गर्भावस्था के दौरान ग्रीन टी का सेवन करना – फायदे और साइड इफेक्ट्स

प्रेगनेंसी के दौरान ग्रीन टी पीना

प्रेगनेंसी के दौरान डॉक्टर आपको पर्याप्त मात्रा में पानी और अन्य तरल पदार्थ पीने की सलाह देते है जो इस समय आपके लिए बहुत फायदेमंद भी होता है। पानी की मदद से प्लेसेंटा और एमनियोटिक फ्लूइड का अच्छी तरह से फार्मेशन होता है, जिसके लिए गर्भवती महिलाओं को हर दिन कम से कम 8 से 12 गिलास पानी पीना चाहिए। इस समय, चाय-कॉफी जैसे कैफीन वाले चीजों से बचना भी बहुत जरूरी है, क्योंकि कैफीन का सेवन से डिहाइड्रेशन होता है, जो कि पानी के पॉजिटिव इफेक्ट को भी प्रभाव बदल सकता है।

ग्रीन टी कैमेलिया सिनेंसिस पौधे की पत्तियों का एक प्रोडक्ट है, जो माइल्ड और मिट्ठी के फ्लेवर जैसा लगता है। इसमें काफी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होने के कारण इसे एक हेल्दी ड्रिंक माना जाता है।

क्या गर्भावस्था के दौरान ग्रीन टी सुरक्षित है?

अगर आप ग्रीन टी पीना पसंद करती हैं, तो आपके मन में यह सवाल जरूर आएगा कि “क्या गर्भावस्था के दौरान ग्रीन टी का सेवन करना सुरक्षित है?” जैसे कि किसी भी खाने या ड्रिंक के लिए कहा है कि अगर इसका सीमित मात्रा से ज्यादा सेवन किया जाए तो वो आपको नुकसान पहुँचा सकता है ठीक इसी प्रकार ग्रीन टी का बहुत ज्यादा मात्रा में सेवन करने से यह आपके लिए हानिकारक साबित हो सकता है। यदि आप सीमित मात्रा में इसका सेवन करती हैं तो प्रेगनेंसी के दौरान इसका सेवन करना बिलकुल सुरक्षित होता है। प्रेगनेंसी के दौरान दिन में दो कप ग्रीन टी पीना सुरक्षित माना जाता है।

क्या गर्भवती महिलाओं के लिए ग्रीन टी खतरनाक है? कुछ मामलों में ऐसा हो सकता है। ग्रीन टी में आपके शरीर में फोलिक एसिड या फोलेट लेवल को कम करने की क्षमता होती है, इसलिए पहली तिमाही में इसका सेवन करने से बचना चाहिए। दूसरे और तीसरे तिमाही के दौरान भी, ग्रीन टी का सेवन एक दिन में दो कप से अधिक नहीं होना चाहिए, ताकि आप और आपका बच्चा सुरक्षित रहें।

नोट: इस बात का खयाल रखें कि ग्रीन टी एक हर्बल टी नहीं है और इसमें भी कैफीन मौजूद होता है, हालांकि कॉफी की तुलना में यह बहुत कम मात्रा में मौजूद होती है। 8 औंस (236 मिली लीटर) ग्रीन टी में आमतौर पर लगभग 25-45 मिलीग्राम कैफीन होता है, जो इस बात पर निर्भर करती है कि ग्रीन टी कितनी स्ट्रॉन्ग है, जबकि 95-200 मिलीग्राम कैफीन इतनी ही मात्रा की कॉफी में मौजूद होती है। इसलिए, गर्भवती महिलाओं को सीमित मात्रा में ग्रीन टी का सेवन करने के लिए कहा जाता है।

क्या ग्रीन टी पीने से प्रेगनेंसी की संभावना बढ़ जाती है?

