In this Article
जब आप गर्भधारण करती हैं, तो आपका शरीर बहुत ज्यादा स्ट्रेस से गुजरता है, जो ज्यादातर हार्मोनल इम्बैलेंस के कारण होता है। स्ट्रेस के कारण आपका इम्युनिटी लेवल कम हो जाता है। इससे निपटने के लिए, महिलाएं अलग-अलग तकनीक अपनाती हैं और सॉल्यूशंस ढूंढने का प्रयास करती हैं, लेकिन आपको शायद यह नहीं पता कि इसके लिए सबसे अच्छा तरीका है अपने आहार में बदलाव करना, आपका भोजन आपकी इम्युनिटी बढ़ाने में अहम भूमिका निभाता है और हार्मोनल इम्बैलेंस की समस्या को दूर करता है।
प्रेगनेंसी के दौरान आपको एक सीमित मात्रा में ही हर्ब्स का उपयोग करने के लिए कहा जाता हैं, लेकिन फैक्ट यह है कि कई सारे डॉक्टर आपकी इम्युनिटी को बढ़ाने के लिए हर्ब्स का सेवन करने का सुझाव देते हैं। इस बात का खास खयाल रखें कि रोजाना आप इन हर्ब्स का सीमित मात्रा में ही सेवन करें, लेकिन अपनी इम्युनिटी बढ़ाने के लिए किसी न किसी तरीके से हर दिन आपको हर्ब्स का सेवन करना चाहिए।
गर्भावस्था से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करने के लिए कुछ हर्ब्स बहुत फायदेमंद होती हैं, जो आपको नीचे बताई गई है:
गर्भावस्था के दौरान हर्ब्स के कुछ जोखिम इस प्रकार हैं:
यहाँ सेफ और हेल्दी हर्ब्स की एक लिस्ट दी गई है, जिसे आप प्रेगनेंसी के दौरान अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं।
तुलसी एक नेचुरल एंटीसेप्टिक है जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण, एंटीऑक्सिडेंट, आयरन जैसे हेल्दी मिनरल मौजूद होते हैं और यह आपके पाचन को भी बेहतर करती है। तुलसी का सेवन करने से एनीमिया, कॉमन कोल्ड, इन्फेक्शन, सूजन और वाटर रिटेंशन जैसी समस्या को दूर करने में मदद मिलती है। गर्भावस्था के दौरान कभी-कभार एक मुट्ठी भर तुलसी के पत्तों का सेवन करना आपके लिए बहुत हेल्दी माना जाता है, लेकिन आपको इसका अधिक मात्रा में सेवन नहीं करना चाहिए।
पुदीने का सेवन, एनीमिया से लड़ने में मदद करता है और आपके ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखता है, बेहतर रूप से पाचन में मदद करता है, प्रेगनेंसी के दौरान मतली की समस्या से निपटने में मदद करता है और इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं। प्रेगनेंसी के दौरान आपको कितनी मात्रा में पुदीने का सेवन करना चाहिए, इसके लिए आप अपने डॉक्टर से पूछ सकती हैं।
अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होने के अलावा, इसमें मिनरल और विटामिन भी पाए जाते हैं जो आपकी इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करती है, अदरक का सेवन करने से गले में खराश, कॉमन कोल्ड, बुखार और सूजन आदि समस्या को दूर करने में मदद मिलती है। यह वाटर रिटेंशन और इन्फेक्शन की भी समस्या को दूर करने में मदद करती है। प्रेगनेंसी के दौरान अदरक से जुड़े अन्य लाभों को जानने के लिए आप अपने डॉक्टर से बात कर सकती हैं।
अदरक की तरह ही, लहसुन का सेवन करने के भी कई हेल्थ बेनिफिट हैं। इसमें बहुत सारे मिनरल और विटामिन मौजूद होते हैं जो आपको किसी भी इन्फेक्शन से बचाने में मदद करते हैं। लहसुन आपकी इम्युनिटी को बढ़ाता है और सूजन को कम करने में मदद करता है। यह आपके पूरे शरीर में ब्लड फ्लो को कंट्रोल करता है और क्रिया को मजबूत करता है साथ ही ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल करता है। इसलिए, गर्भवती महिलाओं को सीमित मात्रा में हर रोज लहसुन का सेवन करना चाहिए।
