गर्भावस्था

गर्भावस्था के दौरान नाक से खून आना – आपको कब चिंता करनी चाहिए

यह हम सभी जानते हैं कि प्रेगनेंसी के दौरान महिला का शरीर बहुत तरह के बदलावों से गुजरता है। इस समय आपके शरीर का सर्कुलेटरी सिस्टम बच्चे को समायोजित करने के लिए बढ़ जाता है। इसकी वजह से, आपका ब्लड सर्कुलेशन बढ़ जाता है और नाक की ब्लड वेसल्स का भी विस्तार होने लगता है। ये ब्लड वेसल्स काफी नाजुक होती है और बढ़ी हुई ब्लड सप्लाई ही नाक से खून आने की सबसे पहली कारण होती है। नाक से खून निकलने की टेक्निकल टर्म को एपिस्टाक्सिस कहा जाता है।

क्या गर्भावस्था के दौरान नाक से खून आना कॉमन है?

गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को नाक से खून आने कि समस्या काफी कॉमन है। 6% जो महिला गर्भवती नहीं हैं उसकी तुलना में लगभग 20% गर्भवती महिलाएं इससे पीड़ित हैं। कभी-कभार नाक से खून आ जाना किसी बड़ी समस्या का कारण नहीं होता है और ज्यादातर मामलों में यह हानिरहित होता है। अधिकांश डॉक्टरों का कहना है कि शुरूआती प्रेगनेंसी के दौरान ऐसा होना काफी कॉमन है, क्योंकि आपकी नाक के ब्लड वेसल्स पर ज्यादा प्रेशर पड़ रहा होता है। जब तक आपकी नाक से बहुत ज्यादा ब्लीडिंग नहीं होती, तब तक आपके लिए कोई परेशानी वाली बात नहीं है।

गर्भावस्था के दौरान नाक से खून आने का क्या कारण है?

गर्भावस्था के दौरान नाक से खून आने के कुछ कारण यहाँ दिए गए हैं:

  • गर्भावस्था के दौरान ब्लड सप्लाई बढ़ने के कारण आपकी नाक की नाजुक वेसल्स पर बहुत ज्यादा प्रेशर पड़ता है। प्रेगनेंसी के दौरान आपके शरीर में रक्त की मात्रा लगभग 50% तक बढ़ जाती है, जिसके कारण नाक में मौजूद छोटे-छोटे वेसल्स फैलने लगते हैं। चूंकि वे आसानी से फट सकते हैं, इसलिए इसे नाक से खून आने का एक आम कारण माना जाता है।
  • हाई ब्लड प्रेशर, क्लॉटिंग, या चोट लगने जैसी मेडिकल कंडीशन में भी आपके नाक से खून आ सकता है।
  • प्रेगनेंसी के दौरान अगर आपको सर्दी, एलर्जी, साइनस, इन्फेक्शन या फिर नाक के मेम्ब्रेन सूख जाते हैं, तब भी आपकी नाक से खून आने की संभावना होती है। यह तब हो सकता है जब आप कोल्ड क्लाइमेट में ज्यादा रहती हैं या फिर आपका ऑफिस या घर एयर कंडीशन है।
  • गर्भावस्था के दौरान लगातार नाक में अँगुली डालने से भी प्रेगनेंसी के दौरान आपको नोज ब्लीडिंग हो सकती है, इसलिए आपको ऐसा करने से बचना चाहिए।
  • क्लीनिंग प्रोडक्ट को सूंघने से आपकी नाक की मेम्ब्रेन में इर्रिटेशन होने लगती है। दाग-धब्बों को हटाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले अमोनिया और हार्श एसिड आदि का प्रेगनेंसी के दौरान इस्तेमाल करने से पूरी तरह बचना चाहिए।
  • एस्पिरिन और ब्लड थिनर का उपयोग नोज ब्लीडिंग की समस्या हो सकती है। इसलिए अगर आप पहले से ही इसे ले रही हों, तो अपने डॉक्टर को बताए ताकि वो आपकी डोज में कुछ बदलाव कर सकें या इसके बदले कोई और दवा दे सके।
  • हवा के जरिए होनी वाली एलर्जी से भी आपकी नाक से खून आ सकता है।
  • हालांकि, एक कॉमन कोल्ड से बचने का कोई तरीका नहीं है, लेकिन आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक या फ्रोजन चीजों का सेवन करने से बचें।

गर्भावस्था के दौरान नाक से खून निकलने को कैसे रोके?

