In this Article
- गर्भावस्था के दौरान योग करना
- नॉर्मल डिलीवरी के लिए प्रेगनेंसी योगा के फायदे
- नॉर्मल डिलीवरी के लिए 10 बेहतरीन योगा पोज
- पहली तिमाही के दौरान किए जाने वाले योग आसन
- दूसरी तिमाही के दौरान किए जाने वाले योग आसन
- तीसरी तिमाही के दौरान किए जाने वाले योग आसन
- गर्भावस्था में योग करते समय बरती जाने वाली सावधानियां
योग में ऐसे आसन होते हैं जिनको अपनी जरूरत के हिसाब से अपनाया जा सकता है। यह गर्भवती महिला के लिए विशेष रूप से फायदेमंद होता है क्योंकि इसमें पूरे शरीर के एक्सरसाइज के अलावा ब्रीथिंग एक्सरसाइज भी शामिल होती है। यहाँ, आपको कुछ ऐसे ही योग आसन के बारे में बताया गया है जो नॉर्मल डिलीवरी में आपकी मदद करेगा।
गर्भावस्था के दौरान योग करना
प्रेगनेंसी के दौरान योग ही सबसे बेहतरीन एक्सरसाइज है। योग न केवल इस दौरान शरीर को स्वस्थ रखता है, बल्कि यह आपके शरीर को होने वाले लेबर के लिए भी तैयार करता है। ऐसी कई ब्रीथिंग तकनीक हैं जो लेबर और बच्चे को जन्म देते समय सहायक होती है। आप नॉर्मल डिलीवरी के लिए गर्भावस्था के दौरान योग का अभ्यास कर सकती हैं, क्योंकि योग करने से आपकी पेल्विक बोन मजबूत होती है और मांसपेशियों में फ्लेक्सिबिलिटी आती है।
डिलीवरी से पूर्व योग आसन वो होते हैं जिन्हें आप अपनी गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित रूप से कर सकती हैं। गर्भावस्था में योग करने का मुख्य उद्देश्य गर्भावस्था से संबंधित किसी भी कॉम्प्लिकेशन या समस्याओं को दूर करना है और ताकि आपकी प्रेगनेंसी का समय सफलपूर्वक बीते और आपकी डिलीवरी आसानी से हो सके।
इस लेख में बताए गए योग आसन होने वाली माँ के लिए बेहद फायदेमंद हैं, हालांकि, आपको किसी भी योग आसन को करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।
नॉर्मल डिलीवरी के लिए प्रेगनेंसी योगा के फायदे
योग करने से होने वाली माँ को स्वास्थ्य संबंधी लाभ होता है और यह नॉर्मल डिलीवरी में भी मदद करता है। यहाँ नॉर्मल डिलीवरी के लिए योग करने के कुछ फायदे बताए गए हैं:
लेबर में मदद करता है: योग न केवल होने वाली माँ के पूरे स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है बल्कि यह फीटस के विकास के लिए भी बहुत लाभदायक होता है। योग मांसपेशियों की शक्ति और ऊर्जा को बढ़ाने में भी मदद करता है जिससे योनि मार्ग से डिलीवरी होने में मदद मिलती है।
दर्द से राहत देने में मदद करता है: जैसे-जैसे गर्भावस्था आगे बढ़ती है, आपको पीठ दर्द, सिरदर्द और अन्य दर्द का अनुभव होना शुरू हो जाएगा। योग से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, मांसपेशियों की ताकत बढ़ती है और ब्रीथिंग तकनीक में सुधार होता है साथ ही आपको दर्द से राहत मिलती है।
अच्छी नींद लेने में मदद करता है: योग तनाव, चिंता और दर्द को कम करता है, इस प्रकार यह आपके मन और शरीर को रिलैक्स करता है। योग करने से आपको बेहतर नींद आती है।
सहनशक्ति बढ़ाता है: योग आपकी सहनशक्ति बढ़ाने में मदद करता है, जिसकी आवश्यकता आपको लेबर के दौरान कई घंटों के लिए पड़ती है।
बच्चे को सही बर्थ पोजीशन में लाने में मदद करता है: योग पेल्विक बोन और मांसपेशियों को मजबूत करता है और बच्चे को सही बर्थ पोजीशन में लाने में मदद करता है।
नॉर्मल डिलीवरी के लिए 10 बेहतरीन योगा पोज
यहाँ आपको हर तिमाही के अनुसार योग आसन बताए गए हैं जो होने वाली माँ के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं और इससे नॉर्मल डिलीवरी में सहायता मिल सकती है:
पहली तिमाही के दौरान किए जाने वाले योग आसन