हल्दी, ब्लड क्लॉट की समस्या को तुरंत ठीक करने के लिए जाना जाता है, यह ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करने में सहायता करती है और आपके शरीर में एनर्जी लेवल को भी बनाए रखती है। कुछ एशियन देशों में इस हर्ब्स को एक स्ट्रोंग एंटीसेप्टिक के रूप भी उपयोग किया जाता है, जो चोट या इन्फेक्शन को ठीक करने में मदद करती है।
नीलगिरी कॉमन कोल्ड को ठीक करने में बेहतरीन रूप से कार्य करता है। इसका इस्तेमाल स्टीम बाथ में करने से आपके सभी छिद्र खुल जाते हैं और टोक्सिन साफ करने में मदद करता है। माथे पर युक्लिप्टस एसेंशियल ऑयल लगाने से माइग्रेन और सिरदर्द को कम करने में मदद मिलती है। यह आपकी मांसपेशियों के दर्द को भी कम करता है। किसी अन्य भी हर्ब्स की तरह ही, आपके डॉक्टर नीलगिरी का उपयोग एक सीमित मात्रा में करने के लिए कहते हैं।
डंडेलियन अपनी बैलेंसिंग प्रापर्टी की वजह से जाना जाता है। यह वाटर रिटेंशन को दूर करता है, ब्लड फ्लो को बेहतर करता है, इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो सूजन को रोकने में मदद करते हैं। लेकिन आपको यह सलाह दी जाती है कि आप हर दिन एक कप से ज्यादा डंडेलियन टी का सेवन न करें या आधा छोटा चम्मच डंडेलियन का सेवन करें।
यूरिनरी हेल्थ के लिए क्रैनबेरी शानदार काम करता है, यूरिनरी इन्फेक्शन एक ऐसी समस्या है जिसका सामना करना एक गर्भवती महिला के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। एक मुट्ठी भर क्रैनबेरी खाने से आपका शरीर हाइड्रेटेड रहता है और इसमें विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में मौजूद होता है, जो आपके शरीर को बेहतर रूप कार्य करने में मदद करते हैं। आप एक कप क्रैनबेरी जूस भी पी सकती हैं, इससे आपके शरीर को यूटीआई या यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन से राहत मिलती है।
कैमोमाइल टी, एंग्जायटी और स्ट्रेस को दूर करने के लिए काफी प्रसिद्ध है। ऐसा इसलिए है क्योंकि कैमोमाइल एंटीऑक्सिडेंट से समृद्ध है और इसमें रिलैक्सिंग प्रापर्टी होती है। यह गर्भवती महिलाओं में एंग्जायटी और स्ट्रेस को दूर करने में मदद करती है। कैमोमाइल जोड़ों, पीठ के निचले हिस्से और मांसपेशियों के दर्द से राहत प्रदान करती है। इसके अलावा गर्भावस्था के दौरान कैमोमाइल का सेवन करने से यह आपके ब्लड प्रेशर और ब्लड फ्लो को कंट्रोल करता है। हालांकि, कैमोमाइल टी का अधिक मात्रा में सेवन करने से जुड़ी बहुत ज्यादा स्टडीज नहीं मिलती हैं। इसलिए, खयाल रहे कि आप कैमोमाइल टी का एक सीमित मात्रा में सेवन करें, ताकि इसके किसी भी साइड इफेक्ट्स से बचा जा सके।
लाल रास्पबेरी की पत्ती आयरन, जिंक और अन्य आवश्यक मिनरल से भरपूर होती है। यह हर्ब्स सूजन को कम करके लेबर पेन को कम करती है, यह आपके शरीर में रेड ब्लड सेल्स काउंट को बेहतर करती है और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के साथ ब्लड सर्कुलेशन को भी बेहतर करती है। इसके अलावा इसमें विटामिन भी होते हैं जो आपके शरीर में केमिकल बैलेंस को बनाए रखने में मदद करते हैं, यह प्रेगनेंसी के दौरान मतली आने की परेशानी को भी दूर करती है, जो एक प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली एक आम समस्या है और जो महिलाएं एनीमिया से पीड़ित हैं उन्हें इसका सेवन करने की खासतौर पर सलाह दी जाती है।
गर्भावस्था के दौरान एंग्जायटी, मांसपेशियों में तनाव, स्ट्रेस और सिरदर्द आदि जैसी समस्याओं से निपटना बहुत मुश्किल हो जाता है। लैवेंडर एक ऐसी हर्ब है जो इन सभी बीमारियों का इलाज करने में मदद करती है। एक कप लैवेंडर टी का सेवन करने से या एक डिफ्यूजर में लैवेंडर एसेंशियल ऑयल हल्का गर्म करके लगाने से आपको अच्छी नींद आती हैं, लैवेंडर को सूंघने से आपको रिलैक्स महसूस होता है और आप बेहतर तरीके से साँस ले पाएंगी। जो लोग स्ट्रेस या एंग्जायटी का शिकार हैं उन्हें लैवेंडर का सेवन करने की सलाह दी जाती है।
