गर्भावस्था

गर्भावस्था के दौरान जंक फूड खाना – क्या यह आपके और बच्चे के लिए सही है?

गर्भावस्था बहुत नाजुक समय होता है और इस समय बच्चे के लिए आपको अपनी डायट का पूरा खयाल रखना चाहिए। आप जो भी खाएंगी इससे आप पर और आपके बच्चे पर अधिक प्रभाव पड़ता है इसलिए यदि आप सोचती हैं कि हर हफ्ते पिज्जा और बर्गर खाने से कुछ नहीं होगा तो आप गलत हैं। गर्भावस्था के दौरान जंक फूड नहीं खाना चाहिए क्योंकि यह सभी खाद्य पदार्थ गर्भ में पल रहे बच्चे के विकास के लिए सही नहीं हैं। साथ ही यह एक गर्भवती महिला के स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा नहीं है। 

गर्भावस्था के दौरान आपको बहुत कुछ खाने की क्रेविंग्स होंगी और इस समय आप अपनी पसंदीदा चीजें, जैसे आइसक्रीम या बर्गर खाना चाहेंगी जो आपके लिए बिलकुल भी सुरक्षित नहीं है। गर्भावस्था के दौरान जंक फूड खाने से क्या-क्या हानिकारक प्रभाव पड़ते हैं यह जानने के लिए आप इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें। साथ ही यह भी जानें कि आप जंक फूड खाने से खुद को कैसे रोक सकती हैं। 

गर्भावस्था के दौरान जंक फूड खाने के हानिकारक प्रभाव

गर्भावस्था के दौरान जंक फूड खाने के बहुत सारे हानिकारक प्रभाव पड़ते हैं। जंक फूड सिर्फ प्रोसेस्ड फूड ही नहीं हैं बल्कि यह नमक, शुगर और प्रोसेस्ड फैट्स के कंसन्ट्रेटेड स्रोत भी होते हैं। जंक फूड में आर्टिफिशियल कलर्स, फ्लेवर्स और केमिकल्स भी होते हैं। गर्भावस्था के दौरान जंक फूड या फास्ट फूड खाने के हानिकारक प्रभाव निम्नलिखित हैं, आइए जानें;

1. इसमें कोई न्यूट्रिशन नहीं होता है

शुगर, नामक, फैट और अन्य अनहेल्दी चीजें जंक फूड में ही आते हैं। आपके बच्चे को उसकी सही वृद्धि और विकास के लिए आवश्यक विटामिन्स, मिनरल्स, अमीनो एसिड और हेल्दी फैट्स की जरूरत होती है। यदि आप जंक फूड का सेवन करती हैं तो आप और आपके बच्चे को आवश्यक न्यूट्रिएंट्स प्राप्त नहीं होंगे और इससे बच्चे के अंग, जैसे दिमाग, दिल, लंग्स और हड्डियां भी प्रभावित होते हैं। 

2. इससे ओबेसिटी होती है

यदि आप बहुत ज्यादा जंक फूड खाती हैं तो इससे आपको ओबेसिटी भी हो सकती है। ओबेसिटी की वजह से आपको प्रीएक्लेम्पसिया, प्रीमैच्योर डिलीवरी, मिसकैरेज, जन्म के समय में अधिक वजन और जन्म के दौरान समस्याएं हो सकती हैं। 

3. इससे बच्चे को भी अनहेल्दी खाने की आदत होगी

जंक फूड खाने के बाद भी इसके प्रभाव कभी कम नहीं होते हैं। यदि गर्भावस्था के दौरान आप जंक फूड खाती हैं तो इससे गर्भ में अंदर ही अंदर बच्चे के खाने की आदतों में भी बदलाव आता है। आप देखेंगी कि जन्म के बाद बच्चे को अनहेल्दी खाने की क्रेविंग्स बहुत ज्यादा होंगी और इससे बच्चे को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।  

4. इससे एलर्जी और अस्थमा हो सकता है

रिपोर्ट्स के अनुसार गर्भावस्था के दौरान जो महिलाएं बहुत ज्यादा जंक फूड खाती हैं उनमें एलर्जी और अस्थमा का खतरा बढ़ता है। 

5. यह मस्तिष्क में बदलाव कर सकता है

गर्भावस्था के दौरान जो महिलाएं जंक फूड खाती हैं उनके बच्चे के दिमाग में बदलाव हो सकता है और जन्म के बाद उनमें अनहेल्दी फूड खाने की आदत पड़ सकती है। गर्भ में पल रहे बच्चे को अच्छा और हेल्दी न खाने की वजह से बेहतर महसूस करने वाले हॉर्मोन्स का अनुभव नहीं होता है और उसके दिमाग का आकार खराब हो जाता है। 

6. इससे दिल की बीमारियां बढ़ती हैं

बहुत ज्यादा मात्रा में जंक फूड खाने से दिल की बीमारियां हो सकती हैं। यदि आप लगातार जंक फूड खाती हैं तो इससे जन्म के बाद बच्चे को और आपको भी शुरूआती दिनों में बहुत ज्यादा समस्याएं हो सकती हैं।

7. यह पेरीफेरल इन्सुलिन का फंक्शन खराब कर सकता है

जंक फूड बहुत ज्यादा खाने से पेरीफेरल इन्सुलिन का फंक्शन खराब होता है जिससे बच्चे में ओबेसिटी की समस्या हो सकती है। 

8. इससे पाचन संबंधी समस्याएं होती हैं

जंक फूड खाने से सूजन, अपच व गैस की समस्या भी होती है और इससे बॉवल मूवमेंट के नियम में भी प्रभाव पड़ता है। चूंकि जंक फूड में आवश्यक फाइबर नहीं होता है इसलिए यह आपके पाचन स्वास्थ्य में भी असर डाल सकता है। 

9. यह जेस्टेशनल डायबिटीज का खतरा बढ़ाता है

गर्भावस्था के दौरान जंक फूड खाने से जेस्टेशनल डायबिटीज का खतरा बढ़ता है क्योंकि इसमें शुगर और कैलोरिफिक पदार्थों की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। गर्भावस्था और डिलीवरी के समय जेस्टेशनल डायबिटीज से गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। इसकी वजह से जन्म के समय बच्चे का वजन बहुत ज्यादा हो सकता है या प्रीमैच्योर डिलीवरी का खतरा भी हो सकता है।

गर्भावस्था में कितना जंक फूड खाना जरुरत से ज्यादा है?

