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बच्चे को गोद में लेते समय घबराहट हमेशा होती है और जब बच्चा नवजात हो तो यह चिंता बढ़ जाती है। इस समय हर छोटी से छोटी चीज चिंता का कारण बनती है। हालांकि यदि आपको बच्चे की आंखों के आस-पास पीले रंग का फ्लूइड बनता दिखाई देता है तो आप बिलकुल भी न घबराएं। बच्चे की आंखों में यह क्या होता है और इसे कई से ठीक किया जा सकता है यह जानने के लिए आप यह आर्टिकल पूरा पढ़ें।
बच्चों में स्टिकी आंखें होने के कुछ आम कारण इस प्रकार हैं, आइए जानें;
स्टिकी आंखें होने के कुछ लक्षण इस प्रकार हैं, आइए जानें;
स्टिकी आंखें या चिपचिपी/चिपकी आंखें कुछ समय के बाद सिर्फ नियमित साफ करने पर ही ठीक हो जाती हैं और इसमें कुछ भी करने की जरूरत नहीं है। हालांकि कई मामलों में यह प्राकृतिक रूप से ठीक नहीं होती है या समस्या बढ़ती रहती है तो आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
आप आंखों में इन्फेक्शन और रैश या चोट में कन्फ्यूज हो सकते हैं पर इसके कुछ लक्षण यहाँ बताए गए हैं, आइए जानें;
ब्लॉक्ड टियर डक्ट्स के कारण पीला डिस्चार्ज निकलता है और जैसे ही यह डक्ट्स खुल जाते हैं उसी समय डिस्चार्ज होना बंद हो जाता है। हालांकि कुछ मामलों में यह इन्फेक्शन और कंजंक्टिवाइटिस का संकेत भी हो सकता है।
यहाँ पर स्टिकी आंखों के ट्रीटमेंट से संबंधित कुछ टिप्स दिए हुए हैं, आइए जानें;
आंखों को साफ करने के लिए इस प्रोसेस को सबसे ज्यादा किया जाता है, आइए जानें;
ऊपर बताए गए स्टेप्स आप सेलाइन पानी से भी कर सकते हैं। इससे बैक्टीरियल इन्फेक्शन होने की संभावना कम हो जाती है।
यह आंखों की नमी में सुधार करता है और डिस्चार्ज के कारण हुए फ्लेक्स को डिसॉल्व करता है ताकि बच्चा सोकर उठने के साथ ही अपनी आंखें खोल सके।
डिस्चार्ज को साफ करने के लिए पेडिअट्रिशन आपको आई ड्रॉप्स या एंटीबायोटिक सलूशन लेने की सलाह दे सकते हैं। आप उनके इंस्ट्रक्शन और डोज को जरूर फॉलो करें।
आप अपने बच्चे की आंख और नाक के आस-पास की जगह पर आराम से मालिश करें। इससे ब्लॉक्ड डक्ट्स में मदद मिलती है और स्टिकी आंखें फ्लूइड बनने की संभावना कम हो जाती है। मालिश करने का सही तरीका जानने के लिए आप ओफ्थल्मोलॉजिस्ट से संपर्क करें।
बच्चों में टियर डक्ट्स ब्लॉक होने की वजह से आंखों में स्टिकी डिस्चार्ज बनता है। यदि डक्ट्स एक साल के भीतर नेचुरल तरीके से नहीं खुलते हैं तो डॉक्टर डक्ट्स को खोलने की सलाह दे सकते हैं। इसका सबसे आम तरीका सर्जिकल प्रोबिंग है जिसमें डॉक्टर टियर डक्ट्स में एक मेडिकल उपकरण डालकर इसे साफ करते हैं। इस बात का ध्यान रखें कि यह प्रोसीजर सिर्फ एक्स एक्सपर्ट के द्वारा ही होना चाहिए और इसे घर में बिलकुल भी न करें।
बच्चे की आंखों और पलकों को साफ करने के टिप्स
बच्चों की आंखों में इन्फेक्शन होने से बचाने के लिए कुछ टिप्स निम्नलिखित हैं, आइए जानें;
नवजात शिशुओं में टियर डक्ट्स ब्लॉक होने के कारण स्टिकी आंखें होती हैं। कई मामलों में यदि यह गंभीर नहीं है तो इसे घर पर ही ठीक किया जा सकता है। हालांकि यदि बच्चे की आंखें लंबे समय तक स्टिकी रहती हैं तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। आप बच्चे में आंखों के इन्फेक्शन से बचने के लिए इसके लक्षणों को चेक करते रहें।
स्टिकी आंखें अपने आप में किसी भी समस्या का कारण नहीं हैं। वास्तव में यह एक नेचुरल प्रोसेस है और ज्यादातर मामलों में यह होम रेमेडीज से ही ठीक हो जाती है। पर फिर भी इसके बारे में पूरी जानकारी लेनी चाहिए और बच्चे में हर लक्षणों पर नजर रखना चाहिए ताकि उसे किसी भी प्रकार का इन्फेक्शन होने पर तुरंत इलाज किया जा सके।
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