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कपड़े के डायपर वर्सेस डिस्पोजेबल डायपर – आपको किसे चुनना चाहिए?

पेरेंट्स के तौर पर अपने बच्चों के लिए कई तरह के निर्णय और चीजों का चुनाव करना पड़ता है। बच्चे की शुरूआती सबसे महत्वपूर्ण बातों में से एक है, सही डायपर का सेलेक्शन करना। चूंकि, शरीर के निचले हिस्से की त्वचा बहुत सेंसिटिव होती है और अगर बच्चे के मल-मूत्र का अच्छी तरह से ध्यान न रखा जाए, तो उससे बच्चे को रैशेज और दूसरी तकलीफें हो सकती हैं। इसके लिए जो सबसे आम विकल्प मौजूद है, वो है, डिस्पोजेबल डायपर और कपड़े से बने डायपर। इन दोनों में से बेहतर कौन होता है, यह जानने के लिए आगे पढ़ें, ताकि आप अपने बच्चे के लिए सही निर्णय ले सकें। 

क्लॉथ डायपर क्या होते हैं?

क्लॉथ डायपर कपड़े के बने हुए पारंपरिक डायपर होते हैं, जिनका इस्तेमाल एक जमाने से होता आ रहा है। ये कॉटन जैसे प्राकृतिक मटेरियल से बने होते हैं। ये कई प्रकार के होते हैं, फ्लैट, प्री-फोल्डेड, फिटेड, कोंटर्ड, टाइड-अप, शेप्ड आदि। आजकल के अधिकतर क्लॉथ डायपर हाइब्रिड डायपर होते हैं, जिनमें बाहर एक वाटरप्रूफ कपड़ा लगा होता है और अंदर गीलेपन को सोखने वाला मटेरियल होता है। सबसे जरूरी बात है, कि क्लॉथ डायपर को बार-बार इस्तेमाल किया जा सकता है, क्योंकि, इन्हें किसी भी दूसरे कपड़े की तरह धोया जा सकता है और डिसइनफेक्ट भी किया जा सकता है। 

डिस्पोजेबल डायपर क्या होते हैं?

डिस्पोजेबल डायपर का आविष्कार 1948 में किया गया था। इनकी अंदरूनी लाइनिंग में ऐसे अब्जॉर्बेंट मटेरियल होते हैं, जो कि बहुत ज्यादा गीलापन सोख सकते हैं। इसकी यह खूबी, इसे उतना ही आरामदायक होने के बावजूद कपड़े के डायपर से कहीं ज्यादा कारगर बनाती है। इसी कारण से डिस्पोजेबल डायपर बाजार में छा गए और आज ये हर जगह आसानी से उपलब्ध होते हैं। वहीं, क्लॉथ डायपर का इस्तेमाल बहुत ही कम लोग करते हैं। डिस्पोजेबल डायपर का इस्तेमाल सिर्फ एक बार किया जा सकता है, क्योंकि इसे साफ नहीं कर सकते हैं और इसलिए इसे फेकना ही पड़ता है। 

कपड़े के डायपर या डिस्पोजेबल डायपर – कौन सा बेहतर है?

कपड़े के डायपर और डिस्पोजेबल डायपर में से किसी एक को चुनना आसान नहीं है। क्योंकि इन दोनों की ही अपनी-अपनी खूबियां और कमियां हैं। हालांकि इनसे जो सुविधा मिलती है, उसे देखते हुए आप अपनी जरूरत के अनुसार किसी एक का चुनाव कर सकते हैं। यहाँ पर कपड़े के डायपर और डिस्पोजेबल डायपर की कुछ खूबियां और कमियां दी गई हैं: 

