प्लास्टिक का उपयोग न करने के 10 तरीके

डेली लाइफ में प्लास्टिक का उपयोग कम करने के 10 तरीके

आज घर, ऑफिस और आपके जीवन के हर कोने में प्लास्टिक है। यह एक निरर्थक पर सही तथ्य है – आप अपने चारों तरफ नजर घुमाएं और नोटिस करें, आपको हर जगह प्लास्टिक दिखाई देगा। चीजों को स्टोर करने के लिए प्लास्टिक के कंटेनर्स, कचरे की थैली, तौलिया टांगने के लिए डेकोरेटिव हुक्स, पानी की बोतल और न जाने क्या-क्या! यदि आप सोचें कि एक पूरे दिन आपको प्लास्टिक का उपयोग नहीं करना है तो सुबह उठते ही आपको प्लास्टिक के ब्रश की जरूरत पड़ेगी। 

हमें प्लास्टिक-रहित पर्यावरण की जरूरत क्यों है

प्लास्टिक ने हमारे जीवन और दुनिया में लगभग हर हिस्से में एक विशेष जगह बना ली है। प्लास्टिक के बारे में एक आसान तथ्य है जिसके लिए आपको साइंस के किसी लेक्चर में जाने की जरूरत नहीं है – प्लास्टिक नेचुरली डीकम्पोज़ नहीं होता। हम जानते हैं कि यह एक आम बात है। पर फिर भी हम अपने आसपास प्लास्टिक के कचरे से भरी हुई कई जगहों को देख सकते हैं। हम सिर्फ प्लास्टिक की चीजों पर ही निर्भर क्यों हैं? हाँ, ऐसा इसलिए है क्योंकि यह आसानी से मिल जाता है पर चूंकि यह धरती हमारा घर है तो क्या हमें अपने इस घर को साफ नहीं रखना चाहिए – या हमें सिर्फ वही काम करने चाहिए जिनमें सफाई करने की आवश्यकता ही न पड़े। 

यदि इतने सारे तथ्यों से भी आप मानने को तैयार नहीं हैं तो हम आपको दुनियाभर की वो तस्वीरें दिखाना चाहेंगे जिनमें यह स्पष्ट दिख रहा है कि प्लास्टिक हमारे वातावरण व पर्यावरण को कितनी तेजी से दूषित कर रहा है, आइए जरा नजर डालें;

हमें प्लास्टिक-रहित पर्यावरण की जरूरत क्यों है

इको-फ्रेंडली विकल्पों के बारे में याद रखने योग्य जानकारी 

आप प्लास्टिक की कुछ चीजों को इको-फ्रेंडली चीजों से बदल सकती हैं। इसके बारे में की गई एक छोटी सी रिसर्च से आप जान सकती हैं कि आपको ये चीजें कहाँ मिलेंगी। पर इससे पहले कुछ आवश्यक बातें भी जान लें;

  • ये चीजें थोड़ी सी महंगी हो सकती हैं पर दाम को देखकर आप इन चीजों को खरीदने से पीछे न हटें। कई जगह इसकी अच्छी क्वालिटी भी मिलती है जो लंबे समय तक चल सकती है। प्लास्टिक जितनी नहीं पर ये चीजें प्लास्टिक की तरह हानिकारक भी नहीं होंगी। 
  • यह भी हो सकता है कि कुछ चीजों में ऐसे एलिमेंट्स हों जो नॉन-बायोडिग्रेडेबल होते हैं। जब तक चीजें मुख्य रूप से या पूरी तरह से ऐसी सामग्री से बने न हों, आप कुछ अपवाद कर सकती हैं क्योंकि सस्ती और खराब क्वालिटी खरीदना भी ठीक ही है क्योंकि अंत में आपको इसे फेंकना ही है और इससे आपका काम भी पूरा हो जाएगा। 

प्लास्टिक की जगह इन 10 चीजों का रोजाना उपयोग करें

आप प्लास्टिक के विकल्प में निम्नलिखित कुछ चीजों का उपयोग कर सकती हैं, आइए जानें;

