In this Article
- लोपेरामाइड क्या है?
- क्या गर्भावस्था के दौरान लोपेरामाइड लेना सुरक्षित है?
- लोपेरामाइड कैसे काम करती है?
- कब गाइनकॉलजिस्ट गर्भवती महिलाओं के लिए लोपेरामाइड प्रेसक्राइब्ड करती है?
- लोपेरामाइड का सेवन कैसे करें?
- गर्भावस्था के दौरान लोपेरामाइड लेने के साइड इफेक्ट
- क्या होगा यदि आप गर्भावस्था से पहले ही लोपेरामाइड ले रही हों?
- लोपेरामाइड लेते समय बरती जाने वाली सावधानियां
- अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
गर्भावस्था आपके जीवन का एक मुश्किल समय होता है, इस दौरान आपकी इम्युनिटी कमजोर हो जाती है और आपका शरीर असहज महसूस करता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आपके जरिए ही बच्चे को सभी पोषण मिल रहा होता है और इसलिए आपको अपने खाने-पीने में और भी ज्यादा सावधानी बरतनी पड़ती है। इसमें दवाएं भी शामिल है, कुछ दवाएं आपके बच्चे को नुकसान पहुँचा सकती हैं। इसलिए आपको कोई भी दवा लेने या खाने पीने के समय अत्यधिक सावधानी बरतने के लिए कहा जाता है। यहाँ प्रेगनेंसी के दौरान लोपेरामाइड लेने के विषय में चर्चा की गई, लोपेरामाइड क्या है और आप गर्भावस्था के दौरान कैसे इसका सेवन कर सकती हैं यह जानने के लिए इस लेख को पढ़ना जारी रखें।
लोपेरामाइड क्या है?
गर्भावस्था के दौरान, महिलाओं को पेट से जुड़ी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कभी आपको कब्ज की समस्या हो जाती है तो कभी दस्त की परेशानी हो जाती है। ऐसे में लोपेरामाइड दवा बहुत काम में आती है। लोपेरामाइड एक ऐसी दवा है जिसे आमतौर पर दस्त की समस्या को दूर करने के लिए जाना जाता है, इसे इमोडियम नाम से भी जाना जाता है।
क्या गर्भावस्था के दौरान लोपेरामाइड लेना सुरक्षित है?
गर्भावस्था के दौरान लोपेरामाइड का सेवन तब तक नहीं करना चाहिए जब तक डॉक्टर ने इसे प्रेसक्राइब नहीं किया गया हो, दस्त के गंभीर मामले में यह आखिरी इलाज होता है, इसका सेवन भी केवल गर्भावस्था के महीने के आधार पर किया जाना चाहिए। डॉक्टरों का मानना है कि लोपेरामाइड और गर्भावस्था की समस्याएं सीधे एक दूसरे से संबंधित हैं, हालांकि, किसी भी कंडीशन में डॉक्टर की प्रिस्क्रिप्शन के बगैर आपको दवा नहीं लेनी चाहिए।
लोपेरामाइड कैसे काम करती है?
लोपेरामाइड एक दवा है जो आपकी आँतों की एक्टिविटी को कम करने का कार्य करती है। यह छोटी आँतों को ज्यादा पानी और मिनरल एब्सॉर्ब करने का समय देता है, जिससे दस्त को रोका जाता है और नॉर्मल मल त्याग होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि जब आँतों की गतिविधि धीमी हो जाती है तब मल त्याग की गति भी कम हो जाती है, यह आपकी छोटी आँतों को सामान्य मल त्याग करने का समय देती हैं, जो दस्त को रोकने के लिए जरूरी होता है।
कब गाइनकॉलजिस्ट गर्भवती महिलाओं के लिए लोपेरामाइड प्रेसक्राइब्ड करती है?
