In this Article
माइक्रोवेव की मदद से एक महिला का जीवन बहुत आसान हो जाता है और आज के समय में यह ज्यादातर घरों में मौजूद भी होता है। यह उपयोग करने के लिए बहुत सुविधाजनक है और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इससे आपका काफी समय बचता है। आप इसमें खाने को गर्म कर सकती हैं या एक घंटे से भी कम समय में केक तैयार कर सकती हैं, जब आपके पास समय कम होता है तो उस दौरान माइक्रोवेव बहुत काम आता है। लेकिन अगर आप गर्भवती हैं, तो आपके मन में सुरक्षा के नजरिए से यह सवाल आ सकता है कि क्या प्रेगनेंसी के दौरान आपका माइक्रोवेव इस्तेमाल करना या खाना बनाना सुरक्षित रहेगा? माइक्रोवेव के उपयोग से जुड़े कई मिथ और फैक्ट हैं और जब आपके गर्भ में एक बच्चे का विकास हो रहा होता है तो आपको माइक्रोवेव से सभी मिथ खयाल में आएंगे जो आपने अपने परिवार के सदस्यों या दोस्तों से सुने होंगे या कहीं पढ़े होंगे। इससे पहले कि आप माइक्रोवेव का इस्तेमाल करना बंद कर दें, जान लें कि क्या सच में यह आपके लिए हानिकारक है और फिर निर्णय लें!
माइक्रोवेव से निकलने वाले रेडिएशन को आँखों से नहीं देखा जा सकता, इसकी न ही कोई गंध होती है और न ही यह दिखाई देता है, इसलिए गर्भवती महिला को माइक्रोवेव का उपयोग करते समय सावधानी बरतनी चाहिए। यदि माइक्रोवेव का दरवाजा बंद नहीं होता है या खराब है, तो बेहतर होगा कि आप इसमें खाना पकाने से बचें। माना जाता है कि नए मॉडल की तुलना में जो माइक्रोवेव 2 साल से ज्यादा समय से इस्तेमाल किए जा रहे हैं उनके लीकेज का खतरा ज्यादा होता है। जो माइक्रोवेव लीक कर रहा हो, उसका रेडिएशन गर्भवती महिला के लिए हानिकारक हो सकता है, क्योंकि इसके तरंगें 12 सेमी तक पहुँच सकती हैं और अगर गर्भवती महिला माइक्रोवेव के बहुत करीब खड़ी होती है, तो हानिकारक तरंगें उस तक आसानी से पहुँच सकती है। आपके लिए बेहतर यही है कि माइक्रोवेव का उपयोग गर्भावस्था के दौरान करने से बचें, लेकिन अगर फिर भी आप माइक्रोवेव में खाना बनाना चाहती हैं, तो नीचे बताई गई सावधानियों को बरतते हुए माइक्रोवेव इस्तेमाल करें।
आपको यह सलाह दी जाती है कि जब आप माइक्रोवेव का इतेमाल करें तो नीचे बताई गई टिप्स को ध्यान में रखें और उसका पालन करें:
आप माइक्रोवेव में पका हुआ खाना खा सकती हैं, लेकिन आपको इसे ज्यादा गरम नहीं करना चाहिए। जब भोजन को माइक्रोवेव में पकाया जाता है, तो इसकी मॉलिक्यूल फॉर्म या संरचना परिवर्तित नहीं होती है। इसलिए, यह निष्कर्ष निकलता है कि भोजन कंटामिनटेड नहीं होता है। कई स्टडीज के अनुसार, माइक्रोवेव में खाना पकाने से भोजन की न्यूट्रिशनल वैल्यू कम हो जाती है। लेकिन कुछ लोगों का मानना है कि माइक्रोवेव में पारंपरिक तरीके से खाना पकाने से कई सारे पोषक तत्व और मिनरल बरकरार रहते हैं। आपने देखा होगा कि कई बार, माइक्रोवेव में खाना ठीक से गर्म नहीं होता है और कई बार बहुत ज्यादा गर्म हो जाता है। इसलिए, खयाल रखें कि जब खाना ठंडा हो जाए उसके बाद ही इसका सेवन करें।
जब माइक्रोवेव को ठीक से इस्तेमाल किया जाता है, तो फिर आपको या आपके बच्चे को इससे कोई खतरा नहीं होता है। इसके अलावा एफडीए की रिपोर्ट के अनुसार माना जाता है कि, माइक्रोवेव बहुत कम रेडिएशन का उत्सर्जन करता है। इसलिए, अच्छी तरह से देखभाल और सावधानियों के साथ आप माइक्रोवेव का उपयोग सुरक्षित रूप से कर सकती हैं। लेकिन फिर भी अगर आपके मन में डाउट है, तो आप गर्भावस्था के दौरान माइक्रोवेव में खाना बनाने और गर्म करने को लेकर अपने डॉक्टर से बात कर सकती हैं ।
यह भी पढ़ें:
प्रेगनेंसी में पिज्जा का सेवन
क्या प्रेगनेंसी में केक खाना चाहिए?
हिंदी वह भाषा है जो हमारे देश में सबसे ज्यादा बोली जाती है। बच्चे की…
बच्चों को गिनती सिखाने के बाद सबसे पहले हम उन्हें गिनतियों को कैसे जोड़ा और…
गर्भवती होना आसान नहीं होता और यदि कोई महिला गर्भावस्था के दौरान मिर्गी की बीमारी…
गणित के पाठ्यक्रम में गुणा की समझ बच्चों को गुणनफल को तेजी से याद रखने…
गणित की बुनियाद को मजबूत बनाने के लिए पहाड़े सीखना बेहद जरूरी है। खासकर बच्चों…
10 का पहाड़ा बच्चों के लिए गणित के सबसे आसान और महत्वपूर्ण पहाड़ों में से…