गर्भावस्था

गर्भावस्था के दौरान पेट पर खुजली

जैसे-जैसे गर्भावस्था आगे बढ़ती है, यह एक महिला के शरीर में कई बदलाव लाती है। सबसे रोमांचक परिवर्तनों में से एक आपका बढ़ता हुआ पेट है! यह बढ़ते हुए छोटे से पेट को दिखाने की एक सुखद भावना है, लेकिन आपको इसके साथ एक नई चुनौती का सामना करना पड़ सकता है, और वह है आपके पेट पर होने वाली खुजली।

क्या गर्भावस्था में पेट पर होने वाली खुजली सामान्य है?

हाँ, गर्भावस्था में पेट पर खुजली होना सामान्य है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि गर्भधारण के साथ ही पेट की त्वचा में खिंचाव शुरू हो जाती है। खिंचाव के कारण त्वचा रूखी हो जाती है, और नमी से वंचित त्वचा में खुजली होना शुरू हो जाती है। ऐसा आपके शरीर में होने वाले हॉर्मोनल परिवर्तनों के कारण होता है। आपको शरीर के अन्य हिस्सों में जैसे हथेलियां, तलवे और यहाँ तक कि आपके स्तनों पर भी खुजली महसूस हो सकती है। आमतौर पर खुजली दूसरी तिमाही के अंत में शुरू होती है। हालांकि, आप इसका अनुभव पहली तिमाही में भी कर सकते हैं। खुजली बेहद कष्टदायक हो सकती है, और यदि आपको लगता है कि यह बढ़ रही है, तो आपको तुरंत चिकित्सीय सहायता लेनी चाहिए।

गर्भावस्था के दौरान पेट में खुजली के कारण

गर्भावस्था में पेट पर खुजली के निम्न सामान्य कारण हो सकते हैं:

  • हॉर्मोनल परिवर्तन: एस्ट्रोजेन का स्तर बढ़ने पर आमतौर पर गर्भावस्था के दौरान वह पेट पर खुजली का कारण बनता है।
  • वजन बढ़ना: बढ़ते हुए गर्भाशय से पेट की त्वचा का विस्तार होता है। खिंची हुई त्वचा शुष्क हो जाती है और खुजली महसूस होती है।

क्या पेट पर खुजली होना खतरनाक हो सकता है?

आमतौर पर खुजली सामान्य है, लेकिन गर्भावस्था में पेट पर खुजली के कुछ मामले गंभीर चिंता का विषय बन सकते हैं, जैसे:

1. प्रूरिटिक अर्टीकैरियल पैप्यूल्स और प्रेगनेंसी प्लैक्स (पीयूपीपीपी)

पीयूपीपीपी त्वचा में एक लाल फुन्सी होती है जो दिखने में पित्ती या शीतपित्त जैसी दिखती है, इससे गर्भवती महिला के पेट में खुजली भी होती है। हालांकि यह उतनी खतरनाक स्थिति नहीं है, मगर यह बहुत ही तकलीफदेह हो सकती है।

2. गर्भावस्था में प्रुरिगो

यह शुरू में खटमल के काटे हुए दानों जैसे दिखते हैं जो बाद में छोटे चीरे जैसे लगते हैं। धड़ और अंगों में खुजली हो सकती है। ऐसा दूसरी तिमाही के अंत में या फिर तीसरी तिमाही की शुरुआत में होता है।

3. इम्पेटैगो हेरपेटिफॉर्मिस

यह दुर्लभ स्थिति सोरायसिस का एक रूप है जो गर्भावस्था के दौरान एक महिला को प्रभावित कर सकती है। इस स्थिति में मवाद से भरी छोटी फुन्सियाँ होती हैं। इस स्थिति में गर्भवती महिला और उसके बच्चे की ज्यादा देखभाल की जरूरत होती है।

