In this Article
- क्या गर्भवती महिलाएं मेहंदी का इस्तेमाल कर सकती हैं?
- गर्भावस्था के दौरान मेहंदी से बचने की कंडीशन
- गर्भावस्था के दौरान कौन सी मेहंदी सुरक्षित है?
- बालों को कलर करने के लिए मेहंदी का प्रयोग करना
- गर्भावस्था के दौरान त्वचा पर मेहंदी लगाना
- क्या काली मेहंदी का उपयोग गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित है?
- मेहंदी का उपयोग करते समय बरती जाने वाली सावधानियां
- डॉक्टर से कब परामर्श करें
मेहंदी या हिना इंडियन कल्चर और ट्रेडिशन का हमेशा से एक अहम हिस्सा रही है। मेहंदी को हाथों और पैरों में लगाया जाता है, खासकर ऐसे मौके पर जब कोई त्योहार या सेलिब्रेशन हो। मेहंदी का महत्व इंडियन कल्चर में लंबे समय से रहा है और यह सुंदरता और समृद्धि का प्रतीक मानी जाती है। हालांकि, इसे नेचुरल हेयर कलरिंग एजेंट और एक अच्छे हेयर कंडीशनर के रूप में भी जाना जाता है। यदि आप गर्भवती हैं और सोच रही हैं कि आप गर्भावस्था के दौरान मेहंदी का उपयोग कर सकती हैं या नहीं? तो आप इस लेख की मदद से गर्भावस्था के दौरान मेहंदी का उपयोग, फायदे और नुकसान आदि सभी जानकारी प्राप्त कर सकती हैं।
क्या गर्भवती महिलाएं मेहंदी का इस्तेमाल कर सकती हैं?
हाँ, गर्भवती महिलाएं मेहंदी का सुरक्षित रूप से इस्तेमाल कर सकती हैं। हालांकि, आपको शुद्ध और नेचुरल मेहंदी का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है, जिसमें केमिकल का उपयोग न किया गया हो। बाजार में उपलब्ध केमिकल मिक्स मेहंदी बेहतर रंग दे सकती हैं, लेकिन मेहंदी में मौजूद केमिकल्स आपके या आपके बच्चे के लिए परेशानी का कारण बन सकते हैं।
गर्भावस्था के दौरान मेहंदी से बचने की कंडीशन
हालांकि, गर्भावस्था के दौरान मेहंदी का उपयोग करना पूरी तरह से सुरक्षित होता है, लेकिन अगर आपके पहले बच्चे के जन्म के दौरान नीचे बताई गई कंडीशन रही हों तो आपको मेहंदी का उपयोग करने से बचना चाहिए:
- जी6डीपी डेफिशिएंसी
- एनीमिया
- हाइपरबिलिरुबिनेमिया
- रक्त या इम्यून सिस्टम संबंधी कोई भी समस्या
गर्भावस्था के दौरान कौन सी मेहंदी सुरक्षित है?
मेहंदी के पौधे से प्राप्त हुई मेहंदी को सबसे ज्यादा सुरक्षित माना जाता है, जिसका उपयोग आप गर्भावस्था में सुरक्षित रूप से कर सकती हैं। इसका इस्तेमाल करने से आपकी त्वचा पर नेचुरल रेड, ऑरेंज, ब्राउन, सिनेमन, ब्रिक, कॉफी या चॉकलेट रंग आता है। नेचुरल मेहंदी का उपयोग करने के बाद कभी भी त्वचा पर काला रंग नहीं चढ़ता है। यदि ऐसा होता है, तो समझ जाइए कि इसमें केमिकल मिला हुआ है और आपको इस तरह की मेहंदी का इस्तेमाल गर्भावस्था में नहीं करना चाहिए। नेचुरल मेहंदी का रंग एक से चार सप्ताह तक रह सकता है।
बालों को कलर करने के लिए मेहंदी का प्रयोग करना
