गर्भावस्था के दौरान घी का सेवन: फायदे, नुकसान व कुछ मिथक

प्रेगनेंसी में घी का सेवन

घी का भारतीय भोजन में एक मुख्य स्थान है। विशेषकर, हर गर्भवती महिला को गर्भावस्था के दौरान घी के सेवन की सलाह दी जाती है क्योंकि यह माना जाता है कि घी सामान्य प्रसव होने में मदद करता है (हालांकि इस बात का कोई प्रमाण नहीं है)। लेकिन, क्या गर्भावस्था के दौरान घी खाना सच में फायदेमंद है? आइए जानें और जानने के लिए पूरा पढ़ें।

क्या गर्भावस्था के दौरान घी खाना सुरक्षित है?

यह एक जाना माना तथ्य है कि गर्भवती महिलाओं के लिए संतुलित आहार और पोषण बहुत महत्वपूर्ण होता है। गर्भावस्था के दौरान, एक महिला को स्वस्थ वसा भी खाना चाहिए। घी वसा का एक स्रोत होता है और इसलिए एक गर्भवती महिला के आहार में शामिल किया जा सकता है। हालांकि, इसे अपने आहार में शामिल करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना न भूलें। 

गर्भावस्था के दौरान घी खाने के फायदे

घी में ओमेगा-3 फैटी एसिड, ओमेगा-9 फैटी एसिड, विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सिडेंट प्रचुर मात्रा में मौजूद होते हैं। घी के कई स्वास्थ्य लाभ हैं लेकिन गर्भावस्था में इसके लाभ वैज्ञानिक रूप से सिद्ध नहीं हुए हैं। हालांकि, भारतीय संस्कृति में माना जाता है कि घी निम्नलिखित तरीकों से एक गर्भवती महिला को लाभ पहुँचाता है।

  • घी में मौजूद गुण गर्भावस्था के दौरान कब्ज से राहत दिला सकते हैं।
  • घी बच्चे के मस्तिष्क के विकास में मदद करता है।
  • घी महिलाओं के पाचन में सुधार करने में मदद करता है।
  • घी के गुण बच्चे को पोषित करने में सहायक होते हैं।
  • प्रसव पीड़ा को कम करने में मदद करता है।

बाजार से खरीदे गए घी की तुलना में घर का बना घी ज्यादा स्वास्थ्यवर्धक और स्वस्थ है। आप पहली तिमाही में देसी घी का सेवन शुरू कर सकती हैं लेकिन यदि आप चिंतित हैं कि आपका वजन बहुत अधिक बढ़ जाएगा या यदि पहले से आपका वजन अधिक है तो चिकित्सक से परामर्श करने के बाद ही अपने आहार में देसी घी को शामिल करना उचित होगा।

गर्भावस्था के दौरान घी खाने के फायदे

क्या घी वास्तव में गर्भवती महिलाओं के लिए आवश्यक है?

गर्भावस्था में स्वस्थ आहार सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण भाग होता है। एक गर्भवती महिला के लिए यह आवश्यक है कि वह अपने बढ़ते हुए भ्रूण को अच्छा पोषण प्रदान करने के लिए संतुलित आहार का सेवन करें। यह माना जाता है कि घी योनि को चिकना करता है और सामान्य प्रसव में सहायक है। यह भी माना जाता है कि यह प्रसव पीड़ा को कम करता है और प्रसव में होने वाले संकुचन को उत्तेजित करने में भी प्रभावी है। हालांकि, यह सभी बातें किसी भी वैज्ञानिक द्वारा प्रमाणित नहीं हैं। एक गर्भवती महिला को गर्भ में बढ़ते हुए भ्रूण की पोषण संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए केवल अधिक 200 कैलोरी की आवश्यकता होती है। स्वस्थ आहार खाने से, जिसमें घी भी शामिल है – यह 200 अतिरिक्त कैलोरी को प्राप्त करने में मदद करता है। हालांकि, बहुत अधिक मात्रा में घी के सेवन से वजन बढ़ सकता है। अगर आपके लिए वजन बढ़ना एक चिंता का विषय है, तो आपको अधिक घी नहीं खाना चाहिए।

गर्भावस्था के दौरान घी का सेवन क्यों सुरक्षित नहीं है?

