टॉडलर (1-3 वर्ष)

किस उम्र में आपका बच्चा कार सीट में सामने की ओर चेहरा करके बैठ सकता है

अगर आप एक छोटे बच्चे के पैरेंट हैं, तो कार में सफर करने के दौरान, आपको कार की सुरक्षा पर विचार करने की जरूरत होगी। अगर आप पहली बार माता-पिता बने हैं, तो अपने बच्चे के लिए एक कार सीट खरीदने से पहले आपको उस पर अच्छी तरह से रिसर्च करनी चाहिए। बच्चों का शरीर नाजुक होता है और दुर्घटना में झटके लगने से उन्हें गंभीर चोटें आ सकती हैं। इसलिए आपके बच्चे की सुरक्षा के लिए एक कार सीट बहुत जरूरी है। 

फॉरवर्ड-फेसिंग और रियर-फेसिंग कार सीट में क्या अंतर है?

फॉरवर्ड-फेसिंग कार सीट सामने की ओर देखता है और यह 2 साल से अधिक उम्र के बच्चों के लिए होता है। रियर फेसिंग कार सीट कार के पीछे की ओर देखता है और यह 2 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए होता है, जिनका वजन 13.5 किलो से कम हो और लंबाई 3 फीट से कम हो। रियर फेसिंग कार सीट 45 डिग्री के एंगल पर होते हैं और ये शिशुओं और बच्चों को सबसे बेहतर सुरक्षा देते हैं। इसे कार की बैक सीट के साथ कार की सीट बेल्ट से अटैच किया जाता है और इसमें बच्चे को जगह पर रखने के लिए सेफ्टी हार्नेस लगे होते हैं। 

छोटे बच्चों के लिए रियर फेसिंग कार सीट क्यों चुनना चाहिए?

कार निर्माता के क्रैश टेस्ट डाटा के अनुसार शिशुओं और बच्चों के लिए रियर फेसिंग कार सीट जरूरी होते हैं, क्योंकि शिशुओं और बच्चों की गर्दन की मांसपेशियां पूरी तरह से विकसित नहीं होती हैं, जो कि गाड़ियों की टक्कर होने पर दुर्घटना के झटके को झेल नहीं पाती हैं।

जहां फॉरवर्ड-फेसिंग कार सीट बच्चे को नियंत्रित रखने और उसे जगह पर रखने के लिए डिजाइन की गई है, वहीं अगर एक दुर्घटना के दौरान बच्चे का चेहरा सामने की ओर हो, तो उसके सिर, गर्दन और स्पाइनल कॉर्ड में गंभीर चोटें आ सकती हैं। रियर-फेसिंग सीट को कुछ इस तरह से डिजाइन किया गया है, कि वह दुर्घटना के झटके को बहुत हद तक अब्जोर्ब कर लेती है और बचे हुए झटके को पीठ, सिर और गर्दन समेत शरीर के बड़े हिस्से में फैला देती है। इससे शरीर के किसी एक हिस्से पर तनाव आने से बचाव होता है, जिससे गंभीर चोट का खतरा कम हो जाता है। 

आपका बच्चा कार सीट में सामने की ओर देखते हुए कब बैठ सकता है?

अगर आप सोच रहे हैं, कि बच्चे कार सीट में सामने की ओर चेहरा करके कब बैठ सकते हैं, तो इसका जवाब है, जब बच्चे की उम्र 2 साल या उससे अधिक हो जाती है और वह रियर-फेसिंग कार सीट के वजन और लंबाई की सीमा से बाहर आ जाते हैं, तब वे कार सीट में सामने की ओर देखते हुए बैठ सकते हैं। आमतौर पर, इसकी लंबाई की सीमा 3 फीट और वजन की सीमा 13.5 किलो होती है। 

कुछ बच्चे रियर-फेसिंग कार सीट में रोते हैं या चिड़चिड़े हो जाते हैं, लेकिन उनके लिए इसी तरह बैठना सबसे बेहतर है। क्योंकि इस पोजीशन में कार दुर्घटना की स्थिति में उनका बचाव सबसे बेहतर तरीके से हो सकता है।

छोटे बच्चों के लिए कितने प्रकार के कार सीट उपलब्ध होते हैं?

