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उसी पुराने हेयर स्टाइल से बोर हो जाना बिल्कुल आम बात है। हम अच्छा दिखने और अच्छा महसूस करने के लिए लगातार नए-नए हेयर स्टाइल्स को आजमाते रहते हैं। एक औरत के लिए उसके बाल बहुत ही खास होते हैं। आज के समय में बिल्कुल स्ट्रेट बाल पसंद करने वालों के लिए हेयर रिबॉन्डिंग और घुंघराली लटों को पसंद करने वालों के लिए हेयर पर्मिंग सबसे ज्यादा लोकप्रिय है। हालांकि, हेयर रिबॉन्डिंग और हेयर पर्मिंग, ये दोनों ही केमिकल प्रोसेस हैं, इसलिए गर्भवती स्त्रियां अक्सर गर्भावस्था के दौरान इन्हें करवाने में दुविधा महसूस करती हैं ।
गर्भावस्था एक नाजुक दौर होता है और इस दौरान आप जो भी कुछ करती हैं, उसका प्रभाव अजन्मे शिशु पर पड़ता है। इसलिए हर कदम उठाने से पहले अपने बच्चे के बारे में सोच लेना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान कुछ भी करने से पहले सवाल पूछने में समझदारी है, क्योंकि आप न सिर्फ अपने लिए बल्कि, अपने बच्चे के लिए भी जिम्मेदार होती हैं। आइए देखते हैं कि हेयर रिबॉन्डिंग और पर्मिंग आपके बच्चे के लिए सही है या नहीं।
क्या गर्भावस्था के दौरान आप अपने बालों को रिबॉन्ड कर सकती हैं?
रिबॉन्डिंग एक हेयर स्टाइलिंग प्रोसेस है, जो आपके बालों को स्थाई रूप से सीधा कर देता है। आपके बालों के नेचुरल सेल्स को तोड़कर उन्हें रिलैक्स करने के लिए केमिकल और हीट का उपयोग किया जाता है। सबसे पहले आपके बालों को शैंपू से साफ किया जाता है और एक हेयर कंडीशनर से कंडीशन किया जाता है। फिर इसे ब्लो ड्राई किया जाता है। फिर बालों को रिलैक्स करने वाले एक केमिकल की एक मोटी परत आपके पूरे बालों पर लगाई जाती है। इसे बालों में लगाकर आधे घंटे से एक घंटे तक छोड़ दिया जाता है। इसके बाद बालों को फिर से धोकर ब्लो ड्राई किया जाता है। यह प्रोसेस यहां खत्म नहीं होता। बालों को नमी प्रदान करने वाली केरेटीन लोशन नामक एक क्रीम लगाई जाती है, जो कि उलझे बालों को सुलझाता है और फिर आपके बालों को सीधा किया जाता है। इसके बाद आपके बालों में लगभग आधे घंटे के लिए एक न्यूट्रलाइजर लगाया जाता है। फिर उसे धोया जाता है। अंत में हेयर सिरम लगाया जाता है और फिर एक हेयर स्ट्रेटनर से बालों को फिर से स्ट्रेट किया जाता है। यह हेयर रिबॉन्डिंग की पूरी प्रक्रिया होती है। जैसा कि आप देख सकते हैं, इसमें बहुत सारे केमिकल का इस्तेमाल होता है। इस प्रोसेस में इस्तेमाल किए जाने वाले रिलेक्सेंट्स और क्रीम काफी हार्ड होते हैं, जिनमें आपके बालों को स्ट्रेट दिखाने की क्षमता होती है।
फायदे
- रिबॉन्डिंग के बाद बाल बहुत सुंदर दिखते हैं, इसी कारण महिलाएं बालों की रिबॉन्डिंग कराना पसंद करती हैं। घुंघराले बालों की तुलना में चमकते सीधे बालों को मैनेज करना बहुत आसान होता है, इसलिए भी महिलाएं इसे करवाना पसंद करती हैं।
- गर्भावस्था के दौरान एक नया लुक पाना अच्छा होता है, क्योंकि इस दौरान आपको अपना ख्याल रखना चाहिए।
