टॉडलर (1-3 वर्ष)

खाने में नखरीले बच्चों से कैसे निपटें

ज्यादातर बच्चे खाने को लेकर बहुत नखरे करते हैं। ऐसे में बच्चों को खाना खिलाना पैरेंट्स के लिए एक बहुत बड़ा काम होता है और चिंता का विषय भी। ऐसा बिलकुल संभव है कि आप जो शुरू से जो खाना अपने बच्चे को देती आई हैं वो बड़ा होने पर उसे खाने से इंकार कर दे या नखरे दिखाए, तो आपको बता दें कि आप अकेली नहीं बल्कि ज्यादातर पेरेंट्स को इस दौर से गुजरना पड़ता है। बच्चों को हेल्दी खाना खिलाना कोई आसान काम नहीं है। लेकिन अगर आपने समय पर इस मुश्किल का हल नहीं निकाला तो आपके बच्चे को ठीक से न्यूट्रिंएट्स नहीं मिल पाएंगे और फिर डेवलपमेंट उस प्रकार से नहीं हो पाएगा जैसे होना चाहिए। इसमें कोई दो राय नहीं है कि पेरेंट्स बच्चों को खाना खिलाने के लिए काफी मेहनत करते हैं।  

आपका टॉडलर खाने में नखरे क्यों दिखता है?

अगर आपका बच्चा खाने में नखरे दिखाता है, तो बिल्कुल चिंता न करे। ऐसे कई कारण हैं जिनकी वजह से बच्चा भोजन करने से मना कर सकता है, जो आपको नीचे बताए गए हैं:  

  • खुद से अपना खाना चुनना या यह तय करना कि वो क्या खाएंगे, ये उनका अपनी स्वतंत्रता दिखाने का तरीका हो सकता है। वह क्या खाना चाहते हैं और क्या नहीं खाना चाहते, यह तय करके वह अपने पेरेंट्स की लिमिट को टेस्ट करते हैं।
  • बच्चों के लिए सॉलिड फूड या ठोस आहार अभी भी नया होता है, उन्हें अभी अलग अलग स्वाद, रंग और टेक्सचर को समझने में समय लगता है। ऐसे में वे कुछ खाद्य पदार्थों को खाने से मना कर सकते हैं। ऐसे खाद्य पदार्थ जिनका स्वाद उन्हें खाने में पसंद नहीं आता है या देखने में अच्छे नहीं लगते हैं, वो ऐसे भोजन को खाने से इंकार कर सकते हैं।
  • बच्चों को इस उम्र में खुद को और अपने आसपास के माहौल को एक्स्प्लोर करने में ज्यादा मजा आता है। इसलिए वो एक जगह पर देर तक नहीं बैठ सकते हैं। ऐसे वो अपने खाने के समय पर भी करते हैं और आपको उन्हें खाना खिलने के लिए उनके पीछे पीछे भागना पड़ता है।
  • ऐसा जरूरी नहीं है कि जिस मात्रा में आप उन्हें पहले भोजन देती थी, वह उसी मात्रा में अभी भी खाना खाना पसंद करें। जन्म के एक साल बाद बच्चों की ग्रोथ धीमी हो जाती है इसलिए हो सकता है कि उनका शरीर कम खाने की मांग करे।
  • बच्चों के मन में खाने को लेकर इच्छाएं बदलती रहते हैं। यह जरूरी नहीं है कि जो उन्हें पहले पसंद था, वह खाना बाद में भी उन्हें खाना पसंद आए। बच्चे नए खाद्य पदार्थों को खाने से मना कर सकते हैं क्योंकि हो सकता है कि उन्हें उसका रंग या स्वाद अलग हो ।

खाने में नखरे दिखाने वाले टॉडलर को नए खाद्य पदार्थ कैसे दें

जो बच्चे खाने में नखरे दिखाते हैं उनका मील प्लान बनाना एक मुश्किल काम हो सकता है। यहाँ आपको कुछ टिप्स बताई जा रही हैं, जो बच्चे के मीलटाइम में मदद करती हैं ताकि आपको अपने नखरीले बच्चे को खाना खिलाना ज्यादा परेशानी भरा काम न हो:

