लिपस्टिक के साइड इफेक्ट्स – यह मेकअप प्रोडक्ट आपको कैसे नुकसान पहुँचा सकता है

लिपस्टिक के साइड इफेक्ट्स - यह मेकअप प्रोडक्ट आपको कैसे नुकसान पहुँचा सकता है

जब एक महिला अपने होठों पर लिपस्टिक लगाती है तो वह खुद को ज्यादा सुंदर और आकर्षक महसूस करती है। यह सही है कि लिपस्टिक आपकी पर्सनालिटी पर बहुत असर डालती है, लेकिन इसे इस्तेमाल करने के गंभीर साइड इफेक्ट्स भी होते हैं। लिप ग्लॉस और लिप लाइनर में कैडमियम, एल्युमिनियम, क्रोमियम, लेड जैसे संभावित हानिकारक इंग्रेडिएंट्स होते हैं। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि लिपस्टिक का लगातार इस्तेमाल आपको किस तरह से नुकसान पहुँचा सकता है। 

लिपस्टिक में पाए जाने वाले खतरनाक इंग्रेडिएंट्स क्या हैं? 

आप जो लिपस्टिक रोजाना इस्तेमाल करती हैं, उसमें पाए जाने वाले कुछ खतरनाक इंग्रेडिएंट्स इस प्रकार हैं।

  • थैलेट्स शरीर के एंडोक्राइन सिस्टम के लिए हानिकारक साबित हो सकता है, जो हार्मोन का प्रोडूस करता है। थैलेट्स के संपर्क में आने से डेवलपमेंटल, न्यूरोलॉजिकल और रिप्रोडक्टिव सिस्टम डैमेज हो सकता है।
  • हम सभी ये अच्छी तरह से जानते हैं कि मेकअप लेड इंग्रेडिएंट्स कितना हानिकारक होता है। निश्चित रूप से लंबे समय तक इस्तेमाल किए जाने पर यह हेल्थ को नुकसान पहुँचाता है।
  • पॉलिएथिलीन ग्लाइकोल पेट्रोलियम बेस्ड कॉम्पोनेंट हैं जो आमतौर पर क्रीम बेस्ड प्रोडक्ट में पाए जाते हैं। ये नर्वस सिस्टम के लिए बहुत हानिकारक होते हैं।
  • पैराबेन्स कॉस्मेटिक्स में उपयोग किए जाने वाले प्रिजर्वेटिव हैं और ये आसानी से त्वचा में प्रवेश कर सकते हैं। ये डिप्रेशन, उल्टी और डायरिया जैसी बीमारियों की वजह बनने के कारण पहले से ही खतरनाक माने जाते हैं।
  • सिलोक्सेन एंडोक्राइन सिस्टम को बाधित करने के लिए जाना जाता है और रिप्रोडक्टिव सिस्टम के लिए भी टॉक्सिक होता है। ये काफी बड़े लेवल पर आपकी हेल्थ को नुकसान पहुँचा सकता है। 

लिपस्टिक के हानिकारक प्रभाव

लिपस्टिक से जुड़े कई हेल्थ इशू हो सकते हैं। यदि लिपस्टिक में उपयोग किए जाने वाले प्रिजर्वेटिव लिमिट से ज्यादा हो जाते हैं, तो इससे व्यक्ति को नुकसान होता है जैसे:

1. टॉक्सिन इन्जेशन 

टॉक्सिसिटी तब होती है जब शरीर में मैंगनीज, कैडमियम, क्रोमियम और एल्यूमीनियम जमा होते हैं। महिलाएं अक्सर, खाना खाते समय उन्हें निगल लेती हैं। लिपस्टिक खरीदते समय, आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि एक बेहतरीन क्वालिटी वाला प्रोडक्ट लें जो इस तरह के इंग्रेडिएंट्स से मुक्त हो।

2. स्किन एलर्जी

बिस्मथ ऑक्सीक्लोराइड नामक एक केमिकल का यूज लिपस्टिक को प्रिजर्व करने के लिए किया जाता है। इस इंग्रेडिएंट में मौजूद कार्सिनोजेनिक बेहद हानिकारक होता है और एलर्जी का कारण भी बन सकता है।

3. कैंसर

लिपस्टिक में उपयोग किए जाने वाले प्रिजर्वेटिव से त्वचा में जलन, हांफना, खांसी और आँखों में जलन होने जैसी परेशानियां पैदा हो सकती हैं। इसे खरीदते वक्त सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि कुछ खराब लिपस्टिक ब्रांड कैंसर का कारण बन सकते हैं।

