों के साथ मस्ती करना सीखना चाहिए। आप इसके लिए कुछ बाथ टॉयज का इस्तेमाल भी कर सकती हैं। इस बेहतरीन समय का इस्तेमाल करके, आप बच्चों के साथ खेलने या बात करने में कुछ मिनट बिता सकती हैं।

5. दूसरों की मदद लें

मदद करने वाला कोई हो, तो कामों को करना आसान हो जाता है। आप अपने जुड़वां बच्चों को नहलाने के लिए किसी की मदद ले सकती हैं। अगर बच्चों के पिता या भाई-बहन हमेशा दूसरे कामों में व्यस्त रहते हैं, तो नहलाने के लिए उनका सहयोग लेना उनके लिए भी अच्छा होगा। जब ट्विन्स को नहलाने की बात आती है, तो आप उन्हें बड़े बाथ टब में नहला सकती हैं, ताकि दोनों पेरेंट्स को एक बच्चे के साथ थोड़ा समय मिल सके। 

6. उन्हें बाहर निकालें और सुखाएं

कई लोगों को बच्चों को नहलाना, उन्हें सुखाना और उन्हें नैपी या कपड़े पहनाना आसान लगता है। आपको कपड़े बदलने की इन सभी चीजों को अपने बेडरूम में रखना चाहिए या फिर आप बारी-बारी से भी उन दोनों के कपड़े बदल सकती हैं और फिर उनके रूटीन को आगे बढ़ा सकती हैं। 

7. आपको जुड़वांं बच्चों को हर दिन नहलाने के जरूरत नहीं है

शुरुआती कुछ हफ्तों में बच्चों को स्पंज बाथ देना और हर दूसरे दिन उन्हें अच्छी तरह से नहलाना बिल्कुल उपयुक्त है, क्योंकि वे बहुत गंदे नहीं होते हैं। जब वे बड़े हो जाते हैं, तब उन्हें हर दिन नहलाने की जरूरत पड़ेगी। लेकिन इस उम्र तक आप उन्हें हर दिन नहलाने से बच सकती हैं और अपनी जिंदगी को आसान बना सकती हैं। 

8. एक रूटीन बनाएं

बच्चों के बड़े होने पर नहलाना और कहानी सुनाना एक अच्छा रूटीन बन सकता है। इससे उन्हें रिलैक्स होने में मदद मिलती है और उन्हें अच्छी नींद आती है। 

ये टिप्स आपको अपने जुड़वां बच्चों की जिंदगी के शुरुआती कुछ महीनों या फिर कुछ सालों के लिए भी कपड़े बदलने और नहलाने के रूटीन को स्थापित करने में आपकी मदद करेंगे। इन टिप्स को आजमाएं और अपने जुड़वां बच्चों के नहलाने के समय को, अपने और उनके लिए सुविधाजनक और मजेदार बनाएं। 

यह भी पढ़ें: 

ट्विन्स बच्चों की देखभाल कैसे करें
क्या जुड़वां बच्चे एक साथ सो सकते हैं?
जुड़वां बच्चों के बारे में 15 अनोखे और मजेदार तथ्य

पूजा ठाकुर

Recent Posts

मेरी पसंदीदा जगह पर निबंध (Essay On My Favourite Place In Hindi)

हर किसी के जीवन में एक ऐसी जगह होती है जो शांति, खुशी और अपनापन…

12 hours ago

मुझे अपने परिवार से प्यार है पर निबंध ( Essay On I Love My Family In Hindi)

परिवार किसी के लिए भी सबसे अनमोल होता है। यही वह पहली जगह है जहाँ…

13 hours ago

बस की यात्रा पर निबंध (Essay On Journey By Bus In Hindi)

बच्चों के लिए निबंध लिखना बहुत मजेदार और सीखने वाला काम है। यह उन्हें अपनी…

14 hours ago

एपीजे अब्दुल कलाम पर निबंध (APJ Abdul Kalam Essay In Hindi)

ऐसी शख्सियत बहुत कम होती है जिनके होने से देश को उन पर गर्व हो,…

2 days ago

गाय पर निबंध (Essay On Cow In Hindi)

निबंध लेखन किसी भी भाषा को सीखने में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। इससे…

3 days ago

मेरे पिता पर निबंध (Essay on My Father in Hindi)

माँ अगर परिवार का दिल है तो पिता उस दिल की धड़कन होते हैं। पिता…

3 days ago