  • खाने के समय के दौरान बच्चों के सामने तरह-तरह के टेस्ट वाले पदार्थ रखें। बहुत सारे खाने के बीच आपका बच्चा दो से चार चीजों को ट्राई करेगा। बच्चों के सामने किसी भी नए खाद्य पदार्थ को किसी बड़ी चीज के रूप में प्रस्तुत करने से हो सकता है वे इसे खाने से इंकार कर दें।
  • बच्चे के लिए एक रेगुलर मीलटाइम सेट करें। हर रोज एक नियत समय होने से आपको ये ट्रैक करने में मदद मिलेगी कि आपका बच्चा कब और क्या खा रहा है। इस तरह वो बहुत ज्यादा स्नैक का भी सेवन नहीं करेगा। बच्चे को दिन में तीन बार भोजन दिया जाना चाहिए।
  • अपने बच्चे के आहार में नए भोजन को शामिल करने की कोशिश करें। तय करें कि आप बच्चे को एक समय में एक ही तरह का भोजन दें। लेकिन खयाल रहे कि जब आप बच्चे को नया भोजन दें, तो कम मात्रा में दे। इसके अलावा जब बच्चे के खाने में किसी नई चीज को शामिल करें तो उसका पसंदीदा पदार्थ भी साथ रखें।
  • इसके अलावा इस बात का खयाल रखें कि जब आपका बच्चा भूखा हो तभी उसे नया भोजन दें। जब वो भूखा होगा तो इस बात की काफी उम्मीद है कि वे इसे खाने को तैयार हो जाए। जैसे आप उसके स्नैक टाइम में रोजाना नए फलों की कुछ स्लाइस शामिल करें।
  • जब बच्चा भोजन कर रहा हो तब उस समय शांति का वातावरण बनाएं रखे। ध्यान रखें कि भोजन करते समय टीवी बंद हो। घर के सभी सदस्य मेज पर एक साथ बैठ कर खाना खाएं।
  • जिन खाद्य पदार्थों में ज्यादा चीनी हो, उस खाने को अपने बच्चों को न दें। बच्चों को अलग-अलग पदार्थों से परिचित कराएं।
  • अगर आपका बच्चा नया पदार्थ ट्राई करना नहीं चाह रहा है, तो आप उसके साथ जबरदस्ती न करें। ऐसा हो सकता है कि आपके बच्चे को उस खाने की रंगत या उसकी बनावट पसंद न आ रही हो।
  • बच्चों की थाली में हमेशा कम भोजन होना चाहिए। कम मात्रा में भोजन होने पर बच्चा उसे आराम से खा लेता है। आप उन्हें एक से दो बड़े चम्मच रोटी, चावल और सब्जियां दें।
  • आपके बच्चे को जो भोजन खाना पसंद हो उस खाने को पोषण युक्त बनाएं। जैसे दाल बनाते समय आप गाजर की प्यूरी या सीरियल बनाते समय फलों के टुकड़े डाल सकती हैं।

आप अपने टॉडलर को तरह-तरह के खाद्य पदार्थों को खाने के लिए किस तरह से प्रोत्साहित कर सकती हैं?

नीचे कुछ टिप्स दी गई हैं कि कैसे आप अपने बच्चे को खाना खाने के लिए प्रेरित कर सकती हैं.