4. पेम्फिगॉइड जेस्टेशियोनिस

दुर्लभ खुजली की यह स्थिति पित्ती के रूप में शुरू होती है, लेकिन धीरे-धीरे बड़े फफोले घावों में बदल जाती हैं। यह नाभि के चारों ओर शुरू होती है और एक गर्भवती महिला के अन्य अंगों में फैल सकती है।

5. कोलेस्टेसिस

कोलेस्टेसिस से गर्भावस्था में यकृत की समस्याएँ होती हैं, और गर्भवती महिला को पूरे शरीर में खुजली महसूस हो सकती है। यह स्थिति, पैदा होने वाले बच्चे के लिए अत्यंत हानिकारक हो सकती है और इसमें तत्काल उपचार की जरूरत होती है।

डॉक्टरों की मदद कब लेनी चाहिए?

आपको तत्काल ही चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए यदि:

  • आपको पूरे शरीर में खुजली महसूस हो रही हो।
  • आपको लगे कि खुजली गंभीर है और शरीर के अन्य भागों में भी फैल रही है।
  • आपको लगे कि खुजली का कारण त्वचा का रुखापन नहीं है।
  • आपको अपने मल और मूत्र के रंग में बदलाव दिख रहा हो, साथ ही आपको मतली और थकान महसूस हो रहा हो, और भूख भी न लग रही हो।
  • आप पीयूपीपी की वजह से शरीर में खुजली और चकत्ते का अनुभव कर रही हों।

गर्भावस्था में पेट पर खुजली के उपयोगी घरेलू उपचार

नीचे कुछ ऐसे घरेलू उपचार दिए जा रहे हैं जो गर्भावस्था में खुजली के लिए मददगार साबित हो सकते हैं:

1. एलोवेरा

एलोवेरा को खुजली वाली प्रभावित जगह पर दिन में दो बार लगाएं। यह पौधा अपने उपचार गुणों के लिए जाना जाता है, और यह शुष्क और खुजली वाली त्वचा को आराम देता है।

2. ओट्स स्नान

ओट्स को नहाने के पानी में भिगोएं और फिर उससे स्नान करें। ओट्स में पीड़ा दूर करने वाले गुण होते हैं जो खुजली से राहत देते हैं।

3. बेकिंग सोडा स्नान

बेकिंग सोडा और पानी से बने पेस्ट को प्रभावित जगह पर लगाएं और सूखने दें। यह रैशेस के लालपन और खुजली से राहत देने में मदद करता है।

4. ठंडी सिकाई

प्रभावित भाग में ठंडा सेक लगाने पर त्वचा की सूजन और खुजली से छुटकारा पाया जा सकता हैं।

5. जुनिपर बेरी का तेल

हालांकि जुनिपर बेरी आसानी से नहीं मिलते, उसका तेल खुजली वाली त्वचा पर आश्चर्यजनक प्रभाव डालता है।

6. नींबू का रस

जब नींबू का रस, पानी में मिलाकर त्वचा की सतह पर लगाया जाता है, तब त्वचा को खुजली से राहत मिलती है।

7. बेसन का पेस्ट

बेसन और पानी का पेस्ट प्रभावित क्षेत्र पर लगाने से त्वचा चिकनी और मुलायम बनती है और इस तरह रूखी त्वचा नम होती है और खुजली से राहत मिलती है।

8. सिंहपर्णी फूल की जड़ें

सिंहपर्णी फूल की जड़ों को उबाल लें और काढ़े का प्रयोग कोलेस्टेसिस में होने वाली खुजली से राहत के लिए करें। (इस काढ़े को लेने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करें)

9. कैलेमाइन लोशन

खुजली से राहत पाने के लिए कैलेमाइन लोशन लगाएं।

10. नारियल का तेल

अपने पेट पर एक्स्ट्रा वर्जिन नारियल का तेल लगाएं। नारियल का तेल रूखी त्वचा के लिए एक उत्कृष्ट मॉइस्चराइजर है।

खुजली के दौरान राहत पाने के उपाय

खुजली से राहत पाने के लिए निम्न कदम उठाए जा सकते हैं:

