क्या गर्भावस्था के दौरान ब्रोकोली खानी चाहिए?

क्या गर्भावस्था के दौरान ब्रोकोली खानी चाहिए?

यदि बात हेल्दी और बहुत ज्यादा न्युट्रिश्यस हरी सब्जी की आती है तो हम ब्रोकोली का नाम कैसे भूल सकते हैं। कई लोगों ने इस सब्जी को सुपर फूड का नाम भी दिया हुआ है क्योंकि इसमें न्यूट्रिशन और कई फायदे भी छिपे हैं। पर कोई जरूरी नहीं है कि जो चीज आपके लिए अच्छी है वह एक गर्भवती महिला के लिए भी हेल्दी हो। इसलिए यह जानना जरूरी है कि गर्भावस्था के दौरान ब्रोकोली खाना फायदेमंद है या नहीं। 

गर्भावस्था के दौरान ब्रोकोली खाना कितना सुरक्षित है?

गर्भावस्था के दौरान डायट में ब्रोकोली शामिल करना बिलकुल सही है और इसके लिए आप बिलकुल भी चिंतित न हों। इसमें विभिन्न प्रकार के विटामिन्स और मिनरल्स के साथ-साथ न्यूट्रिशनल एजेंट्स मौजूद हैं। यह सभी गुण ब्रोकोली को शारीरिक स्वास्थ्य और संपूर्ण स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए परफेक्ट फूड बनाते हैं और साथ ही गर्भ में पल रहे बच्चे के विकास में मदद करते हैं। 

गर्भावस्था में ब्रोकोली खाने के फायदे 

गर्भावस्था के दौरान आपको अपनी डायट में ब्रोकोली क्यों शामिल करनी चाहिए, आइए जानें;

1. कब्ज की समस्या ठीक होती है 

गर्भावस्था के दौरान हर महिला को कब्ज की समस्या होती है जिससे उसे असुविधाएं भी हो सकती हैं। इस समय एक महिला के शरीर में बहुत सारे बदलाव होते हैं, हॉर्मोन्स में उतार-चढ़ाव होता है, आयरन सप्लीमेंट्स पूरी तरह से कंज्यूम हो जाते हैं और इन सभी चीजों की वजह से बॉवेल पर प्रभाव पड़ता है। इसके लिए ब्रोकोली में मौजूद फाइबर फायदेमंद हो सकता है। ब्रोकोली खाने से शरीर में पानी की मात्रा पूरी होती है, बॉवेल मूवमेंट को सपोर्ट मिलता है और कब्ज की समस्या में भी आराम मिलता है। 

2. एनीमिया से बचाव होता है 

आप पहले से ही आयरन सप्लीमेंट्स ले रही होंगी क्योंकि गर्भावस्था में बच्चे के लिए आपके शरीर को आयरन की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। पर इस दौरान प्राकृतिक आयरन-युक्त खाद्य पदार्थ लेना ही बेहतर है और ब्रोकोली में फॉलिक एसिड के रूप में आयरन की पर्याप्त मात्रा होती है। यदि आप पहले से ही इसके सप्लीमेंट्स ले रही हैं तो डॉक्टर आपको आवश्यकता के अनुसार अलग-अलग समय पर सप्लीमेंट्स और ब्रोकोली के डोसेज लेने की सलाह दे सकते हैं।  

3. डायबिटीज नियंत्रित होती है 

गर्भावस्था के दौरान हर महिला को शुरूआत से डायबिटीज नहीं होती है पर गर्भावस्था की वजह से महिलाओं को एक प्रकार की डायबिटीज हो जाती है जिसे जेस्टेशनल डायबिटीज कहते हैं। इस समय महिला के शरीर में आंतिरक रूप से कई बदलाव होते हैं जिनमें से एक इन्सुलिन का उत्पादन कम होना भी है जो मुख्य रूप से शुगर को विभाजित करता है। इसमें ब्रोकोली पूरी तरह से मदद करती है क्योंकि यह शुगर को सामान्य स्तर पर बनाए रखती है और इन्सुलिन के दबाव को कम करती है।