  • आप खाने को आकर्षक और सुंदर बना सकती हैं। इसे ऐसे सजाएं कि आपका बच्चा भोजन को देखकर आकर्षित हो।
  • अगर आप अपने टॉडलर को सब्जियां खिलाना चाहती हैं तो उसे टेस्टी डिप के साथ इसे ट्राई करें। बच्चों को केचप खिलाने की कोशिश करें।
  • नाश्ते के समय बच्चों को हेल्दी खाने का ऑप्शन रखें। उन्हें फल और खीरा खाने को दें।
  • बच्चों के लिए फ्रीजिंग फूड्स ट्राई कर सकते हैं। जैसे आप पल्पी फ्रूट जूस को फ्रीज करके रख कर लें और बच्चे को दें, उन्हें इसे खाने में बहुत मजा आता है।
  • आप अपने बच्चे को अपना खाना खुद चुनने दें, जैसे कौन सा सीरियल खाना है, टॉपिंग क्या चाहिए, दूध या दही का चुनाव कर सके।

टॉडलर के खाने में नखरों से निपटने के लिए अन्य टिप्स

जो बच्चे खाने में बहुत नखरे करते हैं उनके साथ धैर्य बनाए रखना बहुत मुश्किल होता है। अक्सर पेरेंट्स अपने बच्चे की खाने में नखरे दिखाने की आदत से परेशान हो जाते हैं। इसलिए अगर आपका बच्चा ऐसा करता है तो यहाँ आपके लिए कुछ टिप्स दी गई हैं।

  • जब आपको बच्चे में ऐसे लक्षण दिखाते हैं कि उसका पेट भरा हुआ है तो पेरेंट्स को उसे गंभीरता से लेना चाहिए। उदाहरण के लिए जब आप बच्चे को खाने दे रही हो तो उसे खाने के लिए जबरदस्ती न करें। अगर वो खाना देखते ही उससे दूर भागने लगता है या खाना निगलने या अपना मुँह खोलने से मना कर देता है। उसके अलावा बच्चा अगर खाना फेंक देता है या खाने को थूक देता है तो उस समय बच्चे को खाने के लिए न कहें।
  • भोजन करने के बाद बच्चे को कुछ भी खाने को न दें। जैसे भोजन करने के बाद बच्चे को दो घंटे तक दूध या जूस नहीं देना चाहिए।
  • बच्चे को धीरे-धीरे खाने देना चाहिए। अगर वह जल्दी खाना खाएगा तो उसकी भूख कम हो जाएगी।
  • परिवार के तौर पर सभी को एक साथ भोजन करना चाहिए।

खाने में नखरे दिखाने वाले बच्चों के लिए भोजन

यहाँ हम आपको कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों के बारे में बता रहे हैं जिन्हें आप अपने खाने में नखरे दिखाने वाले बच्चों को दे सकती हैं। 

1. अनार

बच्चों को रंग-बिरंगा खाना बहुत पसंद होता है और अनार दिखने में गहरे लाल रंग का होता है। यह खाने में भी स्वादिष्ट होता है। आप अपने बच्चे को नाश्ते के साथ में अनार के दाने दे सकती हैं। 

2. टमाटर का सूप

ज्यादातर बच्चों को टमाटर का सूप पसंद होता है। अगर उन्हें टमाटर न भी पसंद तब वे सूप शौक से पी लेते हैं। आप टमाटर का उपयोग करके अलग अलग आकार बनाएं जैसे किसी जानवर का शेप बनाना किसी अल्फाबेट का शेप बनाना! इससे बच्चे को खाने में इंटरेस्ट खुद आएगा।

3. ब्रोकोली

अच्छी तरह से पकी हुई ब्रोकोली की बनावट शायद बच्चों को पसंद न आए। इसलिए आप बच्चे को हल्की फ्राई की हुई ब्रोकली दे सकती हैं। बच्चा इसकी कुरकुरी बनावट और इसके आकार को खाने के लिए पसंद कर सकता है।

4. व्हिप्ड क्रीम और शहद के साथ फलों का सलाद

विभिन्न रंगों के कुछ कटे हुए फल एक साथ लें और उस पर व्हिप्ड क्रीम डालें।  उसके ऊपर थोड़ा शहद डालें। बच्चों को यह हेल्दी स्नैक बहुत पसंद आएगा। 

5. हम्मस

बच्चों को क्रीमी टेक्सचर वाली चीजें बहुत पसंद आती हैं। हम्मस को सैंडविच या फिलिंग के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