आप अपनी गर्भावस्था की पहली तिमाही में लगभग सभी बेसिक योगा कर सकती हैं। लेकिन अपने शरीर की जरूरतों पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। यदि आप थका हुआ, सुस्त महसूस करती हैं या योग करने में असमर्थ हैं, तो आपको खुद के साथ जबरदस्ती नहीं करना चाहिए। यहाँ आपको पहली तिमाही में किए जाने वाले कुछ आसन बताए गए हैं:
1. वीरभद्रासन
ये आसन पीठ, जांघ, कंधे और बांह की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। यह आसन आपकी सहनशक्ति को बढ़ाने में भी मदद करता है।
2. वृक्षासन
यह आसन सीने में जलन की समस्या को कम करता है। यह आसन पोस्चर को ठीक करता है और पीठ दर्द से राहत देने में भी मदद करता है।
3. उत्थित त्रिकोणासन
यह आसन कूल्हों, हैमस्ट्रिंग और कमर की मांसपेशियों को स्ट्रेच करने में मदद करता है। यह स्ट्रेस और पीठ दर्द से राहत प्रदान करता है। यह आसन गर्भावस्था के दौरान आपके पाचन में सुधार भी करता है।
दूसरी तिमाही के दौरान किए जाने वाले योग आसन
दूसरी तिमाही तक, आपका पेट दिखाई देने लगता है। ज्यादातर मामलों में, इस समय तक मॉर्निंग सिकनेस की समस्या कम हो जाती है। यहाँ आपको कुछ योग आसन बताए गए हैं जो आप दूसरी तिमाही के दौरान कर सकती हैं:
1. वज्रासन
यह आसन आपके पाचन में सुधार करता है। यह अन्य पेट से संबंधित समस्याओं को दूर करने में प्रभावी रूप से मदद करता है।
2. ताड़ासन
यह आसन रीढ़ को मजबूत करता है और आपको शारीरिक और मानसिक रूप से बैलेंस करने में मदद करता है।
3. मार्जरी आसन
यह आसन आपके रिप्रोडक्टिव सिस्टम के लिए बेहद फायदेमंद है। यह कंधे, रीढ़ और गर्दन में फ्लेक्सिबिलिटी लाने में भी मदद करता है।
तीसरी तिमाही के दौरान किए जाने वाले योग आसन
तीसरी तिमाही के लिए ऐसे कई योग हैं जो आप नॉर्मल डिलीवरी के लिए कर सकती हैं। यहाँ आपको कुछ आसन बताए गए हैं जो आप अपनी गर्भावस्था की तीसरी तिमाही में कर सकती हैं:
1. पूर्ण तितली आसन
यह आसन जांघों और पैरों से थकान दूर करने में मदद करता है।
2. अर्ध तितली आसन
यह आसन हिप जॉइंट को ढीला करने के लिए बहुत अच्छा है और डिलीवरी के दौरान बहुत मदद करता है।
3. सुप्त उदराकर्षण आसन
कब्ज से छुटकारा पाने के लिए यह आसन बहुत फायदेमंद है, इसके अलावा यह पीठ में किसी भी स्ट्रेन या जकड़न से भी राहत दिलाता है।
4. उत्कटासन (चेयर पोज)
यह आसन जांघ और पेल्विक की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए बहुत अच्छा है।
गर्भावस्था में योग करते समय बरती जाने वाली सावधानियां
गर्भावस्था के दौरान योग करना एक गर्भवती महिला के लिए बहुत फायदेमंद होता है। लेकिन विभिन्न योग आसनों को करते समय सावधानी बरतना भी उतना ही जरूरी है। यहाँ कुछ पॉइंट्स बताए गए हैं, जिन्हें आपको गर्भावस्था में योग करते समय याद रखना चाहिए:
- आपको अपने डॉक्टर के परामर्श करने के बाद योग का अभ्यास करना चाहिए।
- अलग-अलग ब्रीथिंग तकनीक के साथ सही तरीके से योग आसन करना बहुत जरूरी है।
- आपको पहली तिमाही के बाद कोई भी ऐसे योग आसन नहीं करने चाहिए जिसमें आपको सीधे लेटने की आवश्यकता होती है।
- आपको अधिक समय तक साँस रोकने से बचना चाहिए।
- अपने योगा पोज को बैलेंस करते हुए आपको बहुत सावधानी बरतनी चाहिए।
- योग करने से पहले और बाद में आपको अपने शरीर की न्यूट्रिशन और हाइड्रेशन संबंधी जरूरतों का ध्यान रखने की सलाह दी जाती है।
- आपको योग के लिए आरामदायक कपड़े पहनने चाहिए।
- आपको ओवर-स्ट्रेचिंग से बचना चाहिए।
- आपको योग के बाद आराम करना चाहिए।
गर्भावस्था के दौरान योग के कई फायदे हैं। यह गर्भावस्था के दौरान न केवल होने वाली माँ को स्वस्थ रखता है, बल्कि डिलीवरी के दौरान भी यह काफी फायदेमंद साबित होता है। हालांकि, आपको किसी भी योग आसन को करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए और किसी एक्सपर्ट की निगरानी में ही योग करना चाहिए।
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