गर्भावस्था

गर्भावस्था के दौरान स्किन टैग (त्वचा की चिप्पी) आना

गर्भावस्था के दौरान आपको बहुत सारे बदलावों से गुजरना पड़ता है। वजन बढ़ना, फूड क्रेविंग, मॉर्निंग सिकनेस, आदि समस्याओं का सामना आपको प्रेगनेंसी के इन नौ महीनों में करना पड़ता है, जिसके बारे में आप पहले से ही जानती होंगी। इसके अलावा भी आप कुछ अनचाहे चेंजेस को भी नोटिस हैं कर सकती हैं जैसे स्ट्रेच मार्क, वेन दिखना आदि। हालांकि, स्किन टैग की मौजूदगी आपके लिए हैरानी की बात हो सकती है। इस लेख में आपको बताया गया है कि प्रेगनेंसी के दौरान स्किन टैग होने का क्या कारण होता है और आप इसका उपचार कैसे कर सकती हैं।

स्किन टैग या त्वचा की चिप्पी क्या है?

त्वचा की चिप्पी मूल रूप से स्मॉल मिलीमीटर के साइज में स्किन पर आते हैं। यह आमतौर पर गर्दन, पलकों के ऊपर, हाथ, कमर, बगल, पैर, आदि क्षेत्रों में दिखाई देते हैं। गर्भावस्था के दौरान ब्रेस्ट पर त्वचा की चिप्पी होना भी कॉमन है। स्किन टैग अचानक से दिखाई देने लगते हैं और आपकी मेडिकल हिस्ट्री के आधार पर इसका कारण जान पाना मुश्किल होता है। साथ ही, जिन महिलाओं को त्वचा की चिप्पी पहले से ही है, प्रेगनेंसी के दौरान उनकी यह समस्या और भी ज्यादा बढ़ सकती है। लेकिन अच्छी बात यह है कि डिलीवरी के बाद यह आमतौर पर खुद ही चले जाते हैं। 

गर्भावस्था के दौरान त्वचा की चिप्पी होना कितना कॉमन है?

त्वचा की चिप्पी की समस्या आमतौर पर सभी गर्भवती महिलाओं में लगभग पच्चीस प्रतिशत तक होती हैं, हालांकि इसके होने की संभावना उन महिलाओं में ज्यादा होती है जो मोटापे से ग्रस्त हैं, डायबिटिक है या जिनकी उम्र पचास वर्ष से ज्यादा है।

गर्भावस्था के दौरान त्वचा की चिप्पी होने के लक्षण

गर्भावस्था के दौरान होने वाले त्वचा की चिप्पी कैसे होते हैं, आइए जाने:

  1. स्किन टैग आमतौर पर आपके स्किन कलर से ज्यादा डार्क होता है। यह त्वचा का एक जगह जम जाने के कारण होता है, इसके अंदर मेलेनिन मौजूद होता है।
  2. स्किन टैग उन क्षेत्रों में ज्यादा होता है जो गर्म या मॉइस्ट वाली होती है।
  3. यह आपकी प्रेगनेंसी के साथ बढ़ने लगते हैं, इसके कारण आपके पेट की त्वचा कपड़ों से रब होने लगती है।
  4. हालांकि यह त्वचा की चिप्पी जैसे ही दिखते हैं, लेकिन इससे आपको कोई नुकसान नहीं होता है और न ही इससे कोई दर्द या असुविधा होती है।
  5. स्किन टैग ज्यादातर दूसरी या तीसरी तिमाही के दौरान नजर आते हैं।
  6. स्किन टैग की समस्या पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया जाता है, क्योंकि इतना ज्यादा दिखाई नहीं देते हैं, लेकिन डिलीवरी के बाद, यह साफ तौर पर नजर आने लगते हैं।
  7. स्किन टैग दर्दनाक हो सकते हैं यदि इसमें चोट लग जाए, जैसे बहुत ज्यादा फ्रिक्शन और ट्विस्टिंग होना आदि।

गर्भावस्था के दौरान स्किन टैग की पहचान कैसे करें?