क्या ग्रीन टी फर्टिलिटी बढ़ाने में मदद करती है? कई कपल जो माता-पिता बनने के लिए प्लान कर रहे होते वो अक्सर अपने डॉक्टर से यह सवाल करते हैं, जिसका जवाब ‘हाँ’ है। ग्रीन टी में महत्वपूर्ण कंपाउंड होते हैं फर्टिलिटी बढ़ाने में मदद करते हैं:

  • विटामिन सी: रिप्रोडक्टिव सेल्स को ऑक्सीडेटिव नुकसान से बचाने के लिए और शरीर को  हानिकारक फ्री रेडिकल से बचाने में विटामिन सी अहम भूमिका निभाती है। इस विषय पर कई क्लिनिकल स्टडी की गई है और स्टडीज से पता चलता है हाँ, यह प्रेगनेंसी के चान्सेस को बढ़ाती है।
  • एंटीऑक्सीडेंट: ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसका सबसे पहला मकसद  रिप्रोडक्टिव ट्रैक्ट सेल्स के ऑक्सीडेटिव डिस्ट्रक्शन को रोकना है और फ्री रेडिकल्स को खत्म करना है। यह आपके शरीर को प्रेगनेंसी के लिए तैयार करने में सकारात्मक भूमिका निभाता है।
  • मिनरल: ग्रीन टी की पत्तियों में कई सारे मिनरल पाए जाते हैं जैसे जिंक, मैंगनीज, क्रोमियम और सेलेनियम आदि। महिलाओं में, ये मिनरल अंडे की गुणवत्ता को बेहतर करने में मदद करते हैं और पुरुषों में यह स्पर्म काउंट बढ़ाते हैं।

तो ग्रीन टी प्रेग्नेंट होने में बिलकुल आपकी मदद करती है! ग्रीन टी के नेचुरल और ऑर्गनिक, दोनों इफेक्ट आपके प्रेग्नेंट होने की संभावना को बढ़ाने में मदद करते हैं, साथ ही इससे आपको कई अन्य हेल्थ बेनिफिट भी होते हैं।

गर्भवती महिलाओं के लिए ग्रीन टी के फायदे

क्या गर्भावस्था के दौरान ग्रीन टी हेल्दी होती है? जैसा कि आपको ऊपर बताया गया है कि ग्रीन टी पीने से आपको कई फायदे होते होते हैं और दिन में एक से दो कप ग्रीन टी का सेवन करना आपके लिए सुरक्षित माना जाता है। यहाँ आपको ग्रीन टी के कुछ फायदे बताए गए हैं जो कुछ इस प्रकार हैं:

  • गर्भवती महिला में एक गंभीर बीमारी जिसे प्री-एक्लेमप्सिया के रूप में जाना जाता है, इसके होने की संभावना होती है खासकर जिन्हें ब्लड प्रेशर की समस्या है। यह आपकी प्रेगनेंसी के लिए खतरनाक हो सकता है। ग्रीन टी ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखने में मदद करती है, जो गर्भवती महिलाओं के लिए फायदेमंद है।
  • ग्रीन टी में एंटीऑक्सिडेंट्स गुण होते हैं जो शरीर में फ्री रेडिकल्स को नष्ट करता है और इसे सेल्स को नुकसान पहुँचाने से रोकता है। कैंसर, हाई ब्लड प्रेशर, हृदय रोग, आदि जैसे रोगों को दूर करने के लिए आपको अपनी डाइट में एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर चीजें शामिल करनी चाहिए।
  • ग्रीन टी में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट शरीर में मेटाबोलिज्म बढ़ाती है, जो प्रेगनेंसी के दौरान आपके मूड स्विंग को कंट्रोल रखने में मदद करती है। क्लिनिकल स्टडी के अनुसार, ग्रीन टी शरीर में टी-सेल्स को बढ़ाती है, जो आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करती है। इस तरह, आप गर्भावस्था के दौरान बीमारियों से बेहतर तरीके से लड़ सकती हैं। 
  • गर्भावस्था के दौरान अपच और पेट संबंधी समस्या होना काफी आम होता है। ग्रीन टी आपके पाचन को बेहतर करने में मदद करती है।
  • स्टडी से यह भी पता चलता है कि ग्रीन टी से मुँह का स्वास्थ्य और शरीर की हड्डियां भी मजबूत होती हैं। हार्मोन लेवल में उतार-चढ़ाव के कारण गर्भवती महिलाओं को अक्सर मसूड़े में सूजन की समस्या हो जाती है। ग्रीन टी इसे कम करने में मदद करती है।

गर्भावस्था के दौरान ग्रीन टी पीने से क्या खतरा हो सकता है?