1. बांस का टूथब्रश 

जैसा कि पहले भी बताया गया कि हम अपने दिन की शुरुआत प्लास्टिक के उपयोग से करते हैं। पहली चीज जो हमारे हाथ में आती है वो है ‘टूथब्रश’। जब यह आवश्यक उत्पाद पुराना होने के बाद आप फेंक देती हैं, इस प्लास्टिक के प्रोडक्ट को मिट्टी में गलने में करीब 400 साल अर्थात 4 सदियां लगती हैं। प्लास्टिक न तो कभी मिट्टी में खत्म होता है, न ही पानी में डूबने से गलता है और अगर आप प्लास्टिक जलाती भी हैं तो उससे उत्पन्न होने वाला धुंआ बहुत हानिकारक होता है। प्लास्टिक का उपयोग अगर इतना ही हानिकारक है तो क्यों ना आप बांस के ब्रश का इस्तेमाल करें? बांस के ब्रश सस्टेनेबल सामग्री से बने होते हैं जो कुछ समय बाद प्राकृतिक रूप से डीकम्पोज़ हो जाते हैं। बांस के ब्रश में नायलॉन का उपयोग होता है जो पूरी तरह बायोडिग्रेडेबल नहीं होता है और यह प्लास्टिक जितना ही चलता है (लगभग 3 से 4 महीने)।

2. स्टील और कांच की बोतल

बहुत सारी प्लास्टिक की बोतल खरीदने से अच्छा है थोड़ा सा ज्यादा खर्च करके कांच या स्टील की बोतल ही खरीदें। प्लास्टिक का उपयोग बंद करने के लिए यह आपका एक बड़ा कदम होगा। प्लास्टिक की बोतल में छिपे हानिकारक पदार्थ आपके पीने के पानी में मिल जाते हैं वही पदार्थ आपके शरीर में भी जा सकते हैं। यही कारण है की आप बीमार पड़ते हैं इसलिए आप ज्यादा से ज्यादा स्टील या कांच की बोतल का ही उपयोग करें। मार्केट में बहुत सारी डिजाइनर स्टील और कांच की बोतलें मिलती हैं जिनमें से आप कोई भी एक खरीदें। ये बोतल लंबे समय तक चलती भी हैं। 

स्टील और कांच की बोतल

3. इको-फ्रेंडली कॉफी मग

ऑफिस में काम करने वाले ज्यादातर लोगों को कॉफी अत्यधिक प्रिय होती है और यह आपकी लिस्ट में सबसे ऊपर होगा। जब आप यह एक ज्यादा ड्यूरेबल कप या गिलास में ले सकती हैं तो फिर बहुत सारे छोटे-छोटे कप का उपयोग क्यों करना? इस प्रोडक्ट में भी प्लास्टिक का लिड यानि ढक्कन होता है पर यह उन छोटे-छोटे प्लास्टिक के कप से ज्यादा इको-फ्रेंडली है जिनका उपयोग आप अक्सर करती हैं। 

4. कपड़े के पैड या मेंस्ट्रुल कप

अगर हम बात करें पीरियड्स में उपयोग होने वाले सैनेटरी पैड के बारे में तो इनमें भी कम प्लास्टिक नहीं होता है। सोच के देखिए जरा एक महिला एक महीने में कितने पैड्स का उपयोग करती होगी। आप हिसाब लगा सकती हैं, सारी दुनिया में इस्तेमाल होने वाली यह जरूरी चीज वातावरण को कितना दूषित करती है। हालांकि टेम्पॉन्स भी कॉटन या रेयॉन (नॉन-बायोडिग्रेडेबल हैं) के बने होते हैं परंतु उनमें भी ऊपर से प्लास्टिक लगाया जाता है जो वातावरण को दूषित करता है।

कपड़े के पैड या मेंस्ट्रुल कप

आप चाहें तो सेनेटरी नैपकिन्स का उपयोग न करके, कपड़े के पैड या मेंस्ट्रुल कप का इस्तेमाल करें और एक्सपर्ट्स भी इसकी सलाह देते हैं। यह हाइजीनिक है और इसके उपयोग से गंदगी भी नहीं होती है और न ही यह बेकार होते हैं। इसका उपयोग एक से ज्यादा बार कई दिनों तक किया जा सकता है। पीरियड्स के समय इसका उपयोग करना बहुत सरल है जिस वजह से ज्यादातर महिलाएं मेंस्ट्रुल कप का ही उपयोग कर रही हैं।

5. कपड़े के बने डायपर

स्वच्छता की बात करते समय इसे कैसे नकारा जा सकता है। अक्सर मांएं बच्चों के लिए डिस्पोसिबल डायपर का भी उपयोग करती हैं। यह प्रोडक्ट भी वातावरण को समान रूप से दूषित करता है और इसी वजह से धरती पर प्लास्टिक का कचरा तेजी से बढ़ता जा रहा है। कपड़े के डायपर का उपयोग आप दोबारा भी कर सकती हैं और इसमें केमिकल्स का उपयोग नहीं होता है इसलिए यह बच्चों की त्वचा के लिए भी अच्छा है। आप इस डायपर को धोने के लिए थोड़े से पानी का उपयोग करें क्योंकि पानी का दुरुपयोग भी एक बड़ी समस्या है। 

