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गर्भावस्था का 14वां सप्ताह अर्थात दूसरी तिमाही की शुरुआत। इस दौरान गर्भवती महिलाओं में मॉर्निंग सिकनेस, थकान और अन्य समस्याओं के लक्षण खत्म हो जाते हैं। इस अवधि में गर्भाशय में वृद्धि होने से कई महिलाओं का पेट थोड़ा बाहर निकलने लगता है। गर्भावस्था के 14वें सप्ताह में गर्भस्थ शिशु का पूरी तरह से विकास हो चुका होता है जिसकी लंबाई लगभग 8.5 सेंटीमीटर हो जाती है और वजन तकरीबन 42 ग्राम हो सकता है। गर्भावस्था के 14वें सप्ताह में डॉक्टर शिशु के स्वास्थ्य व सामान्य विकास के बारे में पता लगाने के लिए अल्ट्रासाउंड करने की सलाह दे सकते हैं।
अक्सर सभी गर्भवती महिलाएं अपने गर्भ में पल रहे शिशु की वृद्धि व विकास देखने के लिए उत्साहित रहती हैं और शिशु के उचित विकास को सुनिश्चित करने के लिए डॉक्टर समय-समय पर अल्ट्रासाउंड स्कैन करवाने की सलाह देते हैं। गर्भावस्था के 14वें सप्ताह में अल्ट्रासाउंड करवाना निम्नलिखित कारणों से आवश्यक हो जाता है, आइए जानते हैं;
अल्ट्रासाउंड की प्रक्रिया से पहले आपका मूत्राशय पूरी तरह से भरा हुआ होना चाहिए। ऐसा करने से अल्ट्रासाउंड स्कैन में आपके बच्चे की स्पष्ट तस्वीर दिखाई देगी। इस प्रक्रिया के शुरू होने से 30-45 मिनट पहले कुछ गिलास पानी पिएं ताकि आपका मूत्राशय पूरी तरह से भरा रहे। आप अपने गर्भ में पल रहे शिशु के विकास व स्वास्थ्य के बारे में प्रश्न पूछने और जानकारी लेने के लिए भी पूरी तरह से तैयार रहें।
गर्भावस्था के 14वें सप्ताह के दौरान एक अल्ट्रासाउंड करने में लगभग 20-30 मिनट लगते हैं। यदि गर्भ में एक से अधिक शिशु हैं या गर्भ में पल रहा शिशु ऐसे स्थान पर है जहाँ आंतरिक अंग स्पष्ट रूप से दिखाई न दे रहे हों तो अल्ट्रासाउंड को सफलतापूर्वक करने में अधिक समय लग सकता है।
अल्ट्रासाउंड के लिए आपको सीधे लेटने के लिए कहा जाएगा और डॉक्टर द्वारा आपके पेट पर जेल लगाया जाएगा। इसके बाद डॉक्टर ट्रांसड्यूसर को आपके पेट पर रखकर जेल लगे हुए क्षेत्र में चारों ओर घुमाएंगे जिससे आपके गर्भ में पल रहा शिशु स्पष्ट रूप से स्क्रीन पर दिखाई देगा। कुछ मामलों में अल्ट्रासाउंड योनि के माध्यम से भी किया जा सकता है। इस प्रक्रिया में शिशु की स्पष्ट तस्वीरों को स्कैन करने के लिए एक प्रोब को योनि में डाला जाता है। इस प्रक्रिया में भी दर्द नहीं होता है और अल्ट्रासाउंड के अन्य तरीकों की तुलना में इसमें शिशु के अधिक स्पष्ट पिक्चर दिखाई देते हैं।
गर्भावस्था के 14वें सप्ताह के अल्ट्रासाउंड में शिशु एक नींबू या आड़ू के आकार का होता है। इस अल्ट्रासाउंड में आप अपने बच्चे में निम्नलिखित विकास देख सकती हैं;
गर्भावस्था के 14वें सप्ताह में अल्ट्रासाउंड के माध्यम से गर्भस्थ शिशु में यदि किसी भी असामान्यता का संकेत मिलता है तो इसकी पुष्टि के लिए डॉक्टर आपको अन्य और परीक्षण करने का सुझाव दे सकते हैं। यदि शिशु के हृदय की समस्या का संकेत मिलता है तो डॉक्टर भ्रूण की इकोकार्डियोग्राफी जैसे परीक्षण करवाने की सलाह दे सकते हैं। डॉक्टर आनुवांशिक विकारों का पता लगाने के लिए एमनियोसेंटेसिस, रक्त परीक्षण या कोरियोनिक विल्ली सैम्पलिंग की भी सलाह दे सकते हैं। यदि परीक्षण में किसी भी प्रकार की असामान्यता का पता चलता है तो डॉक्टर आपको सभी उपयुक्त विकल्पों और आगे क्या करना है, इसके बारे में बताएंगे ।
गर्भावस्था के 14वें सप्ताह में अल्ट्रासाउंड यह सुनिश्चित करने में मदद करता है कि शिशु स्वस्थ है और उसकी अच्छी तरह से वृद्धि हो रही है। उन माताओं के लिए, जिन्होंने पहली तिमाही में न्यूकल ट्रांसलूसेंसी स्कैन (एन.टी.एस.) नहीं करवाया है, यह एन.टी.एस. करवाने का आखिरी मौका है क्योंकि 14वें सप्ताह के बाद शिशु की गर्दन की त्वचा पारदर्शी नहीं रहती है। गर्भावस्था के 14वें सप्ताह तक, गर्भपात का खतरा कम हो जाता है और इस अवधि के बाद से गर्भ में पल रहे शिशु का विकास व वृद्धि अधिक स्थिरता के साथ होती है।
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