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हर महिला के जीवन में गर्भावस्था खुशियों और उत्साह का समय होता है। इस समय आप खुश होने के साथ-साथ खुद को पैम्पर भी करती हैं और सबसे ज्यादा जरूरी इस समय आपको अलग-अलग खाद्य पदार्थ खाने की क्रेविंग्स भी होती हैं। गर्भावस्था के दौरान आपके लिए सभी क्रेविंग्स को पूरा करना कठिन हो सकता है क्योंकि इस समय आपको हर चीज खाने की सलाह नहीं दी जाती है। इन सभी चीजों में कुछ प्रकार की कच्ची सब्जियां भी शामिल हैं। इस लेख में हमने चर्चा की है कि गर्भावस्था में कच्ची सब्जियां खाना सही है या नहीं, जानने के लिए यह लेख पूरा पढ़ें।
कच्ची सब्जियां यानि बिना पकाई हुई सब्जियां जिनमें बीज या जड़ें होती हैं। शाकाहारी भोजन का सेवन करने वालो के आहार में सब्जियां मुख्य होती हैं। सब्जियों को कच्चा खाने से भी बहुत सारे स्वास्थ्य संबंधी फायदे मिलते हैं। यदि सब्जियों को प्रोसेस्ड नहीं किया गया है तो इससे ज्यादा से ज्यादा प्रोटीन प्राप्त हो सकता है। गर्भावस्था के दौरान कच्ची सब्जियां खाने से क्या-क्या फायदे मिलते हैं, आइए जानें।
गर्भावस्था के दौरान कच्ची सब्जियां खाना माँ व बच्चे के लिए भी स्वस्थ और पौष्टिक है। हालांकि इस समय कच्ची सब्जियां खाने से पहले इसके खतरे और सावधानियां समझना बहुत जरूरी है। रिसर्च के अनुसार कच्ची सब्जियां खाने से ज्यादा प्रोटीन और मिनरल मिलता है।
गर्भावस्था जीवन का एक नाजुक चरण होता है और इस समय आपको अपनी पसंदीदा चीज भी खाने से पहले इसके फायदे और नुकसान जान लेने चाहिए। गर्भावस्था के दौरान कच्ची सब्जियां खाने से क्या फायदे होते हैं, आइए जानें;
कच्ची सब्जियों में डायटरी फाइबर अधिक मात्रा में होता है। गर्भावस्था के दौरान डायटरी फाइबर-युक्त आहार का सेवन करना बहुत जरूरी है क्योंकि इस समय कई महिलाओं को कब्ज की समस्या होती है। डायटरी फाइबर-युक्त आहार का सेवन करने से कब्ज की समस्या कम होती है और पाचन ठीक होता है।
गर्भावस्था के दौरान कैल्शियम-युक्त आहार का सेवन महत्वपूर्ण है और यह कई सारी सब्जियों में पाया जाता है, जैसे पालक, पत्ता गोभी, हरी सब्जियां। यह बच्चे की हड्डियों के निर्माण और स्केलेटन मिनरलाइजेशन में मदद करता है।
कच्ची सब्जियों में विटामिन ‘सी’ भी पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है जो दाँतों, हड्डियों और कोलेजन के निर्माण के लिए जरूरी है।
गर्भ में पल रहे बच्चे में टिश्यू, इम्युनिटी और दृष्टी में उचित विकास के लिए बीटा-कैरोटीन बहुत जरूरी होता है। यह कई सब्जियों में पाया जाता है, जैसे गाजर और शकरकंद।
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए पोटैशियम एक जरूरी मिनरल है। कच्ची सब्जियों में इसकी मात्रा भरपूर होती है।
फोलिक एसिड-युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करने से मस्तिष्क और रीढ़ की विकृति को ठीक किया जा सकता है। कुछ सब्जियां, जैसे ब्रोक्कोली, मटर, शतावरी और पत्ता गोभी में फलेट्स भरपूर होता है।