गर्भावस्था के दौरान सभी हर्ब्स फायदेमंद नहीं होते हैं, यहाँ उन हर्ब्स की सूची दी गई है जिनका उपयोग गर्भावस्था के दौरान नहीं करना चाहिए।
हालांकि इसकी खुशबू बहुत ही अच्छी होती है, यह उन सभी लोगों के लिए बहुत फायदेमंद है जो प्रेग्नेंट नहीं है। यह एस्ट्रोजन लेवल को संतुलित करने में मदद करता है, लेकिन गर्भावस्था के दौरान यह प्रेगनेंसी से संबंधित हार्मोन चेंजेस में बांधा पैदा कर सकता है, जिसकी वजह से प्रीमैच्योर लेबर या फीटस के ठीक से विकास न कर पाने की समस्या हो सकती है।
यदि आप अपने डॉक्टर से पूछती हैं कि प्रेगनेंसी के दौरान आपको कौन सी हर्बल टी का सेवन नहीं करना चाहिए, तो जिनसेंग टी का नाम सबसे पहले आता है। जबकि यह चाइनीज हर्ब्स दुनिया की बेहतरीन मेडिकल हेर्ब्स में से एक है, लेकिन प्रेगनेंसी के दौरान इसका सेवन करने से गलत साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, इसलिए बेहतर होगा कि इसका सेवन न करें।
इस हर्ब को अगर कम मात्रा में सेवन किया जाए तो गर्भवती महिला के लिए यह फायदेमंद हो सकती है, लेकिन इसका सेवन डॉक्टर की सलाह लेने के बाद ही करना चाहिए। लेमनग्रास डिलीवरी के दौरान संकुचन की समस्या को पैदा कर सकता है और गर्भावस्था के दौरान आपके ब्लड प्रेशर लेवल को बहुत कम कर सकता है, जो की खतरनाक है। इसलिए अच्छा होगा कि आप इस हर्ब को लेने से पहले डॉक्टर से पूछ लें।
चाहे यह तेल के रूप में हो या कैंडी, आपको किसी भी हाल में प्रेगनेंसी के दौरान पेपरमिंट का सेवन नहीं करना चाहिए। पेपरमिंट गर्भवती महिलाओं के लिए एक खराब हर्ब मानी जाती है, हालांकि यह बाकि लोगों के लिए फायदेमंद होती है। यह हर्ब प्रीमैच्योर लेबर को प्रेरित कर सकती है और गर्भावस्था के दूसरे और तीसरे तिमाही में इसका सेवन करना आपके लिए बेहद खतरनाक हो सकता है।
भले ही रोजमैरी एक बेहद हेल्दी हर्ब मानी जाती है, लेकिन प्रेग्नेंट महिलाओं को इसका सेवन करने की सलाह नहीं दी जाती है, क्योंकि रोजमैरी का सेवन करने से ब्लड प्रेशर बढ़ता है। यह आपके शरीर में जल्दी ब्रेकडाउन भी नहीं होता है जिसकी वजह से इसे पचाने में भी मुश्किल होती है। इससे आपको थकान महसूस हो सकती है और आपका ब्लड प्रेशर भी बढ़ सकता है। डॉक्टर आपको पहली तिमाही के बाद किसी भी तरह से रोजमैरी का सेवन न करने की सलाह देते हैं, क्योंकि यह आपके बच्चे को प्रभावित कर सकता है।
डोंग क्वाई भी उन हर्ब्स में शामिल है जिसका सेवन गर्भावस्था के दौरान नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह गर्भावस्था के दौरान गर्भाशय के संकुचन का कारण बन सकता है, जिससे प्रीमैच्योर डिलीवरी या मिसकैरज भी हो सकता है। यदि आप गर्भवती हैं तो आपको इस हर्ब का सेवन बिलकुल नहीं करना चाहिए।
एक गर्भवती महिला के लिए पहली तिमाही में इवनिंग प्रिमरोज एसेंशियल ऑयल इस्तेमाल करने के बहुत सारे लाभ हैं। हालांकि, यदि आप इसका सेवन दूसरी और तीसरी तिमाही के दौरान करती हैं, तो यह आपकी प्रेगनेंसी के लिए खतरनाक हो सकता है। यहाँ तक कि आप कम मात्रा में भी इसका सेवन करती हैं तब भी यह आपके लिए खतरनाक हो सकता है, इसलिए बिना डॉक्टर की सलाह के आप इसका सेवन न करें। कभी भी इस हर्ब बताए गई मात्रा से अधिक सेवन न करें यह आपकी प्रेगनेंसी के लिए हानिकारक हो सकता है।
चाहे काला कोहोश या नीला कोहोश हो, यह हर्ब्स गर्भवती महिलाओं के लिए बेहद खतरनाक होते है और इसका सेवन करने से मिसकैरज या प्रीमैच्योर डिलीवरी हो सकती है।