4. त्वचा सुरक्षित रहती है 

गर्भावस्था के परिणामस्वरूप महिलाओं की त्वचा सेंसिटिव हो जाती है और इसकी वजह से यूवी रेडिएशन त्वचा को आसानी से डैमेज कर सकती हैं। ब्रोकोली खाने से सिर्फ त्वचा ही सुरक्षित नहीं रहती है बल्कि इससे ग्लो भी आता है। यह ब्रोकोली में मौजूद विभिन्न प्रकार के विटामिन्स की वजह से होता है, जैसे विटामिन ‘के’, बी. इ और ए। यह सभी विटामिन त्वचा के स्ट्रक्चर को हेल्दी बनाने में मदद करते हैं। 

त्वचा सुरक्षित रहती है 

5. हड्डियां मजबूत होती हैं 

गर्भावस्था के दौरान शारीरिक बदलावों की वजह से महिला को कई सारी समस्याएं होती हैं जिसकी वजह से उनकी हड्डियों में प्रभाव पड़ता है और इन समस्याओं में ऑस्टियोपोरोसिस भी एक है। हड्डियों को मजबूत करने के लिए ब्रोकोली खाना अच्छा है क्योंकि इसमें जिंक, मैग्नीशियम और कैल्शियम पर्याप्त मात्रा में है। 

6. इम्युनिटी बढ़ती है

गर्भावस्था के दौरान गर्भ में बच्चे का पूरा ध्यान रखने की वजह से आपकी इम्युनिटी बहुत कमजोर हो जाती है। इससे आपको बहुत आसानी से इन्फेक्शन भी हो सकता है और यह बच्चे को प्रभावित कर सकता है। यदि आप बाहर से इम्युनिटी बढ़ाने का प्रयास करती हैं तो इससे आपको काफी मदद मिल सकती है। ब्रोकोली में मौजूद सेलेनियम और बीटा-कैरोटीन आपको व बच्चे को सुरक्षित रखने के लिए सपोर्ट करने में मदद करते हैं। 

7. आँखों की रोशनी में सुधार होता है 

अच्छी दृष्टी के लिए विटामिन ‘ए’ और बीटा कैरोटीन बहुत जरूरी होता है। ब्रोकोली में इन दोनों चीजों की पर्याप्त मात्रा होती है। यदि आप अपनी डायट में इसे नियमित रूप से खाती हैं तो आपकी आँखों से संबंधित समस्याएं कम हो सकती हैं। 

8. कैंसर का खतरा कम होता है 

ब्रोकोली खाने से यह एक महत्वपूर्ण फायदा होता है। हाँ, ब्रोकोली खाने से कैंसर ठीक नहीं होता है पर इसमें कुछ ऐसे एलिमेंट्स होते हैं जिन्हें फाइटोकेमिकल्स कहा जाता है। इनमें एंटी-कैंसर गुण होते हैं जो शुरूआत से ही कैंसर की संभावनाओं को कम करने में मदद करते हैं। यह आपके और बच्चे के लिए अस्थायी रूप से फायदेमंद नहीं होता है पर इससे आगे चलकर बहुत फायदे मिलते हैं। 

9. एलर्जी को दूर भागता है  

ब्रोकोली में मौजूद विटामिन ‘सी’ गर्भावस्था के दौरान एलर्जी को कम करने और अन्य लक्षणों के आराम में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जैसे बंद नाक और छींक आना। इसके विपरीत बहुत ज्यादा मात्रा में ब्रोकोली खाने से एलर्जी होती है जिससे आपकी त्वचा पर रैशेज भी आ सकते हैं। इसलिए इसे खाते समय पूरी सावधानी बरतें। 

10. पूरी गर्भावस्था के लिए बेहतरीन है 

सभी न्युट्रिशनल एलिमेंट्स को ध्यान में रखकर खाद्य पदार्थों को अपनी डायट में शामिल करना थोड़ा सा कठिन है। ब्रोकोली में वो सब न्यूट्रिशन होते हैं जो गर्भ में पल रहे बच्चे के न्यूरोलॉजिकल विकास में मदद करते हैं और पूरी गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को फिट रखने में मदद करते हैं। 

गर्भवती महिला कितनी मात्रा में ब्रोकोली खा सकती है? 

