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विश्वास हर रिश्ते की एक बुनियाद होती है। बिना विश्वास के आप अपनी लव लाइफ के इस सफर को आगे नहीं बढ़ा सकते हैं। विश्वास किसी के साथ बाते करने और जीवन बिताने से ज्यादा महत्वपूर्ण है। विश्वास रिश्तों को बेहतर बनाने के साथ-साथ जीवन में खुशियां लाता है। विश्वास क्या है और आप अपने रिश्तों में विश्वास कैसे बना सकते हैं, यह जानने के लिए आगे पढ़ें।
संबंध दो लोगों के बीच एक साझेदारी का नाम है, जब तक दोनों पक्ष के लोग एक-दूसरे पर विश्वास नहीं करते व एक दूसरे के साथ काम नहीं करते, वे इस साझेदारी में सफल नहीं हो सकते। आपको अपने जीवनसाथी को जीतने के लिए एक उत्तम व्यक्ति होने की जरूरत नहीं है, बस सिर्फ थोड़ा सा विश्वास और आप उनके साथ एक सुखमयी जीवन व्यतीत करेंगे।
क्या आप जानना चाहते हैं कि किन संकेतों से कपल के जीवन में विश्वास का स्तर पता चलता है? आइए जानें;
आपका साथी आपसे कुछ नहीं छुपाता है, उसके जीवन में चल रही हर एक बात आपको पता होती है। छोटी-छोटी बातों से लेकर हर वो बात बताता है जो भी उसके सहकर्मियों के साथ हुआ है या फिर जो भी उसका अतीत है। आपका विश्वास जीतने के लिए वह अपने दिल की हर एक बात को आपके सामने रखता है।
यदि आपका पार्टनर आपको बेवजह प्यार से छूता है, यदि वह आपको पीछे से हग करता है या बिना किसी कारण के आपको किस करता है तो इसका यह मतलब समझने की गलती न करें कि वह आपसे सिर्फ सेक्स चाहता है। यह फिजिकल इंटिमेसी के संकेत हैं जो एक रिश्ते के लिए अच्छा है और इससे पार्टनर्स में निष्ठा दिखाई देती है।
हो सकता है आपके या आपके साथी के अतीत में कुछ कॉम्प्लीकेशन्स हों पर इसका मतलब यह नहीं है कि आप अपने रिश्ते के भविष्य को खराब कर दें। अगर आपका साथी आपके अतीत की गलतियों को माफ कर देता है और अपनी हर बातों का हिस्सा बनाता है तो यह एक अच्छा संकेत है।
आपका साथी हमेशा आपसे मिलने के लिए बेचैन रहता है और अपना सारा समय सिर्फ आपके साथ ही बिताना चाहता है तो इसका मतलब है कि उसे सच में अपने रिश्ते का ख्याल है और यह भरोसे का सबसे बड़ा प्रतीक है।
आपका साथी अपने वित्तीय और बैंक आकउंट व पैसों की पूरी जानकारी आपको देता है, यहाँ तक कि वह आपको बिना कुछ कहे अपने पैसे खर्च करने देता है तो यह भरोसे का सबसे बड़ा सूचक है। एक मनोचिकित्सक के मुताबिक अगर आपका साथी अपने वित्तीय, खर्च व पैसों की पूरी जानकारी आपको नहीं देता है तो इसका मतलब है कि वह आप पर पूरी तरह भरोसा नहीं करता है।
जब भी आपके अंतर्मन में कुछ चल रहा होता है या आप कुछ व्यक्त करना चाहते है और आपका साथी अपना फोन बंद करके आपके साथ बैठता है और बहुत ध्यान से आपकी बात सुनता है। अपनी बात रखने से पहले वह आपकी बात उत्सुकता और ध्यानपूर्वक सुनता और समझता है तो इन विशेषताओं से पता चलता है की वह बहुत भरोसेमंद इंसान है और वह आपकी बातों को महत्व देता है।
आपका साथी आपको अपने दोस्तों से मिलवाता है, चाहे वो लड़की हो या लड़का वह आपका परिचय अपने हर एक दोस्त या सहकर्मियों से करवाता है। आपके साथ-साथ उसके दोस्तों को भी यह मालूम होगा कि उसके जीवन में सिर्फ आप ही सबसे अधिक मायने रखते हैं।
आपका साथी आपसे कोई वादा करता है और बिना किसी बहाने व असफलता के निभाता है। वादों को संभालना और चाहे कितनी भी समस्याएं हो परन्तु उन वादों पर अडिग रहना भी संबंध में एक भरोसा बनाता है। यह इतना भी आसान नहीं है, इसमें प्रयास और प्रतिबद्धता की जरुरत होती है। ।
इन दिनों मोबाइल फोन में हर किसी की निजी जानकारियाँ और सामाजिक जीवन से जुड़े लोगों की सम्पर्क सूची होती है। अगर आपका साथी अपना मोबाइल फोन आपको देखने देता है और आपके बिना कहे ही खुद की मर्जी से अपना फोन आपको दे देता है तो यह भी भरोसेमंद होने का सूचक है।
