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कैमोमाइल टी एक प्रकार की हर्बल टी होती है जिसे बहुत सारे फायदों के लिए जाना जाता है। हालांकि गर्भावस्था के दौरान इसे पीते समय महिलाओं को सावधानियां बरतनी चाहिए क्योंकि इसमें मौजूद सामग्री हानिकारक हो सकती हैं। गर्भावस्था में कैमोमाइल टी पीना आमतौर पर अच्छा होता है पर इसमें दिनभर में एक-दो कप या संयमित मात्रा में ही पीना चाहिए।
कैमोमाइल टी एक प्रकार की हर्बल टी होती है जिसे जर्मन कैमोमाइल के फूलों से एक्सट्रेक्ट किया जाता है और इसके वैज्ञानिक नाम मैट्रीकारिया रेक्युटिटा भी है। इसके फूल और पौधे में समान सुगंध होती है। वैसे तो कैमोमाइल रोमन कैमोमाइल (कैमेमेलम नोबिल) का उपयोग करके भी बनता है पर आमतौर पर जर्मन कैमोमाइल का उपयोग बहुत ज्यादा किया जाता है। कैमोमाइल टी बनाने के लिए इसके फूलों का ऊपरी भाग काटकर सुखाया जाता है और फिर इसके टुकड़े कर दिए जाते हैं और एक एयर टाइट जार या डिब्बे में भर कर रखा जाता है। आप उबले हुए पानी और कैमोमाइल टी का उपयोग करके इसे बना सकती हैं।
कैमोमाइल टी पीने से आपको बहुत सारे फायदे मिलते हैं, जैसे मांसपेशियों के दर्द में आराम मिल सकता है, अनिद्रा दूर होती है, पीरियड्स में क्रैंप नहीं आते हैं और यह टी सर्दी-जुकाम को भी ठीक करती है। गर्भावस्था के दौरान संयमित मात्रा में कैमोमाइल टी पीने से कई निम्नलिखित फायदे होते हैं, आइए जानें;
यदि आप सोने से पहले एक कप कैमोमाइल टी पीती हैं तो इससे आपको शांति मिलती है और नींद भी अच्छी आती है। कैमोमाइल टी पीने से नसों को आराम मिलता है और इसमें सेडक्टिव प्रभाव भी होते हैं जिससे अनिद्रा की समस्या दूर होती है।
कैमोमाइल में न्यूट्रिएंट्स भी होते हैं जो शरीर में इन्फेक्शन होने से रोकते हैं और इससे रोग भी नहीं होता है। कैमोमाइल टी पीने से इम्युनिटी बढ़ती और शरीर से कीटाणु भी नष्ट होते हैं।
कैमोमाइल टी पीने से मांसपेशियों के दर्द में आराम मिलता है और इससे एमिनो एसिड ग्लाइसिन के मात्रा बढ़ने से क्रैंप भी ठीक हो सकते हैं। ग्लाइसिन मांसपेशियों और नसों को आराम देता है जिससे मांसपेशियों के दर्द ठीक होता है और क्रैंप कम आते हैं। यह नसों को आराम पहुँचाता है जिससे आपको शांति मिलती है।
कैमोमाइल टी का उपयोग माउथ वॉश की तरह करने से मुंह का अल्सर या छाले ठीक हो सकते हैं। मुंह की समस्या को ठीक करने के लिए आप कैमोमाइल टी से दिन में दो बार कुल्ला करें या मुंह धोएं।
कैमोमाइल में पोलीफेनॉल्स होते हैं जो दिल के रोगों को ठीक कर सकते हैं। कैमोमाइल में ऐसे एंटी-ऑक्सीडेंट्स भी होते हैं जिससे विभिन्न प्रकार के कैंसर होने का खतरा कम होता है।
कैमोमाइल टी पीने से पेट ठीक रहता है और गैस, सूजन व कब्ज की समस्याओं में आराम मिलता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमटरी गुण भी हैं जो पाचन नलिका की सूजन को ठीक करने में मदद करते हैं। गर्भावस्था के दौरान यदि आप एक छोटा कप कैमोमाइल टी पीती हैं तो यह आपको बहुत सारा आराम दे सकती है और मतली व मॉर्निंग सिकनेस को भी ठीक रखती है।
गर्भावस्था के दौरान संयमित मात्रा में कैमोमाइल टी पीने से ही फायदा होता है। इस समय बहुत ज्यादा मात्रा में कैमोमाइल टी पीने से आपको हानिकारक साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं। गर्भावस्था में कैमोमाइल टी पीने के कुछ साइड इफेक्ट्स यहाँ दिए हुए हैं, आइए जानें;
गर्भावस्था के दौरान बहुत ज्यादा मात्रा में कैमोमाइल टी पीने से मिसकैरेज और समय से पहले जन्म भी हो सकता है। बहुत ज्यादा कैमोमाइल टी पीने से यह अबॉर्शन की दवाई की तरह काम करता है जिससे मिसकैरेज हो सकता है। इसे पीने से गर्भाशय में संकुचन भी हो सकता है जिससे समय से पहले जन्म का खतरा बढ़ता है।