गर्भावस्था के दौरान घी का सेवन करने से गर्भवती महिला और शिशु के स्वास्थ्य पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है। आप गर्भावस्था के दौरान अपने आहार में घी को भी शामिल कर सकती हैं, यह खाद्य पदार्थ आपको स्वस्थ आहार प्रदान करता है। हालांकि, इसका सेवन संयमित मात्रा में करना आवश्यक है क्योंकि अधिक मात्रा में घी का सेवन करने से वजन बढ़ सकता है और मोटापा हो सकता है। चूंकि गर्भावस्था के अंतिम महीनों में शारीरिक गतिविधियां भी कम हो जाती हैं, इसलिए यदि आप गर्भावस्था के अंतिम महीनों में अधिक घी खाती हैं तो यह आपका और आपके बच्चे का वजन अधिक बढ़ा सकता है। अधिक वजन के शिशु के साथ सामान्य या योनि प्रसव भी मुश्किल हो सकता है। यदि आप हाई कैलोरी डाइट पर हैं तो आहार में घी को शामिल करने पर अतिरिक्त वजन बढ़ सकता है। अधिक वजन और मोटापे के कारण आपकी गर्भावस्था में जटिलताएं हो सकती हैं और बच्चे के जन्म के बाद अतिरिक्त मोटापे को कम करना बहुत मुश्किल हो सकता है।

इसके अलावा, यदि आपका वजन पहले से ही अधिक बढ़ा हुआ है या यदि आप गर्भावस्था के दौरान अतिरिक्त वजन बढ़ने से चिंतित हैं, तो अपने आहार में घी को शामिल करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना उचित होगा।

गर्भावस्था के दौरान घी के सेवन से जुड़े मिथक

गर्भावस्था के दौरान देसी घी खाने से कई तरह के मिथक जुड़े हैं। यह स्वादिष्ट और सेहतमंद है, इसमें कोई संदेह नहीं है लेकिन कई लोगों का मानना है कि घी में दूध मिलाकर पीने से गर्भवती महिला और उसके शिशु को अतिरिक्त पोषण और कैलोरी मिल सकती है। यह भी माना जाता है कि घी योनि को चिकना करता है जिससे प्रसव प्रक्रिया में मदद मिलती है। कुछ लोगों को लगता है कि गर्भावस्था के 9वें महीने के दौरान आहार में घी शामिल करना सामान्य प्रसव में मदद करता है। 

हालांकि, इन सदियों पुराने मिथक और मान्यताओं का कोई वैज्ञानिक स्पष्टीकरण नहीं है, तो आप इसे अपने आहार में सिर्फ इसलिए शामिल न करें क्योंकि आपको इसका स्वाद पसंद है। अगर आपको गर्भावस्था के दौरान घी खाने की इच्छा होती है, तो आप अपने डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही खाएं।

गर्भावस्था के दौरान घी के सेवन से जुड़े मिथक

क्या घी खाने से कोई जोखिम या जटिलता उत्पन्न होती हैं?

गर्भावस्था के दौरान घी खाने से अधिक वजन बढ़ने के अलावा इससे कोई और खतरा नहीं है। इस अवधि में संतुलित आहार का अत्यधिक महत्व होता है क्योंकि यह आपको और शिशु को पोषण प्रदान करता है। यह सलाह दी जाती है कि दिनभर में 3 बार अधिक भोजन करने के बजाय बार-बार थोड़ा भोजन करें। गर्भावस्था के दौरान आहार में ताजे फल और सब्जियो़ं को शामिल करना एक स्वस्थ विकल्प है। यदि आपका स्वास्थ्य बेहतर है और आपका वजन भी बढ़ा हुआ नहीं है तो आप अपने आहार में थोड़ी मात्रा में घी शामिल कर सकती हैं। घी का उपयोग लगभग सभी भारतीय घरों में युगों से होता आ रहा है और यह आहार वसा का भी एक अच्छा स्रोत है।

यह सुझाव दिया जाता है कि गर्भावस्था के दौरान आहार में परिवर्तन करने से पहले चिकित्सा या विशेषज्ञ की सलाह लें। डॉक्टर आपको सही और स्वस्थ खाद्य पदार्थों के बारे में बता बताएंगे।

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