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गर्भावस्था के कारण आपके शरीर पर काफी फिजिकल स्ट्रेन पड़ता है, यही वजह है कि ज्यादातर महिलाएं इस समय के दौरान बहुत ज्यादा जागरूक हो जाती हैं। इस दौरान आपका ध्यान हमेशा उन संकेतों और लक्षणों की ओर ही रहता है जो असामान्य दिखाई दे रहे हो। गर्भावस्था के दौरान काला मल त्यागना इन्ही लक्षणों में से एक हो सकता है। हालांकि, आप इसे देख कर डर सकती हैं, लेकिन सिर्फ काला मल त्याग करना खतरनाक नहीं होता है। अगर आपको इसके साथ अन्य लक्षण भी दिखाई दे रहे हैं जैसे बीमार महसूस करना, इन्फेक्शन और इंटरनल ब्लीडिंग आदि तो यह चिंता का विषय हो सकता है। सिर्फ मल त्यागना किसी खतरे या बीमारी का संकेत नहीं है। यदि आपको भी काला मल त्याग होता है तो आप नीचे बताए गए इन लक्षणों पर ध्यान दें:
गर्भावस्था के दौरान काले मल से जुड़े कारणों और जोखिमों को बेहतर ढंग से समझने के लिए, सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि काला मल होता क्यों है।
गर्भावस्था के दौरान काला मल त्यागने के पीछे कई कारण हो सकते हैं और उनमें से कुछ इस प्रकार हैं:
कुछ प्रकार की दवाओं से आपको गर्भावस्था के दौरान गहरे रंग का मल त्याग हो सकता है। ज्यादातर डॉक्टर सबसे पहले इसके कारण का पता लगाते हैं। एंटासिड में कुछ वेरिएशन होने के कारण काला मल त्याग होता है। अक्सर आप डॉक्टर की सलाह के बगैर कुछ दवाएं ले लेती हैं जो आप और आपके बच्चे के लिए हानिकारक हो सकता है। इस बात का ध्यान रखें कि गर्भावस्था के दौरान अपने आप से दवाएं न लें, यह खतरनाक हो सकता है। कोई भी दवा लेने से पहले अपने डॉक्टर से पूछे की क्या उन्हें ले सकती हैं ताकि, आपको काले मल की समस्या से बचाया जा सके।
आमतौर पर यह माना जाता है कि गहरे रंग के खाद्य पदार्थ खाने से आपको गहरे रंग के मल त्याग होता है। इसलिए काले या नीले खाद्य पदार्थों का सेवन करते समय ध्यान रखें और अपने डॉक्टर से बात करके अपनी डाइट को बैलेंस करें। आपको यह भी सुझाव दिया जाता है कि आर्टिफीसियल फूड कलर का इस्तेमाल कर के बनाए जाने वाले किसी भी खाद्य पदार्थों को खाने से बचें।
गर्भावस्था के दौरान, आपका डॉक्टर आपको आयरन सप्लीमेंट देते हैं, इससे आपको गहरे रंग का मल त्याग हो सकता है। यह बिल्कुल सामान्य है। पीरियड्स के दौरान रक्त निकलने के कारण ज्यादातर महिलाएं एनिमिक हो जाती हैं और गर्भावस्था के मामले में फीटस के लगातार विकास के चलते अक्सर महिलाओं में खून की कमी हो जाती है। चूंकि ये सप्लीमेंट आमतौर पर नुकसान नहीं पहुँचाते हैं, इसलिए आप इनका सेवन आयरन युक्त खाद्य पदार्थों जैसे कि पालक, मांस आदि के साथ कर सकती हैं। इसके अलावा, अपने हीमोग्लोबिन के लेवल को भी चेक करती रहें।
गर्भावस्था के दौरान काले मल होने के कारणों में से एक गंभीर कारण ब्लीडिंग हो सकता है। यह जीईआरडी के बहुत ज्यादा होने के कारण गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ब्लीडिंग हो सकती है या फिर आंतों में गंभीर रूप से ब्लीडिंग हो सकती है। यदि ऐसा कुछ है तो आप तुरंत अपने डॉक्टर के पास जाएं।
काले मल से आपकी हेल्थ इशू का पता चलता है। यदि आपका आप काला मल त्याग करती हैं और उसमें बहुत दुर्गंध होती है, तो यह एक समस्या हो सकती है जिसे मेलेना कहा जाता है। यदि मल काली है, तो यह इंटरनल ब्लीडिंग का संकेत दे सकता है। यदि गर्भावस्था की तीसरी तिमाही के दौरान आपके एनल क्षेत्र में सूजन आ जाती है और मल काला होता है, तो यह एनल के फटने का संकेत हो सकता है। अपने डॉक्टर से बात करें अगर आपको काला मल किसी मेडिकल इशू की वजह से हो रहा है।
