गर्भावस्था के दौरान बुरे सपने आना – कारण और कैसे रोकें

गर्भावस्था के दौरान बुरे सपने आना

सपने आना एक सामान्य प्रक्रिया है और हममें से ज्यादातर लोगों को गहरी नींद के दौरान ही सपने आते हैं। हालांकि कभी-कभी ये सपने खुशनुमा और सकारात्मक नहीं होते हैं। हममें से कई लोगों को सपने आने के बजाय नाइटमेयर या बुरे सपने आते हैं। सपनों की तरह ही ये भी बहुत आम हैं। पर यदि गर्भावस्था में आपको बुरे सपने आते हैं तो यह चिंता का कारण भी हो सकते हैं। गर्भावस्था के दौरान बुरे सपने क्यों आते हैं और आप इनसे कैसे छुटकारा पा सकती हैं, यह जानने के लिए आगे पढ़ें। 

बुरे सपने क्या होते हैं और क्या गर्भावस्था में बुरे सपने आना सामान्य है?

मनुष्य का दिमाग बहुत कॉम्प्लेक्स होता है और इसमें कई सारी यादें स्टोर होती रहती हैं। हमारे सपनों को जानने, समझने व ये क्यों आते हैं इसका पता लगाने के लिए कई स्टडीज चल रही हैं। हालांकि अब तक इसका कोई भी प्रमाण नहीं मिला है कि हमें कुछ प्रकार के सपने क्यों आते हैं। पर ऐसा माना जाता है कि सोते समय सपनों में दिखने वाली चीजें सिर्फ आपकी सोच, यादें, एंग्जायटी इत्यादि का परिणाम ही होती हैं जो आपको अच्छे या बुरे सपनों के रूप में दिखती हैं। यदि कुछ सकारात्मक या खुशी का अनुभव होता है तो उसे ‘सपना’ कहते हैं और यदि नकारात्मकता या डिस्टर्ब करनेवाली चीजों का अनुभव होता है तो उसे बुरे सपने या नाइटमेयर कहते हैं। 

यदि आप गर्भवती हैं तो आप सोचती होंगी कि गर्भावस्था में बुरे सपने आना आम बात है या नहीं। हालांकि इसमें कोई शक नहीं है कि गर्भावस्था के दौरान आपके शरीर में बहुत सारे शारीरिक व भावनात्मक बदलाव होते हैं और इन बदलावों की वजह से आपको कई तरह से सोने में कठिनाई हो सकती है। इसलिए इस नींद के पैटर्न और सोते समय डिस्टर्बेंस के कारण आपको बुरे सपने आ सकते हैं। 

गर्भावस्था में बुरे सपने आने के कारण 

गर्भावस्था के दौरान बुरे सपने आने के कुछ कारण निम्नलिखित हैं, आइए जानें;

1. हॉर्मोन्स में बदलाव 

यह थोड़ा अजीब लग सकता है पर गर्भावस्था के दौरान हॉर्मोन्स में बदलावों की वजह से आपको बुरे सपने आ सकते हैं। ऐसा कॉर्टिसॉल हॉर्मोन के कारण होता है। गर्भवती होते ही इस हॉर्मोन का स्तर बढ़ने लगता है और लेबर के दौरान यह बहुत ज्यादा मात्रा में बढ़ जाता है। यह हॉर्मोन आपके दिमाग को उत्तेजित करता है जिससे आपको बुरे व डरावने सपने आ सकते हैं। 

2. एंग्जायटी 

एक गर्भवती महिला को एंग्जायटी होना बहुत आम बात और गर्भावस्था के दौरान ऐसा होने के बहुत सारे कारण हैं। जैसे, बच्चे के स्वास्थ्य व अच्छी सेहत के कारण, जन्म की प्रक्रिया के कारण, आपके स्वास्थ्य की वजह से इत्यादि। इस दौरान स्ट्रेस लेने या एंग्जायटी से आपको कोई भी मदद नहीं मिलेगी। एंग्जायटी की वजह से नींद पर प्रभाव पड़ता है और इससे आपकी नींद खराब हो सकती है जिसकी वजह से भी बुरे सपने आते हैं। एंग्जायटी

3. सोने में समस्याएं 

गर्भावस्था के दौरान यदि आपको सोने में कठिनाई होती है तो बुरे सपने आ सकते हैं। हॉर्मोन्स में बदलाव होने, वजन बढ़ने, पेट पर दबाव पड़ने आदि वजह से आपको सोने में कठिनाई हो सकती है। इन सभी समस्याओं की वजह से आपको रातभर जागना पड़ सकता है जिससे नींद में बाधा आती है। गर्भावस्था की दूसरी तिमाही में महिलाओं को बुरे सपने आने की संभावना बहुत ज्यादा होती है। 

यदि जागने के बाद आप अपने सपनों को भूल जाती हैं तो कोई समस्या नहीं है। हालांकि यदि आपको ये सपने याद रहते हैं तो इससे आपको एंग्जायटी और स्ट्रेस हो सकता है। गर्भावस्था के दौरान किसी भी प्रकार की एंग्जायटी या स्ट्रेस होना गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए बिलकुल भी अच्छा नहीं है। इसलिए आप अपने नकारात्मक विचारों को नियंत्रित करने के तरीके जानना चाहती होंगी जिनकी वजह से ये सपने आते हैं। 

गर्भावस्था के दौरान बुरे सपनों से छुटकारा पाने के टिप्स 

यदि आप गर्भावस्था के दौरान आ रहे बुरे सपनों से बचना चाहती हैं तो यहाँ कुछ टिप्स बताए गए हैं जो आपकी मदद कर सकते हैं। नीचे दिए टिप्स को फॉलो करें और बुरे सपनों से छुटकारा पाएं। वे टिप्स कौन से हैं आइए जानें;

