माँ और बेटी के बीच का खूबसूरत बंधन

माँ और बेटी के बीच का खूबसूरत बंधन

माँ और बेटी का रिश्ता बहुत खास होता है। एक माँ का उसकी बेटी के प्रति प्यार, शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है। कुछ बातें ऐसी होती है जिन्हें कहना मुश्किल है, लेकिन इसे महसूस किया जा सकता है। माँ-बेटी का रिश्ता कम उम्र में ही मजबूत होना शुरू हो जाता है। हालांकि, कभी-कभी, माँ और उसकी बेटी के बीच संबंध थोड़ा उलझा भी हुआ हो सकता है।

किसी दिन, आप अपनी बेटी के साथ खरीददारी करने जाएंगी उसके साथ मौज-मस्ती करेंगी या जब वो घर पर आपको अपने बड़े सपनों और फ्यूचर प्लानिंग के बारे में बता रही होगी तो उसे आप केवल बैठकर सुन रही होंगी, लेकिन ऐसे दिन भी होंगे जब आपकी बेटी कोई बात नहीं सुनेगी या आपकी आज्ञा का पालन नहीं करेगी। उस समय, हो सकता है आपको यह महसूस हो की आप दोनों के बीच रिश्ता टूट रहा है, लेकिन कहीं न कहीं आपको भी यह पता है कि आपकी बेटी आपसे बहुत प्यार करती है। हाँ, अपनी टीनऐज में वह थोड़ा अजीब व्यवहार कर सकती है, लेकिन वह कुछ समय बाद ठीक हो जाएगी। इन वर्षों के दौरान आपको अपने रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी।

एक माँ-बेटी का रिश्ता क्यों महत्वपूर्ण है?

एक रिश्ता जो एक लड़की अपनी माँ के साथ साझा करती है, वह उसके सेल्फ रिस्पेक्ट, सेल्फ वैल्यू, लोगों को पहचानना, इमोशन और दोस्त बनाने की उसकी क्षमता को प्रभावित करता है। जिन बच्चों को प्रोत्साहित किया जाता है और उनके माता-पिता द्वारा उनकी प्रशंसा की जाती है वे बच्चे बड़े होकर ज्यादा कॉन्फिडेंस से भरे होते हैं। यदि किसी बच्चे को उसके माता-पिता द्वारा प्रोत्साहित नहीं किया जाता है, तो वह दूसरों से इसकी अपेक्षा करने लगते हैं।

जब एक लड़की अपनी टीनएज में होती है, तो वह उस समय आमतौर पर अपनी माँ को ही उसका आइडियल मानती है और उसकी तरह बनना चाहती है। वह अपनी माँ में एक महिला की कम्पलीट इमेज देखती है। लेकिन एक माँ और बेटी का रिश्ता कई उतार-चढ़ावों से भी गुजरता है। कई चीजें ऐसी हैं जो एक माँ और उसकी बेटी के बीच के अच्छे रिश्ते को खराब कर सकती हैं। नेचर, पर्सनैलिटी, अनुभव, हार्मोनल बदलाव ये सभी उनके रिश्ते को इफेक्ट कर सकते हैं। कारण कोई भी हो, मगर इस पर पर काम किया जा सकता है।

अपनी बेटी के साथ एक मजबूत बंधन कैसे बनाए रखें

यहाँ आपकी बेटी के साथ आपके बंधन को बेहतर बनाने के कुछ तरीके दिए गए हैं:

1. जब वह एक छोटी बच्ची हो

शुरुआत से ही एक मजबूत संबंध बनाना महत्वपूर्ण होता है, यानी आपकी बेटी के जन्म के तुरंत बाद से ही। ध्यान रखने योग्य कुछ बातें इस प्रकार हैं:

  • अपनी बेटी को ब्रेस्टफीडिंग कराएं

अपनी नन्ही परी को ब्रेस्टफीडिंग करा कर आप उसके साथ एक मजबूत बंधन कायम कर सकती हैं। ब्रेस्टफीडिंग के दौरान ऑक्सीटोसिन हार्मोन (लव हार्मोन) का रिलीज होना माँ को अपने बच्ची के साथ और भी अधिक प्यार करने और उनके बीच बंधन को बेहतर बनाने में मदद करता है। इस कार्य में नर्स की सहायता ले कर आप अपनी बेटी को उसके जीवन के पहले छह महीनों में ब्रेस्टफीडिंग कराएं। इसके अलावा, अपने बच्चे को प्यार, सहज और सुरक्षित महसूस कराने के लिए जितना संभव हो सके उसे गोद में (पकड़कर) रखें। यदि आप किसी कारण से अपने बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग कराने में असमर्थ हैं, तो उसके साथ त्वचा के संपर्क को बनाए रखने की कोशिश करें। माँ और उसके बच्चे के बीच त्वचा से त्वचा का संपर्क भी दोनों के बीच के बंधन को मजबूत करता है।

  • एक रूटीन निर्धारित करें

रोजाना अपनी बेटी के साथ कुछ समय बिताएं। उसके साथ स्पेशल वीकेंड ट्रिप या सैर पर जाने की प्लानिंग बनाएं। इससे आपका बंधन मजबूत होगा। आप अपनी बेटी के साथ तैयार हो सकती हैं, जब वो छोटी हो तो उसके बालों को कंघी या उसके दाँतों को ब्रश कर सकती हैं। ये सभी एक्टिविटी आप दोनों को करीब लाएगी। यदि आपकी बेटी आपकी नकल करने की कोशिश करती है, तो उसे करने दें। इसे उसके अच्छे व्यवहार के रूप में लें। इसके अलावा, उसे अपनी खामियों से प्यार करने के लिए प्रोत्साहित करें और नेगेटिव चीजों में अच्छाई खोजने की कोशिश करना सिखाएं।