कच्ची सब्जियों में ओमेगा 3 फैटी एसिड भी बहुत ज्यादा होता है जो बच्चे में न्यूरोलॉजिकल विकास (तंत्रिका संबंधी) को होने में मदद करता है। फूलगोभी और स्प्राउट में इसकी मात्रा अधिक होती है।
कच्ची सब्जियों में डायटरी फाइबर मौजूद होता है जो शरीर में एनर्जी को बढ़ाता है और वजन को बढ़ने से रोकता है। गर्भावस्था के दौरान अत्यधिक वजन को बढ़ने से रोकने के लिए आप कच्ची सब्जियों का सेवन कर सकती हैं।
गर्भावस्था के दौरान सभी प्रकार की कच्ची सब्जियां नहीं खानी चाहिए। गर्भावस्था के आहार में कच्ची सब्जियां शामिल करते समय आपको पूरा खयाल रखने की जरूरत है। नीचे कुछ सब्जियों के बारे में विस्तार से बताया गया है जो एक गर्भवती महिला के लिए सुरक्षित हैं, आइए जानें:
गाजर में बहुत सारे न्यूट्रिएंट्स होते हैं इसलिए यह गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद है। इसे खाने से बच्चों की इम्युनिटी बढ़ती है और उनकी दृष्टी में भी सुधार होता है।
ब्रोकोली कैल्शियम और विटामिन ‘सी’ से भरपूर होती है। पकाने के बाद इस सब्जी के विटामिन पानी में ही एब्जॉर्ब हो जाते हैं और शरीर में इनका एब्जॉर्प्शन नहीं होता है।
हरी मटर खाने में स्वादिष्ट, हेल्दी और मीठी होती है और गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में कच्ची सब्जी खाने की क्रेविंग को कम करने के लिए यह सब्जी बेहतरीन विकल्प है।
शकरकंद विटामिन ‘ए’, ‘बी’ और ‘सी’ से भरपूर सब्जी होती है। इस बात का ध्यान रखें कि आप गर्भावस्था के दौरान न्यूट्रिशन से भरपूर सब्जियां ही खाएं।
फाइबर और विटामिन से भरपूर शिमला मिर्च को कच्चा खाने से गर्भवती महिलाओं को बहुत सारे फायदे मिल सकते हैं।
टमाटर में विटामिन ‘के’, ‘सी’ और बायोटिन होता है और यह सब्जी कच्ची खाने में स्वादिष्ट भी होती है।
शतावरी में फोलेट भरपूर मात्रा में पाया जाता है और यह सब्जी गर्भ में पल रहे बच्चे के मस्तिष्क का विकास करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसे कच्चा खाने से शरीर में फोलेट की मात्रा पूरी होती है।
गर्भावस्था के दौरान कुछ सब्जियां कच्ची न खाना ही बेहतर हैं। वे कौन सी सब्जियां हैं, आइए जानें;
यद्यपि फूलगोभी में ओमेगा-3 फैटी एसिड और सल्फर भरपूर मात्रा में होता है पर इससे सूजन व गैस की समस्या भी हो सकती है। इसलिए गर्भावस्था के दौरान फूलगोभी का सेवन नहीं करना चाहिए।
स्प्राउट्स ह्यूमिड जगह पर होते हैं और इसलिए इसमें इ.कोली, साल्मोनेला और अन्य बैक्टीरिया रहते हैं।
ओकरा की सब्जी कच्ची खाने से गैस की समस्या होने का खतरा होता है और इसे गर्भावस्था के दौरान नहीं खाना चाहिए।
गर्भावस्था के दौरान आपको इसमें होने वाले फायदे और समस्याएं दोनों मिलेंगे। इस बात का ध्यान रखें कि इस समय आप वही चीजें चुनें जो आपके बच्चे के लिए सही हैं और जानकारी के साथ सही निर्णय लें। गर्भ में पल रहे बच्चे के स्वास्थ्य के लिए हेल्दी खाएं और खुद का खयाल रखें।
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