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कुछ महिलाओं के लिए उनका सुंदर दिखना बहुत मायने रखता है और वे किसी भी कमी को पूरा करने के लिए आवश्यक चीजों का उपयोग करती हैं। इसमें टेढ़े मेढ़े दाँत भी शामिल हैं जिन्हें ब्रेसेस की मदद से ठीक किया जा सकता है। हालांकि यदि आप गर्भवती हैं तो आप सोचती होंगी कि इस दौरान क्या आप ब्रेसेस पहन सकती हैं या नहीं। इस बात को सोचकर अपनी परेशानी को कम करने के लिए आप यह आर्टिकल पूरा पढ़ें। इस आर्टिकल में बताया गया है कि गर्भावस्था के दौरान आप ब्रेसेस पहन सकती हैं या नहीं।
यदि आप सोचती हैं कि क्या गर्भवती महिलाएं ब्रेसेस का उपयोग कर सकती है तो, हाँ वे भी ब्रेसेस लगा सकती हैं। हालांकि गर्भावस्था के दौरान ब्रेसेस लगाते समय आपको निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए, आइए जानते हैं;
गर्भावस्था के दौरान हॉर्मोन्स में कई बदलाव होते हैं और इन बदलावों की वजह से इस समय आपको दाँतों में विभिन्न समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए आपको अपनी ओरल हेल्थ का ध्यान रखना चाहिए ताकि गर्भावस्था के दौरान दाँतों में कोई भी समस्या न हो। यदि गर्भावस्था में आप ब्रेसेस का उपयोग करती हैं तो इससे आपको जिंजिवाइटिस या पेरियोडोन्टल रोग होने का खतरा होता है। यह समस्या ब्रेसेस पर प्लाक होने की वजह से होती है। आपकी हॉर्मोनल हेल्थ मसूड़ों के स्वास्थ्य से संबंधित होती है जिसका अर्थ है कि यदि आपको मसूड़ों में जिंजिवाइटिस जैसी समस्या है तो इससे आपके हॉर्मोनल स्तर पर भी प्रभाव पड़ेगा।
गर्भावस्था के दौरान यदि आप ब्रेसेस पहनती हैं तो आपको निम्नलिखित खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए, आइए जानें;
यदि आप ऑर्थोडॉन्टिक ट्रीटमेंट लेने की योजना बना रही हैं तो आपको अपने दाँतों का ज्यादा खयाल रखने की जरूरत है। यदि गर्भावस्था के दौरान आप किसी भी ब्रेसेस का उपयोग करती हैं तो आप अपनी डेंटल हेल्थ को बनाए रखें। ऐसा इसलिए है क्योंकि ब्रेसेस के साथ आपको अपने दाँत साफ करने में कठिनाई होती है और गर्भावस्था के दौरान आपके मसूड़ों में जिंजिवाइटिस जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए ब्रेसेस के कारण मसूड़ों या दाँतों में किसी भी समस्या से दूर रहने के लिए आपको नियमित रूप से डॉक्टर से जांच करवानी चाहिए ताकि आपको दाँतों में कोई भी कॉम्प्लिकेशन न हो।
मरीजों की आवश्यकताओं के अनुसार दाँतों के ब्रेसेस के कई विकल्प उपलब्ध हैं। डॉक्टर आपके लिए निम्नलिखित में से कोई भी ब्रेसेस का उपयोग करने की सलाह दे सकते हैं, आइए जानें;
यदि आपके दाँत थोड़े बहुत टेढ़े-मेढ़े हैं तो डॉक्टर आपको यह ब्रेसेस लगाने की सलाह दे सकते हैं। दाँतों में थोड़ी बहुत समस्याओं के लिए इस ऑर्थोडॉन्टिक ट्रीटमेंट का उपयोग किया जाता है।
इसमें वायर यानि तार और ब्रैकेट्स का उपयोग किया जाता है जिससे दाँतों को सही जगह पर लाने के लिए इस पर दबाव पड़ सके।
इस तरीके में प्लास्टिक एलाइनर्स का उपयोग किया जाता है जो एलाइनमेंट ठीक करने के लिए दाँतों पर दबाव डालते हैं। यह एलाइनर्स प्लास्टिक के होते हैं और ट्रांसपेरेंट होने की वजह से दाँतों में लगने के बाद दिखाई नहीं देते हैं और आप खाना खाते व ब्रश करते समय इन्हें हटा भी सकती हैं। यह गर्भवती महिलाओं के लिए सबसे सही विकल्प है क्योंकि इससे मसूड़ों में हानि कम होती है।
यदि गर्भावस्था के दौरान आप ऑर्थोडॉन्टिक ब्रेसेस का उपयोग करती हैं तो यह बहुत जरूरी है कि आप दाँतों में कोई भी समस्या होने से बचने के लिए इसकी देखभाल करें। ब्रेसेस की देखभाल के लिए आप निम्नलिखित स्टेप्स फॉलो करें, आइए जानते हैं;
खाना खाने के बाद अक्सर मुँह या दाँतों में खाद्य पदार्थों के टुकड़े रह जाते हैं जिससे बैक्टीरिया हो सकते हैं और इसके परिणामस्वरूप आपको दाँतों में विभिन्न प्रकार की समस्याएं हो सकती हैं। बहुत जरूरी है कि आप इन फूड पार्टिकल्स को साफ कर लें और इसके लिए आपको कुछ भी खाने के बाद हर बार मुँह साफ करना चाहिए।
यदि आपने अपने दाँतों में ब्रेसेस लगवाए हैं तो आप डॉक्टर से पूछ सकती हैं कि इस समय आपको किस टूथपेस्ट का उपयोग करना चाहिए।
ओरल हेल्थ को बनाए रखने के लिए ठीक से ब्रश करना जरुरी है और साथ ही फ्लॉस भी करना चाहिए। यद्यपि ब्रेसेस लगाने के बाद इसे करना थोड़ा कठिन हो जाता है पर फ्लॉस करना बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है क्योंकि यह गर्भावस्था के दौरान दाँतों व मसूड़ों में किसी भी प्रकार की समस्या को दूर रखता है।
यदि आप गर्भावस्था के दौरान ब्रेसेस का उपयोग करती हैं तो यह सलाह दी जाती है कि आपको नियमित रूप से डेंटिस्ट से जांच करवानी चाहिए। ऐसा इसलिए है क्योंकि इससे सिर्फ आपके दाँतों का स्वास्थ्य ही मॉनिटर नहीं होगा बल्कि यह आपको होने वाली समस्या को पता लगाने में डॉक्टर की मदद करता है।
ब्रेसेस लगाने से हो सकता है कि आपकी मुस्कान परफेक्ट हो सकती है जो आप हमेशा से चाहती थी। हालांकि इसका उपयोग करने से पहले आप डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए और इसके प्रोसीजर की पूरी जानकारी रखनी चाहिए।
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