In this Article
नए साल में अक्सर आप कुछ नए रेसोल्यूशन लेते हैं, जैसे अब से हमेशा हेल्दी खाएंगे, नियमित रूप से एक्सरसाइज करेंगे, पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में संतुलन बनाएंगे और अपनी खुशी के लिए सभी आवश्यक चीजें भी करेंगे। इस साल में आपने अपने व परिवार के लिए बहुत कुछ अच्छा सोचा होगा पर क्या आपने प्राकृतिक सुंदरता और स्वच्छता के लिए कोई संकल्प लिया है?
बीते सालों में भारत के कई शहरों में अनेक प्राकृतिक आपदाएं आई थी, जिस कारण देश में बड़ी तबाही हुई थी। बीते साल बाढ़, बारिश और विनाश के कारण हम सब ने बहुत से लोगों के जीवन की और घरों की क्षति होते हुए देखी थी और सिर्फ यही नहीं, सुनामी, भूकंप व जंगलों में आग लगने जैसी बड़ी आपदाएं भी विश्व के अलग-अलग देशों में देखी गई थी। अगर यह आपदाएं हमारे व्यवहार की वजह से प्रकृति के गुस्से का संकेत नहीं है, तो फिर क्या है?
यह सोचकर आपको अजीब लगेगा कि क्या एक व्यक्ति के द्वारा प्लास्टिक का उपयोग न करने से या सड़क पर कचरा न फेंकने से बदलाव आ सकता है? पर इस बात का भी ध्यान रखें कि बूंद-बूंद से ही सागर बनता है और पानी की छोटी-छोटी बूंदें ही विपदाओं का कारण भी बनती है। तो यह समय है कि हम सब अपने घर के काम करने से पहले बाहर पर्यावरण के कचरे को साफ करें और नष्ट करें। अगर हर एक व्यक्ति कचरे का एक-एक टुकड़ा भी उठाएगा तो प्रकृति का खयाल रखने में हम सब एक बड़ा योगदान देंगे।
इसमें से कुछ चीजें थोड़ी महँगी और मुश्किल भी हैं परन्तु जब आप अपने हर एक संकल्प को निभाते हैं तो यह एक प्रशंसनीय बात बन जाती है कि आपने देश को स्वस्थ बनाने में और उसे अपने बच्चों के लिए बचाए रखने में अपनी भूमिका बहुत अच्छी तरह निभाई है।
बड़े शहरों में रहने वाले लोगों का समय अक्सर ट्रैफिक में ही बीत जाता है। किसी समय और कहीं भी जाने पर ट्रैफिक के कारण आपको हर जगह दूर लगती है। सड़कों में लगा हुआ ट्रैफिक या गाड़ियों से निकलता हुआ काला धुंआ और जलता ईंधन वातावरण को हानि पहुँचाता है। इसे कम करने के लिए आप सप्ताह में एक बार सार्वजानिक परिवहन से जाएं या फिर कैब का उपयोग करें। यदि आप सप्ताह में एक बार भी ऐसा करते हैं तो इससे ट्रैफिक कम होने में मदद मिलेगी। यदि सभी लोग ऐसा करें तो कल्पना कीजिए कि हमारे पर्यावरण में कितना बदलाव आ सकता है।
आपको अपना संकल्प पूरा करने के लिए अपने घर से हर एक प्लास्टिक का सामान बदलने की आवश्यकता नहीं है। यदि आपके घर में प्लास्टिक का कोई खराब सामान है तो उसे आप किसी स्थायी विकल्प में बदल लें। ऐसा करने प्लास्टिक का उपयोग कम होगा और आप रोजाना एक-एक करके प्लास्टिक की चीजों को घर से बाहर कर सकेंगे।
वैसे तो सर्दियों के दिनों में आप अपने सभी संकल्प आसानी से पूरे कर सकते हैं पर गर्मियों में इन्हें पूरा करने में आपको कठिनाई होगी। हम आपसे यह नहीं कह रहे हैं कि आप अपना एसी बंद कर दें कर दें पर खुद के अच्छे के लिए उससे थोड़ी दूरी जरूर बना लें। आप सिर्फ इतना ध्यान रखें कि कमरे में कोई न रहने पर एसी भी बंद कर दें। एयर कंडीशनर से हानिकारक गैस निकलती है जिसे क्लोरोफ्लोरोकार्बन कहते हैं। यह गैस वातावरण को प्रदूषित करती है और साथ ही यह हानिकारक भी है।