छोटे बच्चों के लिए उपलब्ध विभिन्न प्रकार के कार सीट में से कुछ इस प्रकार हैं: 

1. रियर-फेसिंग इन्फेंट कार सीट

यह पीछे की ओर देखती हुई एक इन्फेंट कार सीट होती है, जिसके लिए वजन का रेंज 10 से 18 किलो के बीच होता है। इस सीट में एक बेस होता है, जो कि कार में लगा होता है और एक कैरियर होता है, जिसमें स्ट्रैप्स लगे होते हैं, जो कि बेस के साथ क्लिक हो जाता है। कैरियर में एक हैंडल होता है, जिसकी मदद से बच्चे को आसानी से कैरी किया जा सकता है। 

2. कन्वर्टिबल इन्फेंट टॉडलर कार सीट

यह कार सीट 22 किलो तक के वजन वाले बच्चों के लिए अच्छी होती है। जो बच्चे अपने सिर को नियंत्रित रख सकते हैं और खुद बैठ सकते हैं, उनके लिए इसे रियर-फेसिंग सीट के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। जब बच्चे का वजन 10 किलो से अधिक हो जाता है, तो इसे पलटकर फ्रंट-फेसिंग कार सीट के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। 

3. शिशु, छोटे बच्चों और बच्चों के लिए थ्री-इन-वन कन्वर्टिबल कार सीट

यह सीट इसके पहले वाली सीट से मिलती-जुलती होती है और शुरुआत में इसे एक रियर-फेसिंग सीट के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। जब बच्चा 4 साल का हो जाता है और उसका वजन 18 किलो के लगभग हो जाता है, तो आप इस सीट की बैक को निकाल सकते हैं और बेस को नॉर्मल कार सीट बेल्ट के साथ बूस्टर सीट के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। 

बच्चे की सीट को सुरक्षित रूप से रियर-फेसिंग से फॉरवर्ड-फेसिंग में कैसे बदलें?

बच्चे के लिए कार में सफर करने का सबसे सुरक्षित तरीका होता है, रियर-फेसिंग कार सीट में बैठकर सफर करना। हालांकि, अगर आप एक लंबी ट्रिप पर जा रहे हैं और आपका बच्चा एक साल से अधिक उम्र का है, तो आपको उसकी सीट को आगे की ओर घुमाने की इच्छा हो सकती है। अगर आप ऐसा करना चाहते हैं, तो इस बात का ध्यान रखें, कि बच्चे की कार सीट, कार की बैक सीट के बीच में होनी चाहिए। किसी दुर्घटना की स्थिति में कार की यह जगह आपके बच्चे के लिए सबसे सुरक्षित है। 

बच्चे की सुरक्षा के लिए कार सेफ्टी टिप्स

यहां पर कुछ कार सेफ्टी टिप्स दिए गए हैं, जिससे कार में सफर के दौरान आपके बच्चे की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके: 

  • कार सीट और कार के सीट बेल्ट के बीच खाली जगह नहीं होनी चाहिए। यह पूरी तरह से टाइट होना चाहिए।
  • बच्चे की हार्नेस स्ट्रैप पूरी तरह से कसे होने चाहिए। अगर ये सही तरह से कसे हुए होंगे, तो आप बेल्ट के अंदर केवल दो उंगलियां रख पाएंगे।
  • इस बात का ध्यान रखें, कि आपके बच्चे के घुटने उसकी छाती पर दबने नहीं चाहिए। अगर बच्चे के पैर कार की रियर सीट को छूते हैं, तो यह बिल्कुल ठीक है।
  • अगर आप एक रियर-फेसिंग कैरियर सीट का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो इस बात का ध्यान रखें, कि वह अपनी जगह पर अच्छी तरह से टिकी हुई हो।
  • कुछ बच्चे रियर-फेसिंग सीट में चिड़चिड़े हो सकते हैं। आप पीछे की खिड़की में एक आईना लगा सकते हैं, जिसमें वह आपको देख सके। आप बच्चे को खेलने के लिए कुछ ऐसे खिलौने भी दे सकते हैं, जो कि कार में खेलने के लिए सुरक्षित हों।

  • बच्चे के सिर को उसकी छाती की ओर मुड़ने ना दें। इससे दुर्घटना की स्थिति में उसे चोट लग सकती है। सीट को कुछ इस तरह से लगाएं, कि बच्चे का सिर एक आरामदायक स्थिति में हो।
  • बच्चे के कार सीट को कार के बैक साइड के बीच में सेट करें। यह जगह सबसे सुरक्षित है, क्योंकि कार के दरवाजे धक्के से टूट सकते हैं।
  • कार सीट को इंस्टॉल करते समय बेल्ट पाथ और निर्देशों को सही तरह से चेक करें।
  • बच्चे को कार सीट में रखते समय, कोट और कंबलों का बोझ ना डालें। एक बार जब बच्चा वहां सेट हो जाता है, तो आप उसके इर्द-गिर्द एक कंबल डाल सकते हैं।

अपने बच्चे के लिए एक कार सीट चुनने से पहले, अच्छी तरह से रिसर्च करें। कार सीट की सुरक्षा में, कार सीट का प्रकार और उसकी स्थिति महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। सीट को जगह पर, अच्छी तरह से स्ट्रैप करें और बच्चे को सुरक्षित रखने के लिए हार्नेस बेल्ट का इस्तेमाल करें। 

यह भी पढ़ें: 

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पूजा ठाकुर

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