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आपका बच्चा उस उम्र में है जहाँ पर उसे दुनिया बहुत ही खूबसूरत और रोमांचक लगती है, तो आपको बता दें कि इस उम्र में बच्चों को खोजबीन करना पसंद होता और यह एक सही वक्त है कि आप अपने बच्चे को विज्ञान की खूबसूरत दुनिया से रूबरू करा सकती हैं।
यहाँ पर बच्चों के लिए कुछ आसान और मजेदार साइंस एक्सपेरिमेंट दिए गए हैं, आप भी इनको अपने बच्चे के साथ कर सकती हैं।
यह सभी एक्सपेरिमेंट्स घर के बाहर भी किए जा सकते हैं और घर के अंदर भी, इन एक्सपेरिमेंट के जरिए हम अपने बच्चों के अंदर ऑब्जरवेशन स्किल को बेहतर कर सकते हैं।
सिंक एंड फ्लोट काफी मजेदार गेम है इसके लिए आपको एक पेपर लेना होगा उसमें दो कॉलम बनाकर लिखना होगा सिंक एंड फ्लोट, उसके बाद आप अपने बच्चे को बताएं कि वो कुछ घरेलू सामान और कुछ चीजों को एक-एक करके पानी से भरे कटोरे में डालें और फिर देखें क्या वह तैर रही हैं या फिर पानी में डूब गई हैं।
इसके पीछे का विज्ञान यही है कि भारी सामान वजन ज्यादा होने की वजह से डूब जाता है, वहीं जो चीज हल्की होती है वह तैरती है आपके बच्चे को यह एक्सपेरिमेंट काफी पसंद आएगा।
आप बच्चे को कहें कि वह एक पतीले में पानी ले और उसमें डिश वॉशिंग डिटर्जेंट की कुछ बूंदें डाले फिर कॉटन स्वाब लेकर वह बाथरूम की विंडो पर अपना मन पसंदीदा शब्द बनाए। गर्म पानी से नहाने के बाद बच्चा यह देखेगा कि उसने जो अक्षर बनाया था, वह फॉगी माहौल होने के बावजूद भी दिखाई दे रहा है।
इसके पीछे का तर्क यही है कि डिश वॉशिंग डिटर्जेंट पानी के मॉलिक्यूल को बनने से रोकता है। तो क्यों है ना यह एक्सपेरिमेंट मजेदार!
आप अपने बच्चे से कहें कि वह आधा गिलास पानी ले और उसमें 6 टेबल स्पून नमक डाले और उसको रख दे। फिर उसमें पानी डालें जब तक ग्लास भर न जाए। उसके बाद उसे कहें कि उसमें अंडा डालें और देखें कि होता क्या है। वह देख सकेगा कि जो अंडा उसने पानी में डाला है वह तैरने लगता है क्योंकि नमक से पानी की डेंसिटी बढ़ जाती है।
बच्चे से कहें कि घर में पड़े कुछ सामान को इकट्ठा करे और एक एक करके उसे मैग्नेट के पास ले जाएं जो सामान मेटल और निकल का बना हुआ होगा वह मैग्नेट के पास चिपक जाएगा और जो नहीं बना होगा वह वहीं का वहीं रखा रहेगा। यह एक आसान तरीका है बच्चों को चुंबक के गुणों के बारे में बताने के लिए।
तीन ग्लास लें और तीनों में पानी भर दें, उसके बाद हर ग्लास में खाने का कलर डालें। ध्यान रहे कि आप जो रंग डाल रही हैं वह लाल, पीला और नीला होना चाहिए। उसके बाद बच्चे से कहें कि उनको मिक्स करे और देखे कि नया रंग कैसे बनता है। इसके पीछे का विज्ञान यह है कि लाल, पीला और नीला प्राथमिक रंग हैं, जिन्हें दूसरे रंग बनाने में प्रयोग किया जाता है।
बच्चे से कहें कि 3 कप पानी ले जो कि पूरा भरा हुआ हो। उसमें से एक कप को वो ढक कर फ्रीजर में रख दें और सुबह होने पर बच्चे को याद दिलाएं फ्रीजर से कप बाहर निकालने के लिए और फिर उस में अंतर देखें। जो कप ढका हुआ था उसमें ट्रैक्स पड़े होंगे। इसके पीछे की वजह यह है कि जब पानी जमता है तो वह प्रसार करता है इसीलिए उस कप में क्रैक पड़ गए।
अपने बच्चे के कान के पास एक फूला हुआ गुब्बारा लेकर जाएं फिर धीमे से उसको टैप करें तब वह साउंड वेव को नोटिस करेगा। जी हाँ, इसके पीछे की वजह यह है कि जो एयर मॉलिक्यूल होते हैं वे आपस में टकराते हैं जिसकी वजह से साउंड वेव बढ़ती है।
