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पैरेंट होना कोई आसान बात नहीं है आपको बच्चे के लिए कोई भी चीज इस्तेमाल करने से पहले सोचना पड़ता है कि क्या यह बच्चे के लिए सुरक्षित होगा? और सवाल आपके मन में तब भी आता है जब फ्लोराइड टूथपेस्ट को यूज करने की बात हो, कि क्या यह सेफ होगा। अमेरिकन डेंटल एसोसिएशन बच्चों के लिए इसके उपयोग करने की इजाजत देता है। हालांकि, बच्चों को बड़ों की तुलना में फ्लोराइड का ज्यादा उपयोग करने से कुछ कॉम्प्लिकेशन होने का खतरा हो सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि अभी उनके दाँत डेवलप हो रहे होते हैं और ज्यादा फ्लोराइड का इस्तेमाल करने से नुकसान पहुँच सकता है। इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि किसी भी प्रकार के फ्लोराइड युक्त प्रोडक्ट जैसे कि फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट का उपयोग बच्चों के लिए अगर लिमिटेड किया जाए तो यह बिलकुल सेफ है।
फ्लोराइड एक नेचुरल मिनरल है। जो हमारे पानी, मिट्टी और हवा में नेचुरली पाया जाता है। इसका उपयोग टूथपेस्ट और वाटर सप्लाई में किया जाता है क्योंकि इसके कई लाभ हैं, जो हम नीचे जानेंगे:
फ्लोराइड वाले टूथपेस्ट में फ्लोराइड युक्त पानी की तुलना में फ्लोराइड की मात्रा अधिक होती है और इसलिए, इसे निगलना नहीं चाहिए। लेकिन फ्लोराइड की अधिक मात्रा से नुकसान क्यों पहुँचता है? किसी भी दूसरे विटामिन या मिनरल सप्लीमेंट की तरह ही जब कोई भी चीज ज्यादा क्वांटिटी में इस्तेमाल किया जाए तो इससे फायदा होने से ज्यादा नुकसान होता है।
फ्लोराइड बच्चों के लिए सुरक्षित होता है या नहीं, इसे लेकर कई डिबेट होती रही हैं। हाँ यह सेफ है। हालांकि, आपको यह सुझाव दिया जाता है कि आप एक फ्लोराइड टूथपेस्ट का उपयोग करें, जिसे मेडिकल अथॉरिटी की ओर से इस्तेमाल करने की स्वीकृति मिली हो ।
सप्लीमेंट के रूप में बड़े बच्चों के लिए फ्लोराइड को अक्सर यूज करने की सलाह दी जाती है। हालांकि, आमतौर पर छोटे बच्चों के लिए फ्लोराइड का उपयोग करने की सलाह नहीं दी जाती है जब तक कि वे उन क्षेत्रों में नहीं रहते हैं जहाँ पीने के पानी में फ्लोराइड की मात्रा कम न हो, जिसमें बॉटल वाटर भी शामिल है।
तो, फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट का उपयोग करने वाले बच्चों के लिए क्या उपाय किए जाने चाहिए? छोटे बच्चे के लिए इसका अमाउंट केवल चावल के एक दाने जितना होना चाहिए।
8 साल की उम्र से पहले हद से ज्यादा फ्लोराइड का उपयोग करना अच्छा नहीं है। खाकसार के तब जब बच्चे के दाँत डेवलप हो रहे होते हैं और फ्लोराइड की ज्यादा मात्रा से इनेमल फ्लोरोसिस नामक कंडीशन पैदा हो सकती है। इस कंडीशन में दाँत बेरंग और पैची नजर आने लगते हैं। ये लक्षण कई बार नोटिस नहीं किए जाते हैं और आमतौर पर, ये कंडीशन बहुत माइल्ड होती है। यदि आप इन लक्षणों को नोटिस करती हैं, तो आपको अपने बच्चे को डेंटिस्ट के पास ले जाएं।
शरीर में अधिक फ्लोराइड जाने के कारण ज्यादातर फ्लोराइड टूथपेस्ट, माउथवॉश, रिन्स या किसी अन्य फ्लोराइड-आधारित डेंटल केयर प्रोडक्ट को गलती से निगलना होता है। जब शरीर को फ्लोराइड की जरूरत न होने के बाद भी फ्लोराइड सप्लीमेंट का सेवन अधिक मात्रा में किया जाता है, तो बच्चे को प्रॉब्लम हो सकती है।