6. कपड़े के बने बैग

प्लास्टिक पर प्रतिबंध देश की ज्यादातर जगहों में किया जा चुका है जिसके कारण प्लास्टिक का उपयोग काफी कम हुआ है। परन्तु आज भी कुछ लोग प्लास्टिक बैग का निरंतर उपयोग कर रहे हैं। हम आपको यही सलाह देंगे खरीददारी  के लिए बाजार जाते समय आप कपड़े का बैग ही इस्तेमाल करें जिससे आपका पैसा कम खर्च होगा और उसमें ढेर सारा सामान भी आ सकता है। आप उन बैग का भी उपयोग कर सकती हैं जो पूरी तरह नॉन बायोडिग्रेडेबल होते हैं।

कपड़े के बने बैग

7. कम्पोस्टेबल कचरे का थैला 

हम कचरे के लिए प्लास्टिक के बैग्स का उपयोग इसलिए करते हैं क्योंकि इससे किसी भी प्रकार का लीकेज नहीं होता है और इसमें बहुत ज्यादा कचरा भी आ सकता है। पर मार्केट में अच्छी क्वालिटी के और वातावरण को स्वच्छ रखने में मदद करने वाले कम्पोस्टेबल गार्बेज बैग थोड़े महंगे मिलते हैं। अपने घर के कचरे, सफर के दौरान गंदे कपड़ों के लिए, खाना और अन्य वेस्ट चीजें फेकने के लिए आम प्लास्टिक बैग की तरह ही इन बैग्स का उपयोग करें।

8. इको फ्रेंडली कटलरी

विशेषकर कई लोगों की दावत या पिकनिक में खाने के लिए स्टील की चम्मचों का उपयोग और इसे बार-बार धोना, साफ करना और संभाल के रखना संभव नहीं है। ऐसे में डिस्पोजेबल कटलरी ही एक विकल्प बचता है पर आप ऐसी कटलरी चुनें जो वातावरण के लिए भी सही हों। आप लकड़ी के चम्मच और कांटे, पत्ते या बांस की प्लेट व कप का उपयोग करें। यह बहुत ज्यादा मात्रा में प्लास्टिक की कटलरी को बाहर फेंकने से अच्छा है जो आदत कई शताब्दियों के बाद ही खत्म होगी और लंबे समय के बाद आपके वंश के लिए पर्याप्त है। 

इको फ्रेंडली कटलरी

9. स्ट्रॉ 

अक्सर लोग प्लास्टिक के स्ट्रॉ भी बहुत ज्यादा मात्रा में फेंकते हैं। कई रेस्टॉरेंट में प्लास्टिक के स्ट्रॉ का उपयोग भी बंद हो चुका है और इसे बैन भी कर दिया गया है। पर यदि स्ट्रॉ जरूरी है तो आप स्टील के स्ट्रॉ का उपयोग करें जिसे धोया और दोबारा से उपयोग किया जा सकता है। 

10. बीज़वैक्स रैप 

क्लिंज रैप का उपयोग खाने को सील करने के लिए किया जाता है और उपयोग के बाद हम इसे तुरंत फेंक देते हैं। इस चीज का उपयोग बहुत ज्यादा मात्रा में किया जाता है और इसे तुरंत फेंक भी दिया जाता है। इसके विकल्प में एक चीज की जा सकती है जो काफी महंगी पड़ेगी पर कई बार उपयोग करने के कारण यह प्रोडक्ट काफी किफायती पड़ता है। यहाँ हम बीज़वैक्स रैप की बात कर रहे हैं जो कॉटन के कपड़े का होता है और इसके ऊपर बीज्वैक्स लगी होती है। इसमें कोई भी गंध नहीं रहती है और यह एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल भी होती है। इसे आप कई महीनों तक इस्तेमाल कर सकती हैं और साथ ही धो भी सकती हैं। बस इस बात का ध्यान रखें कि आप इसका उपयोग गर्म खाने को ढकने के लिए न करें क्योंकि इससे वैक्स पिघल सकती है। 

प्लास्टिक का उपयोग बंद करना कठिन है। बहुत जल्दी से इको-फ्रेंडली प्रोडक्ट का उपयोग नहीं किया जा सकता है और यह होना भी नहीं चाहिए। आप अपने घर की चीजों को बदलने में कोई भी जल्दबाजी न करें और ध्यान रखें कि आप जब भी कोई नया सामान खरीदेंगी तो इको-फ्रेंडली ही खरीदें। यदि आप प्लास्टिक के स्ट्रॉ का उपयोग करना बंद करना चाहती हैं तो इससे बहुत बड़ा अंतर पड़ सकता है। ऊपर बताई हुई चीजों को दोबारा पढ़ें और इस बात को समझें कि एक बड़ा कदम उठाने का यह एक सही समय है।