इस हर्ब की मदद से डिप्रेशन का इलाज किया जाता है, लेकिन प्रेगनेंसी के दौरान इसका सेवन करने से आपके बच्चे में जन्मजात विकलांगता की समस्या पैदा हो सकती है या आपके गर्भाशय में संकुचन हो सकता है, जिसकी वजह से प्रीमैच्योर लेबर की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए बेहतर है कि आप इस हर्ब का सेवन करने से बचें।
यह हर्ब मांसपेशी को रिलैक्स करने के लिए जानी जाती है, जो गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत स्ट्रोंग होती है और इससे प्रीमैच्योर लेबर का खतरा बढ़ सकता है।
आपके रोजमर्रा के जीवन में इस्तेमाल होने वाले हर्ब्स कई सारे समस्याओं को हल करने में मदद करते हैं, लेकिन यह जरूरी नहीं है कि आपकी यह हर समस्या का समाधान हर्ब्स से हो। यहाँ आपको कुछ ऐसी समस्याओं के बारे में बताया गया जिसका इलाज हर्ब्स से नही किया जा सकता है:
गर्भावस्था के दौरान हर्ब्स के फायदे और नुकसान के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए अपने डॉक्टर से बात करें।
कुछ हर्ब्स गर्भावस्था के दौरान खतरनाक होते हैं और इससे आपको कॉम्प्लिकेशन हो सकते हैं, इसलिए इनका सेवन न करना ही बेहतर है। हालांकि, गर्भावस्था के दौरान कई हर्ब्स का सेवन के फायदे और साइड इफेक्ट्स के बारे में बहुत ज्यादा रिसर्च नहीं हुई, इसलिए इसके बारे कुछ ठीक से नहीं कहा जा सकता है। एहतियात बरतते हुए आप किसी भी हर्ब्स का सीमित मात्रा में सेवन करें, यह बात उन हर्ब्स का सेवन करें के लिए लागू होती है, जिनका गर्भावस्था के दौरान सेवन करना सुरक्षित माना जाता है।
प्रेगनेंसी के दौरान हर्बल टी और हर्ब्स दोनों का ही सेवन करना अच्छा होता है, लेकिन अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से यह आपको नुकसान पहुँचा सकता है। गर्भावस्था के दौरान लोगों द्वारा इसे इसलिए भी पसंद किया जाता है, क्योंकि इसमें कैफीन मौजूद नहीं होती है, जो गर्भावस्था के दौरान उपभोग किए जाने वाले कैफीन युक्त पेय पदार्थों के मुकाबले बेहतर विकल्प होता है। जैसा कि आपको पहले भी बताया गया है हर्ब्स का सेवन करने से जुड़ी बहुत ज्यादा स्टडीज नहीं पाई जाती है जिसमें इसे गर्भवती महिला की डाइट में शामिल करने के लिए लिए कहा गया हो, इसलिए अभी तक पूरी तौर से इसका कोई भी निष्कर्ष नहीं निकाला जा सका है। आप केवल उन्ही हर्बल टी का सेवन करें जो प्रेगनेंसी के दौरान पीना सुरक्षित हो और इसे एक सीमित मात्रा में ही पिएं।
गर्भावस्था के दौरान हर्ब्स का सेवन करने के कुछ सेफ्टी टिप्स यहाँ दिए गए हैं।
गर्भावस्था के दौरान हर्ब्स के स्वास्थ्य लाभों के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आप अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकती हैं। अगर किसी भी हर्ब का सेवन करने के बाद आप बीमार महसूस करती हैं तो आप उस हर्ब का उपयोग करना तुरंत बंद कर दें। आप अपने शरीर के बारे में ज्यादा बेहतर तरीके से जानती हैं, इसलिए अपने शरीर की आवश्यकता के मुताबिक ही कोई कदम उठाएं।
यह भी पढ़ें:
प्रेगनेंसी में शतावरी यानी ऐस्पैरागस का सेवन
प्रेगनेंसी के दौरान ग्रीन टी पीना
हिंदी वह भाषा है जो हमारे देश में सबसे ज्यादा बोली जाती है। बच्चे की…
बच्चों को गिनती सिखाने के बाद सबसे पहले हम उन्हें गिनतियों को कैसे जोड़ा और…
गर्भवती होना आसान नहीं होता और यदि कोई महिला गर्भावस्था के दौरान मिर्गी की बीमारी…
गणित के पाठ्यक्रम में गुणा की समझ बच्चों को गुणनफल को तेजी से याद रखने…
गणित की बुनियाद को मजबूत बनाने के लिए पहाड़े सीखना बेहद जरूरी है। खासकर बच्चों…
10 का पहाड़ा बच्चों के लिए गणित के सबसे आसान और महत्वपूर्ण पहाड़ों में से…