हालांकि गर्भावस्था के दौरान जंक फूड खाना सही है या नहीं, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप इसे कितनी मात्रा में खाती हैं। यद्यपि कभी-कभी पिज्जा का एक स्लाइज या मिनी बर्गर खाने से कोई भी फर्क नहीं पड़ेगा। गर्भवती महिलाएं जंक फूड खाते समय इस बात का ध्यान रखें कि वे इसे कितना खाती हैं। 

जंक फूड की क्रेविंग्स को खत्म करने के टिप्स

गर्भावस्था के दौरान कुछ दिन आपको अनहेल्दी खाद्य पदार्थ खाने की  क्रेविंग्स होंगी। यदि आपको पिज्जा-बर्गर खाने की क्रेविंग्स होती हैं तो आपको क्या करना चाहिए, आइए जानें;

  • आप हेल्दी स्नैक्स स्टॉक रखें, जैसे खजूर, अंजीर, अवोकाडो, मूंगफली, उबले हुए अंडे और फ्राइड मखाने। यह खाद्य पदार्थ आपके लिए फायदेमंद हैं। इससे आपको आवश्यक विटामिन्स और प्रोटीन्स भी मिलते हैं। गर्भावस्था के दौरान यदि आपको क्रेविंग होती है तो आप हेल्दी सब्स्टीट्यूट भी ले सकती हैं, जैसे आप आइसक्रीम की जगह पर ग्रीक योगर्ट का सेवन करें।
  • आप घर में ही खाना पकाएं, इससे आपकी ग्रोसरी का बिल जरूर बढ़ेगा पर आपकी हेल्थ भी अच्छी होगी। यह आपके बच्चे के लिए भी एक अच्छा उदाहरण हो सकता है। आप पर्याप्त न्यूट्रिशन और अच्छी सेहत के लिए फ्राइड फूड के बजाय बेक किए हुए खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
  • आप क्रेविंग्स को नजरअंदाज करने के लिए कहीं बाहर घूमने जाएं या कुछ और काम करने लगें। समय के साथ क्रेविंग्स कम होने लगेंगी और आपको जंक फूड खाने की इच्छा नहीं होगी।
  • आप जानें कि गर्भावस्था के दौरान आपको क्या खाना चाहिए और उसी के अनुसार अपना नियमित आहार प्लान करें। इससे आपको क्रेविंग्स का खयाल भी नहीं आएगा और आप हेल्दी भी रहेंगी।
  • आप पूरे दिन में थोड़ा-थोड़ा भोजन करती रहें इससे आपको बार-बार भूख नहीं लगेगी, आपका मेटाबॉलिज्म नियंत्रित होगा और आपको अनहेल्दी भोजन करने की क्रेविंग्स भी कम हो जाएंगी।
  • आप खुद को ठीक रखने के लिए योग और मेडिटेशन करें व थोड़ा बहुत रिलैक्स भी करें। बहुत ज्यादा स्ट्रेस लेने से भी जंक फूड खाने की क्रेविंग्स बढ़ती हैं और स्ट्रेस को कम करने से आपकी सभी समस्याएं खत्म हो जाएंगी।

गर्भावस्था के दौरान बाहर का खाना खाते समय पूरा ध्यान रखें और जितना ज्यादा संभव हो उतना ज्यादा हेल्दी खाएं। इस समय आप लगातार हेल्दी खाएं और नियमित रूप से थोड़ी-बहुत एक्सरसाइज करें तो आप खुद देखेंगी कि आपकी क्रेविंग्स कम हो रही हैं। 

यह भी पढ़ें:

प्रेगनेंसी के दौरान चॉकलेट खाना

सुरक्षा कटियार

Recent Posts

कक्षा 1 के बच्चों के लिए मेरा परिचय पर निबंध (Essay On Myself For Class 1 In Hindi )

निबंध लेखन बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण एक्टिविटी होती है। इससे बच्चों की रचनात्मक लेखन…

2 days ago

क्रिसमस पर टॉप 120 कोट्स, मैसेज और ग्रीटिंग्स

क्रिसमस हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाता है और बस कुछ ही दिनों में…

3 days ago

बाल श्रम पर निबंध l Essay on Child Labour In Hindi

बचपन किसी व्यक्ति के जीवन का सबसे आनंदमय समय होता है। बच्चों के लिए यह…

3 days ago

चिड़ियाघर की यात्रा पर निबंध (A Visit To A Zoo Essay in Hindi)

बच्चों को बाग-बगीचे, वाटर पार्क और चिड़ियाघर घुमाने ले जाना आम बात है। इनमें से…

4 days ago

जल के महत्व पर निबंध (Essay On Importance Of Water)

इस धरती पर जल के बिना कोई भी प्राणी जीवित नहीं रह सकता है। हर…

4 days ago

नववर्ष पर निबंध (Essay On New Year In Hindi)

नव वर्ष का समय पूरी दुनिया भर में खुशियों और मौज-मस्ती से भरा एक रोमांचक…

5 days ago