4. एंडोक्राइन सिस्टम को बाधित करती है

सभी लिपस्टिक में पेट्रोकेमिकल्स होते हैं जो आपकी हेल्थ पर बुरा असर डालते हैं। एंडोक्राइन सिस्टम में पैदा होने वाली बाधा से ग्रोथ, इंटेलीजेंस, रिप्रोडक्टिव और डेवलपमेंट में रुकावट पैदा होती है। यह नहीं भूलना चाहिए कि पेट्रोकेमिकल्स नेचुरल गैस और कच्चे तेल से बने बाई प्रोडक्ट हैं।

5. नर्वस सिस्टम को प्रभावित करती है 

अधिकांश लिपस्टिक में एक कॉमन इंग्रेडिएंट सीसा (लेड) मौजूद होता है। इसे हार्मोनल इम्बैलेंस और ब्रेन डैमेज के कारण भी जाना जाता है। उनमें मौजूद न्यूरोटॉक्सिन नर्वस सिस्टम के विकार का कारण बनता है।

6. किडनी खराब होना

लिपस्टिक में मौजूद हैवी मेटल ऑर्गन डैमेज और खतरनाक बीमारियों का कारण बन सकते हैं। कैडमियम की बहुत अधिक मात्रा किडनी फेल का कारण बन सकती है। पेट के ट्यूमर अक्सर लिपस्टिक में मौजूद हानिकारक इंग्रेडिएंट्स के कारण होते हैं।

आप इन प्रभावों को कम करने के लिए क्या कर सकती हैं?

हर समस्या का हल है। कुछ सेफ ऑप्शन हैं जो लिपस्टिक के हानिकारक प्रभावों को कम कर सकते हैं। नीचे दिए गए कुछ सुझावों को अक्सर लिपस्टिक यूज करने वाले लोगों द्वारा ध्यान में रखा जाना चाहिए।

  • लिपस्टिक के डार्क शेड में हेवी मेटल का होना निश्चित है। इसलिए, हल्के रंग चुनें।
  • पेट्रोलियम जेली को बेस के तौर पर लगाने से यह लिपस्टिक में मौजूद केमिकल के हानिकारक इफेक्ट को कम करती है।
  • केमिकल के साइड इफेक्ट्स से बचने के लिए होममेड लिपस्टिक का प्रयोग करें।
  • गर्भावस्था के दौरान, आपको केमिकल युक्त लिपस्टिक लगाने से बचना चाहिए क्योंकि यह माँ के गर्भ में पल रहे बच्चे को गंभीर नुकसान पहुँचा सकती है। इसके बजाय, हर्बल लिपस्टिक का प्रयोग करें।
  • लिपस्टिक हमेशा विशेष अवसरों के लिए रखनी चाहिए और बार-बार नहीं लगानी चाहिए।
  • लिपस्टिक के हार्ड केमिकल की वजह से आसपास की त्वचा को गंभीर नुकसान हो सकता है और इसलिए आपको सप्ताह में कम से कम 2-3 बार डेड स्किन सेल्स को साफ करना चाहिए। होंठों को नुकसान पहुँचाने से रोकने के लिए जहाँ तक हो सके लिपस्टिक लगाने से बचें।
  • कोई फर्क नहीं पड़ता कि लोकल ब्रांड की लिपस्टिक कितनी आकर्षक लगती है, आपको सस्ते प्रोडक्ट नहीं खरीदने चाहिए क्योंकि वे अच्छी ब्रांड की लिपस्टिक की तुलना में अधिक नुकसान पहुँचाते हैं।
  • बिस्तर पर जाने से पहले लिपस्टिक को हटाने और पोंछने के लिए एक अच्छी क्वालिटी वाले मेकअप रिमूवर का उपयोग किया जाना चाहिए।
  • ऐसी लिपस्टिक खरीदें जो ऑर्गेनिक और नेचुरल हों।

इंटरनल हेल्थ बनाए रखने के लिए सेफ ऑप्शन चुनना महत्वपूर्ण है। यदि आप सही ऑप्शन खोजने के लिए एफर्ट्स लेती हैं, तो आपको बाद में पछताना नहीं पड़ेगा। इस बात से कोई इनकार नहीं है कि लिपस्टिक महिला को कॉन्फिडेंट महसूस कराती है और उसकी फेमिनिटी को भी उजागर करती है।