1. आराम और सोखने की क्षमता

कपड़े के डायपर कॉटन, हेंप, फलानेल, मलमल, बांस, लिनन और सिल्क जैसी प्राकृतिक चीजों से बने होते हैं। इन चीजों का इस्तेमाल नायलॉन, स्वेड और पॉलिस्टर जैसे मानव निर्मित वस्तुओं के साथ मिलाकर किया जाता है, जो कि नॉन-अब्सॉर्बेंट लाइनर के तौर पर इस्तेमाल किए जाते हैं और डायपर को सूखा रखते हैं। वहीं दूसरी ओर डिस्पोजेबल डायपर पॉलिथीलीन, पॉलीयूरेथेन या ऐसे ही प्लास्टिक से बने होते हैं और सोखने की बेहतर क्षमता उपलब्ध कराते हैं। अगर आराम के पहलू से देखा जाए, तो जर्मनी के एक रिसर्च ग्रुप ने पाया, कि डिस्पोजेबल डायपर पहनने वाले बच्चों में जेनिटल त्वचा का तापमान तुलनात्मक रूप से अधिक पाया गया, जिससे भविष्य में स्पर्म के उत्पादन में कमी की समस्या हो सकती है। वहीं दूसरी ओर, कपड़े के बने डायपर में जगह अधिक होती है, और वे अपनी जगह पर रहते हुए, बच्चे को घूमने फिरने में आजादी देते हैं। इससे डायपर के अंदर हवा आती-जाती रहती है, जिससे बच्चे की त्वचा ठंडी रहती है। 

2. स्वास्थ्य पर प्रभाव

डिस्पोजेबल डायपर में रंग और खुशबू का इस्तेमाल हो सकता है ताकि वह देखने में सुंदर लगे और उनसे अच्छी महक आए। डिस्पोजेबल डायपर बनाने में कुछ खास केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है, जिन्हें पेट्रोलियम बाय प्रोडक्ट कहते हैं। इनमें से डायोक्सिन जैसा केमिकल कार्सिनोजेंस के तौर पर जाना जाता है। इनमें से कुछ रसायन बच्चे में अस्थमा के लक्षण को बढा सकते हैं। हालांकि बच्चों के स्वास्थ्य पर डिस्पोजेबल डायपर के प्रभाव को दिखाने के लिए कोई साफ अध्ययन नहीं किए गए हैं। इसके अलावा डिस्पोजेबल डायपर से डायपर रैश हो सकते हैं, क्योंकि ऐसे डायपर बहुत अधिक गीलापन सोख सकते हैं। इसलिए अगर आप उन पैरंट में से हैं, जो अधिक सावधान रहते हैं, तो हम आपको कपड़े के बने डायपर का इस्तेमाल करने की सलाह देंगे। क्लॉथ डायपर से होने वाली रैशेज की समस्या से बचने के लिए बच्चे के डायपर को बार-बार बदल देना ही काफी होता है। 

3. कीमत

चूंकि बच्चे के लिए डायपर का इस्तेमाल कम से कम 2 वर्षों तक किया जाता है, ऐसे में अधिकतर लोगों के लिए डायपर की कीमत एक मुख्य पहलू होता है। अगर सबसे अच्छी क्वालिटी के कपड़े के बने डायपर भी खरीदे जाएं, तो भी डिस्पोजेबल डायपर कपड़े के डायपर की तुलना में 5 गुना महंगे होते हैं। पर आपको इस बात पर भी ध्यान देना चाहिए, कि जब आप कपड़े के डायपर का चुनाव करते हैं, तो निश्चित रूप से आपको कुछ अतिरिक्त खर्चे भी उठाने पड़ते हैं, जैसे इन्हें साफ करने के लिए जब आप वॉशिंग मशीन का इस्तेमाल करते हैं, तो आपके पानी और बिजली का बिल भी बढ़ जाता है, आपको नियमित रूप से नए डायपर लाइनर खरीदने की जरूरत होती है, बेबी फ्रेंडली डिटर्जेंट महंगे होते हैं, आपको कपड़े सुखाने के रैक और ऐसी ही कई अतिरिक्त सामानों की भी खरीदारी करनी पड़ती है। 