गर्भावस्था के दौरान ग्रीन टी के कुछ साइड इफेक्ट्स भी होते हैं और इसके सेवन करने से पहले आपको इसके बारे में पता होना चाहिए। ग्रीन टी शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें, खासकर अगर आपको ग्रीन टी पसंद है और आगे भी आप इसका सेवन करना चाहती हैं।

  • प्रेगनेंसी के दौरान  ग्रीन टी पीने से ब्लड सेल्स द्वारा आयरन अब्सॉर्ब करने में बाधा उत्पन्न हो सकती है। हीमोग्लोबिन के उत्पादन के लिए आयरन की आवश्यकता होती है। इसकी वजह जेस्टेशनल एनीमिया हो सकता है, जिससे शरीर के पोषक तत्व और ऑक्सीजन पर प्रभाव पड़ता है।
  • फोलिक एसिड बच्चे में न्यूरल डिफेक्ट को कम करने में अहम भूमिका निभाता है और इसलिए, गर्भावस्था के दौरान इसका सेवन बहुत जरूरी है। ग्रीन टी का बहुत ज्यादा मात्रा में सेवन करने से यह  फोलिक एसिड को अब्सॉर्ब करने से रोकता है, जिससे बच्चे की रीढ़ की हड्डी में जन्मजात दोष हो सकता है, जिसे स्पाइना बिफिडा के रूप में जाना जाता है। गर्भावस्था के पहले 12 हफ्तों के दौरान आपके शरीर के लिए फोलिक एसिड बहुत आवश्यक होता है, इसलिए प्रेगनेंसी के दौरान ग्रीन टी का सेवन करने से बचना चाहिए।

गर्भावस्था के दौरान आपको कितनी मात्रा में ग्रीन टी पीनी चाहिए?

प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिलाओं को अक्सर उनके खाने और पीने को लेकर चिंता लगी रहती है। गर्भावस्था के दौरान, ग्रीन टी और अन्य कैफीन-आधारित ड्रिंक का हर रोज 200 मिलीग्राम,जो लगभग दो कप होता है,  इससे ज्यादा ग्रीन टी का सेवन नही करना चाहिए। ग्रीन टी के अलावा, आप चॉकलेट, सॉफ्ट ड्रिंक, कॉफी या एनर्जी ड्रिंक का सेवन 200 मिलीग्राम से कम होनी चाहिए।

कौन से हर्बल टी के गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित हैं?

हर्बल टी पौधे के कई भाग से मिलाकर बनाई जाती है, जिसमें जड़, फूल, बीज, फल और पत्तियां शामिल होती हैं। यह शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद करती हैं। रूइबोस टी अपने एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत अच्छी होती है, जो कैफीन मुक्त होती है। अदरक और पुदीना जैसे हर्बल टी मॉर्निंग सिकनेस को कम करने में मदद करता है, जबकि कैमोमाइल टी रात में बेहतर नींद लेने में मदद करती है। लाल रास्पबेरी पत्ती की चाय लेबर के कॉन्ट्रैक्शन को बढ़ावा देती है। हर्बल टी का सेवन करने से पहले आपको अपने डॉक्टर से पहले बात करनी चाहिए ताकि आप और आपके बच्चा सुरक्षित रहे।

गर्भावस्था के दौरान ग्रीन टी (या किसी भी कैफीनयुक्त पेय) का सेवन करते समय आपको कुछ बाते ध्यान में रखना चाहिए:

  • ग्रीन टी खरीदते समय इसकी क्वालिटी अच्छी होनी चाहिए। ग्रीन टी में मिलावट आप और आपके बच्चे के लिए बेहद हानिकारक हो सकती है।
  • दिन में दो कप से ज्यादा ग्रीन टी का सेवन करें।
  • अपनी डाइट में कुछ भी नया शामिल करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें।

आपको अपने शरीर के अनुसार किसी भी चीज का सेवन नहीं करना चाहिए। हर रोज ग्रीन टी का सेवन करने से आप पर पॉजिटिव और नेगेटिव दोनों प्रभाव पड़ सकता है। अगर इससे आपकी नींद पर प्रभाव पड़ता है या आपकी भूख पर असर होता है, तो आपको अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए। यदि आप प्रेग्नेंट हैं तो आपको ग्रीन टी का सेवन करते समय सावधानी बरतनी चाहिए, ताकि आप और आपके बच्चे को कोई नुकसान न पहुँचे और ग्रीन टी का लाभ उठा पाएं।

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