गर्भावस्था के दौरान करी पत्ते का सेवन – फायदे और सावधानियां

क्या प्रेगनेंसी के दौरान करी पत्ते का सेवन सही है?

गर्भावस्था के दौरान अपने डाएट के बारे में जागरूक होना अच्छी बात है। गर्भावस्था के दौरान अपने भोजन में किन खाद्यों शामिल करना चाहिए और किस किस से दूरी बनानी चाहिए, यह तय करना कभी-कभी एक बड़ी चुनौती हो सकती है। अगर आप गर्भवती हैं और आपको करी पत्ते का स्वाद पसंद है, तो आपको यह दुविधा हो रही होगी कि आपको इस दौरान इसका सेवन करना चाहिए या नहीं। इसलिए यह जानना जरूरी है कि गर्भावस्था के दौरान करी  पत्ते का सेवन करना चाहिए या नहीं। अपने भोजन में इसे शामिल करने के बहुत सारे फायदे हो सकते हैं, पर आपको कुछ सावधानियां भी बरतनी चाहिए। 

क्या गर्भावस्था के दौरान करी पत्ते का सेवन करना चाहिए?

गर्भावस्था के दौरान करी पत्ते सुरक्षित हैं और डॉक्टर भी इसे खाने की राय देते हैं। करी पत्ते के अनगिनत फायदे होते हैं और यह मां को बहुत सारे जरूरी पोषक तत्व भी प्रदान करता है। करी पत्ते के सेवन से एनीमिया, प्रीमेच्योर प्रसव और साथ ही कई तरह के इन्फेक्शन के खतरे में कमी आती है। 

करी पत्ते में पाए जाने वाले पोषक तत्व

आमतौर पर करी पत्ते का प्रयोग किसी डिश के स्वाद को बढ़ाने के लिए किया जाता है। हालांकि, वह अच्छी मात्रा में पोषक तत्व भी प्रदान करते हैं। केवल एक करी पत्ता जिसका वजन लगभग 0.5 ग्राम होता है, में निम्नलिखित मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं। 

पोषक तत्व  मात्रा 
कैल्शियम 0.1%
आयरन 0.1%
विटामिन ‘सी’ 0.1%
विटामिन ‘ए’ 0.5%
फाइबर 0.4%
फोलिक एसिड 0.03 मिलीग्राम 
कैलोरी 0.1 किलो कैलोरी

गर्भावस्था के दौरान करी पत्ते खाने के फायदे

गर्भावस्था के दौरान करी पत्ते का सेवन आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। करी पत्ते शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को संतुलित बनाए रखने में मदद करते हैं। शरीर के लिए नुकसानदायक एलडीएल और एचडीएल कोलेस्ट्रॉल की मात्रा में गिरावट आती है। करी पत्ते में मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण पाचन शक्ति को व्यवस्थित बनाए रखने में भी मुख्य भूमिका निभाते हैं। करी पत्ते में ‘कारबाज़ोल’ भी होता है, जो कि पाचन नलिकाओं में मौजूद हर प्रकार के नुकसानदायक बैक्टीरिया को बाहर निकालने में मदद करता है, जिसमें सालमोनेला और ई-कोली भी शामिल हैं। ये बैक्टीरिया गर्भस्थ शिशु के लिए काफी नुकसानदायक होते हैं और इनके कारण कई प्रकार की कमियां भी उत्पन्न हो सकती हैं। 

इसके अलावा करी पत्तों में अल्कलॉइड भी उपस्थित होता है। यह शरीर में रक्त प्रवाह को सुचारू रूप से बनाए रखता है, साथ ही एक प्रकार का सीरम के उत्पन्न होने में मदद करता है, जो कि आंतों की सतह को सूजन और बैक्टीरिया के हमलों से बचाता है। इसके कारण पाचन क्रिया सुचारू रूप से चलती है और पाचन संबंधी परेशानियां भी दूर हो जाती है और डायरिया एवं पेट संबंधी अन्य समस्याओं से बचाव भी होता है। हालांकि, ज्यादातर मामलों में ऐसी स्थिति में दवाओं की आवश्यकता होती है, जो कि गर्भावस्था के दौरान पूरी तरह सुरक्षित नहीं माना जा सकता है। 

करी पत्ते में प्रचुर मात्रा में फाइबर और विटामिन पाए जाते हैं, ये साथ मिलकर फैटी लीवर की संभावना को कम करते हैं, जो कि गर्भावस्था के दौरान एक संभावित समस्या होती है। 

एक गर्भवती महिला के भोजन में करी पत्ते को कैसे शामिल करें

करी पत्ते को कई प्रकार के भोजन में शामिल किया जा सकता है। प्रयास करें कि आपके भोजन में नियमित रूप से कम से कम किसी एक डिश में करी पत्ते मौजूद हों। इससे आपकी सभी पोषक तत्वों की जरूरत भी पूरी होगी और आपको बहुत फायदे भी होंगे। आप इनसे एक झटपट काढ़ा भी तैयार कर सकते हैं, विशेष कर डायरिया या पेट संबंधी किसी अन्य परेशानी की स्थिति में। 

करी पत्ते की लगभग 5-8 डंडियाँ लें और उन्हें पीस लें। इसमें जीरा डालकर बारीक पीस लें।अब इसे एक ग्लास पानी में मिलाएं और उबालें। इस काढ़े को छान लें और एक चम्मच शहद मिला लें, इससे इसका स्वाद संतुलित हो जाएगा। इस काढ़े को हफ्ते में 4 दिन लेने पर आपके पाचन शक्ति को ठीक से काम करने में मदद मिलेगी। 

करी पत्ते के सेवन के दौरान सावधानियां

करी पत्तों के बहुत सारे फायदे हैं, जिनमें आपकी स्किन टोन को बेहतर बनाने के साथ-साथ नियमित उपयोग से होने वाली आपके बालों की अच्छी सेहत भी शामिल है। हालांकि, इसका उपयोग जरूरत से ज्यादा करने पर आपके बालों की जड़ें कमजोर हो सकती है और बाल झड़ने की समस्या भी हो सकती है। 

करी पत्ते में भरपूर मात्रा में कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है। अगर आप करी पत्ते का सेवन रोज करेंगे, तो आपका शुगर लेवल बढ़ सकता है। हमारे भोजन में आमतौर पर रिफाइन फॉर्म में कार्बोहाइड्रेट मौजूद होता है, इसमें अगर आप हर रोज एक मुट्ठी करी पत्ता और जोड़ देंगे तो इससे आपके शरीर में गंभीर रूप से शुगर असंतुलन पैदा हो सकता है, जो कि आपके शरीर के लिपिड प्रोफाइल को नुकसान पहुंचा सकता है, जिसमें गुड कोलेस्ट्रॉल लेवल भी शामिल हैं। इसलिए बाद में पछताने से कहीं बेहतर है कि पहले ही सावधानी बरती जाए। 

अपने भोजन में नियमित रूप से 8-10 करी पत्ते शामिल करें, पर इससे ज्यादा नहीं। गर्भावस्था के दौरान करी पत्ते का सेवन करने की मनाही नहीं है, बस आपको थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है। गर्भावस्था के दौरान ऐसे भोजन की आवश्यकता होती है जिससे संतुलित मात्रा में पोषक तत्व प्राप्त हों। सीमित मात्रा में हर चीज खाएं और करी पत्ते का सेवन सही तरीके से करें। इससे आपको इसके सही फायदे जरूर मिलेंगे। 

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