  • अपने शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए पर्याप्त पानी पिएं, क्योंकि हाइड्रेटेड त्वचा में खुजली कम होती है।
  • एयर कंडीशनर के अत्यधिक उपयोग से बचें, क्योंकि लंबे समय तक ए.सी. में रहने से त्वचा रूखी हो जाती है।
  • अपनी त्वचा को अच्छे से मॉइस्चराइज करें।
  • गर्म मौसम में बहुत देर तक बाहर रहने से बचें, क्योंकि गर्म मौसम से रूखापन और खुजली होती है।
  • ढीले, आरामदायक कपड़े पहनें क्योंकि तंग कपड़े त्वचा के सूखेपन और खुजली का कारण बनते हैं।
  • हल्के साबुन का प्रयोग करें, क्योंकि तेज महक वाले साबुन त्वचा को रूखा बना देते हैं।
  • गर्म पानी से स्नान न करें क्योंकि गर्म पानी त्वचा को प्राकृतिक नमी से वंचित कर देता है।
  • अपने नमक सेवन की मात्रा कम करें।

पेट की खुजली से राहत के कुछ उपाय

गर्भावस्था के दौरान पेट की खुजली व्यापक रूप में होती है और खुजली से राहत पाने के लिए बाजार में कई लोशन उपलब्ध हैं:

1. विटामिन ई लोशन

गर्भावस्था के दौरान खुजली वाली त्वचा के उपचार के रूप में विटामिन ई लोशन या कैप्सूल की सीमित मात्रा बहुत उपयोगी साबित होती है।

2. कैलेमाइन लोशन

खुजली से राहत पाने के लिए दिन में कुछ अंतराल पर कैलामाइन लोशन लगाएं।

3. ऑयल बेस्ड (तेल आधारित) मॉइस्चराइजर

ऑयल बेस्ड मॉइस्चराइजर किसी भी दवा की दुकान पर आसानी से उपलब्ध होते हैं और खुजली के इलाज में ये बहुत असरदार होते हैं।

पेट की खुजली के अधिकांश मामलों में गर्भावस्था में गंभीर जटिलताएं नहीं होती हैं । आप खुजली का इलाज करने के लिए किसी भी उपचारात्मक घरेलू उपाय या दवा दुकान से कोई क्रीम लेकर उपयोग कर सकते हैं। परन्तु, आप अपने डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही ऐसा करें। यदि आपको गर्भावस्था के दौरान खुजली के बारे में कुछ भी असामान्यता दिखाई देती है, तो आपको तत्काल चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए।

यह भी पढ़ें:

गर्भावस्था के दौरान योनि में खुजली
गर्भावस्था के दौरान खुजली से छुटकारा पाने के 10 सर्वश्रेष्ठ घरेलू उपचार

जया कुमारी

Recent Posts

अभय नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Abhay Name Meaning in Hindi

नाम हर व्यक्ति की पहली पहचान होता है, और इसलिए बच्चे के जन्म लेने से…

2 weeks ago

दृश्या नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Drishya Name Meaning in Hindi

क्या आपके घर में बेटी का जन्म हुआ है या आपके घर में छोटा मेहमान…

2 weeks ago

अरहम नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Arham Name Meaning in Hindi

हमारे देश में कई धर्मों के लोग रहते हैं और हर धर्म के अपने रीति-रिवाज…

2 weeks ago

ज्योत्सना नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Jyotsna Name Meaning in Hindi

हर किसी के लिए नाम बहुत मायने रखता है। जब आप अपनी बेटी का नाम…

2 weeks ago

सारा नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Sara Name Meaning in Hindi

इन दिनों लड़कियों के कई ऐसे नाम हैं, जो काफी ट्रेंड कर रहे हैं। अगर…

2 weeks ago

उर्मिला नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Urmila Name Meaning in Hindi

बच्चों के प्रति माता-पिता का प्यार और भावनाएं उनकी हर छोटी-छोटी बात से जुड़ी होती…

2 weeks ago