गर्भावस्था के दौरान अगर आपकी नाक से खून निकलना शुरू हो जाए तो यहाँ बताई गई बातों पर अमल करें:

  • जैसे ही ब्लीडिंग शरू हो तुरंत बैठ जाएं। हालांकि, इस बात का ध्यान रखें कि नाक ऊपर की ओर उठा होना चाहिए।
  • लेटे या झुके नहीं, क्योंकि इससे ब्लड आपके मुँह में जा सकता है।
  • लगभग 10 मिनट के लिए ब्लीडिंग नोस्ट्रिल को पकड़े रहें।
  • आगे की ओर झुकते हुए कुछ समय के लिए मुँह से साँस लेने की कोशिश करें।
  • इस बात का ध्यान रखें कि आप कम से कम 7-8 मिनट के लिए अपने नोस्ट्रिल को पकड़े रहें और ब्लीडिंग को चेक करने के लिए कि इसे छोड़े नहीं।
  • यदि आप बेहोशी महसूस करती हैं, तो अपनी साइड पर लेट जाएं लेकिन पीठ के बल नहीं।
  • खून कितने देर बह रहा है इस बात का ध्यान रखें, क्योंकि यह 20 मिनट से अधिक नहीं होना चाहिए। अगर ब्लीडिंग दोबारा होती है तो इसे बेंच मार्क के रूप में इस्तेमाल करें।

गर्भावस्था के दौरान नाक से खून निकलने से बचाव कैसे करें

जैसा कि एक अच्छी कहावत है “इलाज से बेहतर है बचाव करना”, ठीक उसी प्रकार आपको प्रेगनेंसी के दौरान कुछ सावधानी बरतनी चाहिए, ताकि आपको नोज ब्लीडिंग की समस्या का सामना न करना पड़े:

  • कभी भी अपनी नाक को जोर से झटका न दें। नोज ब्लीडिंग से बचने के लिए इसे धीरे-धीरे साफ करने की आदत डालें। इसके अलावा, नाक को केवल तब ही साफ करे जब इसकी जरूरत हो क्योंकि बार-बार नाक साफ करने से ब्लीडिंग हो सकती है।
  • म्यूकस मेम्ब्रेन को हाइड्रेटेड रखें, यह एक नाक से ब्लीडिंग रोकने का एक बेहतरीन तरीका है। इसलिए अपने आपको दिन भर हाइड्रेटेड रखें।
  • यदि आप ड्राई क्लाइमेट या विंटर क्लाइमेट में रहती हैं है, तो ह्यूमिडिफायर का उपयोग करें। यदि आपके पास यह नहीं है तो लगवाएं। इससे नोज ब्लीडिंग की संभावना कम हो जाती है जब हवा में मॉइस्चर होता है।
  • धुएं के कारण आपको छींके आ सकती हैं, इसलिए इससे दूर रहें।
  • यदि आपके डॉक्टर आपको डिकंजेस्टेन्ट या मेडिकेटेड नोज स्प्रे का इस्तेमाल करने के लिए कहते हैं, तो आप दिए गए निर्देशों का ठीक से पालन करें। इसका अधिक इस्तेमाल करना आप पर बुरा प्रभाव डाल सकता है। ध्यान रहे कि स्प्रे आपके नाक के पैसज में सूखना नहीं चाहिए इससे आपकी परेशानी और भी बढ़ सकती है।
  • छींक के प्रेशर को डिवाइड करने के लिए मुँह खोलकर छींकने की कोशिश करें और अपनी नाक को थोड़ी राहत दें।
  • नाक का पूरी तरह सूखने से बचाना जरूरी है। पेट्रोलियम जेली का उपयोग करके इसे लुब्रिकेंट करें  या आप सेलाइन स्प्रे और ड्रॉप का उपयोग भी कर सकती हैं। आप वाटर बेस्ड ओटीसी लुब्रिकेंट का  उपयोग कर सकती हैं।

क्या नोज ब्लीडिंग आपकी गर्भावस्था को प्रभावित कर सकती है?

नोज ब्लीडिंग से आपकी प्रेगनेंसी या बच्चे पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है। हालांकि, आपको नॉर्मल के बजाय सी-सेक्शन डिलीवरी का ऑप्शन चुनने की सलाह दी जाती है। यह विशेष रूप से उन मामलों में किया जाता है जिसमें नोज ब्लीडिंग की समस्या देखी जाती है, खासकर दूसरी तिमाही से डिलीवरी तक।

अगर आपको प्रेगनेंसी के दौरान नाक से खून आता है, तो संभावना है कि बच्चे के जन्म के बाद यह समस्या 10% बढ़ सकती है। ज्यादातर नाक से खून आने की यह समस्या तभी तक बनी रहती हैं जब तक आप प्रेग्नेंट होती हैं और डिलीवरी के बाद रुक जाती है। ये बिना किसी दवा के बच्चे के जन्म के बाद अपने आप रुक जाती है।

गर्भावस्था के दौरान नोज ब्लीडिंग को लेकर आपको कब चिंता करनी चाहिए?

