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गर्भावस्था के दौरान सही आहार खाना बहुत जरूरी है। गर्भवती महिलाएं आज भी उसी आहार का सेवन करना पसंद करती हैं जिनके बारे में वे पहले से ही अच्छा सुनती आ रही हैं। गर्भावस्था के दौरान स्वस्थ आहार में मशरूम को शामिल करना एक सोचने वाला विषय है। इस दौरान मशरूम का सेवन करने के संबंध में कुछ लोग सोचते हैं कि यह एक बेहतरीन खाद्य पदार्थ है और कुछ लोग का यह मानते हैं कि मशरूम गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं दे सकता है। गर्भावधि में मशरूम का सेवन करना चाहिए या नहीं इस बारे में पूर्ण जानकारी के लिए यह पढ़ें।
मशरूम एक खाए जाने योग्य कवक है जिसमें भरपूर मात्रा में अच्छी गुणवत्ता का प्रोटीन और कम मात्रा में कैलोरी पाई जाती है। 100 ग्राम सफेद बटन मशरूम लगभग 22 कैलोरी प्रदान कर सकता है। यह पोषण का एक महत्वपूर्ण स्रोत है और इसमें अधिक मात्रा में विटामिन, मिनरल और अन्य छोटे-छोटे तत्व मौजूद होते हैं। हालांकि कुछ खाने योग्य मशरूम से भी लोगों को एलर्जी हो सकती है जिसके कारण मतली, उल्टी व दस्त जैसी पेट की समस्याएं होती हैं। कुछ प्रकार के मशरूम का सेवन करना खतरनाक हो सकता है, जैसे जंगली मशरूम और मैजिक मशरूम।
यदि आप पहले से ही मशरूम खाती हैं तो अपनी गर्भावधि में उसी मशरूम का सेवन आप जारी रख सकती हैं। ऐसे मशरूम चुनें, जिनमें कोई खरोंच न हो और वह ताजे व स्वच्छ दिख रहे हों। कच्चे मशरूम का सेवन न करें, धोने के बाद इसे अच्छी तरह से पका लें और फिर खाएं। यह हानिकारक कवक व कीटाणुओं के कारण होने वाली पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है।
आमतौर पर उपलब्ध मशरूम, जैसे ओइस्टर, क्रेमिनि और बटन, जिनमें किसी भी प्रकार की खरोंच या क्षति न हो, ऐसे मशरूम को पकाकर खाना सुरक्षित होता है। शीटकेक मशरूम, औषधीय सप्लीमेंट के रूप में मशरूम और फ्रोजेन या संसाधित मशरूम उत्पाद समाप्ति तिथि के भीतर खाने के लिए सुरक्षित हैं। यदि आपको लगता है कि मशरूम खाना आपके लिए हानिकारक हो सकता है तो आप इसे कम मात्रा में पकाएं या फिर खाना बंद कर दें। खाने के बाद यह समझने का प्रयास करें कि कहीं आपको उससे कोई समस्या तो नहीं हो रही है। यदि आपको कोई भी समस्या होती है तो भविष्य में मशरूम खाने से बचें।
अधिकांश मशरूम में इम्यूनोलॉजिकल और एंटी-कैंसर गुण प्रमाणित हो चुके हैं इसके अलावा औषधीय मशरूम भी हैं जिनके अन्य महत्वपूर्ण स्वास्थ्य लाभ हैं। इनमें मजबूत एंटीऑक्सिडेंट, एंटी-हाइपरटेंसिव गुण और यकृत की रक्षा और कोलेस्ट्रॉल कम करने की क्षमता होती है। दवाओं की बहुत सारी कंपनियों में औषधीय मशरूम को बायो-मेडिकल गुणों के एक बहुत महत्वपूर्ण स्रोत के रूप में उपयोग किया जाता है।
यद्यपि ज्यादातर मशरूम खाने के लिए सुरक्षित माने जाते हैं किंतु कुछ मशरूम ऐसे भी होते हैं जिसके सेवन से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। कुछ प्रकार के मशरूम निम्नलिखित हैं जिनके सेवन से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, आइए जानते हैं;
कच्चे मशरूम की ऊपरी परत अधिक कठोर होती है जिसके कारण इससे निश्चित रूप से अपच की समस्या हो सकती है। जिन मशरूम की सेल वॉल कठोर होती है उसके पोषक तत्वों को खाने में उपयुक्त बनाने के लिए मशरूम को पहले पकाया जाता है। मशरूम को पकाकर इसमें मौजूद कुछ कार्सिनोजेनिक विषाक्त पदार्थों को हटाया जा सकता है। इस प्रकार गर्भवती महिलाओं के लिए खाने से पहले मशरूम को अच्छी तरह से धोकर पकाने की सलाह दी जाती है।
मैजिक मशरूम और जंगली मशरूम संभावित रूप से समस्याएं उत्पन्न कर सकते हैं। मैजिक मशरूम में सिलोसाइबिन नामक पदार्थ होता है जो भ्रम, मांसपेशियों की कमजोरी, सुस्त, मतली और उल्टी का कारण बनता है। यह गतिभंग का कारण बन सकता है – अर्थात इसका सेवन करने के बाद लगभग 6 घंटों तक मांसपेशियों को अपनी इच्छा से हिलाने-डुलाने में कमजोरी महसूस होना। अत्यधिक मात्रा में जंगली मशरूम खाने से जहरीले मशरूम खाने का खतरा होता है क्योंकि इसे गलती से एक खाद्य प्रजाति के रूप में माना जा सकता है। विषाक्त मशरूम खाने के कई दुष्प्रभाव हैं, जिससे मामूली गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल असुविधा से लेकर मृत्यु तक हो सकती है। यही कारण है कि गर्भावस्था के दौरान मैजिक मशरूम या जंगली मशरूम के सेवन से बचना चाहिए।
मशरूम में एक सबसे अच्छी बात यह होती है कि इसमें वसा, कैलोरी या कार्बोहाइड्रेट की बहुत कम मात्रा होती है और साथ ही यह अन्य खाद्य पदार्थों का स्वाद बढ़ा देते हैं। इसमें अत्यधिक मात्रा में पोषण पाया जाता है और इसमें वह सभी गुण मौजूद हैं जो गर्भावस्था के दौरान अधिक महत्वपूर्ण होते हैं।
मशरूम एक गर्भवती स्त्री को कई आवश्यक पोषक तत्व प्रदान कर सकता है। ऊपर दी हुई सावधानियों और विचारों को ध्यान में रखकर गर्भावस्था के दौरान मशरूम खाने का आनंद उठाएं।
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