4. सुविधा

चूंकि डिस्पोजेबल डायपर फूलप्रूफ सीलिंग मेथड के साथ आते हैं, इसलिए इनका इस्तेमाल करना सीखने में ज्यादा समय नहीं लगता है और इनका इस्तेमाल करना आसान होता है। वहीं कपड़े के डायपर को फोल्ड करने का तरीका थोड़ा मुश्किल होता है। आजकल कपड़े के डायपर स्नैप बटन या वेल्क्रो स्ट्रिप के साथ आते हैं। इनमें लीक प्रूफ बैंड भी होते हैं, जो कि पैरों के आसपास से गीलेपन को लीक होने से रोकते हैं। कपड़े के डायपर के सोखने की क्षमता की बात की जाए, तो इन्हें डिस्पोजेबल ड्राइवर की तुलना में कई बार बदलने की जरूरत होती है। क्लॉथ डायपर के साथ सफर करना एक बड़ी समस्या हो सकती है, क्योंकि इसमें आपको इस्तेमाल किए हुए गंदे डायपर को अपने साथ रखना पड़ता है। डिस्पोजेबल डायपर के इस्तेमाल में आपकी यह समस्या सुलझ जाती है, क्योंकि इनके भर जाने पर, आप इन्हें आसानी से किसी सही जगह पर फेंक सकती हैं। 

5. वातावरण पर  प्रभाव

अधिकतर बच्चे अंडर गारमेंट की ओर स्विच करने से पहले, लगभग 5 से 7 हजार डायपर का इस्तेमाल करते हैं और डिस्पोजेबल डायपर का उत्पादन वातावरण पर गंभीर प्रभाव डालता है। उदाहरण के लिए पेड़ों को काटना, प्लास्टिक का उत्पादन करना, कई तरह के केमिकल का इस्तेमाल, इन्हें ट्रांसपोर्ट करना और अंत में इस प्रक्रिया में निकलने वाले कचरे से हवा, पानी और मिट्टी को दूषित करना। इन सब का हमारे वातावरण पर बहुत ही गंभीर प्रभाव पड़ता है। हर साल विश्व भर में सौ बिलियन से भी अधिक डिस्पोजेबल डायपर कचरे में डाले जाते हैं, जिससे डिस्पोजेबल डायपर का इकोलॉजिकल फुटप्रिंट तेजी से फैल रहा है। वहीं, लगभग 30 क्लॉथ डायपर को बार बार इस्तेमाल करना ज्यादा प्रभावी है। इसके अलावा डिस्पोजेबल डायपर का इस्तेमाल करने का मतलब है, कि आपके बच्चे का मल मिट्टी में मिल जाता है, जिससे बायोहजार्ड पैदा होता है और बीमारियां फैल सकती हैं। क्योंकि ह्यूमन वेस्ट सिर्फ टॉयलेट में ही जाना चाहिए। जब आप कपड़े के डायपर का इस्तेमाल करते हैं, तो आपके बच्चे का मल टॉयलेट में से होता हुआ सीवेज लाइन में चला जाता है। जहाँ शहर का कॉरपोरेशन वेस्ट वाटर को कारगर तरीके से ट्रीट करके वाटर बॉडीज में वापस रिलीज कर देता है। 

दोनों तरह के डायपर के फायदे और नुकसान को अच्छी तरह से समझने के बाद, अब आप यह समझ चुके होंगे, कि आपके बच्चे के लिए कौन सा डायपर सही है। आप किसी एक का चुनाव कर सकते हैं या फिर अपनी सुविधा के अनुसार इन दोनों को ही अदल-बदल कर इस्तेमाल सकते हैं। अंत में, यह आपकी प्राथमिकता और आपके बच्चे की सुविधा पर निर्भर करता है, इसलिए अपने मन की सुनें। आखिरकार माँ सबसे बेहतर जानती है।

यह भी पढ़ें: 

बच्चों को डायपर पहनाने के 7 साइड इफेक्ट्स
बच्चों में यीस्ट इन्फेक्शन डायपर रैश
डायपर रैश – लक्षण, कारण और उपचार

पूजा ठाकुर

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