अगर आपका साथी हर समय आपके आसपास रहने के बजाय आपको सीमित दूरी और उचित समय देता है, जो आप चाहते हैं तो यह भरोसे का प्रतीक है। वो आपकी चीजों पर रोक-टोक नहीं करता है और आपको आपके निजी पलों में अकेले रहने का भी समय देता है, जब भी आप चाहते हैं। अपने साथी को उपयुक्त समय देने का मतलब है कि वह आप पर उस स्तर तक भरोसा रखता है, जहाँ तक उसे विश्वास है कि दूर होने के बाद भी आप उसे धोखा नहीं देंगे।
आप जब भी कोई नए विचार प्रकट करते हैं तो आपका साथी उसका बिना मजाक उड़ाए ध्यान से सुनता है। उसकी आलोचना करे बगैर आपको बताता है कि इस बारे में वह क्या सोचता है, अगर वह योजना काम भी न करें फिर भी आपकी इच्छा को देखते हुए वह आपका पूरा समर्थन करता है और आजमाना चाहता है कि यह योजना कहाँ तक काम करेगी, यह एक दूसरे के प्रति खुले विचार और विश्वास का प्रतीक है।
यह भरोसे का सबसे बड़ा संकेत है – वह आपके परिवार से मिलता है और उन्हें अच्छी तरह जानने की कोशिश करता है। वह उनसे ऐसे मिलता है और व्यवहार करता है जैसे वह अपने परिवार के साथ करता है।
अपने रिश्ते में विश्वास कायम करना आसान नहीं है, इसपर काम करना पड़ता है और सौभाग्य से, यह जिंदगी भर का काम आता है। अगर आप सही और सच्चे कदम पर चल रहे तो विश्वास खोने का डर भी कम हो जाता है। यहां बताया गया है कि आप अपने साथी के साथ विश्वास पूर्ण रिश्ते कैसे बना सकते है।
संबंध में विश्वास बनाने का सबसे पहला कदम है – एक दूसरे से बात करना। अगर आप एक दूसरे के साथ बिना बात किए अधिक समय बिताते हैं तो यह गलत होगा। अपनी छोटी-छोटी चीजों के बारे में बात करने से शुरुआत करें और अपने दिल की बातों को खुद ही सामने रखें।
जब भी वे आपसे कुछ निजी, अंतरंग या फिर कोई ऐसी बात करने जा रहे हों जो उनके लिए शर्मनाक है, तब उनकी आलोचना न करें और न ही कोई निर्णय लें।अगर उन्होंने सिर्फ आपको सुना है इन बातों को बताने के लिए तो यह अपनेआप में ही एक संकेत है, आपको भी ऐसा ही करना चाहिए क्योंकि यह रिश्ता आप दोनों से बनता है किसी एक से नहीं।
आप एक-दूसरे को अपने दोस्तों से मिलवाते समय बिलकुल न हिचकिचाए।
आपस में बात करते समय अपने साथी की आँखों में देखें और इसे टालने की कोशिश न करें। अपनी कमियों को बिना झिझके दर्शाएं।
आप अपने पार्टनर की समस्याएं सुनें, खुद को उनके अनुकूल रखें, उसकी समस्याओं को अपना समझे और उसके बारे में बात करें। वे किस परिस्थिति से गुजर रहे हैं इसे समझें और सहानुभूति रखें।
अपने साथी से नजदीकी बढ़ाएं और एक-दूसरे के साथ समय बिताने के मौकों को न छोड़ें। अपने साथी को पहले से ज्यादा प्यार करें और हफ्ते में एक बार सेक्स करें।
सभी समस्याओं को आप खुद से सुलझाने का प्रयास न करें और किसी भी परिस्थिति से अकेले ही न निबटें। आपके लिए बेहतर होगा कि आप दोनों मिलकर समस्याओं को सुलझाएं।
अपनी भावनाओं को खुलकर व्यक्त करें और समय-समय पर अपने रिश्ते के हर बदलाव को परखें व समझें। यह आपको सही तरीके से आगे बढ़ने में मदद करेगा।
कभी-कभी तब भी मदद करें जब वे आपकी मदद के लायक न भी हों क्योंकि आप वहाँ उनके लिए हैं और वे आपको खुद पर दोबारा भरोसा करने दे रहे हैं।
क्या करना चाहिए और क्या नहीं – यह आपकी सीमाएं हैं, और इसमें आपका निजी समय और एक सीमित दूरी भी शामिल है। अपने साथी से साथ बात करें और संबंध शुरू करने से पहले आपस में कुछ सभ्य नियम बनाएं।
अगर आपको डर है कि विश्वास और भरोसा न होने के कारण आप अपना रिश्ता खो देंगे तो यहाँ कुछ उपाय हैं जिनसे आप अपने रिश्ते को दोबारा पा सकते हैं:
पहले भी बताया गया है कि रिश्तों पर भरोसा करना कोई योजना नहीं है और न ही इसे जल्दी किया जा सकता है। आपको इस रिश्ते को बनाने के लिए निरंतर प्रयास करना होगा और अपने साथी को इतना विश्वास दिलाना होगा कि वह आपके लिए भी बिलकुल वैसा ही करें जैसा आप कर रहे हैं।
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