स्किन टैग त्वचा से निकलने वाले पॉलीप्स होते हैं, जिनमें एक राउंड हेड और नैरो स्ट्रिप होती है जो आपके शरीर जुड़ी होती है। आपकी स्किन टाइप के अनुसार इसका रंग भी बदलता रहता है, जैसे कि, सफेद महिलाओं में आमतौर पर ये सफेद या गुलाबी स्किन टैग होता है, जबकि टैन महिलाओं में गहरे या काले रंग का स्किन टैग होता है।

गर्भावस्था के दौरान स्किन टैग होने का क्या कारण होता है

गर्भावस्था के दौरान स्किन टैग होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं जो आपको नीचे बताए गए हैं:

  • गर्भावस्था के दौरान हार्मोनल चेंजेस के कारण स्किन की ऊपरी लेयर की बहुत ज्यादा ग्रोथ होने लगती हैं, जिसकी वजह से स्किन टैग होने लगते हैं।
  • ऐसा कहा जाता है कि गर्भावस्था के दौरान स्किन टैग होने का मुख्य कारण हार्मोनल चेंजेस और फ्रिक्शन का कॉम्बिनेशन होता जो तीसरी तिमाही के दौरान पेट के स्ट्रेच होने की वजह से होता है।
  • स्किन टैग की समस्या के पीछे हेरेडिटरी कारण भी शामिल होता है।

गर्भवस्था के दौरान स्किन टैग होने से क्या यह बच्चे को भी प्रभावित करता है?

इस सवाल का सिंपल सा जवाब हैं ‘नहीं’। स्किन टैग पूरी तरह से एक कॉस्मेटिक इशू है, इसके गंभीर मामले में भी आपको बहुत ज्यादा असुविधा नहीं होती है। किसी भी तरह से इस विषय को लेकर चिंता करने की या खुद को नुकसान पहुँचाने की कोई जरूरत नहीं है और न ही यह कैंसर जैसे बीमारी का संकेत होता है।

गर्भावस्था के दौरान स्किन टैग होने से क्या खतरा होता है

  • आपकी गर्भावस्था के दौरान स्किन टैग से संबंधित कोई भी गंभीर खतरा नहीं होता है। हालांकि, इससे  छुटकारा पाने के लिए किए जाने वाले प्रयासों के दौरान आपको थोड़ी सावधानी बरतनी चाहिए।
  • त्वचा पर कभी भी ओटीसी केमिकल न लगाएं, क्योंकि यह आपकी त्वचा के माध्यम से आपके शरीर में प्रवेश कर सकते हैं और आपकी गर्भावस्था को प्रभावित कर सकते हैं।
  • इसकी ग्रोथ रोकने के लिए टैग के चारों ओर एक धागा न बांधें। इससे बैक्टिरीयल इन्फेक्शन हो सकता है।
  • अगर स्किन टैग लाल हो जाता है या इसमें दर्द होता है तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

गर्भावस्था के दौरान होने वाले स्किन टैग के लिए उपचार

  • आप डर्मटॉलॉजिस्ट की मदद से स्किन टैग हटवा सकती हैं। यह प्रक्रिया बहुत जल्दी पूरी हो जाती है और इसमें आपको दर्द का अनुभव भी नहीं होता है।
  • लिक्विड नाइट्रोजन की मदद से स्किन टैग को फ्रीज भी किया जा सकता है, जिसके बाद यह आपकी त्वचा से झड जाते हैं।
  • स्किन स्पेशलिस्ट, स्किन टैग को हटाने के लिए एक इलेक्ट्रिक नीडल जैसी तकनीक का प्रयोग करते हैं, जो आपके शरीर से एक्स्ट्रा स्किन को बाहर निकालने में मदद करती है।
  • ऊपर बताए गए इन तीनों मेथड को अपनाने के बाद आपको वार्ट क्रीम लगाने के लिए कहा जाता है, ताकि बचे हुए टैग भी हट जाएं।

कुछ घरेलू उपचारों के रूप में आप एप्पल साइडर विनेगर, टी ट्री ऑयल और विटामिन ई ऑयल का इस्तेमाल कर सकती हैं। लेकिन इन सभी इलाज को तब तक न आजमाएं जब तक आप अपने डॉक्टर से इसकी अनुमति न ले लें, यदि आप ऐसा करती हैं तो आपको बहुत सावधानी बरतनी चाहिए।