1. कारण जानें 

आप मानें या न मानें पर बुरे सपने आने का कारण पता लगने से आपको इससे छुटकारा पाने में मदद मिल सकती है। सबसे पहले यह समझने की जरूरत है कि आपको बुरे खयाल क्यों आते हैं। यह स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं, डर, चिंताएं या अन्य समस्याओं की वजह से भी हो सकता है जिससे गर्भावस्था में आपको परेशानी होती है। आप अपने डर व चिंताओं को दूर करने के लिए इस बारे में डॉक्टर से चर्चा जरूर करें। 

2. अपनी देखभाल करें 

गर्भावस्था के दौरान यदि आपको स्वास्थ्य संबंधी कोई भी समस्या है तो इस वजह से भी आपको चिंता व स्ट्रेस हो सकता है। आपको अपनी समस्याएं समझने की जरूरत है और उन सभी तरीकों के बारे में जानें जिनसे आपकी गर्भावस्था प्रभावी रूप से हेल्दी और समस्याओं से मुक्त हो सकती है। इस दौरान अच्छा खाएं, पर्याप्त आराम करें और अपनी लाइफस्टाइल को एक्टिव रखें। इससे आप गर्भावस्था के दौरान हेल्दी रहेंगी और आपकी सभी परेशानियां खत्म हो जाएंगी। यदि आप नियमित एक्सरसाइज करती हैं, अच्छा खाती हैं और अपनी दिनचर्या को फॉलो करती हैं तो आपको रात में जल्दी नींद आएगी और आप शांति से सो सकेंगी। इससे बुरे सपने आने की संभावनाएं कम हो जाती हैं। 

3. अच्छा सोचें और खुश रहें 

इस समय अलग-अलग सपने आने से आपके मन में बहुत सारे खयाल आते होंगे। यदि आप सकारात्मक व खुश रहती हैं तो आपके मन में नकारात्मक खयाल नहीं आएंगे और इससे रात में बुरे सपने आना कम हो जाएंगे। अच्छा सोचें और खुश रहें 

4. नींद पूरी लें  

गर्भावस्था के दौरान आराम करने का महत्व बहुत ज्यादा है। इस दौरान आपको रात में लगभग 7-8 घंटे लगातार सोने की जरूरत है। यदि आप पूरा आराम करती हैं तो आपको कोई भी चिंता या स्ट्रेस नहीं होगा जिसकी वजह से आप खुश रहेंगी और आपके मन में बुरे खयाल नहीं आएंगे। 

5. देर रात को स्नैक्स न खाएं 

गर्भावस्था में आपको कैसी भी और कभी भी क्रेविंग्स हो सकती हैं पर आप अपनी कोई भी अजीब क्रेविंग को पूरा न करें। यदि आप चाहती हैं तो सोने से पहले आप कुछ हेल्दी खा सकती हैं। सोने से पहले कुछ भी खाना आसानी से नहीं पचता और इससे आपको उल्टी, सीने में जलन और पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इन समस्याओं की वजह से भी आपकी नींद खराब हो सकती है जिससे आपकी भावनाएं नकारात्मक हो सकती हैं। 

6. वास्तविकता में जिएं 

कभी-कभी आप किसी चीज के बारे में कितना भी सोचें या उसमें कितना भी दिमाग लगाएं पर आप उसे नहीं समझ पाते हैं। ऐसा ही बुरे सपनों के साथ भी होता है। बुरे सपने हमारी सिर्फ एक सोच है और ये सच नहीं होते हैं इसलिए चिंता क्यों करें? इसके बारे में ज्यादा सोचकर स्ट्रेस बिलकुल भी न लें और इसे भूल जाएं। हालांकि यदि आपको एक ही सपना बार-बार आता है तो आप इस बारे में डॉक्टर से चर्चा करें। 

7. मेडिटेशन करें 

मेडिटेशन, मस्तिष्क को शांत करने का सबसे प्रभावी तरीका है। आपका दिन कितना भी मुश्किल हो या कितने भी बुरे विचार आएं, आपको रोजाना दिन में सिर्फ कुछ समय के लिए मेडिटेशन करना चाहिए। आप मस्तिष्क को शांत करने व आराम के लिए दिन के अंत में कुछ देर मेडिटेशन जरूर करें। मेडिटेशन करें

8. आराम करें 

गर्भावस्था के दौरान मन व शरीर को आराम देना बहुत जरूरी है क्योंकि स्ट्रेस और एंग्जायटी आपके व बच्चे के स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है। खुद को आराम देने का सबसे सही तरीका है कि आप योगा, एक्सरसाइज, मेडिटेशन करें, म्यूजिक सुनें, अच्छी किताबें पढ़ें या आप वो करें जो आपको अच्छा लगता है। आप दिन की थकान दूर करने के लिए परिवार व दोस्तों के साथ अच्छा समय भी बिता सकती हैं। प्रियजनों से बात करना भी एक बेहतरीन थेरेपी है जिससे आपको मानसिक रूप से आराम मिल सकता है। 

यदि आप ऊपर दिए हुए टिप्स को फॉलो करती हैं तो आपको रात में बहुत अच्छी और आरामदायक नींद आएगी। हालांकि यह समझना बहुत जरूरी है की अच्छे या बुरे सपने आपकी सोच के आधार पर आते हैं और आप इसे नियंत्रित भी कर सकती हैं। इसलिए यदि बुरे सपनों की वजह से आपको सोने में कठिनाई होती है तो जल्द से जल्द डॉक्टर से सलाह या मेडिकल हेल्प लें। 

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