  • खुलकर अपना स्नेह व्यक्त करें

उसके प्रति अपने स्नेह को खुलकर व्यक्त करें। यदि आपकी बेटी कुछ अच्छा करती है, तो उसे बताएं कि आपको उस पर गर्व है। इससे पता चलता है कि आप उससे कितना प्यार करती हैं। अपने बंधन को मजबूत बनाने के लिए उसे गले से लगाएं , लिपटाएं और चूमें। उदाहरण के लिए, आप सोते समय उसे खुद से लिपटा सकती हैं। ये छोटी-छोटी बातें आपकी बेटी को खुलकर प्यार दिखाना और प्यार करना सिखा सकती हैं।

  • अपने अनुभव साझा करें

जब आपकी बेटी छोटी हो तो जो सबसे बड़ा उपहार आप उसे दे सकती हैं वो है अपना समय। उस पर ध्यान देने के लिए अपने शेड्यूल से समय निकाल कर साथ में कुछ समय बिताएं और उसे बताएं कि आप उसे एक व्यक्ति के रूप में कितना महत्व देती हैं। अपने खुशियों और दुखों को उसके साथ साझा करें और उसे खास महसूस कराएं। इसके अलावा, उसे कम उम्र में घर के कामों में शामिल करें ताकि उसके अंदर जिम्मेदारी का भाव भी विकसित हो सके।

2. जब वह टीनएजर हो / वयस्क हो

जब एक लड़की अपनी किशोरावस्था में होती है, तो उसके लिए यह समय एक मुश्किल समय होता है। एक बेटी को अपनी किशोरावस्था में अपनी माँ की सबसे ज्यादा जरूरत होती है और तब भी जब उसकी शादी हो जाती है। जब आपकी बेटी किशोरवयीन हो जाती है तो आपको यह याद रखना होगा:

  • उसके लिए मौजूद रहें

टीनएज आपकी लड़की के लिए एक कठिन फेज हो सकता है क्योंकि, उस समय वह अपनी पहचान खोजने की कोशिश करेगी और विभिन्न शारीरिक और इमोशनल बदलावों से लड़ने के लिए संघर्ष कर रही होगी। इस समय आप उसे गाइड करें, उसकी हेल्प करें और उसे सुनें। उसे सलाह दें, लेकिन उसे आदेश न दें, वरना उसके अंदर बगावत पैदा होने लगेगी। बस उसकी चिंताओं को सुनें और उसके स्ट्रेस या क्रोध को पॉजिटिव तरीके से संभालने का प्रयास करें।

  • उसके इमोशन का सम्मान करें

अपनी बेटी की सीमाओं का सम्मान करें। भले आप उसके साथ रहना पसंद करती हैं, फिर भी अगर वह कुछ समय अकेले बिताने की इच्छा रखती है, तो उसे वैसा करने दें। हो सकता है किसी दिन आप भी कोई गलती करें। बड़े होने के नाते अपनी गलतियों को स्वीकारें। उसके व्यक्तित्व का सम्मान करें और बिना किसी अवरोध के उसे उसके आंतरिक गुणों और शौक को समझने दें।

  • उससे खुल कर बात करें

दुनिया भर के विभिन्न मुद्दों के बारे में अपनी बेटी से बात करें। आप खरीददारी करते समय या भोजन पकाते समय अपने ज्ञान और अनुभव को उसके साथ साझा कर सकती हैं। एक टीनएजर होने के नाते वह अपने शरीर में होने वाले चेंजेस को लेकर असहज महसूस कर सकती है। उसे उस बदलाव को स्वीकार करने और अपने शरीर पर गर्व करने में मदद करें। रिश्तों के बारे में उससे बात करें, अच्छे करैक्टर के बारे में बताएं, जैसे विश्वास, अखंडता, दृढ़ता और साहस आदि। उसे बताएं कि ये वे मूल्य हैं जिनकी उसे अपने जीवन में सबसे अधिक आवश्यकता होगी। अपने सभी ज्ञान और जीवन के अनुभवों के साथ उसे इंडिपेंडेंट बनाने का प्रयास करें।

  • यथार्थवादी उम्मीद रखें

माता-पिता के रूप में, बच्चों से कुछ उम्मीदें रखना नॉर्मल है। लेकिन इनका जायज होना भी जरूरी है। याद रखें कि आपकी बेटी एक अलग व्यक्ति है जिसके अपने सपने और इच्छाएं हो सकती हैं। उसे बढ़ने के लिए समय, सपोर्ट और प्यार दें।

यह एक माँ ही होती है जो अपनी बेटियों को विभिन्न चीजों के बारे में शिक्षित करती है और जानकारी देती है। एक माँ होती है जो अपनी बेटी को सिखाती है कि इस दुनिया में खुद को कैसे संभालना है और कैसे आगे ले जाना है, अलग-अलग लोगों से कैसे निपटना है और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों को किस प्रकार से पार करना है। एक माँ अपनी बेटी की पहली दोस्त होती है, जो जीवन भर उसको गाइड करती है। यदि आपकी बेटी है, तो ध्यान रखें कि आप हमेशा उसके लिए खड़ी रहें और जीवन के सभी क्षेत्रों में उसका साथ दें।