ज्यादातर चीजें हमारी जरूरतों के अनुसार नहीं, इच्छाओं के अनुसार बनती हैं इसलिए अक्सर खराब हो जाती हैं या जरूरत न पड़ने पर फेंक दी जाती हैं। हर बार जब आप कुछ खरीदते हैं तो एक बार दोबारा सोच लें क्या वह चीज आपके जरूरत की है? इस बात को समझें कि आधी से ज्यादा चीजें हम सिर्फ कुछ समय के लिए ही खरीदते हैं। इसलिए हमें वही चीजें खरीदनी चाहिए जो हमारे काम की हैं और खरीदारी करते समय कार्ड के बजाय कैश का उपयोग करें। आपके हाथ में सीमित कैश आपको आपके बजट के बाहर खर्च नहीं करने देगा।
तोहफों के मौसम में हर दुकान, हर शॉपिंग साइट पर भीड़ लगी रहती है अपने प्रियजनों के लिए तोहफे और रिटर्न गिफ्ट खरीदने हेतु। जिनके लिए आप कोई तोहफा चुन रही हैं यह सुनिश्चित करें कि उन लोगों के लिए आप सही चीज चुनें जो उनके जरूरत का ही हो। आप अपने दोस्त के लिए उसकी इच्छाओं के अनुसार गिफ्ट लेने के बजाय, उसके लिए कुछ जरूरत की चीज लें जो काम आ सके। आप किसी को भी ऐसा गिफ्ट बिलकुल भी न दें जो काम न आ सके।
हाँ! मांसाहारी लोगों के लिए चिकन छोड़ना बहुत मुश्किल होता है और बच्चों से छुड़वा पाना तो और भी ज्यादा कठिन है। परन्तु शाकाहारी भोजन सिर्फ सेहत के लिए ही नहीं अच्छा होता है बल्कि बहुत किफायती भी होता है। आपके अपने लाभ के अलावा भी यह वातावरण के लिए बहुत लाभकारी है, जानवरों का बढ़ता मांस उत्पादन हानिकारक उत्सर्जन उत्पन्न करता है और इसके उत्पादन की ज्यादा से ज्यादा मांग वातावरण को दूषित करती है।
बिजली के उपयोग का सबसे सही तरीका है एल.ई.डी. लाइट का उपयोग, यह सी.एफ.एल. बल्ब के मुकाबले 90% ऊर्जा की बचत करती है। यह जल्दी जलती व बाकियों के मुकाबले लम्बे समय तक चलती है। हालांकि, एलईडी लाइट थोड़ी महँगी होती है परन्तु फायदों की वजह से इसका मूल्य लागत प्रभावी है।
यह सिर्फ छोटे बच्चों के लिए स्कूल में पढ़ाया हुआ सिर्फ एक पाठ नहीं है, यह एक वास्तविक सिद्धांत है जो आप अपनी रोजमर्रा जिंदगी में लागू कर सकते हैं। थोड़ी खराब या इस्तेमाल ना की हुई सब्जियां पौधे उगाने के लिए उपयोग की जा सकती हैं, बेकार चीजें जैसे बोतल, कटलरी, सीडी सजावट के लिए क्राफ्ट बनाने में काम आ सकते हैं, आप इनसे बहुत कुछ कर सकती हैं। तो फिर ऐसी चीजों को फेंकना क्यों? इनकी मदद से आप बहुत कुछ नया बना सकती हैं।
एक दिन आपके बच्चे इस धरती को सींचेंगे और उन्हें पता होना चाहिए की इसे कैसे सींचना है। बच्चों में प्रकृति व वातावरण के लिए प्यार का भाव जगाएं, उनसे रोजाना कुछ ऐसी छोटी-छोटी चीजें करवाएं जो इको-फ्रेंडली होती हैं, जैसे; बिजली का स्विच बंद करना, टैप बंद करना जब यह इन सब का इस्तेमाल ना हो रहा हो, पेड़ लगाने की विशेषता बताएं, खाना बर्बाद ना करने की आदत डालें। यह चीजें आपके बच्चों को बहुत आगे लेकर जाएंगी।
यदि आप इस साल की शुरूआत में ही यह संकल्प नहीं लिए हैं तो कोई बात नहीं। आप अब भी कुछ ऐसे संकल्प ले सकते हैं जो आपके व पर्यावरण के लिए अच्छा है।
यह भी पढ़ें:
दुनियाभर में नए साल मनाने की परंपराएं
नए साल (नव वर्ष) की विशेस, कोट्स और मैसेज परिवार और दोस्तों के लिए
हिंदी वह भाषा है जो हमारे देश में सबसे ज्यादा बोली जाती है। बच्चे की…
बच्चों को गिनती सिखाने के बाद सबसे पहले हम उन्हें गिनतियों को कैसे जोड़ा और…
गर्भवती होना आसान नहीं होता और यदि कोई महिला गर्भावस्था के दौरान मिर्गी की बीमारी…
गणित के पाठ्यक्रम में गुणा की समझ बच्चों को गुणनफल को तेजी से याद रखने…
गणित की बुनियाद को मजबूत बनाने के लिए पहाड़े सीखना बेहद जरूरी है। खासकर बच्चों…
10 का पहाड़ा बच्चों के लिए गणित के सबसे आसान और महत्वपूर्ण पहाड़ों में से…