नुकसान
गर्भावस्था के दौरान हेयर रिबॉन्डिंग के फायदे हम आपको बता चुके हैं, आइए अब नुकसान भी देख लेते हैं:
- जैसा कि ऊपर बताया गया है, हेयर रिबॉन्डिंग एक केमिकल प्रोसेस है, जिसमें बहुत हीट का उपयोग किया जाता है। बहुत लोग यह तर्क देते हैं, कि यह केवल बालों की लंबाई पर किया जाता है, लेकिन आपके सिर की त्वचा भी केमिकल्स के संपर्क में आ सकती हैं और इससे केमिकल्स को आपके शरीर के अंदर जाने का रास्ता मिल जाता है। ये केमिकल्स खून में मिलते हुए प्लेसेंटा के द्वारा आपके बच्चे तक पहुंच सकते हैं।
- ज्यादातर हेयर रिलेक्सेंट्स में लाई नामक एक केमिकल पाया जाता है। लाई त्वचा में इरिटेशन और रेशेज पैदा कर सकते हैं। गर्भावस्था के दौरान आपकी त्वचा बहुत ज्यादा संवेदनशील हो जाती हैं, इसलिए इन केमिकल्स से दूरी बनाए रखना सबसे बेहतर है।
- केमिकल रिलेक्सेंट्स और लोशन की खुशबू बहुत तेज होती है। कभी-कभी यह इतनी ज्यादा होती है, कि इसमें से भाप भी निकलने लगता है। यह आपके रेस्पिरेट्री ट्रैक्ट को इरिटेट कर सकता है और आपको जी मिचलाने की समस्या हो सकती है।
- गर्भावस्था के दौरान आपके हॉर्मोन्स बढ़े हुए होते हैं। हेयर रिलेक्सेंट्स जैसे बाहरी तत्वों के संपर्क में आने से ये और भी ज्यादा बढ़ सकते हैं।
ध्यान में रखने वाली बातें
- सबसे पहले अपने डॉक्टर से परामर्श लें। आपके डॉक्टर एक जांच करके यह पता कर सकते हैं कि हेयर रिबॉन्डिंग के लिए जरूरी सामग्रियों में से किसी से आपको एलर्जी है या नहीं।
- आप किसी अच्छे सलोन में जाएं, जहां अच्छी क्वालिटी के प्रोडक्ट इस्तेमाल किए जाते हैं।
- आप इन प्रोडक्ट के बैकग्राउंड को भी चेक कर सकते हैं और यह देख सकते हैं इसमें लाई की मात्रा कितनी है। इसकी ज्यादा मात्रा होने की स्थिति में आप अपने हेयर स्टाइलिस्ट को कोई अन्य प्रोडक्ट इस्तेमाल करने के लिए कह सकते हैं।
- इसके बारे में अपने एक-दो दोस्तों से भी बात करें। अगर आपके किसी दोस्त ने गर्भावस्था के दौरान हेयर रिबॉन्डिंग करवाई है, तो आप उनसे भी बात कर सकती हैं। हर किसी की शारीरिक संरचना अलग होती है, इसलिए ऐसा आवश्यक नहीं है कि जो उसके लिए सही था वह आपके लिए भी सही होगा, पर फिर भी जो व्यक्ति पहले इस स्थिति से गुजर चुका है उससे बात करना सही होता है।
क्या गर्भावस्था के दौरान अपने बालों को पर्म कराना चाहिए?
हेयर रिबॉन्डिंग की तरह ही हेयर पर्मिंग में भी बहुत सारे केमिकल प्रोसेस से गुजरना पड़ता है और गर्माहट का सामना भी करना पड़ता है। हेयर पर्मिंग का उपयोग बालों को वेवी या घुंघराले बनाने के लिए किया जाता है। रिलेक्सेंट्स और हीट के द्वारा बालों की संरचना को बदला जाता है। हेयर पर्मिंग सिर्फ बालों की लंबाई में किया जाता है, पर हेयर रिबॉन्डिंग की तरह ही इस प्रोसेस में उपयोग किए जाने वाले केमिकल रिलेक्सेंट्स आप पर और आपके बच्चे पर प्रभाव डाल सकते हैं।
गर्भावस्था के दौरान बालों को पर्म करवाना सही क्यों नहीं है?