डॉक्टर आपकी फिजिकल और मेडिकल हिस्ट्री को देखते हुए आपको हो रहे काला मल का निदान करते हैं। यदि इसके बावजूद भी अगर उन्हें काला मल त्यागने का कारण नहीं पता चलता है, तो डॉक्टर आपको एक्स-रे और ब्लड टेस्ट कराने के लिए कह सकते हैं । इससे आपके काला मल त्यागने के पीछे का सही कारण पता चल सकेगा। यदि इसके बाद भी सही कारण का पता नहीं चलता है, तो डॉक्टर आपको एंडोस्कोपी नामक एक टेस्ट कराने के लिए कह सकते हैं, जिसमें ट्रैन्ड प्रैक्टिशनर भोजन नलिका से जरिए एक ट्यूब डालते हैं जिसके साथ कैमरा लगा होता है। यह ट्यूब जीआई ट्रैक्ट को नेविगेट करता है और काला मल होने के पीछे का कारण जानने में मदद करता है। आपको कोलोनोस्कोपी कराने के लिए भी कहा जा सकता है, ताकि यह जाना जा सके कि कहीं ऐसा पेट के इन्फेक्शन या पेट के कैंसर की वजह से तो नहीं हो रहा है।
आपकी गर्भावस्था के दौरान काले मल से बचने के कुछ प्रभावी तरीके यहां दिए गए हैं।
गर्भावस्था के दौरान पाचन संबंधी समस्याओं से निपटने के लिए सबसे बेहतरीन तरीका यह है कि आप फाइबर युक्त और मिनरल युक्त आहार का सेवन ज्यादा से ज्यादा करें, यह आपके पाचन तंत्र को बेहतर करता है और न्यूट्रिएंट्स को जल्दी ब्रेकडाउन करने मदद करता है। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि आप अपने आहार से कार्ब्स को बिलकुल न शामिल करें। अपने आहार में फाइबर फूड को शामिल करने का मतलब है कि आप कॉम्प्लेक्स और हेल्दी कार्ब्स का सेवन आराम से कर सकें। अपने डाइटिशियन से बात करें और उनके अनुसार अपना मील प्लान करें जिसमें न केवल सभी मिनरल मौजूद हों बल्कि यह आपके जीआई ट्रैक के लिए फायदेमंद हो। फाइबर युक्त आहार खाने से कब्ज की भी समस्या दूर होती है जो गर्भावस्था के समय होना बहुत आम है।
गर्भावस्था के दौरान धूम्रपान करना बहुत ज्यादा हानिकारक होता है जो न केवल आपके फेफड़ों को नुकसान पहुँचाता है और कैंसर का जोखिम पैदा करता है, बल्कि यह आपके अंगों को भी खराब करता जिसकी वजह से आपको पाचन तंत्र से संबंधी समस्याएं हो सकती है, आपका ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है और यहाँ तक कि इंटरनल ब्लीडिंग भी हो सकती है। डॉक्टर खासतौर पर आपको गर्भावस्था के दौरान धूम्रपान न करने की सलाह देते हैं, क्योंकि इस समय धूम्रपान से वाली हानी तीन गुना बढ़ जाती है जो आपके बच्चे पर सीधा प्रभाव डाल सकती है और इससे आपकी डिलीवरी पर भी असर पड़ सकता है।
आपके जीआई ट्रैक्ट हेल्थ खराब होने का एक बड़ा कारण डिहाइड्रेशन है। पानी एक स्वस्थ पाचन तंत्र को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है। इसलिए, दिन के दौरान सही मात्रा में पानी और तरल पदार्थ पिएं और कोशिश करें कि आप तरबूज, खीरे और अंगूर जैसे पानी से भरपूर भोजन का सेवन करें।
कुछ दवाओं के कारण काला मल होता है, यही कारण है कि आपको खुद से कोई भी दवा लेने के लिए मना किया जाता है। किसी भी ओवर-द-काउंटर दवा का सेवन करने से पहले, एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करें और जो दवाएं आप ले चुकी हैं उसके बारे में भी उन्हें बताए।
याद रखें कि एक्सरसाइज करना आपकी सेहत के लिए बहुत जरूरी होता है। कुछ हलकी एक्सरसाइज करने से न केवल यह आपको ऑर्गन के लिए अच्छा होता है बल्कि इससे आपके पाचन में सुधार होता है और मांसपेशियां बेहतर होती हैं। यह काला मल त्याग करने की समस्या को भी दूर करता है।
सबसे अच्छा है कि आप अपने डॉक्टर से तुरंत परामर्श करें भले ही यह किसी मामूली कारण हो रहा हो, क्योंकि किसी बड़े खतरे का सामना करने से बेहतर है कि आप अपने समय रहते ही डॉक्टर को दिखा लें। इस बात को ध्यान में रखें कि जब आप गर्भवती होती हैं तो बच्चे की सुरक्षा और उसकी देखभाल की जिम्मेदारी आपके हाथों में होती है। इसलिए खुद को और अपने बच्चे को आने वाली किसी भी समस्या से बचाने के लिए अपने डॉक्टर की मदद लें।
गर्भावस्था के दौरान काला मल त्याग करना थोड़ा चिंताजनक संकेत हो सकता है, लेकिन यह हमेशा खतरे का संकेत नहीं होता है। अपने डॉक्टर से परामर्श करें और उनकी दी गई सलाह का पालन करें साथ ही अन्य लक्षणों पर नजर बनाए रखें। अपने डॉक्टरों के साथ खुलकर और विस्तार से बात करें ताकि आप आगे सही कदम उठाएं।
संसाधन और संदर्भ:
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