आपके गाइनकॉलजिस्ट कुछ परिस्थितियों में इस दवा को लिख सकते हैं, जैसे:
- यदि आपको क्रोनिक डायरिया की समस्या है
- यदि आप लगातार गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं का सामना कर रही हैं
- आपका आईबीएस या इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम का निदान किया जा रहा हो
- आप गंभीर रूप से पाचन समस्याओं का सामना कर रही हों
- आप इलोस्टोमी नामक सर्जरी हुई हो
- आपका मेटाबोलिज्म किसी भी कारण से ठीक न हो
लोपेरामाइड का सेवन कैसे करें?
यह ध्यान रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है कि दवा, विशेष रूप से गर्भावस्था के दौरान ली जाने वाली कोई भी दवा को लेते समय बहुत सावधानी बरतनी चाहिए। यहाँ आपको कुछ टिप्स जिससे आप यह जान सकें कि प्रेगनेंसी के दौरान आपको कैसे दवा लेनी है:
- लोपेरामाइड को हमेशा मौखिक रूप से लिया जाना चाहिए, ध्यान रहे कि आप कभी भी अपने आप से कोई उपचार लेने का प्रयास न करें।
- प्रेसक्राइब्ड डोज से ज्यादा दवा न लें।
- खाने के आधे घंटे बाद दवा का सेवन करें।
- दवा शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें और उन्हें उन सभी बाकि दवाओं के बारे में बताएं जो आप अभी ले रही हैं, ताकि आपको दवाओं का रिएक्शन न हो।
- दवा का सेवन करते समय शराब का सेवन न करें।
गर्भावस्था के दौरान लोपेरामाइड लेने के साइड इफेक्ट
लोपेरामाइड एक ऐसी दवा है जिसके कुछ साइड इफेक्ट्स और जोखिम भी हो सकते हैं, ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि आपका शरीर के प्रति सहज नहीं होता है। एक बार जब आपका शरीर दवा के लिए अनुकूल कार्य करने लगता है तो दवा भी आप पर काम करने लगती है। लेकिन इस विषय पर अपने डॉक्टर से बात कर लेना बेहतर रहेगा। यहाँ आपको लोपेरामाइड के कुछ साइड इफेक्ट्स बताए गए हैं:
- आपके मुँह सूख सकता है।
- इस दवा के देने से मतली आ सकती है।
- कुछ मामलों में, आपको चक्कर भी आ सकता है।
- आपको ज्यादा थकान का अनुभव हो सकता है।
- एलर्जी रिएक्शन के मामले में, आप अपनी त्वचा पर दाने देख सकती हैं।
- दुर्लभ मामलों में, आपकी आँतों में सूजन आ सकती हैं।
- आपको कब्ज का अनुभव हो सकता है।
हमारा सुझाव है कि इसके साइड इफेक्ट्स को ठीक से जानने के लिए आपको अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए।
क्या होगा यदि आप गर्भावस्था से पहले ही लोपेरामाइड ले रही हों?
यदि आप गर्भवती होने से पहले लोपेरामाइड ले रही थीं और अभी भी इसकी आवश्यकता महसूस हो रही है, तो आप पहले डॉक्टर से परामर्श करें। आपको यह सलाह दी जाती है कि बिना डॉक्टर की प्रिस्क्रिप्शन के दवा न लें। अगर दवाओं के लेते दौरान आपको कुछ भी असामान्य महसूस होता है, तो अपनी गाइनकॉलजिस्ट से बात करें और उन्हें प्रेगनेंसी फ्रेंडली दवाओं को देने के लिए कहें।
लोपेरामाइड लेते समय बरती जाने वाली सावधानियां
आप अपने आप को या बच्चे को किसी भी खतरे से बचाने के लिए इस बात का खयाल रखना बहुत जरूरी है कि आपको लोपेरामाइड लेते समय कुछ सावधानी बरतनी चाहिए।
- प्रेसक्राइब्ड डोज से ज्यादा दवा न लें।
- अपने डॉक्टर से बात कर के ही दवा लें।
- खुद से दवा का सेवन न करें।
- यदि आप दवा का सेवन करते हुए कुछ भी असामान्य महसूस हो, तो अपने डॉक्टर से बात करें।
- अन्य दवाओं के साथ लोपेरामाइड के साइड इफेक्ट्स को न दूर करें।
- अगर डॉक्टर दवा प्रेसक्राइब्ड करते हैं, तो घबराएं नहीं, जब डॉक्टर को लगता है कि बिना दवा दिए समस्या क ठीक नहीं किया जा सकता है, केवल तभी वो आपको दवा लिखते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
यहाँ लोपेरामाइड के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न दिए गए हैं:
1. क्या बच्चे में लोपेरामाइड का कारण बर्थ डिफेक्ट हो सकता है?