6. मटर

हल्के उबले हुए मटर में थोड़ा सा नमक छिड़क कर बच्चों को दें। यह बच्चों के लिए एक शानदार व्यंजन बन सकता है।

7. अनानास

छोटे बच्चों को इसका स्वाद काफी पसंद होता है लेकिन इसका टेक्सचर बच्चों को अच्छा नहीं लगता है। बच्चों को एक कप दही में अनानास मिलाकर देने की कोशिश करें। इसमें आप और भी फलों का इस्तमाल कर सकती हैं।

8. खीरा

बच्चों को खीरे का कुरकुरापन बहुत पसंद होता है। आप उन्हें भोजन के बीच में खीरे के टुकड़े खाने को दें सकती हैं।

कैसे जानें कि आपके बच्चे को पर्याप्त भोजन मिल रहा है या नहीं

हर बच्चा एक अलग गति से बढ़ता है। अगर आपको लगता है कि आपका बच्चा तेजी से नहीं बढ़ रहा है तो परेशान न हों। बच्चे का हर महीने वजन और हाइट मॉनिटर करें। यदि आप परेशान हैं कि आपके बच्चे का वजन नहीं बढ़ रहा है तो आप डॉक्टर से बात कर सकती हैं।

आपको बच्चों के भोजन के समय में बदलाव नहीं लाना चाहिए और बच्चे को ज्यादा खाने के लिए मजबूर नहीं करना चाहिए।

डॉक्टर से कब परामर्श करें

यदि आपके बच्चे की लंबाई और वजन उसकी उम्र के हिसाब से सही है और वह सही मात्रा में भोजन करता है,  तो आपको आपके बच्चे की चिंता नहीं करना चाहिए। और उसे खाने में नखरे दिखाने को लेकर परेशान नहीं होना चाहिए। डॉक्टर से तभी सलाह लेनी चाहिए जब बच्चे का वजन और उसकी उम्र और हाइट के बच्चे के हिसाब से कम हो या नहीं बढ़ रही हो। 

अधिकांश बच्चों में खाने को लेकर बहुत नखरे होते हैं। यह खुद समय के साथ सही हो जाएगा। लेकिन अगर यह अभी भी जारी है तो अपने बच्चे पर चिल्लाने के बजाय अपने बच्चे की ईटिंग हैबिट पर गौर करें। भोजन की आदत को समझने की कोशिश करें। ऐसे बच्चों की आदतों में एक समय के बाद सुधार होगा।

यह भी पढ़ें:

बच्चों को जबरदस्ती खाना खिलाने के हानिकारक प्रभाव
बच्चे को खाना चबाना कैसे सिखाएं – पेरेंट्स के लिए कुछ आसान तरीके
सफर के दौरान शिशुओं और बच्चों के लिए 12 बेस्ट फूड आइडियाज

समर नक़वी

Recent Posts

9 का पहाड़ा – 9 Ka Table In Hindi

गणित के पाठ्यक्रम में गुणा की समझ बच्चों को गुणनफल को तेजी से याद रखने…

3 days ago

2 से 10 का पहाड़ा – 2-10 Ka Table In Hindi

गणित की बुनियाद को मजबूत बनाने के लिए पहाड़े सीखना बेहद जरूरी है। खासकर बच्चों…

3 days ago

10 का पहाड़ा – 10 Ka Table In Hindi

10 का पहाड़ा बच्चों के लिए गणित के सबसे आसान और महत्वपूर्ण पहाड़ों में से…

3 days ago

8 का पहाड़ा – 8 Ka Table In Hindi

8 का पहाड़ा बच्चों के लिए गणित का एक अहम हिस्सा है, जो उनकी गणना…

3 days ago

5 का पहाड़ – 5 Ka Table In Hindi

गणित में पहाड़े याद करना बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण और उपयोगी अभ्यास है, क्योंकि…

4 days ago

3 का पहाड़ा – 3 Ka Table In Hindi

3 का पहाड़ा बच्चों के लिए गणित के मूलभूत पाठों में से एक है। यह…

4 days ago