यदि फ्लोराइड का अधिक सेवन कर लिए जाए, तो पॉइजनिंग भी हो सकती है। यह कोई गंभीर या जानलेवा कंडीशन नहीं है लेकिन यह बहुत कॉमन है। यह आमतौर पर ऐसा फ्लोराइड निगलने के आधे घंटे बाद होता है। ये कंडीशन लगभग 24 घंटे तक रह सकती है। फ्लोराइड पॉइजनिंग के लक्षणों में शामिल हैं:
हाँ, 3 साल और उससे अधिक उम्र के बच्चे फ्लोराइड टूथपेस्ट का उपयोग कर सकते हैं। ध्यान दें कि इसे बहुत कम मात्रा में ही यूज करें। बच्चों का टूथपेस्ट को निगल जाना आम बात है, जिसे रोकना चाहिए। जब आपके बच्चे खुद से ब्रश कर रहे हों तो आप उनके आसपास रहें। उन्हें टूथपेस्ट निगलना नहीं है बल्कि बाहर थूकना है ये समझाएं। इन प्रोडक्ट को बच्चों की पहुँच से दूर रखें ताकि खेल खेल में वे इसे निगले नहीं।
ऐसे प्रोडक्ट मौजूद हैं जो फ्लोराइड-बेस्ड लोगों के अलावा डेंटल और ओरल केयर में मदद करते हैं। बच्चों के लिए फ्लोराइड टूथपेस्ट के बजाय उपयोग किए जाने वाले कुछ दूसरे ऑप्शन भी मौजूद हैं। जो इस प्रकार हैं:
नीम एक्सट्रेक्ट वाला टूथपेस्ट दाँतों के लिए फायदेमंद होता है। नीम डेंटल केयर में विशेष रूप से प्लैक को कम करने और मसूड़े की सूजन के लिए एक बेहतरीन उपाय के रूप में बहुत प्रभावी माना जाता है।
बेकिंग सोडा के साथ मिक्स करने के बाद आसानी से टूथपेस्ट के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। इसमें एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं जो बैक्टीरिया को डेवलप होने से रोकते हैं, जिससे दांतों में सड़न पैदा होती हैं। यह प्लैक को कम करने में भी मदद कर सकता है।
पानी में थोड़ा सी सॉल्ट मिलाएं या गीले टूथब्रश को थोड़े से सी सॉल्ट में डिप करें और अपने बच्चे के दाँतों को ब्रश करें जैसा कि आप नॉर्मली करती हैं। इसमें कई एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं और उच्च मात्रा में न्यूट्रिएंट भी मौजूद होते हैं, जो बच्चे के दाँतों के लिए अच्छा होता है।
यह बहुत कॉमन एक घरेलू सामग्री है, आप इसका टूथपेस्ट बनाने के लिए बेकिंग सोडा और पानी को एक साथ मिक्स कर के पेस्ट तैयार कर सकती हैं। यह डेंटल केयर के लिए पाउडर के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
ऑलिव ऑयल एक अच्छे मॉइस्चराइजर के रूप में काम करता है और जब इसे ओजोन के साथ इन्फ्यूज्ड किया जाता है तो डेंटल केयर प्रोडक्ट के रूप में बेहतरीन रूप से काम करता है। यह फ्लोराइड आधारित डेंटल केयर प्रोडक्ट का बेहतरीन ऑप्शन है।
अजवाइन का तेल दांतों, पस और मुँह के घावों को कम कर सकता है। इसे ऑलिव ऑयल के साथ डाइल्यूट करने के बाद ही उपयोग किया जाता है।
लोहबान बदबूदार साँस की समस्या को कम करता है और मसूड़े के स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा है। यह पीरियडोंटल डिजीज को भी होने से रोकता है।
बच्चों की ओरल और डेंटल हाइजीन को ज्यादातर पैरेंट चिंता जताते हैं। यदि आप फ्लोराइड टूथपेस्ट का ही इस्तेमाल करना चाहती हैं, तो इस लेख में दी गई टिप्स का पालन कर के सुरक्षित रूप से इसका उपयोग उपयोग बच्चे के लिए कर सकती हैं। आप सप्ताह में कुछ दिन ऊपर बताए गए टूथपेस्ट का ऑप्शन भी अपना सकती हैं, इससे एक हेल्दी बैलेंस बना रहेगा। लेकिन फिर भी अगर आपके मन में कोई चिंता या सवाल है तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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