इसके बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता है, यह अनिश्चित है, लोपेरामाइड के कारण बच्चे में बर्थ डिफेक्ट देखे जा सकते हैं या नहीं इस विषय कोई साइंटिफिक सबूत नहीं मिलते हैं। लेकिन आपको हमेशा यही सुझाव दिया जाता है कि आप डॉक्टर की देखरेख में इसकी प्रेसक्राइब्ड डोज लें, लोपेरामाइड आपके बच्चे को नुकसान नहीं पहुँचाती है।
2. क्या इमोडियम के कारण मिसकैरज होने की संभावना होती है?
इसका कोई सबूत तो नहीं है कि इमोडियम या लोपेरामाइड लेने से मिसकैरज हो सकता है। लेकिन यह कई अन्य तरीकों से आपको प्रभावित कर सकती है, यदि आप प्रेसक्राइब्ड डोज से ज्यादा इसका सेवन करती हैं तो। किसी भी दवा को शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करना सबसे अच्छा होता है और जब आप पहले से ही कई दवाएं ले रही हो तो इनका कभी कभार इस्तेमाल करने से आप स्थिति को खराब होने से बचा सकती हैं।
3. क्या लोपेरामाइड से प्रीटर्म बर्थ का खतरा होता है?
हालांकि, पिल्स और प्रीटर्म बर्थ के बीच कोई सीधा संबंध नहीं है, इस दवा के साइड इफेक्ट्स में आपको कब्ज या बुखार और समय से पहले डिलीवरी होने का खतरा हो सकता है। हालांकि, घबराएं नहीं। यदि कोई भी डॉक्टर आपको यह इलाज निर्धारित करते हैं, तो उन्होंने पहले ही यह जाँच कर लिया होगा और बच्चे को इससे कोई खतरा नहीं होगा।
4. क्या लोपेरामाइड से स्टिल बर्थ और लो बर्थ वेट का खतरा होता है?
मिसकैरज की तरह ही स्टिल बर्थ और लो बर्थ वेट से जुड़ा कोई सबूत नहीं मिलता है। यदि आपको डर है कि इस ट्रीटमेंट को लेने से कोई नुकसान हो सकता है, तो अपने डॉक्टर से बात करें।
5. क्या लोपेरामाइड के कारण बच्चे में लर्निंग या बिहाविओराल संबंधी समस्याएं हो सकती हैं?
नहीं, लोपेरामाइड लेने से बच्चे में लर्निंग या बेहविओराल प्रॉब्लम नहीं देखी गई है, आमतौर पर यह माना जाता है कि दोनों आपस में जुड़े हुए नहीं हैं।
6. पिता के इमोडियम लेने से क्या बच्चे को कोई खतरा होता है?
इस विषय में बहुत ही सीमित रिसर्च की गई है। रिजल्ट के अनुसार यदि पिता द्वारा इमोडियम लिया जाता है, तो इससे बच्चे को कोई खतरा नहीं होता है या न के बराबर होता है।
यह बहुत जरूरी है कि आप खुद से दवा न लें। अपने डॉक्टर से बात करें और अगर वो आपको यह दवा लिखते हैं, तो बताई गई डोज के अनुसार ही दवा लें। यदि आपको लोपेरामाइड के किसी भी साइड इफेक्ट्स का सामना करना पड़ता है, तो अपने डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें और जब तक दवा न लें जब डॉक्टर इसकी जाँच न कर लें।
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