स्किन टैग को रिमूव करने के लिए आखिरी ऑप्शन लेजर ट्रीटमेंट होता है, जहाँ आपके शरीर से स्किन टैग को जलाने के लिए हाई इंटेंसिटी वाली बीम लाइट का उपयोग किया जाता है।

इस बात पर ध्यान दें कि जब तक कि स्किन टैग से आपको परेशानी नहीं होती है, तब तक गर्भावस्था के दौरान आपके डॉक्टर इसका इलाज करने के लिए आपको मना करते हैं।

गर्भावस्था के दौरान स्किन टैग से बचाव कैसे करें

स्किन टैग को रोका नहीं जा सकता है। हालांकि, अगर यह मोटापे के कारण होते हैं, तो वेट कम करने से आपको कुछ हद तक स्किन टैग से राहत मिल सकती है। गर्भावस्था के दौरान कार्डियो करते समय आपको अधिक  सावधानी बरतनी चाहिए और कभी भी अपने डॉक्टर की इजाजत के बिना इसे न करें।

मस्सों से स्किन टैग (त्वचा की चिप्पी चिप्पी) कैसे अलग है?

स्किन टैग और त्वचा की चिप्पी में कई तरह से अंतर होता है, जो आपको नीचे बताया गया है:

  • मस्सा दिखने में मोटा होता है और इसका शेप रेगुलर नहीं होता है, जबकि स्किन टैग आमतौर पर सॉफ्ट और स्मूथ होते हैं।
  • स्किन टैग संक्रामक नहीं होते हैं, कि त्वचा के किसी विशिष्ट क्षेत्र में होने के बाद वैसे ही बने रहते हैं। दूसरी ओर, मस्सा आपकी त्वचा पर आसानी से कई क्षेत्रों में फैल सकता है।
  • स्किन टैग ढीले होते हैं और त्वचा से लटकते हैं, जबकि मस्सा चपटा होता है और आपकी स्किन सरफेस के करीब स्थित होता है।

स्किन टैग आपकी गर्भावस्था की किसी भी स्टेज में विकसित हो सकते हैं, लेकिन यह पूरी तरह से नेचुरल होते हैं और सिर्फ कॉस्मेटिक इर्रिटेशन का कारण बनते हैं। गर्भावस्था के दौरान स्किन टैग को  हटाने का प्रयास आपके लिए खतरनाक हो सकता है, साथ ही इसे हटवाना से कोई खास रिजल्ट भी नहीं आता है, क्योंकि यह दोबारा विकसित हो जाते हैं। सबसे बेहतर यही है कि आप बच्चे के जन्म तक इंतजार करें और उसके बाद ही इसका इलाज करें।

यह भी पढ़ें:

प्रेगनेंसी में होने वाले आम वजाइनल इन्फेक्शन

समर नक़वी

Recent Posts

अ अक्षर से शुरू होने वाले शब्द | A Akshar Se Shuru Hone Wale Shabd

हिंदी वह भाषा है जो हमारे देश में सबसे ज्यादा बोली जाती है। बच्चे की…

1 day ago

6 का पहाड़ा – 6 Ka Table In Hindi

बच्चों को गिनती सिखाने के बाद सबसे पहले हम उन्हें गिनतियों को कैसे जोड़ा और…

1 day ago

गर्भावस्था में मिर्गी के दौरे – Pregnancy Mein Mirgi Ke Daure

गर्भवती होना आसान नहीं होता और यदि कोई महिला गर्भावस्था के दौरान मिर्गी की बीमारी…

1 day ago

9 का पहाड़ा – 9 Ka Table In Hindi

गणित के पाठ्यक्रम में गुणा की समझ बच्चों को गुणनफल को तेजी से याद रखने…

3 days ago

2 से 10 का पहाड़ा – 2-10 Ka Table In Hindi

गणित की बुनियाद को मजबूत बनाने के लिए पहाड़े सीखना बेहद जरूरी है। खासकर बच्चों…

3 days ago

10 का पहाड़ा – 10 Ka Table In Hindi

10 का पहाड़ा बच्चों के लिए गणित के सबसे आसान और महत्वपूर्ण पहाड़ों में से…

3 days ago