यदि आप अपने बालों को कलर करने की शौकीन हैं, तो आपको गर्भावस्था के दौरान अपने इस शौक को छोड़ना पड़ सकता है, क्योंकि इसमें केमिकल कलर का इस्तेमाल होता है, जो आपके बच्चे की हेल्थ के लिए खतरा बन सकता है। हालांकि, इस बात को सिद्ध करने के लिए कोई साइंटिफिक प्रूव नहीं है, लेकिन गर्भावस्था के दौरान केमिकल डाइ का प्रयोग न करने की सलाह दी जाती है। इसके बजाय आप गर्भावस्था के दौरान अपने बालों की कलरिंग के लिए आप शुद्ध मेहंदी का उपयोग कर सकती हैं। गर्भावस्था के दौरान शुद्ध मेहंदी हेयर डाई न केवल आपके लिए बेहद सुरक्षित होती है, बल्कि यह आपके बालों को पोषण और चमक भी प्रदान करती है। बस इसमें एकमात्र कमी यह है कि आप केवल एक ही रंग में अपने बालों को डाई कर सकती हैं और बालों पर अच्छी तरह से कलर चढ़े इसके लिए आपको मेहंदी लगभग चार घंटे तक अपने बालों में लगाकर रखनी पड़ सकती है।
गर्भावस्था के दौरान त्वचा पर मेहंदी लगाना
क्या आप सोच रही हैं कि गर्भावस्था के दौरान हाथों में मेहंदी लगाई जा सकती है या नहीं? तो इसका जवाब है हाँ, आप गर्भावस्था के दौरान अपने हाथों में मेहंदी सुरक्षित रूप से लगा सकती हैं। कई रिवाजों में, गर्भावस्था की खुशी को सेलिब्रेट करने के लिए हाथों पर और यहाँ तक कि पेट पर भी मेहंदी लगाई जाती है। अगर मेहंदी शुद्ध है तो इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं पड़ता है और इस प्रकार गर्भावस्था के दौरान मेहंदी लगाना आपके या आपके बच्चे के लिए एकदम सुरक्षित माना जाता है। हालांकि, आप मेहंदी में पाए जाने वाले अन्य गुणों के कारण भी इसका इस्तेमाल कर सकती हैं। यह शरीर के बढ़े हुए तापमान को कम करती है और आपके शरीर को ठंडा रखने में मदद करती है। यह फटी एड़ी, फंगल इन्फेक्शन को ठीक करने में भी बहुत फायदेमंद होती है और इससे आपके नाखूनों को पोषण मिलता है। मेहंदी का गहरा रंग लंबे समय तक आपकी त्वचा पर रहता है। अपने हाथों से मेहंदी को हटाने के बाद लौंग या सरसों का तेल लगाने से रंग और भी गहरा हो जाता है।
क्या काली मेहंदी का उपयोग गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित है?
बाजार में कई तरह की मेहंदी उपलब्ध होती है और ऐसी ही एक ब्लैक मेहंदी भी आती है। निम्नलिखित कारणों से गर्भावस्था के दौरान काली मेहंदी का उपयोग करने के लिए मना किया जाता है:
- काले मेहंदी में पीपीडी या पैराफेनिलेनेडियामाइन होता है, जो एक केमिकल है और आमतौर पर केमिकल डाइ में उपयोग किया जाता है।
- पीपीडी के कारण छाले पड़ सकते हैं, जलन और अन्य त्वचा संबंधी समस्या और एलर्जी हो सकती है, जो आपके या आपके बच्चे के लिए हानिकारक हो सकती है।
- आपको यह सलाह डी जाती है कि किसी भी हेल्थ कॉम्प्लिकेशन से बचने के लिए गर्भावस्था के दौरान मेहंदी चुनते समय बहुत सावधानी बरतें।
यदि आप अपने बालों को डाई करने के लिए गर्भावस्था से पहले काली मेहंदी का उपयोग कर रही थीं, तो आपको गर्भावस्था के दौरान इसका इस्तेमाल रोक देना चाहिए। कमजोर इम्यून सिस्टम के कारण गर्भावस्था के दौरान आप जल्दी बीमार पड़ सकती हैं या आपको एलर्जी रिएक्शन हो सकते हैं।
मेहंदी का उपयोग करते समय बरती जाने वाली सावधानियां
मेहंदी का उपयोग आपके लिए सुरक्षित होता है और इससे किसी भी प्रकार का कोई कॉम्प्लिकेशन नहीं होता है, लेकिन एक माँ के रूप में आपको अपने गर्भ में पल रहे बच्चे की खातिर दोगुनी सावधानी बरतनी पड़ती है। आपका इम्यून सिस्टम इस समय काफी कमजोर होता है और इस प्रकार आपको अपनी हेल्थ को लेकर ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता होती है। इसलिए, आपको गर्भावस्था के दौरान मेहंदी का उपयोग करते समय निम्नलिखित सावधानियां बरतनी चाहिए:
- नेचुरल या शुद्ध मेहंदी का इस्तेमाल करना आपके लिए सुरक्षित बताया गया है, लेकिन अगर आप सेंसेटिव हैं या आपको कोई एलर्जी रिएक्शन है, तो इसका उपयोग करने से पहले आप एक पैच टेस्ट कर लें तो आपके लिए बेहतर होगा। आप लगभग आधे घंटे के लिए अपनी त्वचा पर थोड़ी सी मेहंदी लगा कर देखें । यदि कोई रिएक्शन नहीं होता है, तो आप सुरक्षित रूप से मेहंदी लगा सकती हैं।
- आपको यह सुझाव दिया जाता है कि यदि आप कलर या कंडीशनिंग के लिए अपने बालों में मेहंदी लगाना चाहती हैं, तो पार्लर से मेहंदी लगवा सकती हैं या घर में किसी की मदद ले सकती हैं। ऐसा इसलिए कहा जाता है, क्योंकि अगर खुद से मेहंदी लगाएंगी तो आपको इससे काफी थकान हो सकती है।
- मेहंदी लगवाते समय किसी आरामदायक कमरे में और एक आरामदायक कुर्सी पर बैठें क्योंकि मेहंदी लगवाने में ज्यादातर लंबा समय लगता है। आप अपने पैरों या हाथों के सपोर्ट के लिए अलग से तकिया लगा सकती हैं।
- मेहंदी लगाने के बाद अपने हाथों को न ढकें। मेहंदी का कूलिंग इफेक्ट आपके शरीर को रिलैक्स और ठंडा रखने में मदद करता है।
- बेवजह की थकावट से बचने के लिए आप अपने बालों से मेहंदी को धोते समय किसी की मदद ले सकती हैं।
- यदि आपको किसी प्रकार की असुविधा होती है जैसे, जोड़ों में दर्द, डिस्चार्ज या ब्लीडिंग आदि, तो आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए।
- यदि आपको गर्भवती होने से पहले भी मेहंदी लगाने के बाद रिएक्शन होता था, तो इस बात की काफी संभावना है कि गर्भावस्था के दौरान भी यह रिएक्शन देखने को मिल सकते हैं। इसलिए,ऐसे मामलों में गर्भावस्था के दौरान मेहंदी का उपयोग करने से बचना चाहिए।
डॉक्टर से कब परामर्श करें
हालांकि मेहंदी लगाने से आप या आपके बच्चे को कोई खतरा नहीं होता है, लेकिन, यदि आपको निम्नलिखित में से कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं, तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर के पास जाना चाहिए, इसी में समझदारी है:
- ब्लीडिंग
- चक्कर आना
- जोड़ों में दर्द
- बुखार
- ब्लड प्रेशर बढ़ना
- क्रैम्प
- मतली
- उल्टी
ऊपर बताए गए सभी लक्षण किसी मेडिकल कॉम्प्लिकेशन की ओर इशारा करते हैं। आपको यह सुझाव दिया जाता है कि आप किसी भी कॉम्प्लिकेशन से बचने के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें। यदि आपको पहले से कोई मेडिकल समस्या है, तो आपको अपने हाथों या बालों में मेहंदी लगाने से पहले अपने डॉक्टर से पूछ लेना चाहिए।
यह सुझाव दिया जाता है कि आप बालों और हाथों के लिए नेचुरल और शुद्ध मेहंदी ही चुनें। बाजार में उपलब्ध विभिन्न प्रकार की केमिकल मेहंदी का उपयोग करने से यह आपके लिए बड़ी परेशानी का कारण बन सकती है और आपके बच्चे को भी नुकसान पहुँचा सकती है, इसलिए सावधानी बरतना बहुत जरूरी है। बेहतर होगा आप जब मेहंदी खरीदें तो किसी अच्छी ब्रांड की मेहंदी खरीदें।
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