एक, बोतल में ¾ पानी और बाकी कैस्टर ऑयल डाल दें और फिर उसमें फूड कलरिंग को मिक्स करें। अपने बच्चे से कहें कि इसको ऊपर नीचे करे या फिर एक साइड से दूसरे साइड करे और जो कलरफुल वेव होगी वह एक अंत से दूसरे अंत तक जाएगी। इससे बच्चों को जानने को मिलता है कि पृथ्वी का गुरुत्वाकर्षण खिंचाव तरंगों का कारण बनता है क्योंकि यह सूर्य के चारों ओर घूमती है।
एक बड़ा सा तरबूज और सेब लें। दोनों को अलग-अलग तौल दें ताकि बच्चा जान सके कि कौन सा भारी है फिर उसे एक बड़े से मैदान में ले जाएं और उसे कहें कि दोनों को एक साथ ही ऊपर से नीचे गिराए। इसके बाद आपका बच्चा आपसे पूछेगा कि भारी सामान हल्के सामान से पहले नीचे क्यों नहीं गिरा।
इसका जवाब यह होगा कि गुरुत्वाकर्षण वजन के हिसाब से नहीं बदलता। आप इस एक्सपेरिमेंट को बॉलिंग बॉल, पिंग पॉन्ग बॉल और अन्य दूसरी चीजों के साथ दोहरा सकती हैं।
इस गेम में आपको तीन कॉफी कैन, ब्लैक कंस्ट्रक्शन पेपर के टुकड़े, टेप, नम धूल और रेत लेना होगा। तीनों कैन को उस खिड़की के सामने रखें जिसमें से धूप आ रही हो। फिर उन तीनों पर ब्लैक कंस्ट्रक्शन पेपर चिपका दें केवल ध्यान रखें कि दूसरे कैन में आधा नम धूल और तीसरे में रेत भरी हो। अपने बच्चे से कहें कि थोड़ी देर बाद इनको देखें। आपका बच्चा देख सकेगा कि डर्ट वाला कैन नमी से तरबतर होगा वही तीसरे कैन में हल्की नमी होगी इससे यह साबित होता है कि मिट्टी पानी सोखती है।
यह एक्सपेरिमेंट उनके किंडरगार्टन करिकुलम से भी जुड़ा हुआ है और उन्हें वॉटर साइकल से भी परिचित कराता है!
किंडरगार्टन से आगे जाकर भी बछ्कों में विज्ञानं के प्रति रूचि बनाए रखना जरूरी है। यहाँ पर किंडरगार्टन से बड़े बच्चों के लिए कुछ आसान से साइंस एक्सपेरिमेंट दिए गए हैं ।
हमें रोज ऐसे खेल खेलने का मौके मिलता है जहाँ आप बच्चे से उसकी शैडो को इन्वेस्टिगेट करने को कहें और यह भी पता लगाने के लिए कहें की आखिर लाइट आ कहाँ से रही है। क्या होगा अगर शैडो का आकार बदल जाए, अगर हम हूला हूप लेते हैं क्या होगा अगर हम हूला हूप का डायरेक्शन ही बदल दें तो। अगर हम उसे घर से बाहर या अंदर अलग-अलग जगहों पर जाकर रख दें। आप इस गेम को लैम्प के जरिए भी बच्चे को दिखा कर सकती हैं।
आप अपने बच्चे को पार्क या फिर घर के आंगन में एक जासूसी एडवेंचर के लिए ले जाएं उससे कहें कि वह विभिन्न प्रकार के पेड़, कीड़े मकोड़े और छोटे जीव-जंतुओं को ढूंढे। उसे पेड़ों का निरीक्षण करना और वहां एनिमल लाइफ के लक्षण देखना सिखाएं। क्या पत्ते खा लिए गए हैं या मिट्टी दब गई है? उससे प्रश्न पूछें जैसे, ‘चींटियाँ क्या खाती हैं?’ या ‘कैटरपिलर कैसे चलती है’ इससे बच्चा जीवों की संरचनाओं के बारे में सीखेगा और ये जानेगा कि वे अपनी बुनियादी जरूरतों को कैसे पूरा करते हैं। बच्चे को सिखाएं कि कौन सा जानवर कब शेल्टर लेता है और कब उससे बाहर आता है। इन सभी बेहतरीन लम्हों उसे डायरी में लिखने को कहें और हर मौसम में उसके एडवेंचर के इन पलों को कैमरे में कैद करें।
आप बच्चे को प्ले ग्राउंड लेकर जाएं और उससे झूले पर बैलेंस करने को कहें। उसे सोचने के लिए कहें कि वह कर क्या रहा है और वह खुद को अलग-अलग पोजीशन में कैसे बैलेंस करेगा। उससे पूछें कि क्या होगा अगर वो झूले को जोर से धक्का देता है। झूले पर खेलना आपके बच्चे को समान और विपरीत फोर्सेस के बारे में सिखाएगा।