आप एक दिन में 2-3 कप ब्रोकोली किसी भी खाद्य पदार्थ के रूप में ले सकती हैं क्योंकि इसमें मौजूद न्यूट्रिशन आपके दिनभर की आवश्यकताओं को पूरा करता है।  गर्भवती महिला कितनी मात्रा में ब्रोकोली खा सकती है? 

हेल्दी और फ्रेश ब्रोकोली कैसे चुनें?

  • आप ऐसी ब्रोकोली बिलकुल भी न खरीदें जो पूरी तरह से सूखी हुई या मुरझाई हो। 
  • ब्रोकोली का फूल पूरी तरह से भरा हुआ और दृढ़ होना चाहिए। यदि ब्रोकोली का फूल कम भरा हुआ और पुराना सा है तो इसे न खरीदें। 
  • यदि ब्रोकोली का रंग पीला पड़ने लगा है तो इसका मतलब है कि पुरानी और बासी हो गई है। ऐसी ब्रोकोली को न खरीदना ही बेहतर है। 
  • अन्य सब्जियों की तरह ही ब्रोकोली भी घनी और फ्रेश होनी चाहिए। ब्राइट और गाढ़े हरे रंग की ब्रोकोली हमेशा अच्छी व फ्रेश होती है। 

गर्भावस्था के दौरान आहार में ब्रोकोली शामिल करने के तरीके 

  • पहले आप ब्रोकोली को काटें और स्टीम कर लें। फिर आप इसे सलाद या पास्ता और पिज्जा में टॉपिंग के रूप में उपयोग कर सकती हैं। 
  • सूप में फ्रेश और छोटी-छोटी ब्रोकोली डालने से इसका स्वाद बढ़ जाता है। 
  • यदि आप इसे एक स्नैक के रूप में खाना चाहती हैं तो आप इसे कुछ सब्जियों, कॉर्न या गाजर के साथ ऑलिव ऑयल में हल्का फ्राई करके खाएं। यह आपके लिए एक हेल्दी व टेस्टी स्नैक होगा। ब्रोकोली को बेक करके भी एक अच्छी डिश बनाई जा सकती है। 
  • आप ब्रोकोली की डिप्स या चटनी बनाएं और पराठे या ब्रेड के साथ इसके स्वाद का आनंद लें। 
  • ब्रोकोली को पकाने का कोई भी विशेष तरीका नहीं है। आप इसे अन्य सब्जियों की तरह ही पका सकती हैं। 

क्या गर्भावस्था के दौरान ब्रोकोली खाने से कोई हानि होती है?

ब्रोकोली से होने वाले फायदों की वजह से यदि आप सोचती हैं कि इसे आप ज्यादा मात्रा में खाएं या इसकी क्रेविंग होना भी कुछ गलत नहीं है। पर गर्भावस्था के दौरान कुछ भी संयमित मात्रा में खाना अच्छा है और बहुत ज्यादा मात्रा में ब्रोकोली खाने से आपको नुकसान भी हो सकता है। यदि आप ब्रोकोली को बहुत अधिक मात्रा में खा लेती हैं तो इससे आपको एलर्जिक रिएक्शन हो सकता है जिसके परिणामस्वरूप आपके पूरे शरीर में रैशेज या हीव्स हो सकता है। भले ही अधिक गंभीर न हो पर फिर भी आपको इससे गैस या पेट से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं। 

गर्भावस्था के दौरान खाने के लिए ब्रोकोली की हेल्दी रेसिपीज 

यहाँ पर ब्रोकोली से बनाई हुई कुछ रेसिपीज बताई गई हैं, आइए जानें; 

1. ब्रोकोली चेडर सूप 

यह रेसिपी स्वादिष्ट होने के साथ-साथ टेस्टी भी है। ब्रोकोली चेडर सूप 

सामग्री 

  • कटी हुई ब्रोकोली 
  • चेडर चीज़ क्यूब्स 
  • बटर 
  • लहसुन का पाउडर 
  • कॉर्नस्टार्च 
  • दूध 
  • चिकन ब्रोथ 
  • कटा हुआ प्याज 
  • पानी 