कैमोमाइल, डेजी और एस्टर के फूलों में से ही एक है। यदि आपको इन फूलों से एलर्जी है तो आपको कैमोमाइल टी नहीं पीनी चाहिए क्योंकि इससे भी आपको समान एलर्जिक रिएक्शन हो सकते हैं, जैसे नाक में कंजेशन, नाक बहना या आँखों में लालपन, खुजली और पानी आना।
कैमोमाइल से हल्का सा सेडेटिव प्रभाव भी पड़ता है। इसलिए यदि आप कैमोमाइल टी बहुत ज्यादा पीती हैं तो आपको सुस्ती भी आ सकती है।
कैमोमाइल, खून पतला करने की दवाओं, सेडेटिव्स, दर्द की दवाओं और एंटी-माइक्रोबियल दवाओं के साथ भी प्रभावित करता है। कैमोमाइल इन सभी दवाओं के साथ रिएक्ट कर सकता है जिस वजह से यह दवाएं फायदेमंद साबित नहीं होती हैं।
कैमोमाइल के गुण एस्ट्रोजेन नामक गर्भावस्था के हॉर्मोन्स की तरह ही होते हैं। इसलिए यदि आपको ब्रेस्ट या गर्भाशय में कैंसर होने का खतरा है तो कैमोमाइल का उपयोग करने से बचें क्योंकि इससे कैंसर बढ़ने की संभावना अधिक हो जाती है।
ऐसा माना जाता है कि कैमोमाइल टी और एनेस्थियेटिक दवाओं के रिएक्शन से आपको साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। इसलिए यदि आप डिलीवरी के लिए सी सेक्शन करवाना चाहती हैं तो कैमोमाइल टी बिलकुल भी न पिएं।
यद्यपि कैमोमाइल टी पीने से मॉर्निंग सिकनेस ठीक होता है पर यदि आप इसे बहुत ज्यादा मात्रा में पी लेती हैं तो इससे आपको उल्टी भी हो सकती है। इसलिए आप दिनभर में 1 या 2 कप कैमोमाइल टी ही पिएं।
यह बहुत जरूरी है कि गर्भावस्था के दौरान अपने आहार में कैमोमाइल टी शामिल करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें। आपके लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि गर्भावस्था में कैमोमाइल टी पीने से आपको क्या फायदे और क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। साथ ही आप डॉक्टर से यह भी जान लें की बढ़ते बच्चे की सुरक्षा के लिए आपको लगभग कितनी कैमोमाइल टी पीनी चाहिए। गर्भावस्था के दौरान यदि आप कैमोमाइल टी पी सकती हैं तो आपको इसके बारे में निम्नलिखित बातें जानने की जरूरत है।
यदि आप किसी अच्छी और जान पहचान के स्टोर से कैमोमाइल टी खरीदती हैं तो इससे आपको यह पता होगा कि इस चाय में कोई भी हानिकारक एडिटिव्स नहीं मिलाएं गए हैं।
कैमोमाइल टी बनाने के लिए इसके पत्तों के बजाय फूल के ऊपरी भाग को सुखाकर उसका उपयोग करें। इसके पत्तों का स्वाद कड़वा होता है।
कैमोमाइल टी बनाते समय आपको 15 ग्राम या इससे कम कैमोमाइल एक्सट्रेक्ट का उपयोग करना चाहिए। यदि आप सोचती हैं कि क्या गर्भावस्था के दौरान आप कैमोमाइल टी पी सकती हैं तो इसका जवाब हाँ है। एक गर्भवती महिला के लिए कैमोमाइल टी के 1 या 2 छोटे कप सुरक्षित होते हैं।
रिसर्च के अनुसार ऐसे बहुत सारे प्रमाण मिले हैं जिससे पता चलता है कि गर्भावस्था के दौरान कैमोमाइल टी पीने से लेबर प्रेरित हो सकता है। हालांकि यदि एक गर्भवती महिला बहुत ज्यादा मात्रा में कैमोमाइल टी पी लेती है तो इससे मिसकैरेज और समय से पहले जन्म का खतरा भी होता है। गर्भावस्था में बहुत ज्यादा कैमोमाइल टी पीने से संकुचन होता है जिससे मिसकैरेज और समय से पहले जन्म होने का खतरा बढ़ता है।
घर में कैमोमाइल टी बनाना बहुत आसान होता है। आप इसे घर पर ही कैसे बना सकती हैं, आइए जानें;
गर्भावस्था के दौरान थोड़ी मात्रा में कैमोमाइल टी पीना फायदेमंद होता है, जैसे आप दिनभर में 1-2 कप पी सकती हैं। हालांकि इसे अपनी डायट में शामिल करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इस बात का ध्यान रखें कि गर्भावस्था में आप बहुत ज्यादा कैमोमाइल टी न पिएं।
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