गर्भावस्था का दौर बहुत नाजुक होता है। आप जो भी कुछ करते हैं, उसका असर आपके गर्भस्थ शिशु पर भी पड़ता है। इसलिए कुछ भी करने से पहले दो बार अवश्य सोचना चाहिए। पर्मिंग के साथ भी बिल्कुल ऐसा ही है। यह एक केमिकल प्रोसेस है। इस स्थिति में केमिकल के संपर्क में आना एक समझदार डिसीजन नहीं है। साथ ही बदलावों के कारण हो सकता है कि, आपके बाल आमतौर पर जैसा रिएक्ट करते हैं वैसे ना करें। ऐसी परिस्थितियां भी देखी गई हैं, जहां गर्भवती स्त्री हेयर पर्मिंग के लिए जाती हैं, पर उलझे बाल लेकर वापस आती हैं। ऐसा केमिकल रिलेक्सेंट्स और लोशन के प्रति आपके बालों के रिएक्शन के कारण होता है। इसके अलावा ये केमिकल्स काफी स्ट्रांग होते हैं और इनमें से आपकी आंखों, त्वचा और रेस्पिरेट्री ट्रैक्ट को इरिटेट करने वाले भाप निकल सकते हैं।
गर्भावस्था के दौरान हेयर पर्मिंग के दूसरे ऑप्शन
गर्भावस्था के दौरान हेयर पर्मिंग का परामर्श नहीं दिया जाता है, पर फिर भी आप डाइंग जैसे हेयर स्टाइलिंग ट्रीटमेंट का चुनाव करके, एक हेयर मेकओवर का लुत्फ उठा सकते हैं। हेयर डाई टेस्टेड होते हैं और यह साबित हो चुका है, कि गर्भावस्था के दौरान इनका कोई बुरा प्रभाव भी नहीं पड़ता है। बस इस बात का ध्यान रखें कि आप माइल्ड हेयर कलर्स का उपयोग करें, जो कि अच्छी क्वालिटी का हो। इसके उपयोग से पहले अपने डॉक्टर और हेयर स्टाइलिस्ट दोनों से परामर्श लेना ना भूलें। केमिकल हेयर डाई का दूसरा विकल्प वेजिटेबल हेयर डाई है। यह ज्यादा ऑर्गेनिक और प्राकृतिक भी होता है। गर्भावस्था के दौरान बालों को पर्म या रिबॉन्ड कराने से बेहतर है कि एक नया हेयरकट करवाएं। एक ऐसा नया स्टाइल चुनें जो आपके चेहरे पर अच्छा दिखता हो। एक अच्छा हेयर कट आपको अच्छा महसूस कराएगा और आपके बाल स्वस्थ भी लगेंगे। एक अच्छा हेयर स्पा ट्रीटमेंट करवाएं, इससे आपको आराम भी मिलेगा और आप अच्छा महसूस करेंगी, साथ ही यह बालों को बढ़ाने में सहायता भी करता है।
गर्भवती होने का अर्थ यह नहीं है, कि आपको अपना ब्यूटी रेजीम छोड़ना पड़ेगा। असल में इस दौरान आपको अपनी और भी ज्यादा देखभाल करने की जरूरत होती है। हालांकि हेयर स्टाइलिंग के कुछ तरीके आपके और आपके बच्चे के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं, इसलिए कुछ भी करने से पहले सभी विकल्पों पर एक बार विचार कर लें, साथ ही अपने डॉक्टर से राय अवश्य लें। ध्यान देने वाली सबसे जरूरी बात यह है, कि सुंदर दिखने के लिए नुकसानदायक तरीकों का चुनाव करने की जरूरत नहीं होती है।
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