विधि

  1. सबसे पहले आप एक पॉट लें और उसमें थोड़ा सा बटर डालें। अब बटर पिघलने तक इस पॉट को मध्यम आंच में रख दें। इसमें कटा हुआ प्याज डालें और सॉफ्ट होने तक पकाएं। 
  2. इसके बाद आप इसमें चिकन ब्रोथ और कटी हुई ब्रोकोली मिलाएं। इस पूरे मिश्रण को आप लगभग 15 मिनट तक पकाएं। 
  3. आंच कम करें और इसमें चीज़ के क्यूब्स डालें। जैसे ही क्यूब्स पिघल जाएं आप इसमें लहसुन का पाउडर मिलाकर और दूध डालें। 
  4. एक बर्तन में कॉर्नस्टार्च और पानी डालकर तब तक मिलाएं जब तक कॉर्नस्टार्च पूरी तरह से घुल न जाए। फिर इस मिश्रण को पॉट में डालकर मिला लें और सूप की थिक कंसिस्टेंसी होने तक इसे चलाती रहें। 

सर्विंग: 10 कटोरे 

पकाने का समय: 40 से 50 मिनट 

2. फेटा चीज़ के साथ ब्रोकोली का सूप 

इस सूप में इंग्लिश ट्विस्ट के साथ क्रीमी फ्लेवर भी है जो इसे अत्यधिक स्वादिष्ट बनाता है। फेटा चीज़ के साथ ब्रोकोली का सूप

सामग्री

  • कटी हुई ब्रोकोली 
  • क्रम्ब किया हुआ फेटा चीज़ 
  • बटर 
  • कम नमक के साथ सब्जियों का ब्रोथ 
  • कटा हुआ आलू 
  • कटी हुई हरी सेलरी स्टिक
  • कटी हुई हरी प्याज 
  • सरसों का तेल 

विधि 

  1. सबसे पहले आप एक पैन में तेल गर्म करके और उसमें प्याज पकाएं। 
  2. इसके बाद आप इसमें हरी प्याज, सेलरी स्टिक, बटर और आलू के टुकड़े डालें। इसे कुछ मिनटों तक ढक कर पकाएं। 
  3. आप इस मिश्रण में ब्रोकोली के साथ सब्जियों का स्टॉक डालें। इसे कुछ मिनटों तक पकने दें। 
  4. इस पूरे मिश्रण को आप ब्लेंडर में डालकर पेस्ट बनने तक ब्लेंड करें। 
  5. पेस्ट को एक कटोरे में निकालें और उसमें ऊपर से फेटा चीज़ डालें और हल्की सी काली मिर्च छिड़क लें। 

सर्विंग: 10 कटोरे 

पकाने का समय: 40 से 50 मिनट 

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल 

1. क्या गर्भावस्था के दौरान कच्ची ब्रोकोली खाना सही है?

यदि आपने ब्रोकोली को अच्छी तरह से साफ किया है तो आप गर्भावस्था के दौरान भी इसे खा सकती हैं।  

2. क्या एक गर्भवती महिला ब्रोकोली स्प्राउट्स खा सकती है? 

स्प्राउट्स बच्चे और माँ के दिल के लिए जीवन में आगे तक फायदेमंद होते हैं। इसलिए इसे डायट में जरूर शामिल करना चाहिए। 

3. क्या गर्भवस्था के दौरान ब्रोकोली का डंठल खाना सुरक्षित है?

यद्यपि इसके कुछ खास फायदे नहीं है पर इससे समान रूप से फायदे ही मिल सकते हैं। हाँ, इसे अच्छी तरह से धोकर खाया जा सकता है। 

चाहे खाना स्वादिष्ट या हेल्दी व न्युट्रिश्यस हो पर यदि इसे सही मात्रा में खाया जाए तो इससे आपको बहुत सारे फायदे मिल सकते हैं। ब्रोकोली के साथ भी कुछ ऐसा ही है। यदि आप इसे सही तरीके से पकाती हैं और इसे अपनी डायट में एक कॉम्प्लिमेंटरी आइटम की तरह शामिल करती हैं तो इससे आपको स्वास्थ्य संबंधी कई फायदे हो सकते हैं। 

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