जब भी आप अपने बच्चे को कार राइड या फिर बस ट्रिप ले जा रही हों, तो उसे आसमान में कितने बादल हैं और उनके क्या आकार हैं आदि के बारे में बताने को कहें। क्या उसे सूरज दिख रहा है? रोशनी कहाँ से आ रही है? मौसम कैसा है, ये सारे ऑब्जर्वेशन बच्चे को अपने वातावरण को समझने में मदद करेंगे। उसे पूछें कि रात में चंद्रमा क्यों चलता हुआ सा लगता है और इसके पीछे की वजह क्या है। उसे इसके पीछे का कारण बताएं कि ऐसा क्यों होता है।
अपने बच्चे को कंस्ट्रक्शन साइट पर ले जाएं या फिर उसके सामने ईंट और पत्थर रखकर पूछें कि क्या पत्थर में अनगिनत कलर हैं? यह एक दूसरे से कैसे अलग दिख रहे हैं? उनका स्ट्रक्चर उनका टेक्सचर कितना अलग है? उसे समझाएं कि बिल्डिंग कैसे बनती है उसके मैटेरियल कैसे अलग होते हैं बिल्डिंग बनाते वक्त किस प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ता। ये सारे अनुभव बच्चे में एक उसकी ऑब्जर्वेशन स्किल और वातावरण के प्रति जागरूकता को बढ़ाएंगे।
किचन एक बेहतरीन जगह है जहाँ पर माप लेने और ऑब्जर्विंग स्किल को डेवलप किया जा सकता है। इस उम्र के बच्चों में जानने की उत्सुकता बहुत होती है और साथ ही वे किचन में मदद करने को भी तैयार रहते हैं। वहीं आपको भी बच्चे को प्रोत्साहित करते हुए इंग्रीडिएंट्स को मिक्स करने और आपके साथ रेसिपीज में मदद करने के लिए कहना चाहिए, इससे उसे पता चलेगा कि दो चीजों को मिक्स कर कैसे नई चीज तैयार की जा सकती है। बच्चे के साथ मिल कर अंडा भुर्जी, पेन केक बनाएं और उसे, ऑब्जर्व करने को कहें कि कैसे हीट की वजह से आकार और जर्दी का रंग बदलता है और उसे भी पूछें कि उसने क्या देखा।
कैपिलरी एक्शन वह होता है जिसमें पानी बिना किसी बाहरी फोर्स के ऊपर जाता है। ये फ्लूइड के हाई सरफेस टेंशन की वजह से होता है बच्चे को समझाएं कि कैसे स्पोंज में पानी भर जाता है कैसे बाल धोने के बावजूद गिले रहते जबकि ग्रेविटी अपना काम भी कर रही है और आप अपने बच्चे को एक्सपेरिमेंट के जरिए भी समझा सकती हैं। सफेद फूलों का गुच्छा लें उसे नीचे से काट दें और कप में गुनगुना पानी डालकर रख दें, फिर इसमें फूड डाइ के कुछ ड्रॉप डाले और फूल को कुछ घंटे के लिए छोड़ दें जब तक वो अपना रंग न बदल ले। इस एक्सपेरिमेंट को देखकर आपका बच्चा हैरान रह जाएगा।
बचपन में स्लाइम के साथ खेलना और उससे अजीब अजीब चीजें बनाना किसी नहीं पसंद था। आप ¼ कप पानी ले, ¼ कप व्हाइट ग्लू और उसमें फूड कलर के कुछ ड्रॉप को मिक्स करें। बच्चे को बोरेक्स सलूशन को ग्लू और वॉटर में मिक्स करने को कहें और तब तक करें जब तक उसके मन के अनुसार इसका टेक्सचर न आ जाए।
आप अपने बच्चे को पेपर से एरोप्लेन बनाकर फिजिक्स और ओरिगामी के बारे में बताएं। पेपर प्लेन को आसमान में उड़ाकर उसे समझने दें कि कैसे प्लेन अपना रास्ता बदलता है।
आपको बता दें कि इस एक्सपेरिमेंट में विस्फोट होता है, इसलिए एक्सपेरिमेंट के दौरान आप सतर्क रहें। सबसे पहले इसके लिए आपको एक डाइट कोक और मेंटोस पैक की जरूरत होगी। दो मेंटोस को आप डाइट कोक में डालें और उसे ब्लास्ट होते हुए देखें। बड़े बच्चों को ये एक्सपेरिमेंट विशेष रूप से पसंद आता है!
इस उम्र में बच्चों को साइंस से जुड़ी चीजों में बहुत इंट्रेस्ट आता है, इसलिए उन्हें साइंस की दुनिया को एक्सप्लोर करने दें। इस बढ़ती उम्र में उन्हें अपनी निगरानी में घर पर और बाहर विज्ञान के इन प्रयोगों और एक्टिविटीज का पता लगाने, मजे करने और इसे आजमाने दें!
बच्चों के लिए बताए गए एक्सपेरिमेंट से उन्हें मजेदार अनुभव के साथ सीखने दें। साथ ही आप भी ऐसी एक्टिविटी का हिस्सा बनें, फिर चाहे वो इनडोर एक्टिविटीज हों या आउटडोर।
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