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कभी-कभी आपको बच्चे के हाथ-पैर बहुत ज्यादा ठंडे लगेंगे पर उन्हें बुखार नहीं होगा। बच्चों के हाथ व पैर ठंडे होना बहुत आम है। बिना बीमारी के ही बच्चों के हाथ-पैर ठंडे हो सकते हैं। यदि आपके बच्चे के साथ भी ऐसा है तो चिंता की कोई बात नहीं है।
बच्चों के हाथ पैर ठंडे क्यों होते हैं?
नवजात शिशुओं के हाथ व पैर अक्सर ठंडे हो जाते हैं। इसका एक साधारण सा कारण है। चूंकि छोटे बच्चे के सर्कुलेशन सिस्टम को बाहरी चीजों की आदत हो रही होती है इसलिए शरीर की गर्माहट मुख्य अंगों के कारण बदल जाती है। इससे बच्चे के पैरों व हाथों की गर्माहट कम होती है और यह अन्य अंगों से ज्यादा ठंडे होने लगते हैं।
यदि बच्चे के हाथ-पैर ठंडे हों तो क्या करें?
बच्चे के हाथ व पैरों को गर्माहट देने के लिए आप निम्नलिखित तरीकों का उपयोग करें, आइए जानें;
- आप अपने बच्चे को सुविधाजनक व फुल स्लीव के टॉप व मोजे पहनाएं। मोजे पहनने से बच्चे को गर्मी मिलती है। आप बच्चे को स्वेटर न पहनाएं और उसे ब्लैंकेट भी न उड़ाएं। आप बच्चे को सुलाते समय उसके पूरे कपड़े न निकालें।
- आप थर्मामीटर से बच्चे के शरीर का तापमान जांचें। यदि तापमान 97 डिग्री से कम है तो आप गर्माहट के लिए बच्चे को एक्स्ट्रा ब्लैंकेट उढ़ा दें।
डॉक्टर से कब मिलें?
यदि बच्चे के शरीर का तापमान बहुत ज्यादा है और वह लगातार रोता है व इरिटेट होता है तो आप उसे डॉक्टर के पास ले जाएं।
यदि बच्चे के हाथ व पैर अपने आप ही ठंडे होते हैं तो यह किसी भी चिंता का कारण नहीं है। इस बारे में आप डॉक्टर से सलाह लें और फॉलो करें।
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