गर्भावस्था में नाक से खून आना कॉमन है, यदि आपको इसके साथ और भी कई हेल्थ प्रॉब्लम हो रही हैं तो यह आपके लिए चिंता का विषय हो सकता है, ऐसे में आपको तुरंत मेडिकल हेल्प की जरूरत पड़ती है। गर्भावस्था के दौरान आपको डायबिटीज, स्ट्रोक और हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्या के होने का खतरा होता है। अगर नीचे दिए गए लक्षणों के साथ नोज ब्लीडिंग हो रही है तो आपको चिंतित होना चाहिए:

  • अगर नाक से खून आने के साथ साँस लेने में तकलीफ हो या लगातार छाती में दर्द हो, तो आपके लिए यह चिंता का विषय है। आपको ज्यादा तकलीफ नहीं है तब तो ठीक है, लेकिन अगर दर्द काफी तेज हो रहा है या लंबे समय तक बना रहता है, तो इसकी जाँच करवानी चाहिए।
  • चेहरे का मुरझाना, झुनझुनी या सुन्न महसूस करना स्ट्रोक के संकेत हो सकते हैं और इसके जल्द से जल्द इलाज करवाना चाहिए।
  • यदि आप होश खोने लगे, तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।
  • नोज ब्लीडिंग के बाद सिर में भारीपन महसूस होने पर डॉक्टर से परामर्श करें।
  • किसी भी प्रकार के ट्रॉमा से आपको नोज ब्लीडिंग हो सकती है, इसलिए तुरंत इसकी जाँच कराएं।

डॉक्टर से कब परामर्श करें?

गर्भावस्था इतना नाजुक समय है कि छोटी से छोटी चीज भी बड़ी समस्या का रूप ले सकती है और आपके लिए खतरा बन सकती है। गर्भावस्था में नाक से खून आना आम है, लेकिन आप निश्चित रूप से आप इस दौरान कोई भी जोखिम नहीं लेना चाहेंगी। अपने डॉक्टर से बात करें ताकि वह इसके पीछे के कारण को जान सकें और इसका इलाज कर सकें। नीचे बताए गए लक्षणों में यदि आपको कोई भी लक्षण नजर आते हैं तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर के पास जाना चाहिए:

  • ब्लड फ्लो बहुत तेज हो।
  • नाक को 20-30 मिनट तक पकड़े रहने के बाद भी ब्लीडिंग न रुक रही हो।
  • ब्लीडिंग के कारण साँस लेने में भारीपन महसूस या साँस लेने में परेशानी होना।
  • सिर में चोट लगने के मामले में भी आपकी नाक से खून आ सकता है। ब्लीडिंग कम होने पर भी डॉक्टर को बुलाएं।
  • आप भारीपन या थकावट महसूस हो रही हो।
  • असुविधा या सीने में दर्द हो रहा हो।
  • ब्लीडिंग के कारण आपकी त्वचा का पीला पड़ जाना।
  • अगर ब्लड फ्लो के कारण आपका ब्लड प्रेशर हाई होता है तो अपने डॉक्टर को बुलाएं।
  • अगर ऊपर बताए गए स्टेप्स नाक से खून रोकने के लिए मददगार साबित नहीं होते हैं, तो तुरंत अपने डॉक्टर से बात करें।

जब आप गर्भवती होती हैं, तो आपको अपने शरीर की जरूरतों के लिए खुद को पूरी तरह से तैयार करना अच्छी बात है। आपके आस-पास बहुत सारे लोग हैं जिनसे आपको ढेरों सलाह मिलती रहती है। हालांकि, आप बदलाव से परिचित नहीं होती हैं, जिससे आपको उलझन घबराहट शुरू हो जाती है। बेशक, आपको प्रेगनेंसी के दौरान नाक से खून आने पर ध्यान देना चाहिए, लेकिन बहुत ज्यादा परेशान न हो, क्योंकि प्रेगनेंसी के दौरान यह बहुत कॉमन होता है, इसलिए बेफिक्र हो कर अपने आने वाले बच्चे की तैयारी करना शुरू कर दें।

यह भी पढ़ें:

प्रेगनेंसी में साइनस या साइनसाइटिस होना

समर नक़वी

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